11-08-2022, 04:07 PM
मेरी चूत जोकि गर्म और सूखी थी को विवेक जोर जोर से चोदने में मस्त था, अब चूतड़ को स्प्रिंग की तरह हिलाने लगी ” उह ओह आह अब झड़ेगा ” तो मेरी चूत से रस से सराबोर हो गई फिर देवर जी चूत को चाटने लगे और फिर मेरी चुदाई शुरू कर दी तो चलती कार में ये एक अनोखा आनंद मिल रहा था, विवेक की मोटी गरम लंड दे दनादन चोदने में लगा था तो दीपा अपने गान्ड हिला हिलाकर हांफने लगी और कुछ देर बाद विवेक के लंड से वीर्य स्खलित होकर मेरी चूत को गीली और चिपचिपी कर दी….. दोनों अपने अपने योनि को साफ किए फिर वापस घर पहुंचे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
