16-08-2022, 02:25 PM
इसी के साथ साथ उसके मुँह से लगातार निकल रहा था- आह … सी … ई … बेबीईई … आह … करते रहो … अह … आ … ऐसे ही … अच्छा लग रहा है.
अब सारिका ने मेरा सर कसकर अपनी योनि पर जोर से दबा दिया जिससे मुझे सांस लेने में दिक्कत होने लगी.
मैंने अपने होंठ हटा लिए.
मेरे होंठ हटाते ही सारिका ने अपना सर तकिए पर पटक दिया और लंबी लंबी सांस लेने लगी.
कुछ देर बाद मैंने फिर से जीभ को उसकी बुर पर लगा दिया और चाटने लगा.
वो फिर से ‘आअहह उम्म ह्म्म्म अम्म …’ जैसी आवाजें निकालने लगी.
थोड़ी ही देर में उसका बदन अकड़ने लगा और वो एक लंबी आह के साथ भलभला कर आ गयी … मतलब वो एक बार स्खलित भी हो गयी.
उसके बाद मैंने सारिका को छोड़ दिया और अपने कपड़े ठीक करने लगा.
सारिका भी उठी और अपने कपड़े पहनने लगी.
फिर हम दोनों लॉज से निकल आए.
रास्ते भर सारिका ने मुझसे बात नहीं की, मैं बार बार पूछता रहा पर उसके मुँह से एक शब्द नहीं निकला.
घर पहुंच कर मैंने उसे सॉरी का मैसेज किया और अपने लॉज वाली हरकत के लिए माफ़ी मांगी.
सारिका ने कोई जवाब नहीं दिया.
मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर सारिका मुझसे किस बात पर नाराज़ है?
मैंने उसे कई मैसेज किए पर सारिका किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दे रही थी.
करीब एक डेढ़ घंटे बाद सारिका का मैसेज आया.
‘बोलो!’
मैंने उससे उसकी नाराज़गी की वजह पूछा, तो वो कहने लगी कि आज जो कुछ तुमने किया, कहीं उस वजह से मैं प्रेग्नेंट हो गयी तो?
उसका ये मैसेज देखकर मुझे हंसी आ गयी.
पर अच्छा था कि हम व्हाट्सएप पर बात कर रहे थे और सारिका मुझे देख नहीं पा रही थी वरना पक्का वो और नाराज़ हो जाती.
मैंने उसे कॉल करने को बोला.
फिर उसे समझाया कि ये रामायण या महाभारत वाला युग नहीं है जो किसी के छूने या गले लगाने से या चूमने से लड़की प्रेग्नेंट हो जाती है.
इसके साथ ही मैंने उसे प्रेग्नेंट होने की पूरी प्रक्रिया को समझाया.
उसके बाद सारिका शांत हो गयी और अच्छे से बात करने लगी.
रात को व्हाट्सएप पर चैटिंग के दौरान जब मैंने उससे पूछा- लॉज में जो कुछ किया, वो सब कैसा लगा?
उसने बताया- मुझे तो कुछ समझ में ही नहीं आया कि उस वक़्त क्या हो रहा था. मेरे लिए वो सब कुछ एकदम नया अहसास था.
फिर जब मैंने पूछा- कैसा लगा?
तो उसने बताया- मुझे बहुत मज़ा आया.
उसके बाद हम दोनों ने प्यार भरी बातें की और एक दूसरे को शुभरात्रि कह कर सो गए.
अब सारिका ने मेरा सर कसकर अपनी योनि पर जोर से दबा दिया जिससे मुझे सांस लेने में दिक्कत होने लगी.
मैंने अपने होंठ हटा लिए.
मेरे होंठ हटाते ही सारिका ने अपना सर तकिए पर पटक दिया और लंबी लंबी सांस लेने लगी.
कुछ देर बाद मैंने फिर से जीभ को उसकी बुर पर लगा दिया और चाटने लगा.
वो फिर से ‘आअहह उम्म ह्म्म्म अम्म …’ जैसी आवाजें निकालने लगी.
थोड़ी ही देर में उसका बदन अकड़ने लगा और वो एक लंबी आह के साथ भलभला कर आ गयी … मतलब वो एक बार स्खलित भी हो गयी.
उसके बाद मैंने सारिका को छोड़ दिया और अपने कपड़े ठीक करने लगा.
सारिका भी उठी और अपने कपड़े पहनने लगी.
फिर हम दोनों लॉज से निकल आए.
रास्ते भर सारिका ने मुझसे बात नहीं की, मैं बार बार पूछता रहा पर उसके मुँह से एक शब्द नहीं निकला.
घर पहुंच कर मैंने उसे सॉरी का मैसेज किया और अपने लॉज वाली हरकत के लिए माफ़ी मांगी.
सारिका ने कोई जवाब नहीं दिया.
मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर सारिका मुझसे किस बात पर नाराज़ है?
मैंने उसे कई मैसेज किए पर सारिका किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दे रही थी.
करीब एक डेढ़ घंटे बाद सारिका का मैसेज आया.
‘बोलो!’
मैंने उससे उसकी नाराज़गी की वजह पूछा, तो वो कहने लगी कि आज जो कुछ तुमने किया, कहीं उस वजह से मैं प्रेग्नेंट हो गयी तो?
उसका ये मैसेज देखकर मुझे हंसी आ गयी.
पर अच्छा था कि हम व्हाट्सएप पर बात कर रहे थे और सारिका मुझे देख नहीं पा रही थी वरना पक्का वो और नाराज़ हो जाती.
मैंने उसे कॉल करने को बोला.
फिर उसे समझाया कि ये रामायण या महाभारत वाला युग नहीं है जो किसी के छूने या गले लगाने से या चूमने से लड़की प्रेग्नेंट हो जाती है.
इसके साथ ही मैंने उसे प्रेग्नेंट होने की पूरी प्रक्रिया को समझाया.
उसके बाद सारिका शांत हो गयी और अच्छे से बात करने लगी.
रात को व्हाट्सएप पर चैटिंग के दौरान जब मैंने उससे पूछा- लॉज में जो कुछ किया, वो सब कैसा लगा?
उसने बताया- मुझे तो कुछ समझ में ही नहीं आया कि उस वक़्त क्या हो रहा था. मेरे लिए वो सब कुछ एकदम नया अहसास था.
फिर जब मैंने पूछा- कैसा लगा?
तो उसने बताया- मुझे बहुत मज़ा आया.
उसके बाद हम दोनों ने प्यार भरी बातें की और एक दूसरे को शुभरात्रि कह कर सो गए.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.