11-08-2022, 05:10 PM
लगभग दो साल बाद मैं अपनी बड़ी बहन दीपा को नग्न अवस्था में देख रहा था तो उसकी मोटी चिकनी जांघों के बीच चेहरा लगाए राहुल उसकी बुर को चूमने लगा और उसकी मोटी गान्ड की वजह से चूत का हिस्सा उपर की ओर यानी मेरे चेहरे के सामने था, उसको किस्स करके मैं छेद में नाक घुसा दिया और सूंघते हुए नाक को ही बुर में रगड़ने लगा और वो कामुक होकर मेरे बाल सहलाते हुए मेरे चेहरा को बुर की ओर घुसेड़ रही थी तो फिलहाल सांस लेना भी मुश्किल था, फिर मैं चूत की खुशबू लेकर उसकी ओर देखा और मुस्कुराते हुए उसकी कमर सहलाने लगा ” तेरी छेद बहुत फैल चुकी है डार्लिंग
(दीपा ) तो दिख नहीं रहा कि बेटी को मैंने जन्म दिया है, फैली हुई चूत उसकी ही निशानी है और तेरे जीजा का मूसल लंड जोकि हर रात चूत चोदता है ” मैं दीपा की चूत फैलाकर जीभ को अंदर घुसा दिया फिर चाटने लगा, समझ चुका था कि चूत की गहराई और फ्लक बढ़ चुकी है, खैर इसकी गान्ड ही चोदूंगा और तभी दीपा की चूत चाटने में मस्त था तो एक हाथ उसके कमर पकड़ रखा था साथ ही दूसरा हाथ उसकी गान्ड सहलाने में मस्त और दीपा ” उह ओह राहुल, चाट चाट ना साले तेरा जीजा तो बस चोदना ही जानता है
(दीपा ) तो दिख नहीं रहा कि बेटी को मैंने जन्म दिया है, फैली हुई चूत उसकी ही निशानी है और तेरे जीजा का मूसल लंड जोकि हर रात चूत चोदता है ” मैं दीपा की चूत फैलाकर जीभ को अंदर घुसा दिया फिर चाटने लगा, समझ चुका था कि चूत की गहराई और फ्लक बढ़ चुकी है, खैर इसकी गान्ड ही चोदूंगा और तभी दीपा की चूत चाटने में मस्त था तो एक हाथ उसके कमर पकड़ रखा था साथ ही दूसरा हाथ उसकी गान्ड सहलाने में मस्त और दीपा ” उह ओह राहुल, चाट चाट ना साले तेरा जीजा तो बस चोदना ही जानता है
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.