22-08-2022, 12:07 PM
वो अब ghoom के अपना सर मेरे गोद में रख ली, मैं इतनी करीब से उनके होठ जो गुलाबी और गाल लाल लाल और चूच कि गोलाई को नज़दीक से महसूस कर रहा था, अचानक देखा वो आँख बंद कर ली करीब १० मिनट के बाद मैं उनके होठ को अपने ऊँगली से छुआ वो कुछ भी नहीं बोली मैंने फिर गाल छुआ वो चुप रही आँख बंद था, करीब पांच मिनट बाद मैंने उनके चूच को थोड़ा छुआ फिर थोड़ा फिर थोड़ा और बाद में पूरा हथेली दोनों हाथ कि दोनों चूच पे रख दिया, गाडी सरपट भाग रही थी, मेरा सांस भी उसी रप्तार में चल रहा था, तबभी मैंने देखा वो मेरे हाथ को पकड़ के अपने चूच पे रख के दबाब देने लगी, मैं भी उनके चूच को दबाने लगा, फिर वो उठी बैठ गयी कुछ भी नहीं बोली और अपना कुर्ता खोल दी वो अब ब्रा पे थी और फिर वो वैसे ही लेट गयी ओह्ह्ह्ह माय गोड क्या चीज़ लग रही थी यार मैं तो पागल हो गया था मैंने चूची दबाई पर मन नहीं मान रहा था मैंने उनके पीठ के पीछे हाथ घुसाया और ब्रा का हुक खोल दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
