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Adultery बरसात की रात पूनम के साथ
#2
फिर नए साल के लिए मम्मी पापा फार्म पे आ गए और कम से कम एक महीना हो चला था सेक्स किए हुए, दो तीन दिन पहले मम्मी पापा वापिस चले गए, और साथ में रानी और बिना को भी ले गए, उसके दूसरे दिन बहादुर काजल को लेकर तीन दिन के लिए अपनी माँ से मिलने निकल गया, पूनम को मेरी और घर की देखभाल के लिए छोड़ गया, फार्म पे मैं पूनम, हमारा चौकीदार और तीन चार मज़दूर रह गए. रानी जाते हुए फिर हिदायात दे गई ” साहिल कुछ नहीं करना ” , मैंने मन में सोचा ” तू जा तो सही तीन दिन तो मेरी मौज है! ” ..

रात को बाहर बारिश हो रही थी, और मेरा बहुत मन हो रहा था, मैं रानी के कमरे के पास गया पूनम अन्दर थी मैं अन्दर चला गया, और उसे देख मैं दंग रह गया, वो काले रंग के ब्लाउज और पेटीकोट में खड़ी थी, उसकी पीठ थी मेरी तरफ, उसकी सुडौल बदन और निखर के सेक्सी हो गया है. उसके चौड़े गोल नितम्ब उस काले पेटीकोट में और गज़ब लग रहे थे, मैं उसके पास गया और उसे कमर से पकड़ लिया ” पूनम तू तो दिन पर दिन निखरती जा रही है, गज़ब लग रही है ” , वो घबरा के चिल्ला पड़ी ” हैए दैय्या बाबू आपने तो मुझे डरा दिया ” मैंने उसके पेट पे उंगलियां फेरी ” लग रहा है बहादुर काफी म्हणत कर रहा है तुझ पे! ” मैंने उसे अपनी तरफ घुमा दिया और उसके नितम्बो को पकड़ा, उसके मुम्मे उस ब्लाउज में से बाहर आने को उतावले दिख रहे थे, मैंने उसके होठों को चूम लिया और उसके बड़े मुम्मो पे हाथ फेरा ” पूनम बहुत गज़ब लग रही है तू ” , मैंने उसके ब्लाउज के बटन एक एक कर के खोले अन्दर नजारा और भी गज़ब था, उसने सफ़ेद ब्रा पहनी हुई और उसकी छाती की लाइन और गहरी हो गई है, मैंने उसकी मुम्मो को चूमा, उसने मुझे रोक दिया ” बाबू थोड़ा सब्र करलो मैं जल्दी से नहा के आती हूँ, फिर आपको और अच्छा लगेगा ” थोड़ी पसीने की महक आ रही थी, मैंने उसके मुम्मो को हलके से दबाया ” पूनम ऐसे ही ब्लाउज पेटीकोट में आना, थोड़ी देर बाद वो आई, उसका रंग पक्का ज़रूर है पैर नैन नक्श और हिसाब किताब बहुत अच्छे है, और वैसे भी चौड़ी किस्म की औरतें मुझे बहुत भाति है, मैं उसके पास गया और उसकी कमर में हाथ डाल उसके होठों को चूम लिया ” आज जी भर के मस्ती करेंगे, बच्चा सो गया? ” उसने सर हिलाया ” हाँ बाबू, पर आज आपको ब्लाउज और पेटीकोट का क्या जोश चढ़ा है? ” मैंने नितम्बो को दबाया ” पूनम तू इस काले ब्लाउज और पेटीकोट में बहुत सेक्सी लग रही है एक बार रानी को देखा था ऐसे उसके बाद आज तुझे ” उसने मेरे कंधे पे सर रख दिया ” अगले तीन दिनों के लिए मैं आपकी हूँ, पर आपको यहीं रुकना पड़ेगा, पायल ( उसकी बेटी ) सो रही है, हम इस बिस्तर पे सो जाएंगे ” , मैंने उसके बड़े मुम्मो को हलके से दबाया ” पूनम तुझे क्या लगता है हम आज सोएंगे? कल वैसे ही सन्डे है? ” मैंने उसके रसीले होठों को चूमा, और उसके सुडौल बदन को सहलाया और चूमने लगा, मैंने उसके ब्लाउज के बटन एक एक करके खोलने लगा, वो मेरी आँखों में देखा रही थी ” बाबू आज बहुत मूड में हो! ” , मैंने आखरी बटन खोला और उसके छाती की गहरी दरार को चूमा ” हम्म्म पूनम तू आज बहुत सेक्सी लग रही है ” , उसने मेरे बालों को सहलाया ” अह्ह्ह्ह बाबू मैं भी आपके बारे में सोचती रहती हूँ, कितने दिन हो गए आपसे मिले हुए ” मैंने उसका ब्लाउज उतार दिया और उसकी काली ब्रा के ऊपर से उसके मुम्मो को चूमने लगा ” पूनम आज दूध तो नहीं आएगा? ” , वो मुस्कुराई ” ज़ोर से चूसोगे तो आएगा ” उसकी बात सुन मैं और उत्तेजित हो गया ” आ गया तो पी लूंगा और क्या पर आज रात भर तुझे प्यार करूँगा ” , मैं उसके सेक्सी बदन को चूमते हुए नीचे गया, उसके पेट और कमर में सेक्सी से चर्बी चढ़ गई है और मुझे बड़ी सेक्सी लगी, मैंने उसके पेट को चूमा और उसकी नाभि को जीब से सहलाया, वो ज़ोर से कराही ” अह्ह्ह्ह बाबू तरस गई हूँ आपके प्यार के लिए हहह ” मैंने उसके पेटीकोट का नाडा खोल दिया उसने लाल रंग की कच्छी पहनी हुई थी मैं उसके पेट को चूमता रहा और उसका पेटीकोट उतार दिया, और उसके मांसल जांघो को सहलाया, और कच्छी के ऊपर से उसके गुप्त स्थान को चूमा, वो तड़प उठी ” अह्ह्ह्ह ” , मैंने उसके घुमा दिया और उसके गोल नितम्बो को चूमा ” लगता है आजकल बहादुर खूब मेहनत कर रहा है तुझपर! ” मैंने उसकी कच्छी नीचे सरकाई और उसके सुडौल नितम्बो को चूमा और हलके से काटा, वो हंस पड़ी ” बाबू गुदगुदी हो रही है! ” , मैंने उसे चूमा ” तो होने दे मुझे तो मज़ा आ रहा है ” , वो घूम गई और मुझे खड़ा कर लिया और अपने होंठ मेरी तरफ किये ” करना है तो यहाँ करो तो मज़ा भी आए ” , मैंने उसके होठों को चूम लिया और उसने मेरे लोअर के ऊपर से मेरे लण्ड को टटोला ” ओह्ह्ह बाबू कितने दिन हो गए है इसे देखे हुए ” उसने हाथ अन्दर डाल दिया और मेरे फूले हुए सुपाडे को छूआ ” बाबू आपका ये तो मुझे आज बड़ा लग रहा है! बहुत दिनों से रुके हुए हो? ”
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: बरसात की रात पूनम के साथ - by neerathemall - 16-08-2022, 04:42 PM



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