Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery बरसात की रात पूनम के साथ
#3
मैंने उसके मुम्मो को हलके से दबाया ” करीब एक महीना हो गया है ” वो मुस्कुराई और नीचे बैठ गई, उनसे मेरा लोअर नीचे कर दिया और मेरा तना हुआ लैंड कूद के बाहर आ गया, उसने एक आह से भरी ” ओह्ह्ह बाबू कितना सुन्दर और मज़बूत लग रहा है और देखो इस नसों का जाल बन रहा है ” उसने मेरे सुपाडे को चूमा और लण्ड को कस के पकड़ लिया और उसे हिलाया, तो थोड़ा सा प्रिकम निकल आया, वो और उत्तेजित हो गई ” बाबू आप तो बहुत गरम लग रहे हो, मैंने पहली बार ऐसा कुछ देखा है और उसने उसे चाट लिया और सुपाडे को मुँह में भर लिया, उसके गरम मुँह ने मेरे रोंगटे खड़े कर दिए ” अह्ह्ह्ह पूनम जल्दी मत झाड़ दियो तू मुझे, बहुत अच्छा लग रहा है, गोलियों को भी चूस अह्ह्ह्ह ” वो मेरे लण्ड को चाटती हुई नीचे गई और मेरे टट्टों को चूसने लगी, मैं आनंद के मारे पागल सा हो गया, वो काफी देर मेरे टट्टों और लण्ड से खेलती रही, फिर खड़ी हो गई और बिस्तर की तरफ बड़ी मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसकी कछि नीचे कर दी और उसकी गांड में लण्ड सटा दिया ” ओह्ह्ह पूनम आज तो तू मेरी जान निकाल रही है! ” उसने पता नहीं क्या किया और मेरे लण्ड को अपनी मांसल सुडौल जाँघों में दबा लिया, लण्ड उसकी दरार के बीच आ गया, ऐसा उसने आज तक नहीं किया था, शायद वो मुझसे भी ज्यादा बहुत भूकी थी, मैंने उसने उन्नत मुमो को पकड़ धीरे धीरे दबाने लगा ” पूनम आज बहुत मज़ा आ रहा है ” , उसका रिस्ता हुआ गीलापन मेरे लण्ड को गीला कर रहा था, वो मेरे टोपे को अपने क्लाइटोरिस पे धीरे धीरे रगड़ रही थी, मैं उसके मुम्मे दबा रहा था, वो घूम गई और फिर वैसे ही कर लिया, उसने मेरे गले में हाथ डाल दिए और लिपट गई उसके भारी मुम्मे मेरे सीने में दब गए, मैंने उसका एक पैर उठाया और बिना हाथ लगाए उसकी गीली चूत पे अपने टोपा लगा दिया ” ओह्ह्ह पूनम कितने दिनों से तेरी चूत के दर्शन नहीं हुए इसे! ” , इससे पहले की वो कुछ कह पाती मैंने एक झटके में उसकी गीली गरम चूत में लण्ड घुसा दिया, उसने ज़ोर के आह भरी ” अह्ह्ह बाबू सससस लगा तो लेते! फिर कुछ ना हो जाए! ” , मैंने एक और झटका लगाया और पूरा अन्दर तक लगा दिया ” चिंता न कर गोली पड़ी है मेरे पास, तू बस अब करने दे ” , मैंने उसे खड़े खड़े छोड़ना शुरू किया और जल्दी ही उसकी आहें कमरे में गूँज रही थी ” अह्ह्ह हहहह हहह बाबू अह्ह्ह हह ” , मैंने उसके होठों पे होंठ रख दिया, उसने मेरे होठों को अपने होठों से पकड़ लिए, मैंने उसका दूसरा पैर भी उठा लिया, वो चिल्ला पड़ी ” अह्ह्ह बाबू ना दर्द हो रहा है अह्ह्ह ” , मैंने उसके उतार दिया ” क्या हुआ? ” , उसने अपने नीचे हाथ लगा लिया ” बाबू इतनी भी नहीं खुली हुई की आप फिल्मो वाली चीज़ करने लगो ” , मैंने उसे बिस्तर पे लेता दिया और उसके बदन को चूमने लगा ” पूनम तू है इतनी सेक्सी की मुझसे रहा नहीं गया ” मैंने उसके पेट को चूमा और नीचे गया और उसके पैर फैलाए, उसकी काली चूत उसके रिस रही थी, मैंने उसे नीचे चूमा और उसकी गीली दरार में जीब फेरी, वो तिलमिला उठी ” अह्ह्ह्हह बाबू हम्म्म ” उसने अपनी निचले होठों को फैला लिया ” अह्ह्ह बाबू करो ना उम्म्म ” , उसका क्लाइटोरिस तन के लाल हो गया था, मैंने उसके आस पास जीब फेरी और उसकी चूत में ऊँगली घुसा दी, उसने अपनी कमर उठा दी ” अह्ह्ह्ह!! ” मैं उसका क्लाइटोरिस चाटने लगा और ऊँगली आगे पीछे करने लगा, पहली बार उसे इतना उत्तेजित देखा था, मेरे लण्ड भी झनाने लगा था, मैं उसके ऊपर आ गया और उसके हाथ पकड़ लिए और उसे चूमने लगा, वो मेरे नीचे तड़प रही थी और कमर हिला हिला के मेरे टोपे को अपने क्लाइटोरिस पे रगड़ रही थी, टोपा उसकी चूत के द्वार पे जा बैठा, मैंने उसके निकल होंठ को अपने होठों के बीच दबाया और ज़ोर लगाया और लण्ड प्यार से घुस गया, मेरी अहह निकल गई ” अह्ह्ह पूनम तेरी चूत तो बड़ी गरम हो रही है हहहह ” मैंने और अन्दर घुसाया, उसने मेरी पीठ पे नाखून लगाए ” अह्ह्ह बाबू आपका भी पथर जैसा सख्त हो रहा है अह्ह्ह और भीतर डालो ” मैंने पूरा अन्दर तक डाला और धीरे धीरे वापिस खींचा और फिर उसे छोड़ना शुरू किया, उसने अपने टाँगे फैला ली और मेरे नितम्बो पे हाथ रख दिया ” अह्ह्ह हहह हाँ बाबू ऐसे ही करो अच्छा लग रहा है हम्म्म अह्ह्ह ” , मैं उसके मुम्मे चूसने लगा और नीचे उसकी चूत को रमा कर रहा था, वो ज़ोर ज़ोर से आहें भर रही थी ” अहह हहह हहह आआ आह बाबू हम्म्म्म करते रहो उम्म्म ” वो चरम पे थी, और मुझे भी लग रहा था, मैंने बाहर निकाल लिया ” थोड़ी देर रुक जाता है, मुझे हो जाएगा ” वो गरम हो चुकी थी, वो मेरा लण्ड पकड़कर खींचने लगी ” आओ ना होने दो आता है तो अब नहीं रुका जा रहा ” मैंने फिर उसकी चूत में डाल दिया, उसने मुझे अपनी टांगों से जकड लिया और मुझे चूमा ” बाबू अब ना रुकना मुझे होने वाला है ” उसकी आवाज़ में वो जल्दी थी, मैं उसे चोदने लगा ” अह्ह्ह्ह पूनम तू बहुत गरम है तुझे चोदने में अलग मज़ा आ रहा है आज ” उसे मेरे ज़ोर के झटके ाचे लग रहे थे ” अह्ह्ह हहहह हाँ बाबू आप जैसे करते हो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है अह्ह्ह और अन्दर तक डालो अह्ह्ह हम्म्म ” , वो ठण्ड में भी पसीना छोड रही थी, मैं उसके मुम्मे चूसने लगा उसके निप्पल तन के खड़े हो गए थे, उसके आहें पूरे कमरे में गूँज रही थी और उसके चूत मेरी लण्ड पे कास रही थी वो हम दोनों झड़ने के करीब थे और बेसुद चुदाई कर रहे थे, और वो ज़ोर से बोली ” अह्ह्ह्ह बाबू मुझे हो रहा है, उसने मेरी पीठ पे नाखून गड़ा दिए, उसका शरीर ऐठने लगा वो कांपने लगी मैं भी झड़ने लगा और उसका मुम्मा चूसने लगा और उसका दूध निकलने लगा हुईं दोनों बहुत ज़ोर से झड़े और मैंने ढेर सारा सीमेन उसके चूत में छोड दिया, मैं उसका दूध पी गया और उसके निप्पल को चाटता रहा ” ओह्ह्ह पूनम इतनी ज़ोर से मुझे बहुत दिनों बाद हुआ है हहहह ” , वो मेरी पीठ सहला रही थी ” हम्म्म बाबू मुझे भी ऐसा आज तक नहीं हुआ ” मैंने उसके होठों को चूमा ” पूनम तू बड़ी सेक्सी है ” हम काफी देर एक दुसरे की बाहों में एक दुसरे को चूमते हुए पड़े रहे, मेरा लण्ड अभी भी तना हुआ था मैंने मैंने बाहर निकाला और फिर अन्दर डाल दिया ” पूनम अभी हुआ नहीं है, देख अभी भी खड़ा है ” , और वो भी तैयार थी उसने मुझे चूम लिया ” हम्म्म मुझे भी कुछ ऐसा ही लग रहा है, बस मुझे बाथरूम हो आने दो, बहुत पिच पिच हो रही है ” , वो वाशरूम चली गई, वो आई और कम्बल में घुस गई ” बाबू गोली है ना आपके पास? भर दिया है आपने पता चले फिर ठहर गया ” , मैंने उसे आगोश में भर लिया ” चार पांच गोली हमेशा होती है, उसकी चिंता मत कर ” उसका गरम जिस्म मुझसे लगते ही मेरा लण्ड और ज़ोर से खड़ा हो गया, मैंने उसके मुम्मो को प्यार से दबाया ” पूनम मैंने तेरा दूध पी लिया ” वो हसने लगी ” आप भी ना क्या क्या बातें करते हो! ये बताना ज़रूरी नहीं था अपनी बेटी का ही हिस्सा पिया है आपने! ” मैंने उसकी कमर को पकड़ लिया ” अब ये बोलन ज़रूरी नहीं था! तुझे जो चाइये था वो मिल गया अब भूल जा इस बात को की वो मेरी देंन है ” वो चुप हो गई, मैंने उसके होठों को चूमा और उसकी पीठ सहलाई ” पूनम जो हो गया सो हो गया अब तू इस बात को भूल जा, यही सही रहेगा सब के लिए ” , वो भी समझ गई और उसने मेरा निचले होठ अपने होठों में दबा लिया और चूसने लगी, हम एक दुसरे के शरीर को सहला रही थे, उसका हाथ मेरे खड़े लण्ड पे गया उसने मेरे टट्टों को धीरे धीरे मसलने लगी ” बाबू मुझे इनसे खेलना अच्छा लगता है ” , मैंने उसके मुम्मो को हिलाया ” और मुझे इनसे, बस ज़ोर से मत दबायो, कदी अंडे फोड़ दे तू ” , वो हसने लगी ” बाबू चिंता मत करो ऐसा कुछ नहीं करुँगी ” वो मेरे सीने को चूमने लगी और मेरे निप्पल को जीब से सहलाने लगी, करंट सा दौड़ गया ” अह्ह्ह पूनम तू बड़ी मस्त है बहुत कुछ सीख गई है ” , मैं बिस्तर पे टेक लगाकर बैठ गया और उसे ऊपर बिठा लिया, और उसके मोटे मुम्मो को सहलाया, उसके घने बाल उसके चेहरे पे आ रहे थे उसने बाल हटाए ” सीखा कुछ नहीं है बाबू! ये सब तो मैं हमेशा से करना चाहती थी और मेरी किस्मत देखो मौका आपके साथ मिल रहा है! ” . मैंने उसकी छाती को चूमा ” पूनम, काफी टाइम बाद आज ऐसा हो रहा है की झड़ने के बाद भी लण्ड वैसे का वैसे तना हुआ है ” , उसने हाथ घुमा कर मेरे टट्टों को सहलाया ” हम्म्म, मैंने भी आपको ऐसे पहली बार ही देखा है ” वो धीरे धीरे मेरे टट्टों को मसल रही थी ” एक बात बताओ आपने बीना के साथ भी कर लिया ना? ” मैं मुस्कुराया ” तुझे किसने बताया? ” , उसने मेरे कंधो पे हाथ रख दिए ” जब वो आपकी ही बातें करती टी तभी मैं समझ गई थी आपने उसे भी स्वाद लगा दिया ” , मैंने उसके निप्पल को जीब से छेड़ा ” क्या कहती थी? ” , एक दम से उसकी बेटी जग गई और रोने लगी, वो फटाफट उठी और उसे सुलाने के लिए दूध पिलाने लगी, और मैं उसे देख रहा था उसका सेक्सी बदन, उसके काले घने बाल, उसकी मांसल जांघें बहुत सेक्सी लग रही थी…
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: बरसात की रात पूनम के साथ - by neerathemall - 16-08-2022, 04:42 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)