11-08-2022, 04:33 PM
राखी के दिन सुबह ही पहुंची थी तो स्नान कर के पूजा कर के राखी बाँधने के लिए तैयार हो गयी मेरा भाई भी तैयार था राखी बंधवाने के लिए। बड़े प्यार से मैं उसको राखी बांधा। मैं जब उसको अपना गिफ्ट मांगी तो उसने तुरंत ही मुझे पांच हजार निकाल कर हाथ में रख दिया और बोला की मुझे भी गिफ्ट चाहिए तुमसे। मैं बोली हां हां बोलो मैं भी कमाती हूँ मैं भी दूंगी गिफ्ट। वो बोला रात में मांगूगा। मैं भी बोली ठीक है। मुझे लगा की कुछ मांगेगा पर मुझे नहीं पता था वो मेरी चूत मांग रहा है। शाम होते ही उसके देखने का और घूरने का स्टाइल चेंज हो गया। शामको खाना बाहर से मंगवाया और । शाम को करीब आठ बजे हम दोनों ही बैठ गए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.