13-08-2022, 08:58 AM
(12-08-2022, 06:12 PM)maitripatel Wrote: वाह बहोत ही बढ़िया कहानी
काश ये कुछ और लम्बी होती मेरे भी बूब्स की निपल टाईट हो गए और निचे की तो पूछो ही मत
बढ़ि या निराजी ऐसे ही लिखते रहे
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.