18-08-2022, 04:03 PM
इतना कह कर दीपिका मेरे सिर को पकड़ लिया और चूत पर धकेलने लगी. फिर उसने मेरे कंधों से खींचा और फिर मुझे अपने ऊपर खींचने लगी जैसे मेरे लंड को खुद ही चूत में डलवाना चाह रही हो.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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