16-08-2022, 04:24 PM
मैं हंसने लगा ) ठीक है लेकिन अबकी बार तुझे गोद में बिठाकर चोदूंगा
( वो उठी ) ठीक है लेकिन चुत से खून निकला तो फिर करीब फटकने तक नहीं दूंगी ” अब मैं दोनों पैर सीधा किए बैठा था तो दीदी मेरे लंड के उपर चूतड़ किए बैठी साथ ही जांघें फैलाकर अपने दोनों हाथ मेरे कंधे पर रख अपने शरीर को संतुलित की तो मैं अपने लंड को पकड़ उसकी चुत में घुसाने लगा और आधा लंड घुसते ही साली चुद्दकड्ड खुद से अपना चूतड़ नीचे करके लंड निगल गई तो मैं उसके कमर में हाथ डाले चुदाई क्या खाक करता, वो खुद ही अपने चूतड़ ऊपर नीचे करके चुदवाने लगी तो मेरे छाती से चूचियों कि उफान रगड़ खाने लगी और दो जिस्म संभोग की दुनिया में खो चुके थे, दीदी चुदाई में महारथ हासिल कर चुकी थीं तो अब वो स्थिर होकर मुझसे लिपटी रही और मैं नीचे से ही लंड पेलने लगा तो दोनों काम वासना की आग में जल रहे थे, मेरे पीठ पर अपने नाखून रगड़ते हुए ” उह ओह राहुल अब और नहीं प्लीज़ बुर पर रहम करो ” तो १०-१२ जोरदार धक्का देकर मेरा लंड वीर्य स्खलित कर दिया और साली अपने जांघें सटाकर लंड को बुर में दाब ली तो वीर्य चुत से टपक टपक कर मेरी झांट पर गिरने लगा फिर दोनों के तन की आग शांत हुई और दीपा मेरे ओंठ चूम कर बोली ” तू तो अपने जीजा से भी बड़ा चोदु है ” फिर दोनों अलग होकर बेड पर ही लेट गए।
( वो उठी ) ठीक है लेकिन चुत से खून निकला तो फिर करीब फटकने तक नहीं दूंगी ” अब मैं दोनों पैर सीधा किए बैठा था तो दीदी मेरे लंड के उपर चूतड़ किए बैठी साथ ही जांघें फैलाकर अपने दोनों हाथ मेरे कंधे पर रख अपने शरीर को संतुलित की तो मैं अपने लंड को पकड़ उसकी चुत में घुसाने लगा और आधा लंड घुसते ही साली चुद्दकड्ड खुद से अपना चूतड़ नीचे करके लंड निगल गई तो मैं उसके कमर में हाथ डाले चुदाई क्या खाक करता, वो खुद ही अपने चूतड़ ऊपर नीचे करके चुदवाने लगी तो मेरे छाती से चूचियों कि उफान रगड़ खाने लगी और दो जिस्म संभोग की दुनिया में खो चुके थे, दीदी चुदाई में महारथ हासिल कर चुकी थीं तो अब वो स्थिर होकर मुझसे लिपटी रही और मैं नीचे से ही लंड पेलने लगा तो दोनों काम वासना की आग में जल रहे थे, मेरे पीठ पर अपने नाखून रगड़ते हुए ” उह ओह राहुल अब और नहीं प्लीज़ बुर पर रहम करो ” तो १०-१२ जोरदार धक्का देकर मेरा लंड वीर्य स्खलित कर दिया और साली अपने जांघें सटाकर लंड को बुर में दाब ली तो वीर्य चुत से टपक टपक कर मेरी झांट पर गिरने लगा फिर दोनों के तन की आग शांत हुई और दीपा मेरे ओंठ चूम कर बोली ” तू तो अपने जीजा से भी बड़ा चोदु है ” फिर दोनों अलग होकर बेड पर ही लेट गए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.