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जिया की कामुकता उर्फ बुर कि दुर्दशा
#30
जिया २० वर्ष की कच्ची कली तो घर में मुझसे छोटा सिर्फ मेरा एक भाई जोकि १६-१७ साल का है और +२ कॉलेज में पढ़ता है, हमारे घर में तीन बेडरूम है साथ ही एक डायनिंग हॉल जिसमें सभी रूम का दरवाजा खुलता है तो आगे की ओर गाड़ी लगाने की जगह और पीछे की ओर बागान, मेरा कमरा अमित के कमरे से सटा हुआ था तो दोनों के कमरे के बीच कॉमन वाशरूम था और एक रात…… जुलाई का महीना तो उमस भरी गर्मी और मैंने अपने रूम की खिड़की खोल रखी थी जोकि बागान की ओर खुलती थी तो दूसरी खिड़की सामने की ओर, खाना खाकर रात १०:०० बजे सब लोग अपने अपने रूम चले गए तो मैं रूम आते ही सिर्फ दरवाजा लगा दी फिर कूलर ऑन कर बेड पर चली गई तो स्कर्ट और टॉप्स में काफी गर्मी महसूस हो रही थी और जिया बेड पर लेटे हुए ही अपने स्कर्ट उतार फैंकी तो मेरे बदन पर नीचे की ओर पेंटी और उपर की ओर टॉप्स था, फिर टॉप्स उतारी तो दोनों चूचियां नग्न और मैं बेड पर लेटे हुए ही नीलेश के बारे में सोचने लगी। जिया अपने दोनो बूब्स खुद पकड़े दबाने लगी लेकिन पल भर तक चूचियों को दबाई थी कि मुझे वाशरूम में कुछ गिरने का आवाज़ आया और मैं हड़बड़ा कर उठी फिर वाशरूम के दरवाजा को धीरे से धक्का दी, मुझे ये एहसास तक नहीं था कि मैं अपने आपको नंगा कर चुकी हूं तो मेरे बूब्स से लेकर हरेक अंग नंगे हैं, सिर्फ पेंटी पहन चूत को ढकी हुई थी और ज्योंहि वाशरूम का दरवाजा खुला मेरा दिमाग उड़ गया, अमित वहां अपना लंड पकड़े हिलाए जा रहा था लेकिन मेरे रूम की ओर खुलनेवाले दरवाजा को वो बन्द करना भूल गया था इसलिए उसको हस्तमैथुन करते देख ली और उसकी नजर मुझ पर पड़ते ही वो अपना शॉर्ट्स जोकि घुटने तक था को उपर की ओर किया पर जिया अपने छोटे भाई अमित के लंड देख तड़प उठी तो यकीनन उसकी नजरें मेरी नग्न जिस्म पर ही टिकी रही लेकिन शर्मिंदगी के मारे भाई अपने रूम में चला गया तो मैं अपने रूम में।
जिया बेड पर नग्न होकर लेटी रही तभी बादल गरजने की आवाज सुनाई दी तो पल भर में ही खिड़की से बागान कि ओर देखी और तेज बारिश शुरु हो चुकी थी, इधर मेरे नग्न जिस्म पर कूलर की ठंडी हवा तो आंखों में अमित के लंड की तस्वीर, क्या करूं उस छोकरे के साथ? एक ओर मूसलाधार बारिश तो साथ में बिजली का चमकना और इसी बीच बत्ती भी गुल हो गई तो सिर्फ पंखा ही चल रहा था और फिर सोची की पता नहीं बिजली कब आएगी सो अमित को अपने रूम ही बुला लेती हूं और मैं उठकर अपने नाईटी को ली फिर पहन ली जिसकी डोरियां सामने की ओर थी, वाशरूम के दरवाजे की ओर से उसके रूम घुसी तो उसके रूम की ओर खुलनेवाले दरवाजा भी खुले थे और मैं उसके रूम आई तो वो बेड पर करवट लिए सो रहा था। जिया अब धीमे स्वर में बोली ” अमित सो गए क्या
( वो चित होकर बोला ) नहीं दीदी जगा हुआ हूं
( मै बोली ) बिजली गुल हो चुकी है तो मेरे रूम में ही आकर सो जाओ ” वो पहले तो आनाकानी कर रहा था फिर मेरे रूम आया तो रूम में सिर्फ नाईट बल्ब जल रहा था और दोनों बेड पर लेटे तो दोनों का चेहरा आमने सामने था, पूछी ” तुम वाशरूम में क्या कर रहे थे, बोलो अगर मॉम को बता दी तो समझ रहे हो क्या हाल तेरा होगा
( वो लेटे हुए ही कान पकड़ा ) सॉरी दीदी, दरवाजा अंदर से बंद करना भूल गया था लेकिन आप भी तो
( मैं उसके करीब हुई ) क्या आप भी तो, बोलो
( अमित मुझसे नजरे मिलाने लगा ) आप तो बिल्कुल ही नंगी थी ” और तभी मेरे अंदर की इच्छाएं जाग उठी फिर मैं उसको अपने बाहों में लिए चेहरा चूमने लगी, वो मेरे चुम्बन से असमंजस में पड़ गया और मुझसे छुटने की कोशिश करने लगा लेकिन जिया की इच्छा अपने छोटे भाई के साथ ही काम क्रीड़ा करने की जाग उठी तो उसके उपर ही मैं सवार हो गई और अमित अब विरोध करने की बजाय मुझे चूमने लगा तो उसके बदन पर लेटकर मैं उसके सर के पीछे हाथ लगाई फिर उसके ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन देने लगी तो मेरे बूब्स उसकी छाती से दब रहे थे और वो मेरे चूतड को नाईटी के उपर से ही सहलाने लगा।
अमित के चेहरे को चूम रही थी तो वो मेरे चूतड की गोलाई को सहलाता हुआ अपना जीभ मुंह से निकाला फिर मैं उससे नजरे मिलाते हुए उसके जीभ मुंह में लिए चूसने लगी तो भाई – बहन का पवित्र रिश्ता शर्मशार हो गया लेकिन सेक्स के सामने कौन सा रिश्ता टिकता है, वो भी इस कलयुग और भौतिकवादी युग में जहां की मोबाईल, इंटरनेट और टी वी ने बच्चे से लेकर बड़े तक के दिलोदिमाग को खराब कर चुका है। जिया अपने भाई अमित में नीलेश को ढूंढ रही थी तो मेरे से उम्र में ३ साल छोटा भाई मेरे मुंह में जीभ घुसाए चुसवा रहा था साथ ही मेरे गान्ड के दरार में उंगली रगड़ते हुए मस्त हो रहा था, फिर उसके जीभ निकाल बेड पर लेटी तो अमित मेरे बूब्स पर हाथ फेरने लगा और मैं उसे गुस्से भरी नजरों से देखी तो वो डर कर मेरे बूब्स पर से हाथ हटाया लेकिन तुंरत ही मैं बोली ” अमित पहले अपनी दीदी की नाईटी को तो खोलो ” वो खुशी से झूम पड़ा और मेरे बगल में बैठकर मेरे नाईटी की डोरी को खोला फिर उसे बाहों तक किए मेरे चूची को पकड़ दबाने लगा तो मैं खुद ही कामुकता वश रिश्ते भूल सेक्स की दुनिया में खो चुकी थी, मूसलाधार बारिश और भाई बहन का प्यार अगले भाग में……

...





जिया अपने जवानी की दहलीज पर कदम रख चुकी है तो मेरा छोटा भाई अमित अभी मात्र १७ साल का है, कहिए तो टीनएजर है लेकिन आज रात जो हुआ और जो होनेवाला है उसे पढ़कर आप लोग असमंजस में पड़ जाएंगे, सोचने पर मजबूर हो जाएंगे की क्या भाई और बहन हमबिस्तर हो रहे हैं तो ये कलयुग की पराकाष्ठा है या फिर दोनों एक मात्र भाई – बहन है जिन्होंने शारीरिक संबंध बना लिया। जिया के नग्न बदन पर हाथ फेरते हुए अमित अपना सब्र खो बैठा फिर वो मेरे नाईटी को बाहों से निकाल मुझे नग्न कर दिया लेकिन मेरी चूत पेंटी के अंदर थी और फिलहाल तो उसे मैं अपनी चूत देखने नहीं देती, एक ओर तेज बारिश तो दूसरी ओर भाई के साथ बेड पर सेक्स को तड़पती जिया अब चुप नहीं रह पाई ” ओह अमित अब मेरी बूब्स चूसो ना
( वो हंसते हुए मेरे स्तन पर चेहरा किया ) जरूर वैसे भी पहली बार आपको नंगा देखा और
( मैं ) चुप रहो और याद रहे कि किसी को ये बात मालूम नहीं होना चाहिए ” तो वो मुंह खोल चूची अंदर लिया फिर चूसने लगा तो मैं अमित के पीठ सहलाने लगी साथ ही उसके दूसरे हाथ मेरी दाई चूची को पकड़ दबाए जा रहा था तो मैं उसके कमर पर हाथ रख उसके शॉर्ट्स को नीचे करने लगी, भाई चूची चूसता हुआ एक हाथ से अपने शॉर्ट्स को नीचे कर दिया तो उसका गोरा लंड मेरी आंखों के सामने था, मैं हाथ बढ़ाई फिर चूची चुस्वाते हुए लंड को सहलाने लगी। जिया हफ्ता भर में ही दूसरा लंड देख रही थी तो उसको मैं आहिस्ते आहिस्ते हिलाते हुए मस्त थी और अमित चूची को चूसे जा रहा था तो मुझे भी अब मजा आने लगा ” उई उह अह आॅच प्लीज़ चूसते रहो ” लेकिन अमित सिर्फ मेरी चूची ही नहीं चूस रहा था बल्कि मेरे जांघो के बीच हाथ लगाए बुर को पेंटी पर से ही रगड़ रहा था फिर उसने मेरी चूची मुंह से निकाला। जिया अपने सांसों को नियंत्रित करते हुए बेड पर लेटी हुई थी लेकिन १७ वर्षीय छोकरा मेरे दूसरे स्तन को पकड़ मुंह में लेकर चूसने लगा साथ ही मेरे कमर पर हाथ फेरते हुए इलास्टिक कमरबन्द पेंटी को नीचे करने लगा तो मैं अब ढीली पड़ चुकी थी और उसे छाती से लगाए स्तनपान कराते हुए खुद हाथ से पेंटी को नीचे करने लगी ” उह उहं मॉम अब खुजली हो रही है आह मेरी चूची चूस चूसकर तूने कड़ा कर दिया, आह निप्पल भी टाईट हो गया ” फिर भी अमित अपनी दीदी की चूची चूसता रहा और आखिरकार उसके बाल पकड़ मैंने उसके चेहरे को पीछे की ओर धकेला तो वो उठकर वाशरूम चला गया और मैं अपने घुटने में फंसी पेंटी बाहर कर नग्न हुई फिर उठकर वाशरूम गई तो अमित अपना लंड पानी से धो रहा था, मैं बोली ” साबुन से साफ कर ले ” और उसके सामने ही मैं टॉयलेट सीट पर बैठे मूतने लगी, फिर बुर को साबुन से साफ कर टॉवेल से पोंछ दी।
मौसम तो सुहाना था और मूसलाधार बारिश के कारण थोड़ा ठंड भी लग रहा था लेकिन जिस्म की गरमी अपने चरम पर थी, बेड पर आकर बैठी तो अमित लेटा हुआ था और वो भी कमर से टॉवेल लपेटे तो मैं अब बेशरम की तरह उसके टॉवेल को खींच उसके लंड को नंगा की फिर लंड को हाथ में पकड़ बोली ” तू रोज हत्थू मारता है
( वो ) नहीं दीदी कभी कभार
( मैं हंसने लगी ) दीदी गई तेल बेचने जिया बोल या बीबी ” फिर उसके लंड को ओंठ से चूमने लगी तो उसके लंड के आसपास झांट नोचने में मजा आने लगा, साले का लंड मुश्किल से ३-४ इंच का होगा और उसकी बड़ी बहन सुपाड़ा को ओंठो के बीच लेकर चूसते हुए झांटों के बीच उंगली घुमा रही थी तो वो मेरे चूची पर हाथ लगाए जोर जोर से मसलने लगा और तभी मैं पूरा मुंह खोले उसके पूरे लंड को ही मुंह के अंदर लिए चूसने लगी, वो तड़प उठा और खुद अपने चूतड़ को उपर नीचे करते हुए मेरी मुह को ही चोदने लगा, ये उम्मीद छोटे भाई से नहीं थी लेकिन वो अब मेरे सर पर हाथ रखे मुंह को तेजी से चोदे जा रहा था तो मैं उसके लंड मुंह में रखे मस्त थी फिर मुंह से थूक निकलने लगा और अमित के गिले लंड बाहर कर खुद बेड पर लेटी ” क्यों दीदी कि बुर नहीं चाटेगा
( वो मुझे बाहों में लेकर चूमने लगा ) सेक्सी हो तुम लेकिन एक बात बताऊं
( मै ) हां बोल अमित
( वो बोला ) आपको ना कभी कभार छुप कर ड्रेस बदलते देखा था
( मैं उसके कान पकड़ ऐंठ दी ) बदमाश तब तो मेरे नग्न बदन को याद कर लंड हिलाते भी होगे ” लेकिन वो चुप रहा और अब मेरे कमर के पास बैठा तो जिया जांघ पर जांघ चढ़ाए लेटी हुई अमित को देख रही थी तो वो मेरे जांघ को पकड़ फैलाना चाहा लेकिन मेरी पकड़ थोड़ी मजबूत थी, सो जांघ पर जांघ तो चूत छुपा हुआ और वो फिर मेरे जांघ पर हाथ फेरने लगा साथ ही झुककर दूसरे जांघ को चूम रहा था, अब तो मेरी पकड़ ढीली होने ही थी फिर भी उसके ओंठ का प्यार अपने चिकने जांघ पर सहती हुई जांघ पर जांघ चढ़ाए हुए थी और अमित अब एक हाथ मेरे पेट पर घुमा रहा था, खुद उसके हाथ पकड़ अपने बूब्स पर रख दी तो वो चूची दबाता हुआ मेरे जांघों को चूमने लगा और अब तो जिया ढीली पड़ गई। जिया की जांघें फैलने लगी तो भाई मेरे चूत को सहलाने लगा और अब तो दोनों जांघ पूरी तरह से फैलाकर मैं आहें भर रही थी ” ओह अमित प्लीज़ अब इसको चुमो ना
( वो मेरी चूत पर हाथ फेरने लगा ) किसको चूमना है बेबी
( मैं चेहरा फेरते हुए बोली ) मेरी चूत को चूम चाट साले ” और वो अपना चेहरा मेरी बुर पर लगाए ओंठ से बुर की मोटी फांकों को चूमने लगा, अब मैं अमित के लंड से चुदवाने को बेकरार थी लेकिन अभी तो अपनी योनि चुम्बन करवाने में मस्त थी, वो मेरे चूत को उंगली से फैलाकर जीभ को अंदर घुसाया फिर चाटता हुआ मेरे कमर पकड़े था तो मैं ” ओह प्लीज़ अमित तेजी से जीभ घुसा ना आह मेरी चूत कितनी गुदगुदी ” और तभी वो बुर में जीभ घुसाए लपलप चाटने लगा तो जिया अब बोल पड़ी ” ओह माई गॉड मेरी चूत से कितनी जल्दी रस निकाल दिए ” तो अमित जीभ निकाल कर उंगली से चूत कुरेदने लगा




बारिश का मौसम खुशनुमा ही होता है और अगर बेड पर आप बेड पार्टनर के साथ हों तब तो कहिए कि मन प्रफुल्लित हो उठेगा लेकिन यहां जिया अपने लवर के साथ नहीं बल्कि अपने छोटे भाई अमित के साथ थी, भाई की उम्र महज १७ वर्ष तो फिलहाल अच्छे से मूंछ और दाढ़ी भी नहीं उगी है साथ ही लंबाई ५’१० इंच तो गोरा रंग लेकिन अभी मेरे सामने कहिए तो बच्चा ही है तो मैं २० साल की जवान लड़की और लंबाई ५’४ इंच साथ ही सांवला रंग तो संतरे समान चूचियां और गोल गद्देदार गान्ड लेकिन चूत फिलहाल पूरी तरह से परिपक्व नहीं हुई है कारण कि चूत रानी को लंड का स्वाद नहीं मिला है तो भी चूत के दोनो फांक लालिमा लिए हुए साथ ही फुली हुईं तो छेद कम लचीला और मैं बेड पर अमित के साथ लेटे हुए थी तो उसने मेरी चूत चाट चाटकर गर्म कर दिया फिर उससे रस निकला तो वो चाट भी लिया और अब बगल में लेटकर मेरे जिस्म को सहलाने लगा ” जिया क्या तुम पहले भी किसी लड़के के साथ
( मैं करवट हुई और उसे बाहों में लेकर चूमने लगी ) तू तो जवान हो गया, अपनी बड़ी बहन से ऐसे सवाल कर रहा है
( वो मेरी चूतड को सहलाने लगा ) फिर भी कोई तो बॉय फ्रेंड होगा या आपका आशिक
( मैं उससे लिपटकर बोली ) मेरे पीछे तो कई हैं लेकिन मैं अभी तक किसी को घांस नहीं डाली हूं, आज पहली बार किसी का लंड इतने करीब से देखी फिर उसे चूस ली, मेरी वर्जिनिटी कायम है ” तो वो मेरे ओंठ चूमा फिर मुझे चित करके मेरे छाती के उपर चेहरा किया तो मैं खुद अपने चूची को पकड़ उसके चेहरे पर रगड़ने लगी और वो मुंह खोले चूची अंदर लिया फिर चूसने लगा, धीरे से मेरे सेक्सी जिस्म पर लेट कर चूची चूसने लगा तो उसका लंड मेरे चूत पर ठोकर मार रहा था, सोची की एक बार लंड अंदर घुसा लूं क्या, फिर लगा जल्दबाजी में चूत की सील तुड़वाना ठीक नही और उसके बाल सहलाते हुए मैं मजे ले रही थी ” उह ओह आह चूस चूसने में कोई मनाही नहीं उह बुर की खुजली ”
अमित मेरी चूची मुंह से निकाला फिर दूसरी चूची मुंह में लिए चूसने लगा तो मैं उसके बाल और पीठ सहलाते हुए तन बदन के कामुकता से जूझ रही थी वैसे भी अब तो मेरे पास विकल्प था कि किससे चूत की सील तुड़वाई जाई…. छोटा भाई या नीलेश या अभी अपने कुंवारेपन को बरकरार रखा जाए तो चूची छोड़कर वो मेरे ऊपर से उठा और मैं उसे बोली ” फ्रेश हो लो फिर तेरा चूस चूस कर निकाल दूंगी ” जिया लेटी रही और कुछ देर में अमित बेड पर आया तो बिजली भी आ गई लेकिन तेज बारिश कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था, अब उसको लेटने बोली फिर उसके बदन पर डॉगी स्टाईल में हुई लेकिन मेरा चेहरा उसके पैर की ओर तो मेरे चूतड के नीचे उसका चेहरा, दोनों जांघें फैलाए किसी रण्डी की तरह अब योनि पूजन में लग गई तो मेरा भाई भी काफी समझदार था और वो मेरे चूतड को ही चूमने लगा और मैं उसके लंड पकड़ चूमने लगी, लंड की मोटाई को घुमाते हुए ओंठ से चूमने का मजा ले रही थी लेकिन अमित कुछ ज्यादा ही उत्तेजित था फिर वो मेरे चूत को फैलाया और जीभ से कुत्ते की तरह चाटने लगा तो उसके एक हाथ मेरे मुलायम बूब्स दबा रहे थे और जिया पूरा लंड मुंह में भर कुछ पल तो मुंह बन्द किए चूसती रही लेकिन फिर मुंह का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी और अमित मेरे चूत से जीभ निकाला फिर अपने उंगली चूत में घुसाने लगा तो उसकी जीभ गान्ड को चाटने लगी और मेरी प्यासी मुंह लंड निकाल कर जीभ से चाटते हुए जांघ सहला रहा था ” ओह उह आह मजा आ रहा है लेकिन उंगली क्यों
( अमित बोला ) तो लंड पेल दूं सेक्सी ” मैं चुप रही और वो मेरे चूत से उंगली निकाला फिर गान्ड के छेद पर थूका और जीभ से चाटने लगा तो मुझे दुबारा चूत से रस निकलने का एहसास हुआ लेकिन फिलहाल निकल नहीं रहा था और अब मैं उसके बदन पर से उतर गई तो अमित गुस्से में बोला ” ओह बीच में ही मजा किरकिरा कर दी ” मैं चुप रही और उसके लंड मुंह में लिए चूसने लगी तो वो अपने चूतड़ ऊपर उठाते हुए लंड से मेरी मुख चुदाई करने लगा, ये तो मस्ती की पराकाष्ठा थी तो मैं भी अपना मुंह हिलाते हुए लंड चूस रही थी और मुझे वीर्य का स्वाद चखना था इसलिए चूसती रही। अमित मेरे बाल पकड़ा फिर चूतड ऊपर करते हुए मुंह को ही चोद रहा था तो मेरे मुंह से थूक निकलने लगी और पल भर बाद वो बोला ” उह उई अब मेरा रस निकल जाएगा ” , तो मैं उसके पूरे लंड मुंह में लिए सर को स्थिर की तो लंड से वीर्य का फव्वारा निकल पड़ा, मुंह में गर्म चिपचिपा वीर्य आंनद आ गया और मुंह से लंड निकाली तो मेरे ओंठ से बदन तक पर भी वीर्य लग चुका था, अमित बोला ” तेरी एक तस्वीर खींच लूं क्या बिल्कुल धंधे वाली लग रही हो ” और मैं वाशरूम चली गई फिर फ्रेश हुई और दोनों अपने अपने बेड पर जाकर सो गए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: जिया की कामुकता उर्फ बुर कि दुर्दशा - by neerathemall - 16-08-2022, 03:27 PM



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