11-08-2022, 05:27 PM
कई जगह पर जेनरेटर लगा हुआ है जोकि दोपहर से ही काफी शोरगुल कर रही है तो शाम होते ही घर में विवाह गीत संगीत औरतों द्वारा गाया जा रहा था तो मैं अब अपने रूम से निकल वाशरूम गई और फिर फ्रेश होकर स्नान कर ली, जिस घर में मेरे रहने का इंतजाम था वहां थोड़ी चहल पहल कम थी और अधिकतर औरतें ही यहां रुकी हुई थी सो थोड़ी नाफिक्र थी। दीपा स्नान करके बदन को टॉवेल से पोंछ ली फिर पेटीकोट को स्तन के उपर से बांध एक टॉवेल गर्दन से नीचे तक डाल वाशरूम से निकली, वैसे भी मुश्किल से रूम और वाशरूम की दूरी २०-२५ फीट थी लेकिन घर के प्रथम मंजिले पर के बरामदे पर एक दूरी से नजर पड़ सकती थी, सो मैं तेजी से रूम की ओर गई फिर रूम का दरवाजा सटाकर अपने बैग से एक पीले रंग की साड़ी, साथ में पेटीकोट और ब्लाऊज़ निकाली तो ब्रा भी लगाना जरूरी था, अब मैं अपने तन पर से भींगे पेटीकोट को उतार फैंकी और फिर ब्रा लगाई साथ ही पेटीकोट फिर अपने ब्लाऊज और अंत में साड़ी पहन ली। दीपा २६ साल की मचलती जवानी थी तो उसने अपने बिन बाहों वाली बैकलेस ब्लाऊज पहन लोगो को आकर्षित करने का मूड बना रखा था साथ ही अपने बदन पर इत्र लगाकर सुगन्ध दे रही थी तो वक़्त शाम के सात बजे थे और अब मैं बेड पर बैठ सोचने लगी कि मेरी ननद तो आईं है नहीं तो फिर किसके साथ थोड़ा अटखेली करूंगी, और तभी ध्यान में मुझे रिंकी आईं जोकि बेड पर मेरे बगल में सो रही थी। मैं बेड पर लेटी थी कि मेरे पति ने मुझे कॉल किया ” तुम तैयार हो ना
( मैं ) हां तैयार हो रही हूं, क्यों
( मैं ) हां तैयार हो रही हूं, क्यों
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.