16-08-2022, 03:39 PM
कॉलेज की पढ़ाई : चूत चुदवा ली
पिछले एक महीने में जिया अपने आशिक नीलेश को हम बिस्तर होने का मौका दी तो घर में ही छोटा भाई अमित को हस्तमैथुन करते देख उसके साथ बिस्तर गरम कर ली लेकिन तभी तो उसने भी मुझे अर्धनग्न अवस्था में देखा और क्लासरूम में परीक्षा के दरम्यान नकल करते हुए पकड़ी गई तो गुरु जी के साथ सेक्स की लेकिन २० वर्षीय जिया अपने जिस्म की नुमाइश करते हुए बुर की झिल्ली को जल्दी में नही तुड़वाना चाहती थी आखिर सेक्स भी तो एक नशा है और इसकी आदि होने पर इधर इधर मुंह मारना ही पड़ेगा, वैसे जिया जैसी लड़की जिसके गान्ड के पीछे दर्जनों लड़के चक्कर काटते हैं उसे क्या दिक्कत, लेकिन इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छुपते और मेरी चुदक्कड दीदी दीपा भले ही अपने मायके और ससुराल से काफी दूर रहती हो लेकिन उनके गैर मर्दों के साथ सेक्स की दास्तां कई लोगों को मालूम है। जिया अब अपने वर्जिन वेजिना कि चुदाई करवाने वाली थी तो मैं नीलेश को कॉल कर बोली ” यूं तो देना नहीं था लेकिन कभी तो किसी के साथ इंटरकोर्स करूंगी तो तुम्हें ही मौका देती हूं लेकिन
( वो ) लेकिन क्या जिया बोलो
( मैं थोड़ा मुस्कुराई ) तो तुम क्या दोगे, समझ रहे हो
( वो ) ओह सॉरी बेबी कुछ महंगा तोहफा
( मैं ) क्या है कि तोहफा नहीं चलेगा, मॉम या डैड जान जाएंगे तो
( वो बोला ) फिर तुम्ही बोलो
( मैं ) देखो तुम मुझे ज्यादा नहीं १०००० रू दे दो बाकी मैं उसे खर्च अपने सौंदर्य सामग्री से लेकर ब्यूटी पार्लर में करूंगी ‘ और दोनों के बीच सहमति हुई तो अगले दिन कॉलेज के गेट पर मिलना था साथ ही बिना कॉलेज परिसर में घुसे ही नीलेश के साथ उसी रिसोर्ट में जाकर दिन भर एंजॉय करना था, पहली बार चुदाई के दर्द से वाकिफ थी सो दिनभर साथ रहने का इंतजाम उसने किया था और मैंने नीलेश से अपनी चूत चुदाई की कीमत भी मांग ली थी।
अगले सुबह रोज की तरह स्नान करके नाश्ता की फिर भैया के साथ कॉलेज निकल गई तो आज मैंने सलवार सूट पहन रखा था साथ ही बूब्स पर ३२ सी साईज ब्रा और चूत पर पेंटी साथ ही पहले से कुछ तैयारी भी कर रखी थी, अपने दोनो कांखों की बाल को साफ की थी तो बुर के आसपास के बार को भी हटाकर बुर को चमका ली थी, वैसे भी चूत की चमक बरकरार थी कारण की उसमें लंड का प्रवेश नहीं हुआ था और फिर कॉलेज गेट पर भैया मुझे छोड़ चले गए तो वहां नीलेश नहीं आया था। कुछ देर के बाद नीलेश आया तो मैं उसके पीछे बाईक पर बैठ गईं, बिल्कुल ही बहन जी स्टाईल की लडकी लग रही थी तो सलवार सूट पहने और छाती पर दुपट्टे तो दोनों पैर एक ही दिशा में किए उसके कंधे पर हाथ रख बैठी थी तो नीलेश बोला ” कुछ सामान भी लेना है जिया
( मैं ) हां किसी मेडिकल शॉप पर रोकना बाकी मुझे डर भी लग रहा है और
( नीलेश ) आराम से रहो बेबी लाईफ में हर चीज फर्स्ट टाइम तो होता ही है ” और एक मेडिकल शॉप पर मैं गई तो धीमे स्वर में बोली ” गर्भ निरोधक दवाई मिलेगी क्या
( दुकानदार पूछा ) मतलब की गर्भ ठहर चुका है या फिर सेफ्टी के लिए
( मैं बोली ) सेफ्टी के लिए ” तो वो एक पैकेट मुझे दिया और मैं उसे पैसे देकर चल दी और फिर दोनों उस रिसोर्ट पहुंचे फिर वातानुकूलित कमरे में दोनों आ गए तो नीलेश ने ठंडी बियर और स्नेक्स का ऑर्डर किया फिर मुझे देखते हुए अपने जींस के पॉकेट से पर्स निकाला और मुझे १०००० रू दे दिया तो मैं रूपए लेते हुए बोली ” गिफ्ट ले नहीं सकती तो, लेकिन मुझे तुम कॉल गर्ल मत समझना
( वो हंसता हुआ बोला ) मेरे बैग में तुम्हारे लिए एक ड्रेस है जाकर कपड़े बदल लो ” और मैं उसके बैग से एक प्लास्टिक बैग ली फिर वाशरूम चली गई, वहां अपने सलवार सूट को उतार दी तो उसने मेरे लिए सेक्सी लिंगेरी खरीदा था जिसका पहनना या ना पहनना एक ही था तो मैं अपनी ब्रा और पैंटी उतार दी फिर ब्राउन रंग के उस ड्रेस को पहन ली तो सीने पर जालीदार हिस्सा था साथ ही ड्रेस मेरे जांघों के उपरी हिस्से तक को ही ढक रहा था तो एक बिकनी भी थी, मैं अब अपने सलवार सूट और ब्रा पेंटी को लेकर रूम में कदम रख दी तो देखी की एक लड़का वहां बियर की बोतल और एक प्लेट टेबल पर रख नीलेश से कुछ बात कर रहा था तो मैं उसके जाने का इंतजार कर रही थी, अपने तन की नुमाइश सबके सामने करना ये मेरी फितरत नहीं और फिर रूम आईं तो नीलेश जींस और शर्ट उतार दिया फिर मुझे बहो में लेकर चूमने लगा और उसका हाथ मेरे पीठ से चूतड तक घूम रहा था और इस ड्रेस में पीछे की ओर भी खुला हुआ था साथ ही दोनों कंधे पर स्ट्रैप थे, अब मैं भी उससे लिपटकर उसके चेहरे से ओंठ तक को चूमने लगी तो वो मेरे चूतड पर थप्पड़ मारने लगा ” सेक्सी बेबी पहले बियर फिर मस्ती ” और दोनों सोफ़ा पर बैठे बियर पीने लगे तो पल भर में ही मेरा लुक बहन जी से कॉल गर्ल वाला हो गया, मेरी उफान लेती चूचियों को घूरने लगा साथ ही सिगरेट निकाल मेरे ओंठो के बीच देकर बोला ” तू सिगरेट सुलगा बेबी फिर सिगार भी पिलाऊंगा
( मैं सिगरेट फूंकते हुए हंस दी ) जो पीला आज तो तेरे लिए मैं रण्डी हूं, काम करने का दाम मिला है ” वो कुछ नहीं बोला और मेरे एक बूब्स पकड़े दबाने लगा तो मैं बियर पीते हुए मस्त हो रही थी तो उसके करीब बैठ मैं उसके हाथ में सिगरेट दी फिर उसके चढ्ढी पर से ही लंड पकड़े दबाने लगी ” निकाल इसे मेरे चूत की चुदाई करेगा ये लंड देखूं साले को ” फिर मैं नीलेश की चढ्ढी उतार उसके लंड को पकड़ सहलाने लगी तो दोनों बियर पीकर मस्त थे लेकिन अभी तो सेक्स की दास्तां शुरू हुई है काफी मजा, दर्द बाकी हैं, आगे क्या हुआ?
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जिया को जिस रास्ते पर चलने की सलाह उसकी बड़ी बहन दीपा ने दी थी वहां सिर्फ और सिर्फ मौज मस्ती ही थी लेकिन थोड़ा संभलकर, कहीं किसी को नीलेश – जिया की शारीरिक संबंध की बात मालूम पड़ी तो मेरे डैड और भाई मुझे घर से निकलना दूभर कर देंगे तो फिलहाल एक ग्लास बियर पीकर उसके लंड को सहलाने लगी और वो मुझे अपने गोद में बिठाया तो उसके जांघ पर चूतड रख गर्दन में हाथ डाल दी तो जिया के बदन पर सेक्सी बेबी डॉल ड्रेस काफी उपर आ चुका था और कहिए तो मेरी जांघें नग्न हो चुकी थी और मेरे चूतड जोकि नग्न थे का दबाव उसके नग्न जांघ पर देकर मजा आने लगा, मैं नीलेश के चेहरे को चूमने लगी तो वो मेरे पीठ सहलाते हुए कान को चूम लिया फिर गर्दन चूमने लगा तो उसकी छाती से मेरे बाईं चूची रगड़ खा रही थी, वैसे भी कोमल अंगों का कड़े अंगो से मिलन ही खुशनुमा होता है और फिलहाल दोनों एक दूसरे से नजरे मिलाते हुए ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन दे रहे थे कि मेरे ओंठ नीलेश ने मुंह में भर चूसने लगे साथ ही मेरे गोल गद्देदार चूतड को भी वो सहला रहा था, पल भर में मैंने ओंठ निकाल लिया फिर बोली ” नीलेश आज मैं तेरे लिए एक रण्डी हूं समझे
( वो मेरे गाल चूम लिया ) अरे बुद्धू ऐसे शब्द मत बोला करो, गिफ्ट के बदले पैसे मांग ली तो इसमें क्या बुराई ” और मैं उसके ओंठ को अपने लंबे जीभ से चाटते हुए मस्त होने लगी तो नीलेश मेरे जीभ मुंह में लिए गर्दन में हाथ डाला और जीभ चूसते हुए मेरे कंधे पर से ड्रेस का स्ट्रैप नीचे कर दिया, अब मेरे दाहिने चूची को पकड़ दबाने लगा तो दोनों सेक्स की दुनिया में खोए हुए थे और मेरे मुंह में उसके मुंह का लार आ रहा था, मुंह का स्वाद बदलने लगा लेकिन ऐसी मस्ती और कहां तो अब मेरे जीभ चूसते हुए वो मुझे काफी गर्म कर दिया तो मेरी दोनों आंखें बंद हो चुकी थी साथ ही सांसे तेज होने लगी, लग नहीं रहा था कि नीलेश मेरा जीभ मुंह से निकालेगा तो खुद ही उसके चेहरे पीछे कर जीभ निकाल ली तो मेरा चेहरा उसके कंधे पर था और वो मेरे पीठ सहलाते हुए पूछा ” तो बेबी पहले तुम मेरा चूसोगी या मैं तेरा चूसुं
( मैं उसके गोद से उतरी और उसके सामने खड़ी हुई तो एक बूब्स नग्न तो दूसरे ड्रेस में ) क्या चूसना है पहले बताओ तो वैसे एक ग्लास में बियर डालो ” और नीलेश अपने तन पर से बनियान उतार दिया फिर ग्लास में बियर डालकर मुझे बढ़ाया तो मैं खड़े खड़े बियर पीने लगी साथ ही उसके जांघ पर एक पैर रख जांघें फैलाए खड़ी थी साथ ही अपने पैर उसके जांघ पर रगड़ने लगी तो वो मेरे चूत पर हाथ फेरने लगा फिर बिकनी को थोड़ा चूत पर से हटाकर चूत में उंगली घुसाए रगड़ने लगा और मैं गटागट पूरी ग्लास बियर पीकर मस्त हो गई। नीलेश मेरे चूत में उंगली करता हुआ मेरे जांघ पर बियर गिराया फिर जीभ से चाटने लगा तो मैं किसी रण्डी की तरह टांगे फैलाई खड़ी थी, अब चूत में उंगली की रगड़ और जीभ से जांघ चटाई कराकर मस्त होने लगी ” उह ओह नीलेश बुर में सिर्फ उंगली, जीभ क्या तेरा बाप डालेगा
( वो पूरा ग्लास बियर पीकर उठा ) हां तुझे देख तो मेरा बाप क्या दादा भी चोदने को आतुर हो जाएगा समझी साली रण्डी ” और फिर उसने मेरे ड्रेस बदन पर से उतार दिए तो उसकी इच्छा सुन मैं तड़प उठी ” चल जमीन पर लेट जा, वैसे भी कालीन बिछी हुई है
( मैं बोली ) लेकिन बेड रहते हुए नीचे ” तो फिर बेड पर ही एक और चादर डालकर मुझे लिटाया और मैं नंगे लेटी थी तो आज लग रहा था मानो मेरी सुहागरात है तो एक ग्लास में बियर डालकर वो बेड पर आया फिर मेरे चूची दबाने लगा साथ ही मेरे मुंह के ऊपर घुटनों के बल बैठ गया, मेरे मुंह में उसका लंड था तो मैं लेटे हुए उसके लंड को चूसने लगी साथ ही उसने अंडकोष को पकड़ दबा रही थी और वो बियर पीना छोड़ पीछे की ओर मुड़ा फिर मेरे चूची से कमर तक बियर गिराकर मुझे भिगो दिया, आज सही में किसी रण्डी की तरह दिन बीतने वाला था और वो मेरे सर के पीछे हाथ लगाए मुंह में ही लंड का धक्का देने लगा, मुझे मजा आ रहा था तो मेरे गले तक लंड का सुपाड़ा जा रहा था और इस स्टाइल में मुखमैथुन का आंनद आज तक नहीं ली थी तो मेरे मुंह में लंड का धक्का देता रहा और फिर मेरे चेहरे के उपर से हटकर वाशरूम चला गया।
मैं बिस्तर पर लेटी हुई थी तो मेरे बूब्स से कमर तक का हरेक इंच बियर से भिगोया हुआ था फिर नीलेश उधर से आया तो उसका लंबा मोटा लंड बिलकुल ही किसी लोहे कि रॉड की तरह दिख रहा था और वो मेरे बगल में बैठकर अब झुका फिर मेरी एक बूब्स पकड़े उसे चाटने लगा तो मैं उसके काले घुंघराले बाल सहलाते हुए मस्त थी, अब जांघों को एक दूसरे से रगड़ते हुए बुर की खुजली कम करने की कोशिश कर रही थी तो वो मेरे दूसरे बूब्स पकड़ जीभ से चाटने लगा और मैं उससे नजरे मिलाते हुए बोली ” सही में मेरे बदन किसी वैश्या की तरह दिख रहे हैं, चाटो साहब हर खुशी अपने तन से देगी ” तो नीलेश मेरे स्तन पकड़ को पकड़ा फिर मुंह में लिए चूसने लगा साथ ही दूसरे चूची को मसल रहा था, मुझे तो काफी आंनद आ रहा था और मै उसे छाती से लगाए दूध पीला रही थी, अरे भैया अभी दूध कहां से निकलेगी इसके लिए तो बच्चा पैदा करना होगा और कुछ पल बाद उसके चेहरे को पीछे धकेल अपनी गोरी चूची मुंह से निकाली जोकि चूस चूसकर उसने सेब के तरह लाल कर दिया था
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प्रकृति की ये अदभुत कृति है…. लड़की और लड़का, विपरीत लिंगों वाले का एक दूसरे कि ओर आकर्षण तो प्यार, शादी और शारीरिक सम्बन्ध लेकिन ये भी सत्य है कि कोई पति पत्नी होटल के बन्द कमरे में अगर शारीरिक संबंध बनाते हैं तो ये सामाजिक है ना कि कुकृत्य लेकिन प्रेमी युगल या रण्डी और ग्राहक अगर शारीरिक संबंध बनाते हैं तो सिक्युरिटी उन्हें हिरासत में भी ले सकती है तो जिया की दूसरी चूची मुंह में लिए नीलेश चूस रहा था तो उसका हाथ मेरे भींगे बदन पर फिसल रहा था जिससे मैं कामुक हो चुकी थी और अब मेरी बुर भी रसीली होने को थी। नीलेश मेरे स्तनपान करता हुआ मुझे कामुकता की ओर ले जा रहा था तो मैं सिसकने लगी ” उई उह आह नीलेश मेरी चूत में कीड़े रेंग रहे हैं प्लीज़ चाटो ना ” लेकिन वो चूची चूसता रहा फिर चूची छोड़कर मेरे भींगे पेट से कमर तक को चाटने लगा, आज वो सिर्फ अपने लंबे जीभ से ही मुझे मजा दे रहा था और कमर तक पहुंचकर ज्योंहि वो मेरे चूत पर मुंह लगाया, मैं उसे बोली ” क्यों हीरो सिर्फ चाटते ही रहोगे या फिर
( वो बुर पर चुम्बन दिया ) अभी तो सिर्फ योनि चूस्न उसके बाद फिर से मेरा लंड टाईट करोगी तब तेरी चूत की सील तोडी जाएगी ” और वो मेरे फांकों पर ओंठ रख चुम्बन देते रहा तो मैं अब चूतड को उपर करने लगी और नीलेश अब फिर से ग्लास में बियर लिया और मेरे चिकने जांघों पर बियर गिराया और झुककर जीभ से चाटने लगा तो बियर की वजह से मेरे बदन भींगे भी थे साथ ही थोड़े चिप चिपे भी लग रहे थे और वो जैसे ही मेरी चूत के छेद फैलाकर उसमें बुर गिराया मैं बोली ” अबे साले कुत्ते अंदर बियर जाएगी तो मेरा बच्चा भी नशेड़ी ही पैदा होगा
( वो हंसने लगा ) फिलहाल तो गर्भ निरोधक डालकर चोदूंगा तो शादी के बाद पति से चूत में दूध गिरवाकर चुदाना ” और मैं शर्म से चेहरा फेर ली तो नीलेश अब मेरे चूत में जीभ घुसाए चाटने लगा तो जिया की चूत रस फेंकने लगी लेकिन वो बुर चाटता रहा तो मैं उसके एक हाथ जोकि मेरे कमर पर थे को पकड़ अपने बूब्स पर लगाई और वो चूत में जीभ घुसाए चाटे जा रहा था साथ ही चूची भी दबा रहा था ” ओह उह उई अब तो मेरी चूत शांत पड़ चुकी है और मुझे तेरा लंड चूसना है
( वो जीभ निकाल बोला ) हां लंड का वीर्य भी पीना होगा ” मैं उठी फिर वाशरूम चली गई, पहले तो च्छर छर मुती और फिर मुंह हाथ धोकर वापस बेड पर आईं।
नीलेश लेटा हुआ था तो उसका लंड पूरी तरह से खड़ा था और मैं उसके कमर के पास बैठ उसके लंड पकड़ी फिर झुककर उसको मुंह में लिए चूसने लगी तो पूरा लंड मुंह में था और सुपाड़ा गले में अटक रहा था और मैं उसके लंड चूसते रही तो मेरा चेहरा स्थिर था और वो अब मेरे बाल को पकड़ा फिर अपने चूतड को ही उपर नीचे करते हुए मुंह को चोदने लगा, मैं किसी रण्डी की तरह मुख चुदाई का मजा ले रही थी तो मेरे मुंह में उसका लंड अब गरम हो चुका था। नीलेश अब मेरे बाल पकड़े मुंह चोदता हुआ हांफने लगा ” ओह उह साली रण्डी मां की चूत उह मेरा निकलेगा तो रस पी लेना कुत्ति पैसा देकर चोद रहा हूं ” और तभी उसके लंड से वीर्य स्खलित होकर मुंह में झडने लगा तो उसे पी भी ली, मुंह से नीचे भी गिरा साथ ही मेरे ओंठ पर भी लग गए, अब मैं उठकर पहले तो वाशरूम गई और मुंह को अच्छे से साफ की फिर पानी पीकर बेड पर लेट गई, अभी तो दोपहर होने को थे तो शाम तक आज मेरी बुर चुदाई होने वाली थी।
नीलेश और जिया थक चुके थे तो उसने दो बोतल बियर का ऑर्डर किया फिर मैं बेड पर नंगे लेटी रही तो उसने मुझे देख बोला ” डोर बेल बजेगा तो वाशरूम चली जाना
( मैं उसको देख मुस्कुराई ) और तुम नंगे ही दरवाजा खोलकर सर्विस बॉय को अंदर बुलाना ” कुछ देर में डोर बेल बजने लगी तो मैं बेबी डॉल ड्रेस लिए वाशरूम चली गई, फिर दरवाजा सटाकर सोची की स्नान कर लिया जाए तो झरना के नीचे खड़ी हुई फिर झरना को चालू कर स्नान करने लगी और मेरे जिस्म में तो मानो नीलेश के जीभ का दाग सा छप चुका था, तन पर बियर गिराकर जिस कदर उसने मुझे चूमा और चाटा था निश्चित रूप से ये दिन हमेशा यादगार होने वाली है तो बदन को रगड़ते हुए स्नान कर रही थी तो नीलेश ने आवाज दिया ” डार्लिंग आ जाओ अब कोई नहीं है
( मैं बोली ) तुम मेरे लिए ग्लास में बियर लेकर आ जाओ ” फिर मैं झरना को बंद किए खड़ी थी सोची की बदन पर साबुन या शैंपू लगा दूं लेकिन सिर्फ हाथ धोने के लिए साबुन था तो मैं अब टॉवेल ली फिर तन को पोंछने लगी और इतने में नीलेश अंदर आया तो फिलहाल दोनों हाथ में ग्लास था साथ ही मुंह में सिगरेट लगाए फूंक रहा था और मैं उसे देख बोली ” अबे निखट्टू नंगे ही दरवाजा खोला था क्या ” वो मेरे पास आया फिर मुझे ग्लास दे दिया और मैं उससे सिगरेट लेकर फूंकने लगी तो वो बोला ” बियर पीते हुए स्नान करेगी
( मैं हंस पड़ी ) जरूर जरा सिगरेट तो फूंक लेने दे ” और दो तीन कस मारकर सिगरेट फैंकी फिर बियर पी रही थी तो वो झरना चालू किया और दोनों नंगे ही फर्श पर बैठ एक दूसरे के बदन को सहलाने लगे, मेरे जिस्म में अब भी आग लगी हुई थी तो चूत चुदाई का कार्यक्रम बाकी था, पता नहीं चुदवाने में कितना दर्द होगा लेकिन तिवारी सर से तो चुदवा नहीं रही हूं सो ४-५ इंच लम्बा लंड डलवाकर चुदाई का आनंद ले ही लूंगी….
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
