11-08-2022, 06:58 PM
मेरे अंतरंग हमसफ़र
चतुर्थ अध्याय
लंदन जाने की तयारी
भाग 35
पहली चुदाई के बाद का दुलार.
मेरे अंतरंग हमसफ़र -अब तक की कहानी का सार; मैं अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था
मेरी कहानिया "झट शादी पट सुहागरात-1-4" में पढ़ा कैसे मेरी सहयोगी प्रीती दुल्हन बन कर सुहागरात मनाने को तैयार हो गयीl उसके बाद मेरी और मेरे घर की देखभाल करने वाली रोज़ी और रूबी मिली और मेरी सभी प्रेमिकाओ और उनकी चुदाई के बारे में पूछने लगीl मैंने उसे बताया किस तरह मैं रोज़ी और रूबी से मिला और कैसे मेरी और रोज़ी की पहली चुदाई हुई l फिर उसके बाद रूबी को चोदाl हमारे गाँव के प्रवास के आखिरी दिन जंगल में हमने ग्रुप सेक्स और मेरे फूफेरे भाइयो बॉब और टॉम के साथ प्रेमिकाओ की अदला बदली का कार्यक्रम बनाया l वहाँ रोज़ी की सहेली टीना की पहली चुदाई की। फिर छोटे योनि के छेद वाली मोना को मैंने चोदा। रोज़ी मेरे साथ शहर आ गयी। उसके बाद मेरी बुआ और उनकी तीन बेटियों लंदन से दिल्ली हमारे घर आये।
मेरा दोनों बहनो रोज़ी और रूबी के साथ हमारा पहला थ्रीसम हुआl वहाँ मेरी बुआ भी अपनी तीनो बेटिया जेन लूसी और सिंडी के साथ छुट्टिया बिताने आयी थी। अगले दिन सुबह मेरी सबसे बड़ी फूफेरी बहन जेन ने जंगल में पेड़ो के नीचे हरी घास के मैदान पर अपना कुंवारापन मुझे समर्पित कर दिया l दूसरी बुआ के बेटी अलका और जेन का रात को मेरे साथ सोने का कार्यक्रम बन गया। मैंने बॉब और जेन के साथ मिल कर अपनी बाक़ी फूफेरी बहनो को भी प्यार मुहब्बत और मजो की हसीं दुनिया में ले जाने का प्लान बनाया l उसी रात में अलका मेरे पास आयी और मैं उसका कौमर्य भंग कर दिया l अगले दिन अलका की सहेलिया रुखसाना और हुमा एक हफ्ते के लिए रहने आयीl सब लड़किया तालाब पर नहाने गयी और हम तीनो वहाँ पेड़ पर छुपे हुए थे l लड़किया नग्न हो कर मस्तिया करने लगी और फिर हम वहाँ कूद पड़े और उनके सेक्स ने नए-नए खेल रचाये l सबने आशा अम्मा से मिल कर छोटी बुआ, बड़ी बुआ और फूफा का सारा माजरा जाने का प्लान बनाया l
जब हम वापिस आये तो वहाँ दोनों बुआ और फूफा जी वापिस आ गए थे और तीनो बहुत खुश थेl सबने आशा अम्मा से मिल कर छोटी बुआ, बड़ी बुआ और फूफा का सारा माजरा जाना l उसके बाद में बॉब रुखसाना के लिए बहुत बेकरार था तो उसको रुखसाना का नंबर दिलवाया और फिर रुखसाना को बॉब के साथ संसर्ग करने के लिए जेन की मदद से मना लिया
किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।
उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।
लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।
कुछ देर बाद पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'
कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से घर के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।
घर में मिली मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए। उसके बाद तय हुआ एमी के कौमार्य भंग करने का कार्यक्रम कल रात के लिए रखा गया और आज रात मैं लिली और मिली को समर्पित की जायेगी।
अंत में जब तय समय हो गया तो मैं उठा और मिली के कमरे में गया और फिर मिली, लिली और एमी को चुंबन किया। फिर नंगी मिली को अपनी घुटनों पर बिठा कर उसके कांपते हुए ओंठो पर चुंबन किया। फिर मैंने सपना को अपने पास बुलाया और मैंने उसकी पीली नीली पोशाक की टॉप को उसकी कमर तक फाड़ दिया। इसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें सहलाने लगा।उसकी गर्म गुलाबी योनि को बहुत सहलाया और उसका सौंदर्य निरिक्षण किया और सपना को उसके स्थान की तरफ जाते हुए मैंने उसके नितम्बो के गालों को बारी-बारी से तनावग्रस्त और ढीले होते हुए देखा।
उसके बाद हुमा चुनी गयी और मैंने उसके पकडे निकाले और चुकी वो मुझ से झगड़ कर और नाराज होकर चली गयी तो मुझे लगा उसे दण्डित किया जानना चाहिए। मैंने हुमा को हलकी से सजा दी और उसे माफ़ कर दिया।मिली ने अपने सेक्स ज्ञान का मुझे थोड़ा सा नमूना दिया तो मैंने उसे तुरंत अपना सेक्स गुरु बना लिया।
मिली में मेरा प्रक्षिक्षण शुरू करते हुए अपने होठं मेरे होठ से लगा दिये और किस किया और बोली तुम तो बहुत ही अच्छी किस करते हो दीपक। मैं तो सोच रही थी तुमको किस करने की भी ट्रेनिग देनी पडेगी लेकिन ऐसा लगता इसकी कोई जरूरत नहीं है। फिर वो बोली अब तुम पहले लिली के साथ मजे ले लो फिर तुम्हारा प्रशिक्षण जारी रहेगा। मिली ने मेरे साथ एक लम्बा और गहरा गर्म चुंबन किया और फिर बोली तुम एक हीरे हो जिसे मैं ट्रैन करके पोलिश कर के चमका दूँगी ।फिर लिली ने मेरा लुंगी में से मेरा लंड निकाल लिया और उसे चूसा।
मैंने हुमा, लिली, सपना और मिली जो की पूरी तरह से नग्न थी उन चारो को अगले आदेश तक फिल्मफेयर अवार्ड ट्रॉफी की डांसिंग लेडी की मुद्रा में खड़े रहने के लिए कहा। "घट कंचुकी" मैंने लिली के सामने आकर उसके गुलाब के फूल जैसा मुँह और चेरी जैसे ओंठो को किस किया मानो मैं किसी बेहद खूबसूरत बुत को प्यार कर रहा हूँ। उसके बाद मैंने लिली को चोदा। एमी और बाकी तीनो कुंवारी लड़कियों ने पहली बार चुदाई साक्षात देखी थी। फिर मैंने लंड की साफ़ किया और कुछ खा पि कर ऊर्जा प्राप्त करअगले सत्र की तयारी की और मैं तरोताजा महसूस कर रहा था।
फिर मैंने हुमा को घोडी बना कर पीछे से चोदा और उसके बाद लंड बाहर निकाल कर लड़कियों को पुरुष का स्खलन कैसे होता है दिखाया।फिर मिली ने ऊँगली और मेरे लंड के जादू का अनुभव किया । फिर मिली ने मुझे सपना की पहली चुदाई के लिए अपने कमरे में बुलाया। उसके बाद मैंने सपना की पहली चुदाई करके उसका कौमार्य भंग किया ।
मेरे अंतरंग हमसफ़र चतुर्थ अध्याय भाग 34 से उद्धृत ::
मेरा लंड जो कि अब पूरा लंबा मोटा और कड़क हो गया था, फंनफना कर सपना की चूत में घुसने की कोशिश करने लगा था। फिर बड़ी मुश्किल से मेरा लंड 2 इंच अंदर घुसा ही था कि सपना की चीख निकल पड़ी, मास्टर आईईईईईईईई! दर्द उउउउइईईईईई! दर्द हो रहा है और उनकी चीख से में और मदहोश हो गया और उनकी हथेलियों को अपनी हथेली से दबाते हुए उनकी चूत पर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लंड 2 इंच अंदर घुस गया। अब दर्द से दोहरी सपना चीखने छटपटाने लगी थी। फिर मैंने उसकी चीखों की परवाह किए बिना एक ज़ोर का धक्का और मारा तो मेरा फनफनाता हुआ लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ 5 इंच अंदर घुस गया।
धीरे से उन्हें सहलाने लगा और चूमने लगा और अपना लंड 2 इंच बाहर निकालकर फिर से एक ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत की झिल्ली को चीरता हुआ चूत की जड़ में समा गया। फिर में उसे चोदता रहा।
फिर 10 मिनट की बेरहम चुदाई के बाद जब उसकी चीखे कम हुई और सिसकारी में बदलने लगी तो मैंने अपना लंड आधा बाहर कर लिया और अंदर बाहर करने लगा। फिर सपना ने मुझे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और झड़ गयी और मुझे चूमने लगी। फिर मैंने उसकी जमकर धुनाई करते हुई चुदाई की और उसको 3 बार और झड़ाने के बाद अपना रस उसकी चूत में ही डाल दिया।
अब आगे :
मैंने सपना की पहली चुदाई करते हुए जो अंतिम कुछ धक्के मारे जिन के कारण मैं हांफने लगा और धीमे से कराहता हुआ चरमोत्कर्ष पर पहुँच गया-मेरी उत्तेजना सपना ने अनुभव की और लंड की धड़कन ने उनकी योनि को सूचित किया और सपना पीड़ा और दर्द के बावजूद, उसकी स्त्री प्रकृति ने खुद को मुखर किया और वह भी मेरे साथ ही अपने चरमोत्कर्ष तक पहुँच गई, फिर हम दो प्रेमियों ने कूल्हों और शरीरों की एक छोटी, ऐंठन के साथ एक दुसरे को दबाते हुए स्खलन किया जिसके बाद हम दोनों आपस में लिपट गए।
कुछ ही देर में मैंने खुद को सपना के शरीर से खुद को उठा लिया, उसका सिर पीछे की ओर लुढ़का हुआ था, उसकी आँखें बंद थीं, मुश्किल से साँस ले रही थी; हालाँकि, उसका दिल उस अत्यधिक परिश्रम से आक्षेप से धड़क रहा था और उस आंनद को वह अनुभव कर रही थी जिससे वह अभी-अभी गुज़री थी।
मैंने अपने आधे ढीले लंड को बाहर निकाला तो वह वीर्य, योनि रास और कौमार्य के भांग करने के कारण जो रक्तस्राव हुआ था उसे भीग हुआ था । मिली के हाथ बेडसाइड टेबल पर रखे एकरूमाल तक पहुँचे और उसने मेरे लंड को साफ किया और फिर उसे लड़की की जाँघों के बीच रख कर उसेभी धीरे-धीरे साफ़ कर दिया ताकियोनि से बहने वाला मिश्रित शुक्राणु और खून बिस्तर के कपड़ों पर दाग ना लगा दें। मैं उसकी बगल में लेट गया, उसे अपनी बाहों में पकड़कर, उसे कोमलता से चूमा। एक पल में उसने अपनी आधी आँखें खोलीं और मैंने उसे आश्वस्त करते हुए कहा कि वह जल्दी ही ठीक हो जाएगी।
"आपको कैसा लग रहा है?" मैंने पूछताछ की।
"ओह, ठीक है, मास्टर; मुझे दर्द हो रहा है, लेकिन मुझे लग रहा है कि मैं ठीक हूँ। हालांकि मुझे ऐसा लग रहा है कि मेरी योनि को चीर दिया गया है।"
"ओह, तुम ठीक हो जाओगी, मेरी प्यारी सपना," मैंने कहा। "कल तक तुम्हें कुछ भी महसूस नहीं होगा। आप पहले जैसे ही हो जाओगी। आपको मजा तो आया? मैं आपको बहुत प्यार करता हूँ?"
"ओह, मास्टर, तुम बहुत प्यारे हो," उसने जवाब दिया, मेरे गले में अपना चेहरा दबाते हुए, उसकी युवा बाहें मेरे कंधों के चारों ओर घूम गयी और उसने अपने शरीर को मेरे शरीर के साथ कसकर दबा दिया था।
ऐसा कहा जाता है कि कोई भी लड़की अपने पहले पुरुष को जो उसके साथ संभोग करता है कभी नहीं भूलती है, हो सकता है उसे इस कौमार्य भंग होने की प्रक्रिया में जो दर्द हुआ है उसके कारण वह मुझे माफ नहीं कर पाए, लेकिन वह मुझे नहीं भूलेगी ये पक्का है।
मैंने पुछा सपना क्या मैंने आपको बहुत दर्द दिया?
तो सपना बोली हाँ मास्टर शुरू में जब आपने प्रवेश किया तो दर्द तो बहुत हुआ था । परन्तु मुझे इस दर्द से कभी न कभी तो गुजरना ही था और फिर जब दर्द कम हो गया तो मुझे आपके साथ बहुत मजा आया ।
हालांकि सपना काफी दर्द भरे अनुभव से गुजरी थी, लेकिन आखिरी छोटे घंटे में उसका गुप्त नारीत्व पूरी तरह से जागृत हो गया था और अब वह काली से फूल बन गयी थी और पर्दा उठा दिया गया था और वह अब प्रकृति के कई रहस्यों के बारे में प्रबुद्ध थी; उसने अपने बगल लेते हुए मेरे अंदर के पुरुष के प्रति उस स्नेह को महसूस किया जो कई महिलाएँ उन पुरुषों के लिए महसूस करती हैं जिन्हे वह अपना सर्वस्व मानती हैं और अब मैं उसके साथ जैसा मैं चाहता था वैसा कर सकता था।
नग्न सपना मेरे साथ लिपटी हुई थी। मेरा बायाँ हाथ उसके चारों ओर था जबकि मेरा दाहिना हाथ उसके प्यारे स्तनों के साथ थोड़ा-सा खेलकर उसकी योनी के पास चला गया और मैं उसे चूमने लगा और वह भी मुझे चूमने लगी । सपना उठी तो मैंने उसे कहा सपना थोड़ी देर आराम कर लो । उसने फिर बभी उठने का प्रयास किया अपर उठ नहीं पायी और फिर आधी मूर्छा में चली गयी।
मिली का हाथ ने धीरे से मेरी लंड पर आ गया, जो अभी भी आधा खड़ा था। लंड उसके स्पर्श से निष्क्रियता से जाग गया। एक प्यारी-सी मुस्कान के साथ वह उसके साथ खेलने लगी, कभी उसे सहलाने, कभी दुलार करने और कभी मेरी गेंदों को महसूस करने लगी और जाहिर तौर पर वह ऐसा करते हुए प्रसन्न थी। कहने की जरूरत नहीं है कि मेरे लिंग में जीवन लौटने के लक्षण दिखने लगे थे और जल्द ही यह फिर से पूरा कठोर हो गया।
'क्यों दीपक! तुम तो फिर से तैयार हो!' मिली ने खेलना जारी रखा और साथ में वह प्रशंसा में फुसफुसा रही थी।
'हाँ जान! आपका धन्यवाद! आपके सहयोग से ही मुझे सपन की कुंवारी चूत चोदने का आनद मिला है' मैं कृतज्ञता के साथ बड़बड़ाया और उसे चुंबन किया।
सपना की आँखे बंद थी और आधी मूर्छा आधी नींद की हालत में वह मुझसे लिपट गई और मुझे अपनी बाँहों में खींच लिया। वह अभी भी पूरी तरह से नग्न थी, जैसे ही मैंने लड़की के होठों पर चुंबन किया और उसे अपनी बाहों में निचोड़ लिया, वह जाग गई और महसूस किया कि उसे ऐसे दबाने वाला उसका साथी उसका प्रेमी है जिसने उसका कौमार्य भनग किया है, वह मेरे करीब आ गई और एक बार फिर उसकी बाधित नींद में जाने के लिए तैयार हो गई।
मैंने उसकी पतली नग्न कमर के चारों ओर अपनी बाहों को धीरे से घुमाया, चिकने, लोचदार, नंगे मांस की अनुभूति में और उसके दिव्य रूप को अपनी जलती हुई नग्नता के करीब से दबाते हुए, मैंने उसके चेरी जैसे होठों पर जोश से चूमा। इन तूफानी दुलारों के कारण, सपना ने अपनेी आँखों को खोल दिया, और मेरी वासना को भांपते हुए, मेरे कुचलने वाले आलिंगन से बचने के लिए बिस्तर पर बेचैनी से पीछे होने की कमजोर कोशिश की। उसका पहली बार चुदाई करवाने का जुनून पहले ही तृप्त हो चुका था और इसके अलावा, उसे अपना कौमार्य खोने का दर्दनाक अनुभव याद था और अब भी उसकी योनि का घाव कुछ कच्चा था और हमारे पहले संभोग के दौरान प्राप्त खिंचाव और घर्षण से योनि दर्द से धड़क रही थी और फटे ऊतक अभी भी काफी दर्द कर रहे थे।
"नहीं, नहीं, अब आप सोना मत," मैं बोला। "मुझे अपनी प्यारी प्रेमिका को महसूस करने और दुलार करने की अनुमति दी जानी चाहिए। मैं जानना चाहता हूँ कि आप कितनी बुरी तरह घायल हुई हैं। जिस तरह से आपने पहले संभोग के दौरान दर्द महसूस किया था, तो मुझे उम्मीद थी आप काफी देर तक नींद में रहेंगी लेकिन आप खुशी से गर्म और गुलाबी-गाल के साथ बहुत प्यारी लग रही हैं। आओ, मैं देखता हूँ कि कितना नुकसान हुआ है!" मैंने अपना एक हाथ उसकी कमर पर से हटाकर उसकी जाँघों के बीच में सरका दिया ।
जारी रहेगी
चतुर्थ अध्याय
लंदन जाने की तयारी
भाग 35
पहली चुदाई के बाद का दुलार.
मेरे अंतरंग हमसफ़र -अब तक की कहानी का सार; मैं अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था
मेरी कहानिया "झट शादी पट सुहागरात-1-4" में पढ़ा कैसे मेरी सहयोगी प्रीती दुल्हन बन कर सुहागरात मनाने को तैयार हो गयीl उसके बाद मेरी और मेरे घर की देखभाल करने वाली रोज़ी और रूबी मिली और मेरी सभी प्रेमिकाओ और उनकी चुदाई के बारे में पूछने लगीl मैंने उसे बताया किस तरह मैं रोज़ी और रूबी से मिला और कैसे मेरी और रोज़ी की पहली चुदाई हुई l फिर उसके बाद रूबी को चोदाl हमारे गाँव के प्रवास के आखिरी दिन जंगल में हमने ग्रुप सेक्स और मेरे फूफेरे भाइयो बॉब और टॉम के साथ प्रेमिकाओ की अदला बदली का कार्यक्रम बनाया l वहाँ रोज़ी की सहेली टीना की पहली चुदाई की। फिर छोटे योनि के छेद वाली मोना को मैंने चोदा। रोज़ी मेरे साथ शहर आ गयी। उसके बाद मेरी बुआ और उनकी तीन बेटियों लंदन से दिल्ली हमारे घर आये।
मेरा दोनों बहनो रोज़ी और रूबी के साथ हमारा पहला थ्रीसम हुआl वहाँ मेरी बुआ भी अपनी तीनो बेटिया जेन लूसी और सिंडी के साथ छुट्टिया बिताने आयी थी। अगले दिन सुबह मेरी सबसे बड़ी फूफेरी बहन जेन ने जंगल में पेड़ो के नीचे हरी घास के मैदान पर अपना कुंवारापन मुझे समर्पित कर दिया l दूसरी बुआ के बेटी अलका और जेन का रात को मेरे साथ सोने का कार्यक्रम बन गया। मैंने बॉब और जेन के साथ मिल कर अपनी बाक़ी फूफेरी बहनो को भी प्यार मुहब्बत और मजो की हसीं दुनिया में ले जाने का प्लान बनाया l उसी रात में अलका मेरे पास आयी और मैं उसका कौमर्य भंग कर दिया l अगले दिन अलका की सहेलिया रुखसाना और हुमा एक हफ्ते के लिए रहने आयीl सब लड़किया तालाब पर नहाने गयी और हम तीनो वहाँ पेड़ पर छुपे हुए थे l लड़किया नग्न हो कर मस्तिया करने लगी और फिर हम वहाँ कूद पड़े और उनके सेक्स ने नए-नए खेल रचाये l सबने आशा अम्मा से मिल कर छोटी बुआ, बड़ी बुआ और फूफा का सारा माजरा जाने का प्लान बनाया l
जब हम वापिस आये तो वहाँ दोनों बुआ और फूफा जी वापिस आ गए थे और तीनो बहुत खुश थेl सबने आशा अम्मा से मिल कर छोटी बुआ, बड़ी बुआ और फूफा का सारा माजरा जाना l उसके बाद में बॉब रुखसाना के लिए बहुत बेकरार था तो उसको रुखसाना का नंबर दिलवाया और फिर रुखसाना को बॉब के साथ संसर्ग करने के लिए जेन की मदद से मना लिया
किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।
उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।
लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।
कुछ देर बाद पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'
कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से घर के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।
घर में मिली मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए। उसके बाद तय हुआ एमी के कौमार्य भंग करने का कार्यक्रम कल रात के लिए रखा गया और आज रात मैं लिली और मिली को समर्पित की जायेगी।
अंत में जब तय समय हो गया तो मैं उठा और मिली के कमरे में गया और फिर मिली, लिली और एमी को चुंबन किया। फिर नंगी मिली को अपनी घुटनों पर बिठा कर उसके कांपते हुए ओंठो पर चुंबन किया। फिर मैंने सपना को अपने पास बुलाया और मैंने उसकी पीली नीली पोशाक की टॉप को उसकी कमर तक फाड़ दिया। इसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें सहलाने लगा।उसकी गर्म गुलाबी योनि को बहुत सहलाया और उसका सौंदर्य निरिक्षण किया और सपना को उसके स्थान की तरफ जाते हुए मैंने उसके नितम्बो के गालों को बारी-बारी से तनावग्रस्त और ढीले होते हुए देखा।
उसके बाद हुमा चुनी गयी और मैंने उसके पकडे निकाले और चुकी वो मुझ से झगड़ कर और नाराज होकर चली गयी तो मुझे लगा उसे दण्डित किया जानना चाहिए। मैंने हुमा को हलकी से सजा दी और उसे माफ़ कर दिया।मिली ने अपने सेक्स ज्ञान का मुझे थोड़ा सा नमूना दिया तो मैंने उसे तुरंत अपना सेक्स गुरु बना लिया।
मिली में मेरा प्रक्षिक्षण शुरू करते हुए अपने होठं मेरे होठ से लगा दिये और किस किया और बोली तुम तो बहुत ही अच्छी किस करते हो दीपक। मैं तो सोच रही थी तुमको किस करने की भी ट्रेनिग देनी पडेगी लेकिन ऐसा लगता इसकी कोई जरूरत नहीं है। फिर वो बोली अब तुम पहले लिली के साथ मजे ले लो फिर तुम्हारा प्रशिक्षण जारी रहेगा। मिली ने मेरे साथ एक लम्बा और गहरा गर्म चुंबन किया और फिर बोली तुम एक हीरे हो जिसे मैं ट्रैन करके पोलिश कर के चमका दूँगी ।फिर लिली ने मेरा लुंगी में से मेरा लंड निकाल लिया और उसे चूसा।
मैंने हुमा, लिली, सपना और मिली जो की पूरी तरह से नग्न थी उन चारो को अगले आदेश तक फिल्मफेयर अवार्ड ट्रॉफी की डांसिंग लेडी की मुद्रा में खड़े रहने के लिए कहा। "घट कंचुकी" मैंने लिली के सामने आकर उसके गुलाब के फूल जैसा मुँह और चेरी जैसे ओंठो को किस किया मानो मैं किसी बेहद खूबसूरत बुत को प्यार कर रहा हूँ। उसके बाद मैंने लिली को चोदा। एमी और बाकी तीनो कुंवारी लड़कियों ने पहली बार चुदाई साक्षात देखी थी। फिर मैंने लंड की साफ़ किया और कुछ खा पि कर ऊर्जा प्राप्त करअगले सत्र की तयारी की और मैं तरोताजा महसूस कर रहा था।
फिर मैंने हुमा को घोडी बना कर पीछे से चोदा और उसके बाद लंड बाहर निकाल कर लड़कियों को पुरुष का स्खलन कैसे होता है दिखाया।फिर मिली ने ऊँगली और मेरे लंड के जादू का अनुभव किया । फिर मिली ने मुझे सपना की पहली चुदाई के लिए अपने कमरे में बुलाया। उसके बाद मैंने सपना की पहली चुदाई करके उसका कौमार्य भंग किया ।
मेरे अंतरंग हमसफ़र चतुर्थ अध्याय भाग 34 से उद्धृत ::
मेरा लंड जो कि अब पूरा लंबा मोटा और कड़क हो गया था, फंनफना कर सपना की चूत में घुसने की कोशिश करने लगा था। फिर बड़ी मुश्किल से मेरा लंड 2 इंच अंदर घुसा ही था कि सपना की चीख निकल पड़ी, मास्टर आईईईईईईईई! दर्द उउउउइईईईईई! दर्द हो रहा है और उनकी चीख से में और मदहोश हो गया और उनकी हथेलियों को अपनी हथेली से दबाते हुए उनकी चूत पर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लंड 2 इंच अंदर घुस गया। अब दर्द से दोहरी सपना चीखने छटपटाने लगी थी। फिर मैंने उसकी चीखों की परवाह किए बिना एक ज़ोर का धक्का और मारा तो मेरा फनफनाता हुआ लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ 5 इंच अंदर घुस गया।
धीरे से उन्हें सहलाने लगा और चूमने लगा और अपना लंड 2 इंच बाहर निकालकर फिर से एक ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत की झिल्ली को चीरता हुआ चूत की जड़ में समा गया। फिर में उसे चोदता रहा।
फिर 10 मिनट की बेरहम चुदाई के बाद जब उसकी चीखे कम हुई और सिसकारी में बदलने लगी तो मैंने अपना लंड आधा बाहर कर लिया और अंदर बाहर करने लगा। फिर सपना ने मुझे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और झड़ गयी और मुझे चूमने लगी। फिर मैंने उसकी जमकर धुनाई करते हुई चुदाई की और उसको 3 बार और झड़ाने के बाद अपना रस उसकी चूत में ही डाल दिया।
अब आगे :
मैंने सपना की पहली चुदाई करते हुए जो अंतिम कुछ धक्के मारे जिन के कारण मैं हांफने लगा और धीमे से कराहता हुआ चरमोत्कर्ष पर पहुँच गया-मेरी उत्तेजना सपना ने अनुभव की और लंड की धड़कन ने उनकी योनि को सूचित किया और सपना पीड़ा और दर्द के बावजूद, उसकी स्त्री प्रकृति ने खुद को मुखर किया और वह भी मेरे साथ ही अपने चरमोत्कर्ष तक पहुँच गई, फिर हम दो प्रेमियों ने कूल्हों और शरीरों की एक छोटी, ऐंठन के साथ एक दुसरे को दबाते हुए स्खलन किया जिसके बाद हम दोनों आपस में लिपट गए।
कुछ ही देर में मैंने खुद को सपना के शरीर से खुद को उठा लिया, उसका सिर पीछे की ओर लुढ़का हुआ था, उसकी आँखें बंद थीं, मुश्किल से साँस ले रही थी; हालाँकि, उसका दिल उस अत्यधिक परिश्रम से आक्षेप से धड़क रहा था और उस आंनद को वह अनुभव कर रही थी जिससे वह अभी-अभी गुज़री थी।
मैंने अपने आधे ढीले लंड को बाहर निकाला तो वह वीर्य, योनि रास और कौमार्य के भांग करने के कारण जो रक्तस्राव हुआ था उसे भीग हुआ था । मिली के हाथ बेडसाइड टेबल पर रखे एकरूमाल तक पहुँचे और उसने मेरे लंड को साफ किया और फिर उसे लड़की की जाँघों के बीच रख कर उसेभी धीरे-धीरे साफ़ कर दिया ताकियोनि से बहने वाला मिश्रित शुक्राणु और खून बिस्तर के कपड़ों पर दाग ना लगा दें। मैं उसकी बगल में लेट गया, उसे अपनी बाहों में पकड़कर, उसे कोमलता से चूमा। एक पल में उसने अपनी आधी आँखें खोलीं और मैंने उसे आश्वस्त करते हुए कहा कि वह जल्दी ही ठीक हो जाएगी।
"आपको कैसा लग रहा है?" मैंने पूछताछ की।
"ओह, ठीक है, मास्टर; मुझे दर्द हो रहा है, लेकिन मुझे लग रहा है कि मैं ठीक हूँ। हालांकि मुझे ऐसा लग रहा है कि मेरी योनि को चीर दिया गया है।"
"ओह, तुम ठीक हो जाओगी, मेरी प्यारी सपना," मैंने कहा। "कल तक तुम्हें कुछ भी महसूस नहीं होगा। आप पहले जैसे ही हो जाओगी। आपको मजा तो आया? मैं आपको बहुत प्यार करता हूँ?"
"ओह, मास्टर, तुम बहुत प्यारे हो," उसने जवाब दिया, मेरे गले में अपना चेहरा दबाते हुए, उसकी युवा बाहें मेरे कंधों के चारों ओर घूम गयी और उसने अपने शरीर को मेरे शरीर के साथ कसकर दबा दिया था।
ऐसा कहा जाता है कि कोई भी लड़की अपने पहले पुरुष को जो उसके साथ संभोग करता है कभी नहीं भूलती है, हो सकता है उसे इस कौमार्य भंग होने की प्रक्रिया में जो दर्द हुआ है उसके कारण वह मुझे माफ नहीं कर पाए, लेकिन वह मुझे नहीं भूलेगी ये पक्का है।
मैंने पुछा सपना क्या मैंने आपको बहुत दर्द दिया?
तो सपना बोली हाँ मास्टर शुरू में जब आपने प्रवेश किया तो दर्द तो बहुत हुआ था । परन्तु मुझे इस दर्द से कभी न कभी तो गुजरना ही था और फिर जब दर्द कम हो गया तो मुझे आपके साथ बहुत मजा आया ।
हालांकि सपना काफी दर्द भरे अनुभव से गुजरी थी, लेकिन आखिरी छोटे घंटे में उसका गुप्त नारीत्व पूरी तरह से जागृत हो गया था और अब वह काली से फूल बन गयी थी और पर्दा उठा दिया गया था और वह अब प्रकृति के कई रहस्यों के बारे में प्रबुद्ध थी; उसने अपने बगल लेते हुए मेरे अंदर के पुरुष के प्रति उस स्नेह को महसूस किया जो कई महिलाएँ उन पुरुषों के लिए महसूस करती हैं जिन्हे वह अपना सर्वस्व मानती हैं और अब मैं उसके साथ जैसा मैं चाहता था वैसा कर सकता था।
नग्न सपना मेरे साथ लिपटी हुई थी। मेरा बायाँ हाथ उसके चारों ओर था जबकि मेरा दाहिना हाथ उसके प्यारे स्तनों के साथ थोड़ा-सा खेलकर उसकी योनी के पास चला गया और मैं उसे चूमने लगा और वह भी मुझे चूमने लगी । सपना उठी तो मैंने उसे कहा सपना थोड़ी देर आराम कर लो । उसने फिर बभी उठने का प्रयास किया अपर उठ नहीं पायी और फिर आधी मूर्छा में चली गयी।
मिली का हाथ ने धीरे से मेरी लंड पर आ गया, जो अभी भी आधा खड़ा था। लंड उसके स्पर्श से निष्क्रियता से जाग गया। एक प्यारी-सी मुस्कान के साथ वह उसके साथ खेलने लगी, कभी उसे सहलाने, कभी दुलार करने और कभी मेरी गेंदों को महसूस करने लगी और जाहिर तौर पर वह ऐसा करते हुए प्रसन्न थी। कहने की जरूरत नहीं है कि मेरे लिंग में जीवन लौटने के लक्षण दिखने लगे थे और जल्द ही यह फिर से पूरा कठोर हो गया।
'क्यों दीपक! तुम तो फिर से तैयार हो!' मिली ने खेलना जारी रखा और साथ में वह प्रशंसा में फुसफुसा रही थी।
'हाँ जान! आपका धन्यवाद! आपके सहयोग से ही मुझे सपन की कुंवारी चूत चोदने का आनद मिला है' मैं कृतज्ञता के साथ बड़बड़ाया और उसे चुंबन किया।
सपना की आँखे बंद थी और आधी मूर्छा आधी नींद की हालत में वह मुझसे लिपट गई और मुझे अपनी बाँहों में खींच लिया। वह अभी भी पूरी तरह से नग्न थी, जैसे ही मैंने लड़की के होठों पर चुंबन किया और उसे अपनी बाहों में निचोड़ लिया, वह जाग गई और महसूस किया कि उसे ऐसे दबाने वाला उसका साथी उसका प्रेमी है जिसने उसका कौमार्य भनग किया है, वह मेरे करीब आ गई और एक बार फिर उसकी बाधित नींद में जाने के लिए तैयार हो गई।
मैंने उसकी पतली नग्न कमर के चारों ओर अपनी बाहों को धीरे से घुमाया, चिकने, लोचदार, नंगे मांस की अनुभूति में और उसके दिव्य रूप को अपनी जलती हुई नग्नता के करीब से दबाते हुए, मैंने उसके चेरी जैसे होठों पर जोश से चूमा। इन तूफानी दुलारों के कारण, सपना ने अपनेी आँखों को खोल दिया, और मेरी वासना को भांपते हुए, मेरे कुचलने वाले आलिंगन से बचने के लिए बिस्तर पर बेचैनी से पीछे होने की कमजोर कोशिश की। उसका पहली बार चुदाई करवाने का जुनून पहले ही तृप्त हो चुका था और इसके अलावा, उसे अपना कौमार्य खोने का दर्दनाक अनुभव याद था और अब भी उसकी योनि का घाव कुछ कच्चा था और हमारे पहले संभोग के दौरान प्राप्त खिंचाव और घर्षण से योनि दर्द से धड़क रही थी और फटे ऊतक अभी भी काफी दर्द कर रहे थे।
"नहीं, नहीं, अब आप सोना मत," मैं बोला। "मुझे अपनी प्यारी प्रेमिका को महसूस करने और दुलार करने की अनुमति दी जानी चाहिए। मैं जानना चाहता हूँ कि आप कितनी बुरी तरह घायल हुई हैं। जिस तरह से आपने पहले संभोग के दौरान दर्द महसूस किया था, तो मुझे उम्मीद थी आप काफी देर तक नींद में रहेंगी लेकिन आप खुशी से गर्म और गुलाबी-गाल के साथ बहुत प्यारी लग रही हैं। आओ, मैं देखता हूँ कि कितना नुकसान हुआ है!" मैंने अपना एक हाथ उसकी कमर पर से हटाकर उसकी जाँघों के बीच में सरका दिया ।
जारी रहेगी