16-08-2022, 04:43 PM
मैं बैठा उसे देखता सोच रहा था की आज उसके चेहरे पे वो खुशी दिख रही थी जो जब ये पहले मिली थी, नहीं थी, उस टाइम पे पूनम क्या थी और आज क्या सेक्सी माल बन गई है, पता नहीं क्या था की मेरा लण्ड वैसे का वैसे तना हुआ था. उसने बच्चे को सुला दिया और वाशरूम होकर आई, उसके मोटे मुम्मे हर स्टेप पे हिल रहे थे, वो कम्बल में आ गई, मैंने उसे आगोश में भर लिया ” पूनम पता नहीं क्यों आज तेरे पे से नज़र नहीं हट रही, बड़ी मस्त लग रही है तू ” , उसने मेरे सीने पे हाथ फेरा ” आज क्या अलग दिख रहा है आपको, मैं तो वैसी ही हूँ! ” मैंने उसकी नंगी चौड़ी पीठ पे हाथ फेरा और उसका हाथ मेरे खड़े लण्ड पे गया ” बाबू क्या हुआ है आज अभी भी तना हुआ है? रानी दीदी की याद आ रही है? ” , बोल कर वो हसने लगी, उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया ” बाबू सही में आज कुछ अलग है आपका मूड ” वो टट्टों को प्यार से मसलने लगी और मेरा हाथ अपने नीचे ले गई, मैंने उसकी झांटों में हाथ फेरा ” बाल क्यों नहीं काटती? ” , उसने मेरे टोपे को मुट्ठी में भर लिया ” बाबू किस के लिए काटूं? ” , मैंने उसके क्लाइटोरिस को छेड़ा ” अब से छोटे रखा कर! ” उसने मेरी तरफ देखा ” बाबू बीना के साथ कैसा लगा? ” , मैंने उसकी गीली दरार में ऊँगली फेरी ” कुवारी थी पर जितना तेरे साथ आ रहा है उतना नहीं आया ” , उसने अपनी जांघ मेरे ऊपर रख दी ” मुझे भी आपके साथ आज बहुत अच्छा लग रहा है, काजल जाते जाते बोल गई न भाबी अगले तीन दिन तो आपकी मौज आने वाली है! ” , मैंने उसके होठों को चूमा ” सही कह गई पठी! ” उसने मुझे वापिस चूमा और मेरे टट्टों को मसलने लगी और वो गरम होने लगे वो मेरे ऊपर बैठ गई और मेरे हाथ अपने दूधारूं मुम्मो पे रख दिए ” बाबू खेलो इनसे ” , मैंने उन्हें प्यार से दबाया और चूसने लगा, वो लगातार मेरे टट्टों से खेल रही थी, काफी देर ये फोरप्ले चलता रहा, वो अपना क्लाइटोरिस मेरे लण्ड पे रगड़ रही थी ” अह्ह्ह बाबू पीओ न ठीक से ससस ” , मैंने उसके मुम्मे पकड़े और चूसने लगा और उसने फिर मेरे मुँह में दूध छोड़ दिया, उसने मेरा मुँह अपनी छाती पे दबा लिया ” अह्ह्ह हम्म्म्म बाबू हहह ” , मुझे भी एक अजीब सी उत्तेजना हो रही थी, हम दोनों फिर तैयार हो चुके थे, फिर उसने वो किया जो मैं सोच भी नहीं सकता था, वो हटी और उसने मेरा तने हुआ लण्ड को चूमा और अपने मुम्मा दबा के मेरे टोपे पे अपने दूध गिरा दिया, और लेट गई ” बाबू चोदो ” मेरा टोपा उसके दूध से चिकना हो गया था और उसकी इस हरकत ने मुझे और ज़ोर से जोश दिला दिया, मैंने उसकी टाँगे फैलाई ” पूनम अब होने दे और झड़ने की जल्दी मत करियों ” मैं टोपा उसकी चूत पे लगाया और घुसा दिया, उसके मेरी जाँघे पकड़ ली ” अह्ह्ह्ह बाबू मेरे ऊपर लेटो अह्ह्ह ” उसने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मुझे चूमने लगी ” ओह्ह्ह बाबू चोदो मुझे ठीक से अह्ह्ह हहह पूरा निकाल कर डालो अह्ह्ह हह ” , मैंने उसके मुँह में अपनी जीब ठूस दी और वो उसे चूसने लगी, नीचे उसकी गरम चूत में मेरा लण्ड एक पिस्टन के तरह आगे पीछे हो रहा था, उसके पैर मेरे कमर पे लिपटे हुए थे, मैंने लण्ड बाहर खींच लिया और उसकी चूत के होठों के बीच रख दिया और उसका क्लाइटोरिस रगड़ने लगा वो ज़ोर ज़ोर से आहें भर रही थी ” अह्ह्ह हहह बाबू हहह हह हुम्म्म ” , मेरा लण्ड फूल के और मोटा लग रहा था मैंने उसमे घुसेड़ा ” ओह्ह्ह पूनम कुछ अलग करते है, चल उलटी लेट जा ” , वो उलटी हो गई और उसके गोल नितम्ब देख मुझसे रहा नहीं गया और मैंने पहले उन्हें चूमा, वो हसने लगी ” अह्ह्ह्ह बाबू क्या करते हो ससससस गुदगुदी हो रही है ” , मैंने फिर उन्हें हलके से काटा ” पूनम तेरे चूतड़ बड़े मस्त है मन कर रहा है इन्ही में डाल दूँ ” मैं उसके ऊपर लेट गया, मेरा लण्ड उसके चूतड़ों के बीच आ गया, उसने उन्हें फैला दिया ” तो डालो न आपको किसने रोका है, इन तीन दिनों में जो आपका मन है वो कर लो और मुझे भी करने दो!! ” , मैंने जल्दी से कंडोम चढ़ाया, और उसके छेद पे अपना मोटा सुपाड़ा टिका दिया ” पूनम आज की रात मैं कभी नहीं भूलूंगा ” मैं ज़ोर लगाया और सुपाड़ा धीरे धीरे अन्दर जाने लगा, उसकी बहुत टाइट थी, उसने ज़ोर की आह भरी ” अह्ह्ह्ह बाबू आपका टोपा बहुत मोटा है ज़रा प्यार से!! हहहह ” , लण्ड स्लिप मार रहा था ” पूनम आज क्या हो गया पहले भी तो किया है, स्लिप हो रहा है साला ” , उसने हाथ घुमा के मेरा लण्ड अपने छेद पे सटा दिया ” बाबू कम से कम एक साल हो गया यहाँ से किए हुए ” , मैं उसके ऊपर लेट गया और फिर ज़ोर लगाया और इस बार सुपाड़ा खप से अन्दर घुस गया, वो चिल्ला गई ” अह्ह्ह्ह सससस बाबू हहहह ” मैंने उसके गले को चूमा ” ओह पूनम तेरी तो बहुत टाइट है अह्ह्ह ” मैंने और अन्दर घुसाया, वो मेरे नीचे फ़ैल के पड़ी हुई थी मैं उसके दोनों हाथ पकड़ लिए और उसके गालों को चूमा उसने पैर फ़ैला लिए ” हम्म्म अह्ह्ह धीरे धीरे करो हहह ” , मैंने धीरे धीरे पूरा अन्दर डाल दिया ” पूनम कैसा लग रहा है, वो धीरे से बोली ” बाबू प्यार से करोगे तो अच्छा लगेगा, यहाँ अभी इतनी जगह नहीं बनी है अह्ह्ह ” मैं उसे धीरे धीरे प्यार से चोदने लगा काफी ज़ोर लग रहा था, मैंने उसे चूमने लगा, वो गरम थी ” बाबू सीधा होकर नहीं हो सकता, मुझे भी आपको प्यार करना है! ” , मैंने निकाल लिया और वो सीधे लेट गई मैं उसके ऊपर आ गया और उसके नरम होठों को चूमा ” तुझे अच्छा लग रहा है? ” , उसने मेरा लण्ड छेद पे लगाया ” हम्म्म अब लगेगा, जब आपको देखती रहूंगी ” , मैंने दम लगाया और लण्ड आराम से उसकी गांड में घुस गया, उसने मुझे कस के पकड़ लिया और पैर मेरी कमर पे रख दिया ” हम्म्म बाबू अब अच्छा लग रहा है मुझे कोई जल्दी नहीं है आराम से करो हहहह ” उसकी आवाज़ बता रही थी की वो फ्री माइंड है और सब कुछ करने को तैयार थी, मैंने उसके होंठ चूमे और अन्दर घुसाया ” पूनम तू मुझे दीवाना कर रहे है! ” वो और उत्तेजित हो गई और मुझे चूमने लगी ” अह्ह्ह बाबू हहहह मुझे इतना सुख कभी नहीं मिला हहहह पीओ इन्हे हहहह ” , उसने अपने मुम्मो को पकड़ मेरी तरफ किया, उसके काले निप्पल तने हुए थे, मैंने उन्हें बारी बारी चाटा, उसने मेरा मुँह मुम्मे पे दबा लिया ” बाबू ठीक से पीओ!! ” उसकी आवाज़ में वो उतावलापन आ रहा था, मैं उसके मुम्मे चूसने लगा और पूरे झटके देने लगा, वो बस ” अह्ह्ह हहहह हहह हम्म्म अह्ह्ह ” कर रही थी, मैंने पूरा अन्दर घुसा दिया और रुक गया ” पूनम लग रहा है तू झड़ने वाली है! ” , उसने एक गहरी सांस भरी ” हम्म्म बाबू लग तो मुझे भी रहा है अच्छा अच्छा सा लग रहा है ” , मैंने उसे चूमा ” रानी को होता है ऐसे पीछे से भी, तुझे भी हो जाएगा बता तुझे कैसे अच्छा लग रहा है? ” उसने फिर मेरा मुँह अपने मुम्मो में दबा लिया ” बस पीओ इन्हे बाकी सब अच्छा है! ” , मैं उसके मुम्मे चूसने लगा और नीचे से पूरे झटके देने लगा, वो मदहोश सी हो रही थी, और हर झटके पे ” अह्ह्ह बाबू ओह्ह्ह बाबू हम्म अहह अह्ह्ह ” कर रही थी, मैंने लण्ड पूरा बाहर निकाला ” पूनम अह्ह्ह ” ज़ोर से झटका दिया, वो चिल्ला पड़ी ” अह्ह्ह बाबू ससससस ” मैंने उसे जल्दी जल्दी चोदना शुरू किया उसने मुम्मे मेरे झटकों से उछल रहे थे उसने मेरा मुँह अपने मुम्मो पे लगा दिया ” अह्ह्ह हहह बाबू हाँ ऐसी ही करो अह्ह्ह हहह ” वो बहुत करीब थी, और थोड़ी ही देर में वो झर झर झड़ने लगी, वो ज़ोर से चिल्लाई ” हऐ बाबू उम्मम्मम हहह हहह ” उसने मुझे कस के पकड़ लिया, उसके निप्पल तन गए और मैंने उसके मुम्मे ऐसे चूसे की फिर उसका दूध मेरे मुँह में आ गया मैं उसे प्यार से चोदता रहा ” पूनम कैसा लगा, आया मज़ा? ” , उसने अपनी साँसों को संभाला, और मेरी पीठ पे हाथ फेरा ” हम्म्म्म बाबू पहली बार हुआ है मुझे ऐसे बहुत अच्छा लगा, अब ज़रा हटो मुझे बाथरूम जाना है ” , वो वाशरूम से वापिस आई और कम्बल में घुस गई उसने मेरा खड़ा हुआ लण्ड देखा ” आज रात भर ऐसे ही रहेगा? ” , उसने कंडोम उतार के फेख दिया और मेरा टट्टों को सहलाने लगी ” बाबू इनसे खेलना और इन्हे पकड़ना मुझे बहुत अच्छा लगता है! ” , मैंने उसके गदराए हुए बदन को सहलाया ” तुझे कन्चे खेलना अच्छा लगता है? ” , वो अचंबित हो हो गई ” हाँ बाबू आपको कैसा पता? ” , मैंने उसके नरम होठों को छूआ ” तभी तो तुझे इनसे खेला अच्छा लग रहा है! ” मैं हसने लगा, उसने मेरे टट्टों को मुठी में भर लिया ” हो सकता है बाबू, पर आपके ये बड़े गोलियों को हाथ में लेना अच्छा लगता है ” , वो उन्हें मसलने लगी, मैंने उसके होठों को चूमा ” तू इतनी भरी हुई है मुझे मालूम नहीं था! ” , उसने मुझे वापिस चूमा ” हम्म्म बाबू आपने मुझे आज नई चीज़ सिखा दी सच में ” वो मेरे होठों को चूमने लगी, मेरे टट्टों से खेल रही थी और उन्हें गरम कर रही थी ” बाबू अच्छा लग रहा है ऐसे? ” , मैंने उसके होठों को चूमा ” बहुत!! ” , वो मेरा शरीर चूमने लगी और नीचे जाने लगी, उसने मेरे सुपाडे फूले हुए को चूमा ” बाबू ये तो टमाटर जैसे लाल हो रहा है ” वो लण्ड को चूमने लगी ” कितना सुन्दर है ये हहहह ” , उसने मेरे टट्टों को चूमा और उन्हें मुँह में भर चूसने लगी, बहुत मज़ा आ रहा था, मैंने उसके बाल सहलाए ” पूनम क्या चाहती है? आज बड़ी सेवा कर रही है! ”
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
