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जिया की कामुकता उर्फ बुर कि दुर्दशा
#18
पिछले भाग के आगे… मॉम तो अमन से चुदाई का मजा लेकर मस्त हो गई तो मैं नशे में झूम रही थी और मेरा दोस्त अमन थकान महसूस करता हुआ आराम कर रहा था, कुछ देर बाद रेस्तरां से खाना भी आ गया और मैं नंगे ही बेड पर लेटी थी तो मॉम और अमन दोनों दूसरे रूम में थे और रात ग्यारह बजे के आसपास तीनों खाना खाकर थोड़ा रेस्ट किए फिर सेक्स की दुनिया में चले गए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: जिया की कामुकता उर्फ बुर कि दुर्दशा - by neerathemall - 16-08-2022, 02:59 PM



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