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अंतरंग हमसफ़र
मेरे अंतरंग हमसफ़र

छठा अध्याय

लंदन में पढ़ाई और मस्तिया

भाग 7

सार्वजानिक और खुले तौर पर सम्भोग 




फिर मैंने एंजेल का हाथ लिया, और उसे अपने लंड पर रख दिया और मेरा हाथ उसकी योनि पर रख दिया जो मुझे गीली लगी और उसने मेरे लिंग और मेरी गेंदों को महसूस किया उसे अपने हाथ में जब्त कर लिया।

"प्रिय कुमार," उसने कहा, "मैं बहुत अच्छी तरह से देख और महसूस कर रही हूँ कि आप मुझे कितना चाहते हैं। आप कितने उत्साहित, सुंदर, मजबूत , कठोर और बड़े हैं, और मुझे आपका यह बड़ा और कठोर औजार पसंद आया है। और मैं जल्द ही आपको इसका सबूत दूंगी ।"

और उसका छोटा हाथ धीरे से हिलने लगा और मैं स्पष्ट तौर से प्रसन था और मेरा लंड बिल्कुल कड़ा हो गया था।

फिर उसने हॉल में मौजूद सभी लोगों के सामने अपना हाथ खोल कर मेरे असाधारण और बड़े लिंग को उजागर किया, जिसे देख कुछ लड़कियां लगभग हैरान रह गईंऔर चीखने लगी । लंड का सिर गुलाबी था और लंड बड़ा और कड़ा था, इसकी लंबाई और मोटाई देख तीन लड़कियों चक्कर खा कर गिरने लगी तो उन्हें उनके पास खड़े पुरुषो ने संभाला और उन लड़कियों के बारे में मुझे बताया गया कि वे कुंवारी थीं और उन्होंने सम्भवता इतना बड़ा लंड पहली बार देखा था ।




[Image: RUNA0.gif]
[img=710x0]https://i.ibb.co/VJDZXjr/RUNA0.gif[/img]
"आओ प्रिय कुमार", एंजेल ने कहा, "मेरे प्रिय, मैं तुम्हें मना करने के लिए बहुत दुखी थी । "आओ, अब, और इसे मेरे अंदर डाल दो," उसने कहा।

"लेकिन मेरी प्यारी हम ये कहाँ करने वाले हैं?" मैंने चारो और आँखे दौड़ा कर पूछा और तभी मैंने चार आदमियों जो नक्काशीदार शीशम के एक दीवान के साथ हाल के केंद्र की और बढ़ते हुए देखा जो बेहतरीन लिनन की चादरों से ढँके हुए थे, एक ब्रसेल्स लेस के साथ उसे बॉल रूम के केंद्र में स्थापित किया गया और जब वे निर्धारित स्थान पर रुके, तो वो स्थान जहाँ दीवान रखा गया था दीवान के साथ ऊपर को उठ गया ,म मुझे तुरंत समझ आ गया की हमे इस दीवान की और चलना है और इसे इसलिए ऊपर को उठाया गया है ताकि सब लोग हमे आसानी से देख सके ।

समिति के प्रधान एंजेल का चचेरा भाई और सदस्य ब्रेडी मेरे पास आये और मुझे सोफे के पास ले गए , जबकि तीन महिलाओं ने मैडम एंजेल को लिया, और उसे अपनी पीठ पर लिटाकर उसके एक तरफ एक छोटा सा पेंच कस दिया, और झरनों का अभिनय करते हुए, एंजेल के उस हिस्से को उठाया जिस पर उसके सुंदर नितंब टिके हुए थे, उन्हें उसके सिर और पैरों से कम से कम एक फुट ऊंचा उठाकर, एक प्रकार का धनुष बनाया, और उसके पेट और जांघों के उस हिस्से को नीचे की फेंक दिया जो प्रिय एंजेल की योनि के सबसे निकट थे ।

इसलिए जैसे ही उन्होंने सब कुछ व्यवस्थित कर लिया, तीनों लड़कियां थोड़ा पीछे हट गईं, और मुझे सोफे के पास जाने के लिए कहा गया और मेरा लंड अब आगे मुझे क्या करना है ये जान कर सख्त था और सांप की तरह लहरा रहा था । लड़कियां लंड को देखकर कराहने लगी लेकिन एंजेल ने स्पष्ट रूप से किसी भी डर को प्रकट नहीं किया जब मैं एंजेल के पास पहुंचा तो उसने मेरे विशाल और भयानक दिखने वाले लंड को अपने हाथ में लिया, उसे एक पल के लिए सहलाया, और कहा - "महाशय शुरू किजिये और अपने छोटे साथी के पास आईये और ये सुनिश्चित कीजिये कि आप फिर बहुत जल्द दूर न जाएं।"

मैंने अपना विशाल लंड हाथ में लिया, और थोड़ी सी लार से उसे गीला करके उन दोनों होठों के बीच लगाने लगा, मैंने महसूस किया की एंजेल झिझक नहीं रही थी और जितना हो सके अपनी जनघो को फैला कर अपने उस भाग को खोल दिया जो उसने मेरे सामने प्रस्तुत किया था.

निश्चित रूप से मैंने अभी तक जेन , रोजी, रूबी, टीना मोना . हुमा , रुखसाना , एमी मिली लिली और सपना और मेरे फूफेरे भाईयो बॉब और टॉम इत्यादि के साथ जो भी सामूहिक सेक्स क्रियाओ में भाग लिया था उसके कारण मुझे सार्वजानिक और खुले तौर पर सम्भोग काने में कोई हिचक या शर्म महसूस नहीं हो रही थी .

और पुरूषों ने मुझे एंजेल के ऊपर जो मेरे साथ इस प्रिय काम में सहभागी बनने वाली थी उसकी योनि के द्वार पर अपना लिंग रखने के लिए प्रेरित किया एंजेल ने मेरे लिंग का स्वागत करने और मुझे अपने अंदर आने देने के लिए अपनी पहले से खुली हुई जांघों को पूरी तरह से बढ़ा कर फैला दिया ।

फिर मुझे आराम से उस दीवान पर लेटी हुई एंजेल के ऊपर लिटाया गया, तो सज्जनों ने हमें रबर की बेल्टों के माध्यम से सोफे के साथ बांध दिया, जो कि उस बिस्तर से जुडी हुई थी और हमें एक दुसरे को मजबूती से पकड़ने की हिदायत दी ।

मुझे जल्द ही इस प्रकार से हमे बांधे जाने की आवश्यकता का एहसास हुआ, क्योंकि मुझे एहसास हुआ की दीवान के नीचे तारपोलिन का आधार है जो बेहद शक्तिशाली स्प्रिंग के साथ जुड़े हुए हैं और मेरे कम से कम गति के हलके से भी दबाब देने पर शक्तिशाली स्प्रिंग्स के स्प्रिंगिंग ने मुझे सोफे से उछाल कर मुझे मेरे साथी से दूर कर दिया होता ।

हमने ओंठो पर चुंबन करना शुरू किया और फिर जीभ से जीभ मिली और प्यारी एंजेल जो मेरे नीचे लेटी हुई थी उसने अपनी टाँगें मेरी पीठ पर लपेट दी और मुझे अपनी बाँहों में जकड़ कर दिखा दिया कि वह इस समय मेरे साथ सम्भोग के मजेदार अनुभव के लिए पूरी तरह से तैयार है।

जारी रहेगी
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RE: अंतरंग हमसफ़र - by aamirhydkhan1 - 12-08-2022, 10:57 PM



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