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Adultery मजे - लूट लो जितने मिले
#92
मजे - लूट लो जितने मिले

सातवा अध्याय -मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं

भाग-14

दिल बेकरार है



जेन खुद को शीशे में निहार रही थी। क्या मैं बूढी हो रही हूँ? अपने चेहरे को गौर से देखते हुए, चेहरे के एक-एक हिस्से की गौर से जाँच करते हुआ, जैसे कोई खूबसूरत औरत अधेड़ हो जाने के बाद खुद की खूबसूरती का जायजा लेती है। वह अभी भी जवान है और किसी भी मर्द के होश उडा देने में सक्षम है, ये उसे भी पता है लेकिन आज कुछ ऐसा हुआ जिसने गंभीरतापूर्वक विचार करने पर मजबूर कर दिया, पहली बार उसे अहसास हुआ की अब वह जवानी की दहलीज से फिसलना शुरू कर चुकी है। इसी के साथ टब में डुबकी लगा देती है।

30. साल की खूबसूरत जेन टब से नहाकर बाहर निकलती है और तेजी से खुद के नंगे बदन को तौलिये से लपेट लेती है, लेकिन आईने तक आते-आते तौलिया फिसल जाता है। खुद को नंगे आईने में देखते हुए अपनी हल्की भूरी चूची को रगड़ने लगती है, कुछ ही सेकंडो में उसकी चुचियाँ कड़ी हो जाती है, वह अपने उरोजो को अपने हाथ में लेकर प्यार से मसलती है और उसके शरीर में कामसुख की एक लहर दौड़ जाती है।

जेन को पता है वह उत्तेजित है और उसे सेक्स चाहिए। एक खूबसूरत लड़की के लिए उच्च चरित्र का जीवन जीना आसान नहीं होता। उसके सामाजिक दायरे में किसी भी भद्र पुरुष की तरफ वह कभी आकर्षित नहीं हुई सिवाय आमिर के। समाज में जेन को लोग बेहद उच्च चरित्र की महिला मानते है और काफी सम्मान भी देते है। जेन ने भी इस गरिमा को बनाकर रखा हुआ है, मेरे को छोड़कर आजतक किसी और पुरुष के लिए उसके मन में कभी विचार नहीं आया, हालाँकि वह मुझे भी वह अपने दिल की बात ये सोच कर नहीं बता पाई कि पता नहीं मैं क्या सोचूँगा।

आमिर हमेशा से जेन को बहुत मस्त और पसंद था। और जब उसे आमिर के माता पिता का सन्देश मिला की उसे आमिर को प्रशिक्षित करना है तो वह रात भर ठीक से सो नहीं पायी क्योंकि उसकी दबी हुई सेक्सुअल उत्तेजना काफी बढ़ गयी थी। वह तब से दिन रात आमिर के साथ चुदाई के बारे में सोचती रहती थी।

फिर जब आमिर उससे मिला और-और जब आमिर उसके फ्लैट पर रात को आया तो उसने आमिर के बहुत बड़े इरेक्शन को भी नोटिस किया तो उसे पता लग गया था कि आमिर भी उसे बहुत पसंद करता है । आमिर से मिलने के बाद उसके पूरे स्तनों को दर्द हुआ था। और वह बहुत कामुक हो गयी थी और उसका दर्द से कांपता हुआ शरीर चुदाई के लिए बेकरार हो गया था और उसने फ़ैसला किया था, की वह अपने शरीर चुदाई के लिए आमिर को सौंप देगी । उसे डर था कि अगर उसने अपनी इन कामुक इच्छाओं को दबा दिया तो वह सचमुच अपना दिमागी संतुलन खो देगी और फिर जब आमिर ने उसे पहली बार चूमा था तब से वह आमिर के बारे में और उसके साथ चुदाई के बारे में ही सोचती रहती है और वास्तव यौन-उत्सुक भूखी बन गयी है।

फिर जब आमिर ने उसे चूमा था तो उसकी वासना पूरी भड़क गयी थी और जब उसने पहली बार आमिर का लंड देखा था तो जेन आमिर के बड़े लंड के आकार और कठोरता दोनों पर चकित थीं।

और फिर जब आमिर ने लूसी की पहली चुदाई उसके सामने की तो उस दृश्यों ने जेन को सेक्सुअली हिलाकर रख दिया। जिस तरह से आमिरलोकि की चूची चूस रहा था, उसके शरीर को सहला रहा था। जेन सब याद करके अपने दोनों हाथो से अपने स्तनों को हलके-हलके मसलने लगी। और जेन के निप्पल कड़े होने लगे। फिर जेन ने आंखे बंद कर ली और स्तनों को तेजी से मसलना शुरू कर दिया और एक हाथ नाभि सहलाता हुआ, दोनों जांघो के बीच पेट के निचले हिस्से तक पहुच गया। पेट के निचले हिस्से से होते हुए फड़कती चूत तक पहुच गया और उंगलिया चूत के दाने के पास तक पहुच गयी।

और फिर वह कुंवारी थी और उसे बड़े लंड से छोड़ने में डॉ भी लग रहा था पर लूसी की उतेजनापूर्ण चुदाई देख कर इसने निर्णय लिया था वह आमिर के साथ जल्द से जल्द पहले सम्भोग अनुभव के पूरे मजे लेगी और जब उसने सुबह लूसी को दुबारा बिना किसी हितक और दर्द के चुड़ते हुए देख तो वह छोड़ने के लिए त्यार तो पहले ही थी अब बेकरार हो गयी ।

वो अब चाहती थी आमिर उसके स्तनों को चुसे दबाये काटे फिर जेन के मुहँ से सिसकारियाँ निकलने लगी। टांगो के बीच की में लगातार जेन का हाथ चल रहा था, उत्तेजना के मारे चूत भी गीली होने लगी, धड़कने और तेज हो गयी, जैसे-जैसे चूत का दाना जेन रगडती, उसके चुतड उछाल लेने लगे, जेन ने दुसरे हाथ से पाने स्तन दबा कर निप्पल दबाने लगी, एक हाथ से वह चूत का दाना रगड़ रही थी दूसरे से स्तनो को तेजी से सहला रही थी, उसके मुहँ से सिसकारियो की आवाजे तेजी से निकलने लगी, वासना से भरी चूत की दरार से पानी रिसने लगा।

उसका पेट और नाभि भी इस उत्तेजना के चरम में फद्फड़ाने लगे, पेट और चुतड सोफे से उछलने और आह! ओह्ह! आमिर मुझे चोदो, मेरे स्तन चूसो, मुझे प्यार करो बोलती हुई जेन के हाथो ने चूत को और तेजी से रगड़ना शुरू कर दिया। जल्दी ही उत्तेजना के चरम पर चूत रस तेजी से बाहर की तरफ बहने लगा। सारा शरीर कापने लगा, उसकी कमर अपने आप ही हिल रही थी, पैर काँप रहे थे, मुहँ से चरम की आहे निकल रही थी। और फिर अंतिम झटके के साथ पूरे शरीर में कंपकपी दौड़ गयी और जिस सोफे पर वह अधलेटी थी उस पर धडाम से ढेर हो गयी।

जारी रहेगी
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RE: मजे - लूट लो जितने मिले - by aamirhydkhan1 - 19-08-2022, 07:54 PM



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