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जिया की कामुकता उर्फ बुर कि दुर्दशा
#23
जिया नग्न अवस्था में अपने बॉय फ्रेंड नीलेश के गोद में बैठ गई तो मेरे दोनों पैर उसके कमर में लिपटे थे और नशे में मस्त जिया उसके गर्दन में बाहें डाले ओंठ चूमी फिर वो मेरे जीभ मुंह में लिए चूसने लगा तो उससे चिप्पकर बैठी हुई जिया उसके गर्दन में हाथ डाले अपना लम्बा जीभ उसकी मुंह में पैबस्त किए चुसवा रही थी तो उसका टाईट लंड मेरी नाभि से चुभने लगा और दोनों की सांसे आपस में टकराकर कामुकता की ओर धकेल रही थी। नीलेश कुछ पल में मेरी जीभ छोड़ा साथ ही पीठ सहलाता हुआ पूछा ” तुम वर्जिन हो
( मैं उसके चेहरे को चूम ली ) हां लेकिन क्यों पूछ रहे हो
( वो मेरे चेहरे को चूम लिया ) कारण की आजकल की लड़कियां जल्द ही अपनी वर्जिनिटी खो देती है
( मैं उसके कंधे पर से हाथ हटाई और फिर उसे जोर से पीछे की ओर धकेल दी ) अब बताती हूं मैं अपनी वर्जिनिटी ” तो नीलेश बेड पर लेटा हुआ था और मैं उसके कमर के पास बैठी फिर लंड को पकड़ उसके सुपाड़ा को ओंठ पर रगड़ते हुए उससे नजरें मिलाने लगी तो नीलेश लेटा हुआ मेरी ओर हाथ बढ़ाया तो मैं उसके इरादे को सम्मझ कर उसके चेहरे की ओर चूतड को की तो मेरा नग्न बदन घुटनों के बल था और सच पूछिए तो मेरी इच्छा उसके उपर सवार होकर योनि चूसन का था वो भी अपनी चूतड उसके चेहरे के उपर किए तो अपना चेहरा उसके लंड की ओर किए लेकिन हूं तो लड़की जात इसलिए सिर्फ अपने जिस्म को विपरीत दिशा में किए रही, जिया उसके लंड को चूम चूमकर मस्त हो रही थी तो नीलेश मेरे चूतड के मांश्ल हिस्से को हाथ से पकड़ दबा रहा था और तभी मैं मुंह खोले उसका पूरा लंड अंदर ली तो लंड चूसते हुए उसके हाथ का स्पर्श चूतड पर पा रही थी। नीलेश अब मेरी चूतड़ से हाथ नीचे की ओर ले गया और मेरी चूत को उंगली से रगड़ने लगा, पता नहीं ये चूत साली बिना छुए केसे फ्लक जाती है तो नीलेश के लंड को चूसकर चेहरा पीछे की ओर की तो वो बोला ” बेबी क्यों ना तुम मेरे ऊपर ही आ जाओ इसी तरह ताकि दोनों दोनों के योनि को चूम चाट सकें
( मैं अब नीलेश के उपर डॉगी स्टाईल में हुई ) ठीक है डियर ” तो जिया अब उसके लंड को जीभ से चाटने लगी तो मेरे चूतड के नीचे नीलेश का चेहरा था लेकिन जांघों के बीच तो मेरी जांघें पूरी तरह से फैली हुई थी और मैं किसी बोल्ड लड़की की तरह उसके लंड को जीभ से चाटते हुए मस्त थी। नीलेश अब मेरे कमर में हाथ डाले चूतड को ही चूमने लगा साथ ही एक हाथ मेरे स्तन पर लगाए दबा रहा था और मैं दुबारा उसके लंड को मुंह में लिए चूसने लगी, इधर नीलेश मेरी चूतड चूम चूमकर अब कुत्ते की तरह जीभ से मेरी गान्ड की दरार को चाटने लगा तो उसने अपनी एक उंगली मेरी चूत में पेल रखी थी तो उसके लंड को मुंह में लिए सर का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी और नीलेश अब मेरी गान्ड की छेद में थूक कर जीभ से चाटने लगा।
जिया के जीवन में रंग भर रहा नीलेश मेरी जिस्म का भूखा था तो मेरी वर्जिनिटी के बारे में पूछकर उसने अपनी सोच ब्यक्त की, लगता है जल्द ही मेरी चूत की झिल्ली वो नश्ट कर देगा लेकिन अभी तो मेरी गान्ड के छेद में जीभ घुसाए चाटे जा रहा था और मैं मुखमैथुन करते हुए मस्त थी लेकिन मेरे मुंह से सेक्सी आवाज निकल रही थी ” ओह उह यस चाट चाट बे कुत्ते
( वो मेरी चूत से उंगली निकाला ) सेक्सी गर्ल तुम्हें जल्द ही एक तोहफा मिलेगा
( मैं लंड मुंह से निकाल पीछे देखी ) ओह तो गिफ्ट क्या है ये तो बताओ ” लेकिन वो चुप रहा फिर मैं उसके उपर से हटी तो बेड पर लेटते ही उसने मेरी चूतड के नीचे तकिया लगाया और जिया जांघें फैलाए चूत चटवाने को तैयार थी। मुझे देखते हुए उसने चूत को सहलाया फिर चूत पर चुम्बन देने लगा तो मेरी चूत पहले से ही काफी गर्म थी और फिर वो चूत के दोनो फांक को उंगली के बीच पकड़े मिंजनें लगा ” उह आह उई ये क्या कर रहे हो जान ” लेकिन वो चूत की फांकें को मिंजता रहा और तभी मेरी बुर रस छोड़कर गीली हो गई तो मैं उसको बोली ” नीलेश अब तो रस भी निकल चुका है प्लीज़ चाटो ना
( वो चूत को उंगली से फैलाकर झुका और बोला ) इसमें लंड की दरकार है बेबी जीभ से कुछ नहीं होगा ” और वो मेरी चूत में जीभ घुसाने का प्रयत्न करने लगा लेकिन मेरी चूत पूरी तरह से टाईट थी सो उसके थोड़े से जीभ ही अंदर घुसकर चाटे जा रहे थे और जिया बुर का रस निकलने से थोड़ी ढीली पड़ चुकी थी, नीलेश का एक हाथ मेरे स्तन को दबाने में मस्त था तो उसकी जीभ रस को चाटे जा रही थी ” ओह नीलेश अब प्लीज़ मुझे भी चूसना है छोड़ो ना ” तो उसका तमतमाया चेहरा देख मैं मुस्कुरा दी और अब नीलेश बेड पर दोनों पैर सीधा किए लेट गया तो उसकी लवर या बेड पार्टनर लंड को पकड़ सीधे मुंह में ले ली और चूसते हुए सर का झटका दे देकर मस्त हो रही थी तो नीलेश अब हाथ बढ़ाकर मेरे सर पर रख दिया साथ ही अपने चूतड उछालते हुए मेरे मुंह को ही लंड से चोदने लगा तो उसका कड़ा लंड मेरे गले तक जाकर फंस रहा था, फिर भी ऐसे समय में कोई फर्क नहीं पड़ता तो मैं अपने मुंह को लंड से चुदवा चुदवाकर गर्म होने लगी और उसके सुपाड़ा को गले में बार बार अटकने के कारण झट से लंड मुंह से निकाली और उस लंड को पकड़ हिलाते हुए हस्तमैथुन करने लगी तो नीलेश मेरे सामने बैठकर दोनों स्तन इस कदर दबाने लगा मानो वो आंटा गूंथ रहा हो और मैं जोर जोर से उसके लंड को हिलाए जा रही थी तो वो चिनख पड़ा ” ओह जिया मेरा लंड झड़ेगा ” तो मैं उसके सामने बैठी ही रह गई तो लंड से वीर्य की पिचकारी छुट पड़ी और मेरे कमर से नाभि तक वीर्य लग गया साथ ही मेरा हाथ वीर्य से चिपचिपा हो गया और दोनों एक दूसरे को देख शरमाने लगे…
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: जिया की कामुकता उर्फ बुर कि दुर्दशा - by neerathemall - 16-08-2022, 03:20 PM



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