19-08-2022, 07:48 PM
मजे - लूट लो जितने मिले
सातवा अध्याय -मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं
भाग-10
स्नान और आलिंगन
अब तक की कहानी का सार
कहानी "मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं " मेरी अब तक की कहानी "जन्नत की 72 हूरे, खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ: जो की "खाला को चोदा, खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला और मजो की दुनिया में मेरे अनुभव" के अगले भाग हैं l
खाला को चोदा में आपने पढ़ा कैसे मैंने सारा आपा के हलाला से पहले नूरी खाला को चोदा। उसके बाद मेरा निकाह-ऐ-हलाला कुंवारी सारा आपा के साथ हुआ और कैसे मैंने कश्मीर में उसके साथ सुहागरात में उसे चोदा।
अगली रात जरीना की सुहागरात थी लेकिन उस रात बिस्तर में सारा और जरीना दोनों मेरे साथ थी।
उसके बाद हैदराबाद वापिस आकर अम्मी ने मुझे अपनी दूसरी बीवी के साथ सुहाग रात मानने का हुक्म सुनाया पर सारा मेरे साथ ही सोने पर अड़ गयी। तो अपनी दूसरी बीवी सारा के साथ सुहागरात के बिस्तर पर पहले मैंने सारा की चुदाई की ।
सारा की चुदाई के बाद मेरी छोटी बीवी कुंवारी जरीना की पहली चुदाई हुई,और उसके बाद सारा और जरीना दोनों की एक साथ चुदाई हुई। वलीमे की रात मैंने दोनों की गांड मारी और सुबह डॉक्टर को दिखाना पड़ा और डॉक्टर ने ३ दिन चुदाई बंद का हुकुम सुना दियाl
उसके बाद मैंने अपनी बीबियो और सालीयो को सुहागरात की चुदाई की कहानी सुनाई और रात को डिलिया के साथ सुहागरात मनाई और वहां हुई झूले पर घमासान चुदाई के बाद, मेरे लंड का बूरा हाल हो गयाl उस पर नील पड़ गए और सूजा हुआ लंड बस खड़ा रहा l दिलिया के साथ झूले पर हुई घमासान चुदाई के बाद मेरे लंड की नसें दब गईंl मेरा लंड हर वक्त तना हुआ रहने लगाl
उसके बाद मैंने लूसी और सारा के साथ दिल्ली जाकर चेक-अप करवाने का प्लान बनायाl डॉक्टर जूली की दिल्ली में जान-पहचान थी और उसने मेरे सारे टेस्ट जल्दी ही करवा दियेl
फिर कुछ दिन बाद मैं लूसी और सारा चेकउप के लिए डॉक्टर जुली के साथ दिल्ली आ गए और जुली मेरे घर आयी और मैंने जुली को चोदाl अगले दिन सारा का जन्मदिन था और सारा का चौदहवा दिन था और नाश्ते के बाद मैंने सारा के सारी हसरते निकालने वाली चुदाई कीl
हम जब अपने दिल्ली वाले घर में थे मैंने डॉक्टर जूली को सारा के बेडरूम में ले जाकर चोद दियाl
"खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ " में आपने पढ़ा डॉक्टर जुली वापिस आ गयीl जुली बोली आमिर तुम्हारी डॉक्टरी जांच की रिपोर्ट आ गयी हैंl जुली के साथ एक बहुत खूबसूरत लड़की भी आयी थीl जुली ने उसका नाम डॉक्टर जेसिका (जस्सी) बताया जो की सेक्स विशेषज्ञ हैl इन्हे मैंने तुम्हारी खड़े और न बैठने वाले लंड की दिक्कत के बारे में बताया है और इन्होने ही जो टेस्ट बताये थेl वह मैंने करवाए थे और तुम्हारी सारी रिपोर्ट भी देखि हैंl फिर डॉक्टर जस्सी के कहने पर उनके सामने मैंने सारा की एक बार और चुदाई की l
डॉक्टर जूली और जस्सी ने बताया तुम्हारी डिलिया के साथ जबरदस्त चुदाई के तुम्हारी कुछ नसे इस तरह से हो गयी है, की अब तुम्हारा लंड खड़ा ही रहता हैl ये साधारणतया नहीं होता हैl उसका सीधा-सीधा इलाज़ नहीं है, लेकिन तुम्हे ये कुदरत से ख़ास मिली है तो इसे बचा कर रखोl
वैसे तो चुदाई मर्द के झड़ने के बाद ख़तम हो जाती है, क्योंकि झड़ने के बाद लंड में आया फ़ालतू खून वापिस चला जाता है और लंड बैठ जाता हैl तुम्हारे केस में ऐसा नहीं हैl खून नसे में आयी हुई सुकड़न के बाद वापिस नहीं जाता है और लंड खड़ा रहता हैl इसमें लड़कियों की और तुम्हारी बीवियों की तो मौज ही मौज है वह जितनी देर चाहे चुद सकती है l
और डॉक्टर जूली और डॉ जस्सी ने मुझे मेरी दिक्कत के बारे में समझाया की आगे से सेक्स में क्या-क्या ध्यान रखना है और अपने क्लिनिक पर अगले दिन चेकउप के लिए बुलाया , मैं सारा और डॉक्टर जुली डॉक्टर जस्सी के घर जो की उसका क्लिनिक भी था, वहां पर गएl डॉक्टर के पास कुछ लोग बैठे थे, तो मैं उसके घर के बग़ीचे में चला गयाl बग़ीचे में मुझे जस्सी की बहन मोनी मिली, जो बहुत सूंदर थी और गेंद से खेल रही थीl वहां मैं उसके साथ खेला और फिर उसको वहॉ पार्क में चोदाl फिर चेकउप के बाद, जुली और सारा मुझे जसिका के कमरे में ले गयी और हंसते हुए कमरे के अंदर सोफे पर बैठ गयी l कमरा गुलाब के फूलों से सज़ा था और सेज़ पर जस्सी दुल्हन बन सज धज कर बैठी थीl उसके बाद मैंने कुंवारी जस्सी की सील तोड़ी और सारा जुली और जस्सी के साथ सेक्स किया . वहां मुझे जस्सी की बहन सोनी मिली उसे मेरे साथ सेक्स करने के उसे त्यार कियाl उसके बाद रात में मोनी के जुड़वाँ बहन सोनी की भी सील तोड़ी और सारा जुली जस्सी सोनी मोनी और लूसी के साथ ग्रुप सेक्स कियाl इस बार मैं सबकी तस्सली कराने के बाद सिर्फ एक बार झड़ा पर बहुत मजा आया l
खाला नूरी ज़रीना दिलिया और मेरी बाकि चारि सालिया अबीर ज़ारा नरगिस और आयशा भी आयी l मुझे देखते ही ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयी और शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या? चारो सालिया आपस में लड़ने लगी के अब कौन मेरी चौथी बीवी बनेगीl फिर मैं खाला को उनकी सहेली फरज़ाना के यहाँ छोड़ने गया और खाला को चोदाl
घर आया तो मैंने सारा और लूसी को बताया खाला कह रही थी. सारा तुम्हारी बहने और मामू की बेटिया, अब मुझसे निकाह करने के लिए उतावली हो गयी हैंl तो सारा बोली तो कर लीजिये सब से निकाह सब खुश रहेंगी, आप सेl
सारा बोली आमिर! काजी ने लड़कियों के आपस के झगडे को मिटाने का एक रास्ता निकला हैl आमिर तुम अबीर, ज़ारा, नरगिस और आयशा, चारो के साथ "निकाह मिस्यार" कर लोl
जन्नत की 72 हूरे में आपने पढ़ा मेरे कॉलेज के दोस्त राजकुमार ब्रेडी के बारे में पढ़ा था इसने मुझे बताया था उसकी सबसे छोटी और लाड़ली बहन पर्ल जिसे मैं इंग्लैंड में कई बार मिला थाl मुझे बहुत पसंद करती है और मुझसे ही निकाह करना चाहती हैl ब्रैडी ने मुझे निकाह के लिए बधाई दी और कहा चुकी हमारे यहाँ मर्द एक से ज़्यादा बीविया रखता है उसे तुम्हारे साथ और बीवियों से कोई ऐतराज नहीं है ब्रेडी उसे मेरे बारे में काफ़ी कुछ बता चूका था l
तो ब्रैडी में मेरी समस्या का निदान सुझाया की मेरी बहन से निकाह के बाद तुम भी कैमरून के मैं परिवार का हिस्सा हो जाओगे और मैं तुम अपने अधिकार से मैं तुम्हे नागरिकता देता हूँ और मेरे देश के नागरिक जितने चाहे निकाह कर सकते हैं और बीविया रख सकते हैंl
मैं तुम्हे अपने देश का हिंदुस्तान में राजनयिक नियुक्त करता हूँl अब तुम पर हिन्दुस्तान की कोई कानूनी बंदिश नहीं रहेगीl
ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयी और शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या? मैंने अपनी तीनो बीवियों की जोरदार चुदाई करि और ग्रुप सेक्स का मजा लियाl
नर्से लिया और मधु जिन्होंने अस्पताल में मेरे टेस्ट किये थे की पहली चुदाई हुई . दोस्त राजकुमार रेडी दिल्ली आया था। मैं उससे मिलने उसके होटल चला गया। वहाँ मुझे उसकी यूरोपियन गोरी कजिन सिस्टर एनी जो उसके साथ आई थी मिली। एनी के सुनहरे बाल थे। उसकी मोटी-मोटी आंखें। सुर्ख गुलाबी होंठ और दूध से रंग में गुलाब का मिला जुला रंग जैसा उसका रंग और गाल। सुडौल छातियाँ। पतली कमर। चेहरे पर क़ातिल मुस्कान। बेहद खूबसूरत जन्नत की हूर। उसे मैं ताज महल दिखाने आगरा ले गया और फिर ऐनी रात में एक शर्ट में मेरे कमरे में आ गयी और आकर सीधे मेरे गले लग गयी l
फिर ऐनी ने अपना कौमार्य मुझे समर्पित कर दिया। उसके बाद हम रात के अँधेरे बरसात में खुली बालकोने में हमने बारिश के साथ ताल मिला कर चुदाई की और उसके बाद में सुबह होने से पहले ताज के पास नदी के किनारे पर उसने मुझसे नग्न फोटोशूट करवाया और फिर वहां हमने सूरज निकलने तक चुदाई की l
होटल ने मेरे दोस्त फ्रेड्डी की बहन पर्ल मिली जो बोली तुम्हारे कपडे मैं ही उतारूँगी और पहनाऊँगी। फिर ऐनी मेरे एक निप्पल को चूसते हुए दुसरे निप्पल को अपने हाथ के नाखून से जोर-जोर से कुरेदने लगी और अच्छी तरह से चुसने के बाद ही उसने मेरे को छोडा। मैंने ऐनी को उस्ताद मान लियाl पर्ल ने कहा वह मेरी बाकी बीबियो और महबूबाओं से मिलना चाहती है। तो मेरी तीनो बीबिया सारा, ज़रीना, दिलिया और चारो सालिया अबीर, ज़ारा, नरगिस और आयशा आ गयी और उनके साथ में मेरी तीनो पहली महबूबाएँ लूसी, जेन, और डायना भी आ गयी ।
तो उसके बाद निकाह और नागरिकता के पूरे मसले पर चर्चा की गयी और उसके बाद जेन की सलाह पर मेरी तीनो बीबिया उसनी बहनो के साथ मेरे निकाह के बदले अपने निकाह को "निकाह मिस्यार" में बदली करने के लिए सहमत हो गयी और इसके इलावा भी मुझे जितने मर्जी निकाह करने की इजाजत दी और पर्ल और मेरे को निकाह तय होने को बधाई दी।
अब बस बड़ो की इजाजत लेनी बाकी थी और साथ ही ब्रेडी की मेरी किसी बहन से निकाह की भी सहमति लेनी थी और सबने मिल कर तय किया ये काम नूरी खाला को सौंपा जाए ।
उसके बाद ऐनी ने मुझसे जानना चाहा की मैं सेक्स में क्या जानता हूँ? तो मैंने उसे जो कुछ भी थोड़ा बहुत सीखा था संक्षेप में बता दिया तो उसने पुछा तुमने ये सब किससे सीखा है और मैंने उसे बोला मैंने बहुत कुछ अपने हर साथी से सीखा है। मैंने ऐनी को जेन और लूसी के बारे में और लूसी के साथ मेरी पहली चुदाई के बारे में बताया । लूसी के साथ मेरे पहले सम्भोग के बाद जेन ने मुझ से कहा की वो अब मुझे सेक्स के बारे में जरूरी ज्ञान देना शुरू करेगी।
जेन ने मुझे एक बड़ा तौलिया दिया, मुझे धीरे से छाती पर आधिकार जताते हुए बाथरूम के अंदर धक्का दिया "आमिर! जाओ स्नान करो?उसने कपड़े उतार दिए और नग्न हो गयी और मेरे साथ स्नान घर में आ कर मेरी पीठ से चिपक गयी और मेरे साथ इस समय बाथरूम में होने के कई कारण मुझे गिनवाए और मुझे नहलाना शुरू कर दिया। फिर लूसी बॉथरूम के अंदर आ गयी और मैंने उसे चूमना और सहलाना शुरू किया और उसकी योनि को चूसा।
मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं 09 से उद्धृत:
मैंने उसके की योनि को पूरा मुंह में भर लिया और चूसने लगा। उत्तेजना के मारे लूसी का पूरा शरीर कांपने और झटके से खाने लगा था और जल्द ही उसके हिलते नितम्बों से लग रहा था उसका विरोध फजूल है उसे भी अब मज़ा आने लगा था।
उसने कसकर मेरा सिर अपने हाथों में पकड़ लिया और जोर-जोर से सीत्कार करने लगी-आमिर! आईईईईईईइ! आह!
उसके योनि तो फूल कर किसमिश से अंगूर के दाने जितनी हो गयी थी। मैंने उसे अपने मुंह में लिया और चूसने और जीभ से सहलाने लगा। एक दो बार हल्के दांत से उसे कुतर भी दिया।
"ईईईईईईइ! आह! ओह! प्लीज मत काटो, आह!"
अ और उसने मेरे सिर को अपनी योनि की ओर जोर से दबा दिया। फिर उसकी चूत पर मेरे मुँह रखते ही वह जोर से चिल्ला उठी आआहह, ओह! मम्म्मममम, चाटो ना। जोर से चाटो, सस्स्सस्स! हहा! और मचलने लगी और अपनी गांड को इधर उधर घुमाने लगी। अब वह सिसकारियाँ मारने लग गई थी। अब वह अहाह, आहहह, आहहह! कर रही थी। इस बीच जेन मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगी।
अब मैंने एक हाथ की अंगुली उसके नितम्बों की खाई में लगाते हुए उसकी गांड के छेद में फिराई और हल्के से अपनी अंगुली का एक पोर उस छेद पर थोड़ा-सा अन्दर करते हुए फिराया और फिर उसकी योनि को पूरा मुंह में लेकर जोर से चूसा।
अब आगे :
लूसी के साथ मुखमैथुन करते हुए मेरी हलात बुरी हो गयी थी लंड फटने को हो रहा था तो फिर लूसी कितनी देर मेरे से अपने आप को बचा पाती। उसने जोर से हाआआआ हआहहहहहह करते हुए आह भरी फिर एक आनद भरी किलकारी उसके मुँह से छूट गयी उसका शरीर कांपने लगा । अकड़ा और-और उसके साथ ही उसका चूत रस बहकर मेरे मुंह में भर गया। लूसी का शरीर झटके खाने लगा।
मैंने अब उसकी योनि को छोड़ा और फिर उस पर चुम्बनों की झड़ी लगा दी।
हाह!, उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़! सीईईईईईईईईईईईईईईईईईई! अहह! करती हुई लूसी मजे से कराह रही थी ।
ह्म्म्म! आमिर हाहाहाहहह!"
अब मैं खड़ा हो गया और फिर से लूसी को अपनी बांहों में भर लिया और उसने भी मेरे होंठों पर चुम्बन लेने शुरू कर दिए।
मेरा लंड अब लोहे की सलाख जैसे कठोर हो गया था और मेरा खड़ा लंड अब उसकी चूत पर टक्कर मार रहा था।
लूसी की गोल-गोल बूब्स से भरी छाती और भरे-भरे गालों के साथ उसकी नशीली आंखें मुझे नशे में कर रही थी। मैं बोला मेरी जान तुम्हारे होठों की बनावट तो ऐसी है अगर कोई एक बार उनका रस चूसना शुरू करे तो रूकने का नाम ही न ले।
मैंने लूसी को अपने पर खींचा और बेकरारी से चूमने लगा और चूमते-चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट तक उसके लिप्स को किस करता रहा और-और उसके बूब्स दबाने लगा, वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी । मैंने उसको कहा-" अपनी जीभ मेरे मुँह में दोl' उसने दे दी। मैं उसकी जीभ को चूसने लगा।
मै चुचियों को मसलने लगा और वह मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें टॉयलेट के कमरे में गूंज रही थी, फिर मैंने मोमो को चूसना शुरू कर दिया उसके बूब्स कड़क हो गए थे और निप्पल खड़े हुए चूसने के लिए आमंत्रित कर रहे थे । मैंने चूचियों को चूसा और दांतो से कुतरे तो लूसी कराह उठी आह! यहहह! आह !
ओह्ह अमीर धीरे मेरे राजा धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है। उसके बूब्स लाल हो गए थे । फिर मैंने उनकी नाभि को चूमा अपनी जीभ उसकी नाभि में डाल दी। मैंने उनके एक-एक अंग को चाट डाला। फिर वह मुझसे लिपट गयी। उसका गोरा बदन सुर्ख लाल हो गया था।
मैं अब और इंतजार नहीं कर सकता था और मैंने उसे दीवार की ओर तब तक धकेलता रहा जब तक कि उसकी पीठ दीवार के साथ सट नहीं गयी। वही पास में जेन खड़ी थी और हमें देख रही थी, और लूसी से चिपट गया और उसकी छाती मेरी छाती से दबने लगी और मैं उसको लिप किस करने लगा। मेरे हाथ उसकी पीठ और चूतड़ दबाने लगे। मेरा लंड उसकी चुत ढूंढ़ने लगा । तो वह ज़ोर से चिल्लाई आहह आमिर अब लंड डाल दो।अब और इंतज़ार नहीं होता, प्लीज जल्दी करो ना, प्लीज आहहह।
जेन ने मेरा कठोर लिंग पकडा. और मेरा लम्बा मोटा लंड जो तनकर पूरा 90 डिग्री का हो गया था। उसे सहलाने लगी और अपनी उँगलियों में लपेट लिया। और लूसी की योनि के प्रवेश द्वार पर निर्देशित किया
लूसी के शरीर में एक सिहरन-सी दौड़ने लगी। जेन ने हाथ बढ़ाकर क्रीम की शीशी लेकर जल्दी से थोड़ी क्रीम लंड पर लगाई और फिर ढेर साड़ी क्रीम लूसी की छूट के छेद पर भी लगा दी।
जब जेन की उंगलिया लूसी की चूत पर क्रीम लगा रही थी तो लूसी आह! ऊंह! करती जा रही थी और उसका शरीर हिचकोले खा रहा था। यह सब दर्शा रहा था कि वह अब पूरी उत्तेजित और लंड लेने के लिए तैयार है। मैं लूसी को किश करते हुए उसके स्तन दबा रहा था ।
अब जेन ने धीरे से मेरा लंड उसकी योनि की फांकों के बीच लगा दिया। अब तक लूसी अपने आप को लंड के प्रवेश के लिए तैयार कर चुकी थी। उसने अपनी जांघें थोड़ी-सी और खोल दी और मेरे लंड का काम आसान कर दिया।
मैंने मेरा लंड जब ठीक से सेट हो गया तो मैंने लूसी की कमर जोर से पकड़ ली और एक धक्का लगा दिया। ठीक उसी समय जेन के हाथ मेरे नितम्बो पर आये और उसने भी दबाबा मेरे नितबो पर लगा दिया । इस दोहरो जोर से मेरा लंड बिना किसी रुकावट के एक ही झटके में अन्दर प्रवेश कर गया।
लूसी के एक चीख पूरे बाथरूम में गूँज उठी-उईईईईईईई! ओह! धीरे, आह!
लंड पूरा अंदर समा गया और मेरेी गेंदे उसकी योनि के ओंठो के टकराई ।जेन के एक हाथ ने लूसी के नितम्बों की तरफ करके मेरे लंड और लूसी की योनि को टटोलने की कोशिश की लंड पूरा अंदर गया है कि नहीं। वही उसी समय लूसी ने भी आगे से हाथ डाल कर मेरी गेंदों को सहलाया तो उन दोने के हाथ मिल गए और जेन ने उसके हाथ हो लंड की और निर्देश कर उसे एहसास करवाया की अब पूरा लंड उसकी योनि के अंदर है। लूसी तो जैसे विश्वास ही नहीं हो रहा होगा कि इतना लंबा और मोटा लंड इतनी आसानी से पूरा अन्दर चला जायेगा।
लेकिन अब छु कर देखने के बाद अविश्वास का कोई कारण नहीं रहा ।
मैंने लूसी के चेहरे की तरफ देखा तो उसपे हलके दर्द के भाव थे। मैं उसकी हालत समझ सकता था। उसे थोड़ा दर्द तो जरूर हो रहा था पर अब वह असहनीय नहीं था। 2-3 मिनट में लंड अपने ठिकाने में सेट हो जाएगा ।चूत की मासपेशिया संयोजित हो जाएंगी तो यह दर्द छू मंतर हो जाएगा । जेन सब कुछ बहुत पास से देख रही थी । उसने धीरे से लूसी के माथे को सहलाया जिसने उसे भरोसा दिया की बस कुछ मिनट की बात है और उसके बाद तो लूसी खुद अपने नितम्ब हिला-हिला कर चुदवायेगी।
मैंने थोड़ा नीचे होकर पहले तो उसकी गर्दन पर एक चुम्बन लिया और फिर एक हाथ से उसके एक उरोज को पकड़ कर धीरे-धीरे मसलना चालू कर दिया।
मैंने उसकी गर्दन पर चुम्बन लेते हुए उसके बगलों को भी चूमना शुरू कर दिया। लूसी के शरीर में रोमांच दौड़ने लगा। मेरे लंड ने योनि के अन्दर एक बार हिल कर चुंबन लिया तो लूसी की चूत ने भी संकुचन कर जवाब दिया। अब लंड और चूत की गहरी दोस्ती हो गयी थी।
अब में उसके बूब्स को चूसने लगा था और अपने एक हाथ से उसके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था और फिर कुछ देर के बाद मैंने उसके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया । फिर मैंने अपने नितम्बों को थोड़ा-सा हिलाया। लंड थोड़ा-सा बाहर निकाला और फिर से अन्दर घुस गया। लूसी की हलकी से कराह निकल गई। अब उसकी योनि लंड् के लिए समायोजित हो गयी थी।
मैंने उसके शानदार नितम्बो के गालों को पकड़कर धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए। पहले तो वह चिल्लाई जैसे ही मेरी जांघें उसके नितम्बों से टकराती तो फच्च की आवाज आती उस बीच में मैं उसके स्तनों पर और गर्दन पर चुम्बन भी लेता जा रहा था। अब तो लूसी ने भी अपने नितम्ब हिलाने शुरू कर दिए थे।
, लेकिन फिर कुछ देर के बाद मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है। फिर वह बोली कि हाँ बहुत मज़ा आआआआ! रहा है .हाईईईईई! म्म्म्मम! और फिर वह मजे ले-ले कर किलकारियाँ मारने लगी। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वह पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह आाइईई और करो, बहुत मजा आ रहा है। अब वह इतनी मस्ती में थी कि पूरा का पूरा शब्द भी नहीं बोल पा रही थी। अब में अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था हाअ, मेरे राजा मेरे नवाब राआआआजा, आईसीईई, चोदो और जोर से चोदो। आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई! माँ, आहह! हाँ, अब ऐसे ही, वह कराह रही थी।
जब मैं लूसी को दीवार के साथ खड़ी कर के उनकी चुदाई रहा था तो वहाँ पर डायना भी आ गयी । उस समय जेन भी हमारी गर्म चुदाई देख कर अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी और हमे चुदाई करते हुए देख डायना भी गर्म हो गयी और उसने सोचा वह अब मोका है कि जेन से छेड़ छाड़ कर के उसे और गरम कर दे।
फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वह भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वह अपनी कमर और नितम्ब हिला कर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो और फिर कुछ देर के बाद वह बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, मैं बीच-बीच में उसके स्तनों की दबा रहा था औअर उसके नीपल्लो को भी मसल रहा था।
जेन और डायना आपसे में चूमा चाटी करती हुई हमारी चुदाई देख रही थी। इस बीच जेन ने अपना एक हाथ नीचे करके लूसी की योनि को टटोला और दुसरे से डायना की योनि को टटोला और उन दोनों के चीरे पर अंगुली फिराई और फिर उन की भगनासा को मसलने लगी। "उईईईई! ईईईई! माअ! आह मिस जेन आह! ईईईईईई! "
लूसी अपनी चरम उत्तेजना पर पहुँच गई थी। लूसी का शरीर थोड़ा-सा अकड़ा और वह झटके से खाने लगी और अपने नितम्बों को जोर-जोर से आगे पीछे करने लगी।
मैंने उसकी कमर को कसकर पकड़ लिया और 4-5 धक्के जोर से लगा दिये। मुझे लगा मेरे लंड के चारों ओर एक चिकनाई-सी लिपट गई है और अब लंड आराम से अन्दर बाहर होने लगा है। लूसी की योनि ने चूतरस छोड़ दिया था। और उसकी योनि अब मेरे लंड से एक प्रेमपूर्ण दस्ताने की तरह आलिंगन में चिपकी हुई थी।
लंड अभी भी लूसी की चूत में फंसा था। उसने अपने हाथ ऊपर करके मेरे गले में डाल लिए। मैंने एक हाथ से उसकी कमर को पकड़े रखा और दूसरे हाथ से उसके स्तनों को मसलने लगा। उधर जेन लूसी की योनि और भगनासा को सहला रही थी मैं उसके ओंठ चूस रहा था।
लूसी ने अपनी टाँगे चिपका ली और मेरे लंड को अपनी योनि में जोर से भींच लिया; में उसे लगातार धक्के लगा रहा था और फिर में ऐसे ही 15-20 मिनट तक उसको उसी पोज़िशन में चोदता गया।
तो उसीकी मीठी सीत्कार निकल गई "ईईईईईईईई!"
मैंने उसके कानों की लोब को मुंह में लेकर चुभलाना शुरू कर दिया। उसने मेरे सिर को अपने हाथों में पकड़कर चूमना शुरू कर दिया।
फिर लंड अंदर ही डाले हुए मैं कमोड की सीट पर बैठ गया लूसी का नंगा बदन मेरे ऊपर आ गया। लूसी ने मुझे अब भी नहीं छोड़ा और वह मेरे गालों, होंठों और गले पर बेतहाशा चुम्बन लिए ही जा रही थी। अब उसने अपने दोनों पैर मेरी कमर के दोनों और कर लिए और अपनी योनि को मेरे लंड पर घिसने लगी।
मैंने एक हाथ से उसकी कमर-कमर पकड़ ली। लूसी अब उकड़ू होकर मेरे ऊपर बैठ गई और जोर-जोर से मेरे लंड पर उछलने लगी। यह उसकी यौन उत्तेजना की पराकाष्ठा थी। उसके बाल चहरे पर फ़ैल गए।
मैंने उसकी कमर को पकड़ लिया और उसे सहारा देते हुए ऊपर नीचे होने में मदद करने लगा।
" आह! सनम मेरे सनम। आपने ये क्या जादू किया है आह! ईईईईईईइ!" लूसी ने झुककर मेरे होंठों को फिर से चूम लिया और मेरे से चिपक गयी और फिर से मेरे होंठों को चूमते हुए मेरे सीने से लग गई।
लूसी ने अब अपनी जांघें जितना हो सकता था चौड़ी कर ली। इससे मेरे लंड को और सुविधा हो गई थी। अब मैंने अपने नितम्ब उठा कर जोर-जोर से धक्के लगाने लगा था।
अब हर धक्के के साथ उसके नितम्ब पहले तो ऊपर उठते और फिर मेरे अंडो से लगते तो फच की आवाज निकलती और साथ ही उसने पैरों में जो पायल पहन रखी थी वह रुनझुन करने लगती।
लूसी ने अपने दोनों पैर ओर जोर से कस लिए। मैंने लूसी के नितम्बों पर 3-4 थप्पड़ से लगाए और फिर कसकर उसकी कमर पकड़ कर ऊपर को धक्के लगाने शुरू कर दिए।
हम दोनों चुदाई में इतने मस्त हो गए थे की हम जेन और डायना को भूल ही गए थे और दोनों बीच में हमे चुदाई करते हुए छोड़ बाथरूम से बाहर चली गयी थी ।
लूसी उस समय बहुत मादक लग रही थे उसके रेशमी बाल चारो तरफ फ़ैल गए थे लूसी उन्हें पीछे करते हुए कभी मेरी छाती पर अपने हाथ रख देती थी। कभी मुझे बहो में जकड कर अपने और खींचती थी । कभी मेरे नितम्बो पर हाथ रख कर दबा कर कहती थी और जोर से और जोर से चोदो मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर चुदाई करना जारी रखा और उसने उसी ताल में मेरा पूरा साथ दिया । मेरा लंड जब उसकी चूत के अंदर पूरा समां जाता था तो उसकी नस्ती भरी आह निकलती थी और वह सिहर जाती थी और सिसकने लगती थी। उसके बाद लूसी मेरे ऊपर झुक गयी और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए.।
"लूसी मेरी जान । क्या तुम भीगने के लिए तैयार हो?"
"मेरे राजा मेरे आमिर मैं तो कब की प्यासी हूँ मुझे सींच दो । आह! ईईईईईइ!" लूसी की योनि ने संकोचन शुरू कर दिया।
और फिर मैंने भी एक हुंकार लेते हुए उसकी योनि में फुहारें छोड़नी शुरू कर दी।
हम दोनों का स्खलन एक साथ हो गया। मैं झुककर लूसी से चिपक गया। लूसी ने अपने पैर थोड़े पीछे करते हुए पसार से दिए। लूसी की योनि अब भी संकोचन कर रही थी जैसे मेरे वीर्य का एक-एक करता चूस लेना चाहती हो। मैंने उसके कंधे पकड़ कर लंड की तरफ नीचे को दबाया और उसके शानदार नितम्बो के गालों को पकड़कर, मैंने उसकी योनि में जोर से धक्का और उसकी योनि की अपने वीर्य की आखिरी बूँद से भर दिया । हम दोनों एक साथ झड़ गए और हम दोनों जन्नत में थे।
कुछ देर बाद हम दोनों नहाकर कर बाथरूम से बाहर आ गए।
जारी रहेगी .
सातवा अध्याय -मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं
भाग-10
स्नान और आलिंगन
अब तक की कहानी का सार
कहानी "मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं " मेरी अब तक की कहानी "जन्नत की 72 हूरे, खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ: जो की "खाला को चोदा, खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला और मजो की दुनिया में मेरे अनुभव" के अगले भाग हैं l
खाला को चोदा में आपने पढ़ा कैसे मैंने सारा आपा के हलाला से पहले नूरी खाला को चोदा। उसके बाद मेरा निकाह-ऐ-हलाला कुंवारी सारा आपा के साथ हुआ और कैसे मैंने कश्मीर में उसके साथ सुहागरात में उसे चोदा।
अगली रात जरीना की सुहागरात थी लेकिन उस रात बिस्तर में सारा और जरीना दोनों मेरे साथ थी।
उसके बाद हैदराबाद वापिस आकर अम्मी ने मुझे अपनी दूसरी बीवी के साथ सुहाग रात मानने का हुक्म सुनाया पर सारा मेरे साथ ही सोने पर अड़ गयी। तो अपनी दूसरी बीवी सारा के साथ सुहागरात के बिस्तर पर पहले मैंने सारा की चुदाई की ।
सारा की चुदाई के बाद मेरी छोटी बीवी कुंवारी जरीना की पहली चुदाई हुई,और उसके बाद सारा और जरीना दोनों की एक साथ चुदाई हुई। वलीमे की रात मैंने दोनों की गांड मारी और सुबह डॉक्टर को दिखाना पड़ा और डॉक्टर ने ३ दिन चुदाई बंद का हुकुम सुना दियाl
उसके बाद मैंने अपनी बीबियो और सालीयो को सुहागरात की चुदाई की कहानी सुनाई और रात को डिलिया के साथ सुहागरात मनाई और वहां हुई झूले पर घमासान चुदाई के बाद, मेरे लंड का बूरा हाल हो गयाl उस पर नील पड़ गए और सूजा हुआ लंड बस खड़ा रहा l दिलिया के साथ झूले पर हुई घमासान चुदाई के बाद मेरे लंड की नसें दब गईंl मेरा लंड हर वक्त तना हुआ रहने लगाl
उसके बाद मैंने लूसी और सारा के साथ दिल्ली जाकर चेक-अप करवाने का प्लान बनायाl डॉक्टर जूली की दिल्ली में जान-पहचान थी और उसने मेरे सारे टेस्ट जल्दी ही करवा दियेl
फिर कुछ दिन बाद मैं लूसी और सारा चेकउप के लिए डॉक्टर जुली के साथ दिल्ली आ गए और जुली मेरे घर आयी और मैंने जुली को चोदाl अगले दिन सारा का जन्मदिन था और सारा का चौदहवा दिन था और नाश्ते के बाद मैंने सारा के सारी हसरते निकालने वाली चुदाई कीl
हम जब अपने दिल्ली वाले घर में थे मैंने डॉक्टर जूली को सारा के बेडरूम में ले जाकर चोद दियाl
"खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ " में आपने पढ़ा डॉक्टर जुली वापिस आ गयीl जुली बोली आमिर तुम्हारी डॉक्टरी जांच की रिपोर्ट आ गयी हैंl जुली के साथ एक बहुत खूबसूरत लड़की भी आयी थीl जुली ने उसका नाम डॉक्टर जेसिका (जस्सी) बताया जो की सेक्स विशेषज्ञ हैl इन्हे मैंने तुम्हारी खड़े और न बैठने वाले लंड की दिक्कत के बारे में बताया है और इन्होने ही जो टेस्ट बताये थेl वह मैंने करवाए थे और तुम्हारी सारी रिपोर्ट भी देखि हैंl फिर डॉक्टर जस्सी के कहने पर उनके सामने मैंने सारा की एक बार और चुदाई की l
डॉक्टर जूली और जस्सी ने बताया तुम्हारी डिलिया के साथ जबरदस्त चुदाई के तुम्हारी कुछ नसे इस तरह से हो गयी है, की अब तुम्हारा लंड खड़ा ही रहता हैl ये साधारणतया नहीं होता हैl उसका सीधा-सीधा इलाज़ नहीं है, लेकिन तुम्हे ये कुदरत से ख़ास मिली है तो इसे बचा कर रखोl
वैसे तो चुदाई मर्द के झड़ने के बाद ख़तम हो जाती है, क्योंकि झड़ने के बाद लंड में आया फ़ालतू खून वापिस चला जाता है और लंड बैठ जाता हैl तुम्हारे केस में ऐसा नहीं हैl खून नसे में आयी हुई सुकड़न के बाद वापिस नहीं जाता है और लंड खड़ा रहता हैl इसमें लड़कियों की और तुम्हारी बीवियों की तो मौज ही मौज है वह जितनी देर चाहे चुद सकती है l
और डॉक्टर जूली और डॉ जस्सी ने मुझे मेरी दिक्कत के बारे में समझाया की आगे से सेक्स में क्या-क्या ध्यान रखना है और अपने क्लिनिक पर अगले दिन चेकउप के लिए बुलाया , मैं सारा और डॉक्टर जुली डॉक्टर जस्सी के घर जो की उसका क्लिनिक भी था, वहां पर गएl डॉक्टर के पास कुछ लोग बैठे थे, तो मैं उसके घर के बग़ीचे में चला गयाl बग़ीचे में मुझे जस्सी की बहन मोनी मिली, जो बहुत सूंदर थी और गेंद से खेल रही थीl वहां मैं उसके साथ खेला और फिर उसको वहॉ पार्क में चोदाl फिर चेकउप के बाद, जुली और सारा मुझे जसिका के कमरे में ले गयी और हंसते हुए कमरे के अंदर सोफे पर बैठ गयी l कमरा गुलाब के फूलों से सज़ा था और सेज़ पर जस्सी दुल्हन बन सज धज कर बैठी थीl उसके बाद मैंने कुंवारी जस्सी की सील तोड़ी और सारा जुली और जस्सी के साथ सेक्स किया . वहां मुझे जस्सी की बहन सोनी मिली उसे मेरे साथ सेक्स करने के उसे त्यार कियाl उसके बाद रात में मोनी के जुड़वाँ बहन सोनी की भी सील तोड़ी और सारा जुली जस्सी सोनी मोनी और लूसी के साथ ग्रुप सेक्स कियाl इस बार मैं सबकी तस्सली कराने के बाद सिर्फ एक बार झड़ा पर बहुत मजा आया l
खाला नूरी ज़रीना दिलिया और मेरी बाकि चारि सालिया अबीर ज़ारा नरगिस और आयशा भी आयी l मुझे देखते ही ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयी और शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या? चारो सालिया आपस में लड़ने लगी के अब कौन मेरी चौथी बीवी बनेगीl फिर मैं खाला को उनकी सहेली फरज़ाना के यहाँ छोड़ने गया और खाला को चोदाl
घर आया तो मैंने सारा और लूसी को बताया खाला कह रही थी. सारा तुम्हारी बहने और मामू की बेटिया, अब मुझसे निकाह करने के लिए उतावली हो गयी हैंl तो सारा बोली तो कर लीजिये सब से निकाह सब खुश रहेंगी, आप सेl
सारा बोली आमिर! काजी ने लड़कियों के आपस के झगडे को मिटाने का एक रास्ता निकला हैl आमिर तुम अबीर, ज़ारा, नरगिस और आयशा, चारो के साथ "निकाह मिस्यार" कर लोl
जन्नत की 72 हूरे में आपने पढ़ा मेरे कॉलेज के दोस्त राजकुमार ब्रेडी के बारे में पढ़ा था इसने मुझे बताया था उसकी सबसे छोटी और लाड़ली बहन पर्ल जिसे मैं इंग्लैंड में कई बार मिला थाl मुझे बहुत पसंद करती है और मुझसे ही निकाह करना चाहती हैl ब्रैडी ने मुझे निकाह के लिए बधाई दी और कहा चुकी हमारे यहाँ मर्द एक से ज़्यादा बीविया रखता है उसे तुम्हारे साथ और बीवियों से कोई ऐतराज नहीं है ब्रेडी उसे मेरे बारे में काफ़ी कुछ बता चूका था l
तो ब्रैडी में मेरी समस्या का निदान सुझाया की मेरी बहन से निकाह के बाद तुम भी कैमरून के मैं परिवार का हिस्सा हो जाओगे और मैं तुम अपने अधिकार से मैं तुम्हे नागरिकता देता हूँ और मेरे देश के नागरिक जितने चाहे निकाह कर सकते हैं और बीविया रख सकते हैंl
मैं तुम्हे अपने देश का हिंदुस्तान में राजनयिक नियुक्त करता हूँl अब तुम पर हिन्दुस्तान की कोई कानूनी बंदिश नहीं रहेगीl
ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयी और शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या? मैंने अपनी तीनो बीवियों की जोरदार चुदाई करि और ग्रुप सेक्स का मजा लियाl
नर्से लिया और मधु जिन्होंने अस्पताल में मेरे टेस्ट किये थे की पहली चुदाई हुई . दोस्त राजकुमार रेडी दिल्ली आया था। मैं उससे मिलने उसके होटल चला गया। वहाँ मुझे उसकी यूरोपियन गोरी कजिन सिस्टर एनी जो उसके साथ आई थी मिली। एनी के सुनहरे बाल थे। उसकी मोटी-मोटी आंखें। सुर्ख गुलाबी होंठ और दूध से रंग में गुलाब का मिला जुला रंग जैसा उसका रंग और गाल। सुडौल छातियाँ। पतली कमर। चेहरे पर क़ातिल मुस्कान। बेहद खूबसूरत जन्नत की हूर। उसे मैं ताज महल दिखाने आगरा ले गया और फिर ऐनी रात में एक शर्ट में मेरे कमरे में आ गयी और आकर सीधे मेरे गले लग गयी l
फिर ऐनी ने अपना कौमार्य मुझे समर्पित कर दिया। उसके बाद हम रात के अँधेरे बरसात में खुली बालकोने में हमने बारिश के साथ ताल मिला कर चुदाई की और उसके बाद में सुबह होने से पहले ताज के पास नदी के किनारे पर उसने मुझसे नग्न फोटोशूट करवाया और फिर वहां हमने सूरज निकलने तक चुदाई की l
होटल ने मेरे दोस्त फ्रेड्डी की बहन पर्ल मिली जो बोली तुम्हारे कपडे मैं ही उतारूँगी और पहनाऊँगी। फिर ऐनी मेरे एक निप्पल को चूसते हुए दुसरे निप्पल को अपने हाथ के नाखून से जोर-जोर से कुरेदने लगी और अच्छी तरह से चुसने के बाद ही उसने मेरे को छोडा। मैंने ऐनी को उस्ताद मान लियाl पर्ल ने कहा वह मेरी बाकी बीबियो और महबूबाओं से मिलना चाहती है। तो मेरी तीनो बीबिया सारा, ज़रीना, दिलिया और चारो सालिया अबीर, ज़ारा, नरगिस और आयशा आ गयी और उनके साथ में मेरी तीनो पहली महबूबाएँ लूसी, जेन, और डायना भी आ गयी ।
तो उसके बाद निकाह और नागरिकता के पूरे मसले पर चर्चा की गयी और उसके बाद जेन की सलाह पर मेरी तीनो बीबिया उसनी बहनो के साथ मेरे निकाह के बदले अपने निकाह को "निकाह मिस्यार" में बदली करने के लिए सहमत हो गयी और इसके इलावा भी मुझे जितने मर्जी निकाह करने की इजाजत दी और पर्ल और मेरे को निकाह तय होने को बधाई दी।
अब बस बड़ो की इजाजत लेनी बाकी थी और साथ ही ब्रेडी की मेरी किसी बहन से निकाह की भी सहमति लेनी थी और सबने मिल कर तय किया ये काम नूरी खाला को सौंपा जाए ।
उसके बाद ऐनी ने मुझसे जानना चाहा की मैं सेक्स में क्या जानता हूँ? तो मैंने उसे जो कुछ भी थोड़ा बहुत सीखा था संक्षेप में बता दिया तो उसने पुछा तुमने ये सब किससे सीखा है और मैंने उसे बोला मैंने बहुत कुछ अपने हर साथी से सीखा है। मैंने ऐनी को जेन और लूसी के बारे में और लूसी के साथ मेरी पहली चुदाई के बारे में बताया । लूसी के साथ मेरे पहले सम्भोग के बाद जेन ने मुझ से कहा की वो अब मुझे सेक्स के बारे में जरूरी ज्ञान देना शुरू करेगी।
जेन ने मुझे एक बड़ा तौलिया दिया, मुझे धीरे से छाती पर आधिकार जताते हुए बाथरूम के अंदर धक्का दिया "आमिर! जाओ स्नान करो?उसने कपड़े उतार दिए और नग्न हो गयी और मेरे साथ स्नान घर में आ कर मेरी पीठ से चिपक गयी और मेरे साथ इस समय बाथरूम में होने के कई कारण मुझे गिनवाए और मुझे नहलाना शुरू कर दिया। फिर लूसी बॉथरूम के अंदर आ गयी और मैंने उसे चूमना और सहलाना शुरू किया और उसकी योनि को चूसा।
मेरी बेगमे और मेरी महबूबाएं 09 से उद्धृत:
मैंने उसके की योनि को पूरा मुंह में भर लिया और चूसने लगा। उत्तेजना के मारे लूसी का पूरा शरीर कांपने और झटके से खाने लगा था और जल्द ही उसके हिलते नितम्बों से लग रहा था उसका विरोध फजूल है उसे भी अब मज़ा आने लगा था।
उसने कसकर मेरा सिर अपने हाथों में पकड़ लिया और जोर-जोर से सीत्कार करने लगी-आमिर! आईईईईईईइ! आह!
उसके योनि तो फूल कर किसमिश से अंगूर के दाने जितनी हो गयी थी। मैंने उसे अपने मुंह में लिया और चूसने और जीभ से सहलाने लगा। एक दो बार हल्के दांत से उसे कुतर भी दिया।
"ईईईईईईइ! आह! ओह! प्लीज मत काटो, आह!"
अ और उसने मेरे सिर को अपनी योनि की ओर जोर से दबा दिया। फिर उसकी चूत पर मेरे मुँह रखते ही वह जोर से चिल्ला उठी आआहह, ओह! मम्म्मममम, चाटो ना। जोर से चाटो, सस्स्सस्स! हहा! और मचलने लगी और अपनी गांड को इधर उधर घुमाने लगी। अब वह सिसकारियाँ मारने लग गई थी। अब वह अहाह, आहहह, आहहह! कर रही थी। इस बीच जेन मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगी।
अब मैंने एक हाथ की अंगुली उसके नितम्बों की खाई में लगाते हुए उसकी गांड के छेद में फिराई और हल्के से अपनी अंगुली का एक पोर उस छेद पर थोड़ा-सा अन्दर करते हुए फिराया और फिर उसकी योनि को पूरा मुंह में लेकर जोर से चूसा।
अब आगे :
लूसी के साथ मुखमैथुन करते हुए मेरी हलात बुरी हो गयी थी लंड फटने को हो रहा था तो फिर लूसी कितनी देर मेरे से अपने आप को बचा पाती। उसने जोर से हाआआआ हआहहहहहह करते हुए आह भरी फिर एक आनद भरी किलकारी उसके मुँह से छूट गयी उसका शरीर कांपने लगा । अकड़ा और-और उसके साथ ही उसका चूत रस बहकर मेरे मुंह में भर गया। लूसी का शरीर झटके खाने लगा।
मैंने अब उसकी योनि को छोड़ा और फिर उस पर चुम्बनों की झड़ी लगा दी।
हाह!, उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़! सीईईईईईईईईईईईईईईईईईई! अहह! करती हुई लूसी मजे से कराह रही थी ।
ह्म्म्म! आमिर हाहाहाहहह!"
अब मैं खड़ा हो गया और फिर से लूसी को अपनी बांहों में भर लिया और उसने भी मेरे होंठों पर चुम्बन लेने शुरू कर दिए।
मेरा लंड अब लोहे की सलाख जैसे कठोर हो गया था और मेरा खड़ा लंड अब उसकी चूत पर टक्कर मार रहा था।
लूसी की गोल-गोल बूब्स से भरी छाती और भरे-भरे गालों के साथ उसकी नशीली आंखें मुझे नशे में कर रही थी। मैं बोला मेरी जान तुम्हारे होठों की बनावट तो ऐसी है अगर कोई एक बार उनका रस चूसना शुरू करे तो रूकने का नाम ही न ले।
मैंने लूसी को अपने पर खींचा और बेकरारी से चूमने लगा और चूमते-चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट तक उसके लिप्स को किस करता रहा और-और उसके बूब्स दबाने लगा, वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी । मैंने उसको कहा-" अपनी जीभ मेरे मुँह में दोl' उसने दे दी। मैं उसकी जीभ को चूसने लगा।
मै चुचियों को मसलने लगा और वह मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें टॉयलेट के कमरे में गूंज रही थी, फिर मैंने मोमो को चूसना शुरू कर दिया उसके बूब्स कड़क हो गए थे और निप्पल खड़े हुए चूसने के लिए आमंत्रित कर रहे थे । मैंने चूचियों को चूसा और दांतो से कुतरे तो लूसी कराह उठी आह! यहहह! आह !
ओह्ह अमीर धीरे मेरे राजा धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है। उसके बूब्स लाल हो गए थे । फिर मैंने उनकी नाभि को चूमा अपनी जीभ उसकी नाभि में डाल दी। मैंने उनके एक-एक अंग को चाट डाला। फिर वह मुझसे लिपट गयी। उसका गोरा बदन सुर्ख लाल हो गया था।
मैं अब और इंतजार नहीं कर सकता था और मैंने उसे दीवार की ओर तब तक धकेलता रहा जब तक कि उसकी पीठ दीवार के साथ सट नहीं गयी। वही पास में जेन खड़ी थी और हमें देख रही थी, और लूसी से चिपट गया और उसकी छाती मेरी छाती से दबने लगी और मैं उसको लिप किस करने लगा। मेरे हाथ उसकी पीठ और चूतड़ दबाने लगे। मेरा लंड उसकी चुत ढूंढ़ने लगा । तो वह ज़ोर से चिल्लाई आहह आमिर अब लंड डाल दो।अब और इंतज़ार नहीं होता, प्लीज जल्दी करो ना, प्लीज आहहह।
जेन ने मेरा कठोर लिंग पकडा. और मेरा लम्बा मोटा लंड जो तनकर पूरा 90 डिग्री का हो गया था। उसे सहलाने लगी और अपनी उँगलियों में लपेट लिया। और लूसी की योनि के प्रवेश द्वार पर निर्देशित किया
लूसी के शरीर में एक सिहरन-सी दौड़ने लगी। जेन ने हाथ बढ़ाकर क्रीम की शीशी लेकर जल्दी से थोड़ी क्रीम लंड पर लगाई और फिर ढेर साड़ी क्रीम लूसी की छूट के छेद पर भी लगा दी।
जब जेन की उंगलिया लूसी की चूत पर क्रीम लगा रही थी तो लूसी आह! ऊंह! करती जा रही थी और उसका शरीर हिचकोले खा रहा था। यह सब दर्शा रहा था कि वह अब पूरी उत्तेजित और लंड लेने के लिए तैयार है। मैं लूसी को किश करते हुए उसके स्तन दबा रहा था ।
अब जेन ने धीरे से मेरा लंड उसकी योनि की फांकों के बीच लगा दिया। अब तक लूसी अपने आप को लंड के प्रवेश के लिए तैयार कर चुकी थी। उसने अपनी जांघें थोड़ी-सी और खोल दी और मेरे लंड का काम आसान कर दिया।
मैंने मेरा लंड जब ठीक से सेट हो गया तो मैंने लूसी की कमर जोर से पकड़ ली और एक धक्का लगा दिया। ठीक उसी समय जेन के हाथ मेरे नितम्बो पर आये और उसने भी दबाबा मेरे नितबो पर लगा दिया । इस दोहरो जोर से मेरा लंड बिना किसी रुकावट के एक ही झटके में अन्दर प्रवेश कर गया।
लूसी के एक चीख पूरे बाथरूम में गूँज उठी-उईईईईईईई! ओह! धीरे, आह!
लंड पूरा अंदर समा गया और मेरेी गेंदे उसकी योनि के ओंठो के टकराई ।जेन के एक हाथ ने लूसी के नितम्बों की तरफ करके मेरे लंड और लूसी की योनि को टटोलने की कोशिश की लंड पूरा अंदर गया है कि नहीं। वही उसी समय लूसी ने भी आगे से हाथ डाल कर मेरी गेंदों को सहलाया तो उन दोने के हाथ मिल गए और जेन ने उसके हाथ हो लंड की और निर्देश कर उसे एहसास करवाया की अब पूरा लंड उसकी योनि के अंदर है। लूसी तो जैसे विश्वास ही नहीं हो रहा होगा कि इतना लंबा और मोटा लंड इतनी आसानी से पूरा अन्दर चला जायेगा।
लेकिन अब छु कर देखने के बाद अविश्वास का कोई कारण नहीं रहा ।
मैंने लूसी के चेहरे की तरफ देखा तो उसपे हलके दर्द के भाव थे। मैं उसकी हालत समझ सकता था। उसे थोड़ा दर्द तो जरूर हो रहा था पर अब वह असहनीय नहीं था। 2-3 मिनट में लंड अपने ठिकाने में सेट हो जाएगा ।चूत की मासपेशिया संयोजित हो जाएंगी तो यह दर्द छू मंतर हो जाएगा । जेन सब कुछ बहुत पास से देख रही थी । उसने धीरे से लूसी के माथे को सहलाया जिसने उसे भरोसा दिया की बस कुछ मिनट की बात है और उसके बाद तो लूसी खुद अपने नितम्ब हिला-हिला कर चुदवायेगी।
मैंने थोड़ा नीचे होकर पहले तो उसकी गर्दन पर एक चुम्बन लिया और फिर एक हाथ से उसके एक उरोज को पकड़ कर धीरे-धीरे मसलना चालू कर दिया।
मैंने उसकी गर्दन पर चुम्बन लेते हुए उसके बगलों को भी चूमना शुरू कर दिया। लूसी के शरीर में रोमांच दौड़ने लगा। मेरे लंड ने योनि के अन्दर एक बार हिल कर चुंबन लिया तो लूसी की चूत ने भी संकुचन कर जवाब दिया। अब लंड और चूत की गहरी दोस्ती हो गयी थी।
अब में उसके बूब्स को चूसने लगा था और अपने एक हाथ से उसके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था और फिर कुछ देर के बाद मैंने उसके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया । फिर मैंने अपने नितम्बों को थोड़ा-सा हिलाया। लंड थोड़ा-सा बाहर निकाला और फिर से अन्दर घुस गया। लूसी की हलकी से कराह निकल गई। अब उसकी योनि लंड् के लिए समायोजित हो गयी थी।
मैंने उसके शानदार नितम्बो के गालों को पकड़कर धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए। पहले तो वह चिल्लाई जैसे ही मेरी जांघें उसके नितम्बों से टकराती तो फच्च की आवाज आती उस बीच में मैं उसके स्तनों पर और गर्दन पर चुम्बन भी लेता जा रहा था। अब तो लूसी ने भी अपने नितम्ब हिलाने शुरू कर दिए थे।
, लेकिन फिर कुछ देर के बाद मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है। फिर वह बोली कि हाँ बहुत मज़ा आआआआ! रहा है .हाईईईईई! म्म्म्मम! और फिर वह मजे ले-ले कर किलकारियाँ मारने लगी। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वह पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह आाइईई और करो, बहुत मजा आ रहा है। अब वह इतनी मस्ती में थी कि पूरा का पूरा शब्द भी नहीं बोल पा रही थी। अब में अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था हाअ, मेरे राजा मेरे नवाब राआआआजा, आईसीईई, चोदो और जोर से चोदो। आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई! माँ, आहह! हाँ, अब ऐसे ही, वह कराह रही थी।
जब मैं लूसी को दीवार के साथ खड़ी कर के उनकी चुदाई रहा था तो वहाँ पर डायना भी आ गयी । उस समय जेन भी हमारी गर्म चुदाई देख कर अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी और हमे चुदाई करते हुए देख डायना भी गर्म हो गयी और उसने सोचा वह अब मोका है कि जेन से छेड़ छाड़ कर के उसे और गरम कर दे।
फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वह भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वह अपनी कमर और नितम्ब हिला कर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो और फिर कुछ देर के बाद वह बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, मैं बीच-बीच में उसके स्तनों की दबा रहा था औअर उसके नीपल्लो को भी मसल रहा था।
जेन और डायना आपसे में चूमा चाटी करती हुई हमारी चुदाई देख रही थी। इस बीच जेन ने अपना एक हाथ नीचे करके लूसी की योनि को टटोला और दुसरे से डायना की योनि को टटोला और उन दोनों के चीरे पर अंगुली फिराई और फिर उन की भगनासा को मसलने लगी। "उईईईई! ईईईई! माअ! आह मिस जेन आह! ईईईईईई! "
लूसी अपनी चरम उत्तेजना पर पहुँच गई थी। लूसी का शरीर थोड़ा-सा अकड़ा और वह झटके से खाने लगी और अपने नितम्बों को जोर-जोर से आगे पीछे करने लगी।
मैंने उसकी कमर को कसकर पकड़ लिया और 4-5 धक्के जोर से लगा दिये। मुझे लगा मेरे लंड के चारों ओर एक चिकनाई-सी लिपट गई है और अब लंड आराम से अन्दर बाहर होने लगा है। लूसी की योनि ने चूतरस छोड़ दिया था। और उसकी योनि अब मेरे लंड से एक प्रेमपूर्ण दस्ताने की तरह आलिंगन में चिपकी हुई थी।
लंड अभी भी लूसी की चूत में फंसा था। उसने अपने हाथ ऊपर करके मेरे गले में डाल लिए। मैंने एक हाथ से उसकी कमर को पकड़े रखा और दूसरे हाथ से उसके स्तनों को मसलने लगा। उधर जेन लूसी की योनि और भगनासा को सहला रही थी मैं उसके ओंठ चूस रहा था।
लूसी ने अपनी टाँगे चिपका ली और मेरे लंड को अपनी योनि में जोर से भींच लिया; में उसे लगातार धक्के लगा रहा था और फिर में ऐसे ही 15-20 मिनट तक उसको उसी पोज़िशन में चोदता गया।
तो उसीकी मीठी सीत्कार निकल गई "ईईईईईईईई!"
मैंने उसके कानों की लोब को मुंह में लेकर चुभलाना शुरू कर दिया। उसने मेरे सिर को अपने हाथों में पकड़कर चूमना शुरू कर दिया।
फिर लंड अंदर ही डाले हुए मैं कमोड की सीट पर बैठ गया लूसी का नंगा बदन मेरे ऊपर आ गया। लूसी ने मुझे अब भी नहीं छोड़ा और वह मेरे गालों, होंठों और गले पर बेतहाशा चुम्बन लिए ही जा रही थी। अब उसने अपने दोनों पैर मेरी कमर के दोनों और कर लिए और अपनी योनि को मेरे लंड पर घिसने लगी।
मैंने एक हाथ से उसकी कमर-कमर पकड़ ली। लूसी अब उकड़ू होकर मेरे ऊपर बैठ गई और जोर-जोर से मेरे लंड पर उछलने लगी। यह उसकी यौन उत्तेजना की पराकाष्ठा थी। उसके बाल चहरे पर फ़ैल गए।
मैंने उसकी कमर को पकड़ लिया और उसे सहारा देते हुए ऊपर नीचे होने में मदद करने लगा।
" आह! सनम मेरे सनम। आपने ये क्या जादू किया है आह! ईईईईईईइ!" लूसी ने झुककर मेरे होंठों को फिर से चूम लिया और मेरे से चिपक गयी और फिर से मेरे होंठों को चूमते हुए मेरे सीने से लग गई।
लूसी ने अब अपनी जांघें जितना हो सकता था चौड़ी कर ली। इससे मेरे लंड को और सुविधा हो गई थी। अब मैंने अपने नितम्ब उठा कर जोर-जोर से धक्के लगाने लगा था।
अब हर धक्के के साथ उसके नितम्ब पहले तो ऊपर उठते और फिर मेरे अंडो से लगते तो फच की आवाज निकलती और साथ ही उसने पैरों में जो पायल पहन रखी थी वह रुनझुन करने लगती।
लूसी ने अपने दोनों पैर ओर जोर से कस लिए। मैंने लूसी के नितम्बों पर 3-4 थप्पड़ से लगाए और फिर कसकर उसकी कमर पकड़ कर ऊपर को धक्के लगाने शुरू कर दिए।
हम दोनों चुदाई में इतने मस्त हो गए थे की हम जेन और डायना को भूल ही गए थे और दोनों बीच में हमे चुदाई करते हुए छोड़ बाथरूम से बाहर चली गयी थी ।
लूसी उस समय बहुत मादक लग रही थे उसके रेशमी बाल चारो तरफ फ़ैल गए थे लूसी उन्हें पीछे करते हुए कभी मेरी छाती पर अपने हाथ रख देती थी। कभी मुझे बहो में जकड कर अपने और खींचती थी । कभी मेरे नितम्बो पर हाथ रख कर दबा कर कहती थी और जोर से और जोर से चोदो मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर चुदाई करना जारी रखा और उसने उसी ताल में मेरा पूरा साथ दिया । मेरा लंड जब उसकी चूत के अंदर पूरा समां जाता था तो उसकी नस्ती भरी आह निकलती थी और वह सिहर जाती थी और सिसकने लगती थी। उसके बाद लूसी मेरे ऊपर झुक गयी और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए.।
"लूसी मेरी जान । क्या तुम भीगने के लिए तैयार हो?"
"मेरे राजा मेरे आमिर मैं तो कब की प्यासी हूँ मुझे सींच दो । आह! ईईईईईइ!" लूसी की योनि ने संकोचन शुरू कर दिया।
और फिर मैंने भी एक हुंकार लेते हुए उसकी योनि में फुहारें छोड़नी शुरू कर दी।
हम दोनों का स्खलन एक साथ हो गया। मैं झुककर लूसी से चिपक गया। लूसी ने अपने पैर थोड़े पीछे करते हुए पसार से दिए। लूसी की योनि अब भी संकोचन कर रही थी जैसे मेरे वीर्य का एक-एक करता चूस लेना चाहती हो। मैंने उसके कंधे पकड़ कर लंड की तरफ नीचे को दबाया और उसके शानदार नितम्बो के गालों को पकड़कर, मैंने उसकी योनि में जोर से धक्का और उसकी योनि की अपने वीर्य की आखिरी बूँद से भर दिया । हम दोनों एक साथ झड़ गए और हम दोनों जन्नत में थे।
कुछ देर बाद हम दोनों नहाकर कर बाथरूम से बाहर आ गए।
जारी रहेगी .