16-08-2022, 03:43 PM
मां बनने के बाद की मस्ती
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दीपा मल्होत्रा वापस अपने पति के पास अंबाला आईं तो दो रात तो पति नमन ही मुझे चोदता रहा फिर वहां एक कामवाली बाई को रखी जोकि सुबह से शाम तक मेरे साथ रहती और मेरे काम में हाथ बंटाती, अब मेरा बाबू ५ महीने का हो चला है तो उसकी सेक्सी और हॉट मॉम २८ साल की औरत तो अब दो दो जिम्मेवारी के साथ लाईफ एंजॉय करना कठिन कार्य था। मेरी कामवाली बाई रुकसाना उम्र में मुझसे चार पांच साल बड़ी होगी लेकिन उसकी सोच भी मेरी तरह साथ ही वो तलाकशुदा महिला है जिस्टके दो बच्चे हैं और एक शाम मुझे पति के बाहर जाने का प्लान पता चला तो मैं खुश हुई की आखिर में घर पर ही राशिद या जेम्स को बुलाकर चूद्वाऊंगी लेकिन मेरा पति तो मेरा कुछ ज्यादा ही ख्याल रखने लगा, वो रुकसाना को रात में भी मेरे साथ रुकने को कहा और अगले सुबह पति तो जम्मू के लिए निकल गए और मेरे घर की कामवाली मेरे आदतों से वाकिफ नहीं थी और दोपहर में वो जब पास के मार्केट जाने के लिए निकल रही थी तभी मैं बोली ” सुनो तुम ऑटो रिक्शा ले लेना
( रुकसाना ) लेकिन मैडम उसकी क्या जरूरत पास में ही तो मार्केट है
( मैं बोली ) केंट इलाके से बाहर चली जाना और एक बोतल व्हिस्की ले लेना साथ ही एक टेबलेट लिखकर दे रही हूं वो मेडिकल शॉप से खरीद लेना, आज शाम को मेरा एक कॉलेज फ्रेंड आने वाला है चाहो तो तुम घर शाम को जा सकती हो ” वो मेरे इशारे को समझ गई फिर मार्केट के लिए निकल गई तो मैं राशिद को कॉल की ” कितने देर में आ रहे हो
( राशिद बोला ) आधे घंटे में आऊंगा लेकिन देर रात की बुकिंग है इसलिए ११:०० बजे तक ही तुम्हारे पास रह पाऊंगा ” मैं उसकी बात मान ली फिर मैं अपने ड्रेस बदलने रूम आई, सलवार और सूट उतारी फिर एक बेबी डॉल ड्रेस पहन तैयार होने लगी तो मुझे मालूम था कि मेरी कामवाली बाई रुकसाना मुझे इस ड्रेस में देखकर क्या सोचेगी और कुछ देर बाद रुकसाना फ्लैट में आईं तो मैं डायनिंग हॉल में सोफ़ा पर बैठे कॉफी पी रही थी, उसकी नजर मुझ पर पड़ी तो वो दंग रह गई ” जी मैडम ये सब सामान कहां रख दूं
( मैं बोली ) यही टेबल पर और किचन में कॉफी रखी है जाकर पी ले ” फिर रुकसाना किचन चली गई तो मैं पोलीबेग में देखी की व्हिस्की की बोतल, सिगरेट और गर्भ निरोधक दवाई है। रुकसाना किचन से कॉफी का प्याला लिए आईं और मेरे सामने फर्श पर बैठी ” मैडम, मैं रात को यहां रुकूं या घर चली जाऊं
( मैं जांघ पर जांघ चढ़ाए बैठी थी ) देख रुकसाना, यहां होगा तो रात को नंगा नाच और तू मेरे असली रूप देख क्या करेगी ” वो फिर दो ग्लास लाकर टेबल पर रखी और जाने लगी तो मुझे लगा कि कहीं बाबू मेरे सेक्स क्रिया में दिक्कत ना पैदा कर दे तो मैं बोली ” रुकसाना
( वो मुड़कर बोली ) जी मैडम
( मैं ) तू रात को रुक ही जा बाकी कल सुबह घर चली जाना, दिन भर घर पर आराम करना ” वो दरवाजा बंद किए वापस आकर फर्श पर बैठी, अभी शाम के सात बजे थे तो राशिद के आने का समय हो चला था, मैं उसे देख बोली ” तू आराम से बाबू के साथ रूम में रहना और अगर बुलाऊं तो ही दूसरे कमरे में आना ” कुछ देर के बाद डोर बेल बजने लगी तो मैं रुकसाना को रूम में जाने को बोली फिर खुद उठकर दरवाजा खोल दी तो राशिद खड़ा था ” अंदर आइए जनाब ” फिर राशिद अंदर आकर अपना जुत्ता उतारा।
मुझे देख वो मुझसे लिपट गया तो मैं उसकी बाहों में समाकर उसके गाल चूम ली तो वो भी मेरे गाल को किस्स किया ” मौका भी है और मौसम भी बस जरूरत है एक हसीन रात की
( राशिद मेरे ओंठ पर ओंठ रख चूमने लगा ) बेबी, आज रात ग्यारह बजे तक साथ हूं फिर कल रात फ्री हूं
( उसका हाथ मेरे गद्देदार चूतड पर था ) लेकिन राशिद तुम तो फ्री की सेवा नहीं देते ना
( वो मेरे चूतड की गोलाई को सहलाने लगा ) ओके आज और कल रात फ्री लेकिन तुम भी तो मेरे प्रोफेशन में आकर अच्छा कमा सकती हो ” दोनों सोफ़ा पर बैठकर ड्रिंक्स बनाए फिर पीने लगे तो राशिद मेरे नग्न जांघ पर हाथ फेरता हुआ पूछा ” हब्बी आउट ऑफ स्टेशन लेकिन बच्चा तो यहां होगा
( मैं उसके जींस के बटन खोलने लगी ) हां रूम में मेड के साथ है ” फिर दोनों एक एक पैक व्हिस्की पीकर मस्त हो उठे तो राशिद्र का शर्ट और जींस खुल चुका था लेकिन मैं बेबी डॉल ड्रेस में थी, अब मेरे गरदन में हाथ डाले राशिद मेरा चेहरा अपनी ओर किया फिर ओंठ पर चुम्बन देने लगा तो मैं उसके मुंह में ओंठ घुसाए चुसवा रही थी और फिर मैं उसके गोद में ही बैठ गई, वो मेरे लबे ज़ुल्फ को सहलाता हुआ बोला ” वीक में एक बार मजे लोगी तो कम से कम १५-२० हजार रु तक कामाओगी साथ में मजा अलग ” मैं चुप रही और अपने जीभ निकाल उसके ओंठ पर फेरने लगी तो राशिद मेरे जीभ मुंह में लिए चूसने लगा तो मेरा बाएं स्तन उसके छाती से चिपका हुआ था तो उससे जीभ चुस्वाटे हुए मैं सब कुछ भूल चुकी थी, उसका हाथ मेरी चूतड पर था तो मैं मस्त हुए उससे लिपटी हुई फिर वो खुद ही जीभ निकाल दिया और दूसरा पैक मैं बनाने लगी, अब मैं दूसरा पैक पीते हुए राशिद के हाथ का एहसास अपने जांघों के बीच पा रही थी तो कन्धों पर ड्रेस की स्ट्रैप को नीचे खड़का दी और राशिद व्हिस्की पीता हुआ मेरे ड्रेस को छाती के नीचे कर दिया। दीपा की स्लिम फिगर अब भरी हुई लगती थी तो मेरा माप ३८-३०-४० इंच की हो चुकी थी और राशिद मेरे एक बूब्स पर व्हिस्की गिराया फिर जीभ से चाटने लगा तो मैं उसके जांघिया को नीचे कर उसके लंड पकड़ी, जोकि अर्ध रूप से टाईट था, साल भर बाद राशिद के लंड से खेलने का मौका मिला था और राशिद मेरी दोनों चूचियों पर व्हिस्की गिराया और चाटने लगा तो मैं खुद ही ड्रेस को कमर और फिर पैर के रास्ते बाहर कर दी, अब मेरे सेक्सी जिस्म पर सिवाय पेंटी के कुछ नहीं था….
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दीपा अपने फ्लैट में ही एक प्लेबॉय राशिद के संग मस्ती कर रही थी तो रूम में बाबू के साथ कामवाली बाई रुकसाना थी फिर भी दो पैक व्हिस्की पीकर मैं झूम उठी और राशिद के तन से चढ्ढी और बनियान उतार कर उसे नग्न कर दी, अब राशिद के लंड को पकड़ सहला रही थी तो वो मेरी बाईं चूची मुंह में लिए चूसने लगा और पल भर बाद ही चूची मुंह से निकाल बोला ” इसमें तो दूध उतर आई है
( मैं उसके लंड हिलाने लगी ) हां कुछ महीने पहले ही तो मां बनी हूं, क्यों प्रॉस्टिट्यूट के चूची का दूध कस्टमर नहीं पिएगा ” वो कुछ नहीं बोला और मैं उसके ७-८ इंच लंबे और दो इंच मोटे लंड को देख तड़प उठी, अब फर्श पर बैठी फिर लंड का चमड़ा छीलकर चाटने लगी तो राशिद अपने ग्लास में बचे व्हिस्की लंड पर गिराया और मैं उसके लंड जीभ से चाटने लगी, उसके अंडकोष की आकार देख कोई भी औरत सहम जाएगी तो मैं उसके लंड को चूमने लगी और राशिद मेरे पीठ पर हाथ फेरने लगा, मैं राशिद के लंड मुंह में लेने वाली थी की मेरी मोबाईल बजने लगी और मैं टेबल पर से मोबाईल लिए रुकसाना से पूछी ” क्या हुआ क्यों डिस्टर्ब कर रही हो
( वो बोली ) मैडम बाबू रो रहा है शायद उसे भूख लगी हो ” मैं झट से उठी फिर नंगे अपने रूम गई, एक नाईटी पहन दूसरे रूम गई और बेड पर बैठकर बाबू को गोद में लेकर दूध पिलाने लगी तो रुकसाना को देख मैं पूछी ” क्या मजे करने का मूड है
( वो थोड़े संकोच में थी ) आप जैसा बोले ” फिर उसे राशिद के पास जाने को बोली लेकिन वो मेरे साथ ही उसके सामने जाने को तैयार थी, बाबू को दूध पिलाई फिर रुकसाना को बोली ” बाबू सो जाएगा तो कॉल करना दोनों यहीं आ जाएंगे ” फिर डायनिंग हॉल आईं तो राशिद्द अकेले ड्रिंक्स ले रहा था और उसके सामने खड़ी हुए मैं नाईटी को उतार दी फिर उसके जांघ पर एक पैर रखे जांघें फैलाई तो राशिद मेरे नग्न चूतड़ पर हाथ फेरने लगा साथ ही पेंटी पर नाक रगड़ते हुए बुर सुंघने की कोशिश करने लगा तो मैं खुद अपनी पेंटी खोल चूत को नंगा की और राशिद अब मेरे ढीले हुए चूत की फांकों को चूमने लगा तो उसकी उंगली गान्ड के दरार में थी, मैं किसी रण्डी की तरह बुर को उंगली से फैलाकर उससे चटवाने लगी तो राशिद का लम्बा जीभ मेरी बुर को लपलप चाटे जा रहा था ” उह उई अब अंदर तक जीभ पेल कुत्ते ओह कितना मजा आ रहा है ” और उसका चेहरा मेरी जांघो के बीच था तो पूरा जीभ बुर में घुसाए वो चाटने लगा साथ ही मेरी गान्ड में एक उंगली घुसाया और रगड़ने लगा तो मैं खड़ी थी साथ ही बदन में काम की आग लगी हुई थी तो पैर में कम्पन होने लगा फिर भी बीस साल की लौंडिया तो थी नहीं की बुर इतने में रसीली हो जाए, अब बुर की गुदगुदी से परेशान हुए मैं उसके चेहरा को पीछे धकेल कर राहत महसूस की और फिर मैं पीछे की ओर मुड़ी तो देखी की रुकसाना खड़ी है। मेरे घर की नौकरानी ३२-३३ साल की होगी तो उसका सांवला चेहरा साथ ही गोल गोल चूचियां और वो सलवार सूट में खड़ी थी, उसके गोल गुंबदाकार नितम्ब काफी मस्त थे तो मैं उसे देखते हुए बोली ” इतनी दूर क्यों खड़ी है, चल अपने कपड़े उतार
( वो शरमाने लगी ) नहीं मैं बस आप दोनों को देखूंगी ” फिर मैं उसके हाथ पकड़ी, उसके सलवार के नाड़े को खोलकर अब सूट उतार डाली तो वो उजले रंग की ब्रा पहन रखी थी साथ ही काले रंग कि पेंटी, सर झुकाए खड़ी थी तो मैं उसे बोली ” चल अब तू राशिद के लंड चूस ” तो वो फर्श पर बैठी लेकिन थोड़े असमंजस में थी, फिर उसके लिए एक ड्रिंक्स बनाई तो वो गटागट उसे पीकर अब राशिद के लंड पकड़ी फिर उसे मुंह में लिए चूसने लगी तो मैं राशिद के बगल में बैठकर उसके छाती को चूमना शुरु कर दी और वो मेरे बूब्स पकड़े दबा रहा था, रुकसाना मुखमैथुन करने में लीन थी तो उसके सर पर हाथ फेरते हुए राशिद मस्त था और अब वो आहें भरने लगा ” उह ई सी अब छोड़ो साली रण्डी लंड चोदने को आतुर है ” तो रुकसाना लंड मुंह से निकाल उसे जीभ से चाटने लगी, राशिद झट से खड़ा हुआ तो मैं भी उसके साथ खड़ी हुई और वो मुझे मुड़ने को बोला तो मैं अब उसके सामने की ओर चूतड़ किए खड़ी हुई साथ ही अपने दोनो हाथ सामने पड़ी कुर्सी पर रखी, आप मुझे किसी घोड़ी की तरह समझ सकते हैं और रुकसाना बोली ” दीदी मैं कपड़े पहन लूं ” मैं उसे चुपचाप खड़े रहने को बोली और अब राशिद मेरे चूतड को चूमने लगा, फिर उसका लंड जिसपर वो कंडोम लगाए हुआ था बुर में घुसने लगा तो मुझे नंगे लंड से ही चुदवाने में मजा आता है फिर भी प्लेबॉय के साथ कंडोम का प्रयोग जरूरी है और तभी राशिद ने बुर में तेज धक्का दिया, उसका लंड खसखसाता हुआ बुर में घुसा लेकिन मैं चिल्ला पड़ी ” हाई दईया फाड़ देगा क्या
( रुकसाना कुर्सी पर बैठ मुझे देख रही है ) मैडम आपके बारे में पता तो था लेकिन आज असली चेहरा देखने को मिला ” राशिद जानवर की तरह मेरी बुर चोदने लगा तो मैं क्या कम थी, अपने चूतड को हिलाते हुए चुदवाने लगी तो मेरे सीने से झूलती चूचियों को पकड़ वो दबाना शुरू किया और मैं चूतड हिलाते हुए चुदवा रही थी, भले ही आधा घंटा तक मेरे साथ ओरल सेक्स उसने किया था फिर भी पिछले ३-४ मिनट से चुदवाए जा रही थी वो भी बुर गरमी से परेशान थी तो सूखापन अलग और फिर मेरी चूत से रस की फुहार निकल मुझे ढीली तो कर दी लेकिन चूत को शांति मिली
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दीपा की चूत रसीली हुई तो राशिद बुर से लंड निकाला और फिर वाशरूम चला गया तो मैं सोफ़ा पर जांघें फैलाए बैठी ” आ ना चाट अपनी मैडम की चूत रुकसाना
( वो नंगे मेरे सामने फर्श पर बैठी और चूत को उंगली से फैलाई ) आप बेहद खूबसूरत हो और सेक्सी भी
( मैं हंस दी ) तो क्या अपने पति के सांड सामान लंड से मुझे चुदवाने का मौका देगी
( रुकसाना ) जाने दीजिए मैडम वो साला ब्योड़ा में दम कहां है और मैं तो खुद ही पड़ोस के मर्द से अपनी आग बुझाती हूं ” और वो मेरे चूत में जीभ घुसाए चाटने लगी, राशिद उधर से आया फिर मैं उसके सामने खड़ी हो गई, अब रुकसाना असमंजस में थी और मैं राशिद के लंड पकड़ घुटनों के बल हुई और बोली ” रुकसाना चूसकर लौड़ा तैयार करती हूं फिर तुम चुदाना ” तो वो अब बाबू को देखने रूम गई और मैं राशिद का लंड मुंह में लिए चूसने लगी तो वो मेरे बाल कसकर पकड़े अब लंड का धक्का मेरी मुंह में देने लगा और मैं मस्त हुए लंड से मुंह चुदवाने लगी तो राशिद आहें भर रहा था ” उह ओह सी अब साली तेरी चूत में दम नहीं तो रुकसाना कि चुदाई करवाएगी
( मैं लंड मुंह से निकाली ) तो गान्ड चोद ना देखूंगी की तू पहले रस झाड़ेगा या मैं गान्ड चुद्वाते हुए चिल्लाऊंगी ” और मैं राशिद के थूक से गीले लंड को जीभ से चाटने लगी तो रुकसाना उधर से आई और वो राशिद को देखते हुए सोफ़ा पर बैठी और मैं लंड छोड़कर वाशरूम चली गई, फ्रेश हुई फिर नाईटी पहन ली तो डायनिंग हॉल में रुकसाना को फर्श पर ही डॉगी स्टाईल में किए राशिद चोद रहा था, तो उस साली की गोल गुंबदाकार गान्ड और जांघों के बीच चूत देख कोई कह सकता था कि ये पुरानी चुद्दक्कड है, राशिद का लंड गपागप उसकी बुर में घुस रहा था तो मैं उन दोनों को देखते हुए एक ड्रिंक्स बनाई फिर ग्लास लिए रूम चली गई। अभी रात के ०८:२० बजे थे तो बेड पर बैठकर ड्रिंक्स लेती हुई डायनिंग हॉल का नजारा ले रही थी, रुकसाना की लटकी हुई चूचियां आपस में टकरा रही थी तो वो अपने चूतड़ हिलाने में लीन थी और राशिद उसके चूत को चोदे जा रहा था, अब मैं उठकर उन दोनों के पास आईं और नाईटी उतार नंगी हो गई ” रुकसाना अब छोड़ चुदाई मै इसके लंड का वीर्य पीऊंगी ” तो रुकसाना चूतड हिलाते हुए हांफने लगी और वो कुछ बोलती इसके पहले ही राशिद उसकी बुर से लंड निकाल दिया ” बहुत जल्दी रस झाड़ दी ” वो उठकर वाशरूम चली गई तो मैं अब राशिद के लंड से कंडोम निकाली फिर पूछी ” यार मैं तो कॉपर टी लगवाई हूं क्या नंगे लंड से चोदोगे ” वो हामी भर दिया लेकिन आसन अलग था।
राशिद फर्श पर बैठा तो मैं उसके लंड के उपर चूतड किए उसके कंधे पर हाथ रख बैठी थी, अब राशिद लंड पकड़े मेरी बुर में घुसाने लगा तो उसका आधा लंड बुर में था और मैं अब अपने चूतड को नीचे की ओर करते हुए लंड निगल रही थी, उसने नीचे से धक्का देकर पूरा लंड बुर में घुसाया फिर चोदने लगा तो दीपा जांघें फैलाए उसके लंड हजम किए उसके कंधे पर हाथ रख उससे चिपक गई थी और वो नीचे से ऐसे चोद रहा था मानो घोड़े की ठाप हो तो मैं चूतड उछालते हुए चुदवाने में मस्त थी फिर रुकसाना बाहर निकली तो मैं उसे इशारे से पास बुलाई ” रूम जा और खाना की तैयारी कर ” अब राशिद स्थिर हुए बैठा था तो मैं चूतड उछालते हुए उससे चुदवा रही थी, मेरे बूब्स उसकी छाती से रगड़ खा रहे थे तो मेरी बुर अब लंड का असली मजा लेने लगा था तो चुदाते हुए हांफने लगी ” क्यों बे चोदु कब तुम बुर में रस झाड़कर खुजली को शांत करेगा
( वो मेरे ओंठ चूम लिया ) सेक्सी बस अब मैं झडने पर हूं ” वो अब नीचे से ही बुर में लंड पेलने लगा और मैं उसका साथ देते हुए संभोग सुख प्राप्त कर रही थी फिर अचानक से बुर को गर्म चिपचिपा वीर्य झडने का एहसास हुआ तो बुर में खुजलाहट शांत हुई और मेरी बुर से वीर्य चूने लगा फिर उठकर वाशरूम चली गई, बुर धो ली फ्रेश हुई और नाईटी पहन अपने बाबू को देखने रूम गई, राशिद भी फ्रेश होने वाशरूम चला गया। मैं थकावट के मारे बेड पर लेटी थी, रुकसाना को आवाज लगाई ” इधर सुनो रुकसाना
( वो आईं ) हां मैडम बोलिए
( मैं बोली ) क्या बना रही हो खाना में
( वो बोली ) सत्तू के पराठे और पनीर मसाला
( मैं बोली ) ठीक है दो ही लोग के लिए बनाना, क्योंकि ड्रिंक्स के बाद कम ही खाया जाता है ” फिर मैं लेटी रही और कुछ देर के बाद राशिद ने मुझे आवाज दिया तो मैं उठकर डायनिंग हॉल गई ” बोल राशिद
( वो कमर से टॉवेल लपेटा हुआ था ) इजाजत हो तो जाऊं
( मैं मुस्कुराई ) अभी तो दो घंटे हैं ग्यारह बजने में, एक बार और
( वो बोला ) कल रात का प्लान रहा फिर पूरी रात हम दोनों क्या ” मैं हामी भर दी फिर वो चला गया, अब मैं बेड पर चली गई। रुकसाना भी उसके साथ और मजा लेना चाहती थी लेकिन उसको कहीं और जाना था इसलिए रात के दस बजे मैं और रुकसाना साथ में खाना खाए फिर वो डायनिंग हॉल में ही सोफ़ा पर सो गई तो मैं अपने रूम में, कल की रात का इंतजार कीजिए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.