Thread Rating:
  • 17 Vote(s) - 2.06 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
अंतरंग हमसफ़र
मेरे अंतरंग हमसफ़र

छठा अध्याय

लंदन में पढ़ाई और मस्तिया

भाग 3

साथी का चयन 



हॉल के अंत में सुगंधित पानी का एक संगीतमय फव्वारा था जो मीठे संगीत के साथ चल रहा था और कमरे में सुगंधित शीतलता बिखेर रहा था । हाल की दीवारों को चित्रों से सज्जित किया गया था जिसमे हर तरह की कामुक मुद्रा और स्थिति में महिलाऔ को किसी पुरष के साथ सेक्स में लिप्त दर्शाया गया था।

उससे आगे बढे तो वहां भोजन कक्ष था जिसके केंद्र में एक लंबी मेज थी, जिस पर सोने और चांदी की प्लेटो पर परोसा जाने वाला सबसे शानदार और स्वादिष्ट रात्रिभोज रखा गया था, भोजन कक्ष की दीवारों को चित्रों से सज्जित किया गया था जिनमे कामुक कलाकृतिया बनी हुई थी और अन्य अलंकरणों में सीटों और मेज पर सभी आकार और स्थितियों में पुरुषों और महिलाओं के नग्न आकृतिया थी जो सम्भोग में लिप्त थे .

फिर मेरे परिचय वहां उपस्थित सभी सज्जनो से करवाया गया और उपस्थित सज्जनों से परिचय होने के बाद, और मुझे बताया गए की अब मुझे क्लब की विभिन्न सुंदरियों को देखने का सुअवसर मिलेगा और क्लब की सभी महिलाये जल्द ही हमारेसाथ भोजन के लिए भोजन कक्ष में प्रवेश करेंगी , और जैसे ही वे कमरे में आएं तो उनमे किसी एक को जो मुझे सबसे ज्यादा पसंद आये उसे चुनना होगा क्योंकि क्लब के नियमो के हिसाब से वे सब यहाँ पूरी तरह से स्वतंत्र थे,और इस संबंध में पुरुषों के बीच आपस में कोई ईर्ष्या नहीं थी।

जब मुझे ये बताया गया तो ब्रेडी ने चुपके से मेरा हाथ दबा दिया और मुझे इशारा किया की वो इस काम में मेरी मदद करेगा .

उसके बाद कुछ हो क्षणों में बगल के दरवाजे से दुनिया की सबसे खूबसूरत युवा लड़कियों की एक मंडली ने भोजन कक्ष में प्रवेश किया। , जिसकी मैं कल्पना भी नहीं कर सकता था, इतनी सुंदरता एक साथ इकट्ठी देख कर मुझे लगा मुझ पर बिजली गिर गयी है और मैं जड़ हो गया . वे सभी महिलाये मोहक रूप से सुशोभित थी और वे सबसे कामुक व्यवहार का प्रदर्शन करते हुए, उल्लासपूर्वक कमरे में आयी । उनके अंग और उनका आकार में दोष निकालना कठिन था . उन सभी की गर्दन लम्बी और चेहरे की गोरापन एकदम चमकता हुआ और आकर्षक था , गालो पर गुलाब के रंग के साथ थोड़ा गुलाबी, और काले, सुनहरे , गहरा लाल भूरे या शाहबलूत के द्रव्यमान से छायांकित केश जो की तरह प्रकाश में पिघले हुए सोने की किरणों की तरह लहरातेहुए उनके सुंदर गोल कंधों पर छल्लों में गिर रहे थे, जबकि उनकी सुंदर नशीली आँखें, लंबी रेशमी पलकों में आधी छिपी हुई थीं, और चमक रही थीं और कामुकता से जगमगा रही थीं, जिससे ऐसा लग रहा था जैसे नश्वर साँचे की किसी भी महिला के बजाय हूरो को स्वर्ग से उतारा गया हो । और इस सभी के अतिरिक्त जिस चीज ने उनके आकर्षण को मुझ पर हावी करने का काम किया, वह थी उनकी शानदार पोशाक।



[Image: p01.jpg]

सबसे पहले जो युवा लड़किया आयी उन्होंने कुछ ने पैंट तो कुछ ने पूरा गाउन या सिमर, या स्कर्ट या फिर एक परम्परागत ड्रेस पहने हुए खूबसूरती से अपने उन्नत छातियों और गोल कूल्हों को प्रदर्शित करते हुए प्रवेश किया। मैं उनकी खूबसूरती में खो सा गया . मैं सोचने लगा की ऐसी सुंदरता तो मैंने कभी किसी सौंदर्य प्रतियोगिता में भी नहीं देखि है . हम अभिजात्य वर्ग के पुरुष अपनी उत्कृष्ट गुणों वाली सुंदरियों को अपने लिए बचा और छुपा कर रखते हैं और सामान्य जनो के घरो में छुपी हुई सुंदरता को ढूंढने के लिए ही हमने सौंदर्य प्रतियोगिताओं का रास्ता चुना है जिससे उन्हें हम देख और निहार सके और यदि मौका मिले तो उनका साथ भी प्राप्त कर सके .



[Image: p00.jpg]


मैं किंकर्त्तव्यविमूढ़ था की किसको चुनु . सभी एक से बढ़कर एक सुंदर थी . मैंने महसूस किया की ब्रेडी ने मेरा पाँव दबा रखा है जो इस बात का इशारा था की मुझे अभी रुकना चाहिए . तो मैं सब को देखता रहा .




[Image: q000.jpg]
फिर उनमे से एक लड़की जो की एक सुंदर गोरी थी जिसने सबसे पहले प्रवेश किया था वो मेरे पास आयी और उसने अपना एक हाथ मेरे बिना कपड़े के नितंब पर टिका दिया और वो गुदगुदी करने लगी जिससे मुझे मेरा लिंग कठोर होता हुआ और उठता हुआ महसूस हुआ, वो अपना मुँह मेरे ओंठो के पास ले आयी और मुझे आभास हुआ की वो अब उत्साह के साथ मेरे मुंह पर चुंबन करेगी, हालांकि मैंने उसके साथ अभी तक कोई आज़ादी नहीं ली थी और अच्छी तरह से व्यवहार किया गया था, लेकिन उसके मेरे नितम्ब पर हाथ के पर्श से ये आभास हो रहा था की वह भी गर्म-खून वाली थी और मेरे बड़े लिंग को कठोर होते देख उत्तेजित हो रही थी । फिर वो बिना चुंबन किये पीछे हो गयी और उसके बाद उस ग्रुप की सभी लड़किया आयी और एक एक के बारी बारी से मुझे स्पर्श कर देखने लगी।


[Image: q00.jpg]

उसकी बाद बगल के दुसरे दरवाजे से लड़कियों का अगला समूह आया और उन्होंने नीले या गुलाबी पारदर्शी वस्त्रो की तुर्की पैंट पहनी हुई थी और उसके ऊपर एक छोटी स्कर्ट या पेटीकोट घुटने से ऊपर तक पहनी हुई थी ये सब उसी पारदर्शी वस्त्र सामग्री से बना था, और जो उनके शरीर के किसी भी हिस्से को छिपाने के बजाय, केवल उनकी सुंदरता को बढ़ा रहा था और उनके हर आकर्षण को इसने बढ़ा दिया था ।



[Image: p02.jpg]

इस दुसरे झुण्ड की लड़कियों के सुंदर बड़े स्तन स्पष्ट रूप से दिख रहे थे, यहां तक कि उनके गुलाबी निपल्स भी पहचाने जा रहे थे . जब वो सांस ले रही थी तो उनके स्तन और निप्पल उठे और सांस छोड़ते ही उनके हल्के आवरण के खिलाफ लहरदार धड़कन में गिर गए। उनकी पारदर्शी पैंट से उनकी टाँगे जांघों और पैरो का सुंदर आकार दिख रहा था, यहाँ तक कि घुंघराले बालों का समूह भी, जो उनकी स्वादिष्ट, सुस्वादु छोटे योनी पर लटका हुआ था और कुछ लड़कियों के योनि क्षेत्र के बाल बहुत छोटे थे उनके निचले होंठ भी दिख रहे थे उनका सब कुछ दिखाई दे रहा था। और ये नजारा देख मेरा लिंग कठोर से भी कठोर हो गया .



उसके बाद मध्य द्वार से एक और सुंदर लम्बे बालों वाली लड़कियों के ग्रुप ने हाल में प्रवेश किया. उन सब ने दुल्हन की पोशाक पहनी हुई थी । किसी ने सफ़ेद तो किसी ने लाल और किसी ने गहरे लाल या हरे रंग ही पोषक पहनी हुई थी लेकिन सभी लड़किया की दुल्हन की ड्रेस पहने लड़की एक दुसरे से सबसे सुंदर लग रही थी,

मैं इस प्रकार रोमांचित खड़ा रहा, मेरे चारों ओर समूहबद्ध परीया थी मुझे कुछ सूझ नहीं रहा था मैं बस उनकी अत्यधिक सुंदरता की ओर देखता रहा , फिर जब तक मुझे वहां उपस्थित सज्जनों में से एक ने अपना हाथ किसी एक को देने के लिए नहीं कहा, तब तक मैं अपनी स्वप्निल खुशी की स्थिति से जागा नहीं था। उसने कहा लड़कियों में से एक को अपना हाथ दो और उसे अपने साथ खाने की मेज पर ले जाओ। और यह भी बोला कि यदि भोजन के बाद यदि कोई अन्य लड़की मुझे पसंद आये तो उसे मैं अपनी पहली पसंद के स्थान पर चुन सकता और मुझे उसे चुनने के लिए पूरी स्वतंत्रता होगी ।

जवाब में मैं जो कुछ कर सकता था, वह यह था कि मैंने उन्हें आधे-अधूरे निगाह से देखने लगा और ब्रेडी की बहन पर्पल एक लड़की है हाथ पकडे हुए थी जब वो मेरे पास आयी तो ब्रेडी ने अपना पाँव मेरे पाँव के ऊपर से हटा लिया और ये मेरे लिए प्रयाप्त संकेत था मैं उसकी और बढ़ा और तीसरे ग्रुप में से वही सुंदर परी मेरे पास आयी जिसकी चमकदार हरी आँखें, मानो आत्मा के प्रकाश से चमक रही थी एक मुस्कान के साथ, अपना हाथ मेरी ओर बढ़ाते हुए प्यार से पूछा कि क्या मैं उसे उस रात के लिए अपने साथी के रूप में स्वीकार नहीं करूंगा।

और जैसे ही उसने हाथ आगे किया मैं आगे बढ़ा, उसे अपनी बाहों में पकड़ लिया, और उसे एक सोफे पर ले गया, भोजन कक्ष में कोई कुर्सियाँ नहीं थी और प्रत्येक जोड़े के लिए एक सोफा था। और फिर सबने अपने लिए एक साथी लड़की को चुना और सब ने अपनी जाग ले ली । मैं उस परी के साथ सोफे पर बैठ गया और उसे अपनी तरफ खींच लिया और उसकी ओंठो पर एक चुंबन किया । चारो और तालिया बज रही थी और सब बधाई हो बोल रहे थे और हम पर फूलो को बारिश हो रही थी ।

फिर मैंने उस आवरण को खोल दिया जो उसके स्तनों को ढँक रहा था, और उसे फिर से अपनी बाँहों में जकड़ कर उन्हें जलते हुए चुंबनों से ढँक दिया। इसके कारण एंजेल बहुत ही शरमा गई और मेरे आलिंगन से खुद समर्पित कर दिया




[Image: angel1.jpg]
। फिर पर्पल ने हमारे सामने कदम रखते हुए कहा, - "कुमार दीपक और राजकुमारी एंजेल आप दोनों को बहुत बहुत बधाई आप दोनों ने इस मौके पर क्लब में एक दुसरे को अपना पहला साथी चुना है और राजकुमार मैं आपको बता दू की राजकुमारी एंजेल आपसे पहले कभी किसी पुरुष के साथ नहीं रही है और निश्चित रूप आपके साथ रहने के लिए बहुत इच्छुक है, और हम सबको यकीन है की उसे वह सब कुछ मिल जाएगा जो आप भी चाहती हैं । है ना राजकुमारी एंजेल ?

जिस पर एंजेल ने जवाब दिया, "ओह हां," और उसने अपना चेहरा मेरी छाती में छिपा दिया।

मैंने उसकी पतली कमर के चारों ओर अपना हाथ रखकर और उसे एक करीबी आलिंगन में खींच लिया, उसका चेहरा ऊपर किया और उसके होठों पर एक दर्जन जलते हुए चुंबन अंकित किए, जो उसने समान उत्साह के साथ लौटाए।



जारी रहेगी
Like Reply


Messages In This Thread
RE: अंतरंग हमसफ़र - by aamirhydkhan1 - 12-08-2022, 10:33 PM



Users browsing this thread: 18 Guest(s)