22-08-2022, 12:06 PM
मेरे सोसाइटी में एक चंडीगढ़ की भाभी है, वो पंजाबन है, भगवान ने उन्हें गजब का सुन्दर बनाया था, करीब 6fit लम्बी है, और उनका बदन काफी गोरी है, उनका ब्रेस्ट करीब ३६ साइज का था पर लम्बाई और शरीर के अनुसार था, बहुत ही सेक्सी औरत है, मैं जब भी उनको शाम को पार्क में टहलते देखता मैं भी पार्क में जाके बैठ जाता उनके सामने मुझे कोई भी लड़की या औरत सुन्दर नहीं लगती है. उनका मेरे घर से दोस्ती का रिलेशन भी है, सो मेरे वाइफ से काफी अच्छी जान पहचान है,
क दिन मुझे किसी काम से मुंबई जाना था, तो मेरी वाइफ उनसे ये बात शेयर की कि मेरे हस्बैंड मुंबई जा रहे है, तो बोली कब वो बता दी जिस दिन का टिकट मिल जायेगा उसी दिन, तो बोली मैं भी जाना चाह रही हु, क्यों कि मेरी सासु माँ अभी मुंबई में ही है और मेरे पति अभी अमेरिका गए है ऑफिस के काम से मेरी सासु माँ अपने से आ नहीं सकती इस्सवजह से मुझे उन्हें लाने जाना है, मैं कल आपको बताउंगी अगर हो सके तो मैं भी उनके साथ चल पडूँगी पहले मैं अपने पति से परस्मिशन ले लू.
दूसरे दिन सुबह आठ बजे ही मेरे फ्लैट का वेल बजा देखा वही भाभी बाहर खड़ी थी, मैंने दरवाजा खोला वो अंदर आ गयी, बोली भैया आप मुंबई जा रहे हो मैं भी चलूंगी और हो सकता है साथ ही वापस आ जाउंगी, अपने सास के लेके सुना है आप २ दिन के लिए जा रहे है, मैंने कहा हां ठीक है कोई बात नहीं मैं बस अपना टिकट बनाने ही बाला था तभी आप आ गयी, चली अच्छा हुआ,
मैंने अपना लैपटॉप से irctc से टिकट निकालने लगा, पर टिकट कन्फर्म नहीं बल्कि आर ए सी में मिला मैंने कहा चलो यही ले लेते है वो भी बोली ठीक है, बाकी ट्रैन में ही कन्फर्म हो जाएगा ,
क दिन मुझे किसी काम से मुंबई जाना था, तो मेरी वाइफ उनसे ये बात शेयर की कि मेरे हस्बैंड मुंबई जा रहे है, तो बोली कब वो बता दी जिस दिन का टिकट मिल जायेगा उसी दिन, तो बोली मैं भी जाना चाह रही हु, क्यों कि मेरी सासु माँ अभी मुंबई में ही है और मेरे पति अभी अमेरिका गए है ऑफिस के काम से मेरी सासु माँ अपने से आ नहीं सकती इस्सवजह से मुझे उन्हें लाने जाना है, मैं कल आपको बताउंगी अगर हो सके तो मैं भी उनके साथ चल पडूँगी पहले मैं अपने पति से परस्मिशन ले लू.
दूसरे दिन सुबह आठ बजे ही मेरे फ्लैट का वेल बजा देखा वही भाभी बाहर खड़ी थी, मैंने दरवाजा खोला वो अंदर आ गयी, बोली भैया आप मुंबई जा रहे हो मैं भी चलूंगी और हो सकता है साथ ही वापस आ जाउंगी, अपने सास के लेके सुना है आप २ दिन के लिए जा रहे है, मैंने कहा हां ठीक है कोई बात नहीं मैं बस अपना टिकट बनाने ही बाला था तभी आप आ गयी, चली अच्छा हुआ,
मैंने अपना लैपटॉप से irctc से टिकट निकालने लगा, पर टिकट कन्फर्म नहीं बल्कि आर ए सी में मिला मैंने कहा चलो यही ले लेते है वो भी बोली ठीक है, बाकी ट्रैन में ही कन्फर्म हो जाएगा ,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.