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अंतरंग हमसफ़र
#76
मेरे अंतरंग हमसफ़र

चतुर्थ अध्याय

लंदन जाने की तयारी

भाग -28

हुमा ने की लंड चटाई



आपने मेरी कहानी मेरी कहानी मेरे अंतरंग हमसफ़र, चतुर्थ अध्याय भाग 27 में अब तक पढ़ा:

मैं अपनी पत्नी प्रीती को अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था की, किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।

उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।

लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।

कुछ देर बाद पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'

कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से घर के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।

घर में मिली मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए। उसके बाद तय हुआ एमी के कौमार्य भंग करने का कार्यक्रम कल रात के लिए रखा गया और आज रात मैं लिली और मिली को समर्पित की जायेगी।

अंत में जब तय समय हो गया तो मैं उठा और मिली के कमरे में गया और फिर मिली, लिली और एमी को चुंबन किया। फिर नंगी मिली को अपनी घुटनों पर बिठा कर उसके कांपते हुए ओंठो पर चुंबन किया। फिर मैंने सपना को अपने पास बुलाया और मैंने उसकी पीली नीली पोशाक की टॉप को उसकी कमर तक फाड़ दिया। इसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें सहलाने लगा।उसकी गर्म गुलाबी योनि को बहुत सहलाया और उसका सौंदर्य निरिक्षण किया और सपना को उसके स्थान की तरफ जाते हुए मैंने उसके नितम्बो के गालों को बारी-बारी से तनावग्रस्त और ढीले होते हुए देखा।

उसके बाद हुमा चुनी गयी और मैंने उसके पकडे निकाले और चुकी वो मुझ से झगड़ कर और नाराज होकर चली गयी तो मुझे लगा उसे दण्डित किया जानना चाहिए। मैंने हुमा को हलकी से सजा दी और उसे माफ़ कर दिया।मिली ने अपने सेक्स ज्ञान का मुझे थोड़ा सा नमूना दिया तो मैंने उसे तुरंत अपना सेक्स गुरु बना लिया।

मिली में मेरा प्रक्षिक्षण शुरू करते हुए अपने होठं मेरे होठ से लगा दिये और किस किया और बोली तुम तो बहुत ही अच्छी किस करते हो दीपक। मैं तो सोच रही थी तुमको किस करने की भी ट्रेनिग देनी पडेगी लेकिन ऐसा लगता इसकी कोई जरूरत नहीं है। फिर वो बोली अब तुम पहले लिली के साथ मजे ले लो फिर तुम्हारा प्रशिक्षण जारी रहेगा। मिली ने मेरे साथ एक लम्बा और गहरा गर्म चुंबन किया और फिर बोली तुम एक हीरे हो जिसे मैं ट्रैन करके पोलिश कर के चमका दूँगी ।फिर लिली ने मेरा लुंगी में से मेरा लंड निकाल लिया और उसे चूसा।

मैंने हुमा, लिली, सपना और मिली जो की पूरी तरह से नग्न थी उन चारो को अगले आदेश तक फिल्मफेयर अवार्ड ट्रॉफी की डांसिंग लेडी की मुद्रा में खड़े रहने के लिए कहा। "घट कंचुकी" मैंने लिली के सामने आकर उसके गुलाब के फूल जैसा मुँह और चेरी जैसे ओंठो को किस किया मानो मैं किसी बेहद खूबसूरत बुत को प्यार कर रहा हूँ। उसके बाद मैंने लिली को चोदा।


मेरे अंतरंग हमसफ़र, चतुर्थ अध्याय भाग 27 से उद्धृत :

'ओह! प्रिय दीपक!' लिली आधी बंद आँखों से खुशी से बुदबुदाई, उसके मीठे होठों पर गर्म-गर्म चुंबनों की बौछार करने के साथ मैं उसे चोदने लगा। उसने तुरंत अपनी टांगें मेरी कमर पर फेंक दीं और अपनी युवा भुजाओं से मुझे अपने स्तनों से सटा दिया।

'उन्हें देखो, प्रिय लगकियो!' मिलि उत्सुकता से फुसफुसायी उसकी आवाज में उत्तेजना थी । एमी की निगाहें हमारे कांपते, झुर्रीदार, नग्न शरीरों पर टिकी हुई थीं, मैं उसे चोदते हुए चुंबन करता रहा और उसके स्तनों को दबाने लगा । लिली मेरे पीठ पर हाथ फेर रही थी और मेरे नितबो के अपने पैरो से दबा रही थी और मेरे ढ़ाको की ले में अपने कूल्हे उछाल कर चुदवा रही थी । सभी लड़किया हमारी चुदाई को बड़े गौर से देख रही थी और हमारी एक भी हरकत ऐसी नहीं थी जिस पर किसी का ध्यान नहीं गया।

जल्द ही आपसी परमानंद ने हम तेजी से चुदाई करने लगे और हमारे धक्के तेज होने शुरू हो गए। मैंने उसे और जोर से चोदना शुरू कर दिया। फिर मैं भी आनंदमय चरमोत्कर्ष पर पहुँच गया-एक अवर्णनीय ऐंठन हम दोनों में बह गई-'आह!.आह! आह! लिली स्खलित हुई और उसी समय मेरे लंड ने भी पिचकारी मार दी।

एक या दो पल के लिए हम सबसे करीबी और मधुरतम आलिंगन में बंद पड़े रहे; एमी और बाकी तीनो कुंवारी लड़कियों ने पहली बार चुदाई साक्षात देखी थी।


अब आगे:-

जब मेरी उखड़ी हुई साँसे थोड़ी नियंत्रित हुई तो मैंने अपने परिवेश को याद किया तो मैंने मिलि और एमी को ढूँढने के लिए सावधानी से चारों ओर देखा। मैंने पाया कि वे दोनों अपनी कुर्सी पर लौट गयी हैं। मिलि, अभी भी नग्न, थी और एमी, अभी भी उसकी नाइटी में, मिली की गोद में थी, लेकिन उसने खुद को सिकोड़ कर गोल कर लिया था और कसकर मिली की छाती से चिपकी हुई थी। उसकी नाइटी उसके नितम्बो से कसकर चिपक गयी थी और जिससे एमी के नितम्बो की रूपरेखा का शानदार खुलासा हो रहा था कि मैं अनजाने में खुशी और उत्तेजना से भर गया जिससे लंड जो अभी तक लिली की योनि के अंदर आधा जगा हुआ था वह जाग कर उठा खड़ा हुआ और पूरा सख्त और लम्बा होने लगा और चूत के अंदर की मांसपेशियों पर दबाब बढ़ने लगा। लंड के इस दबाब ने लिली को भी जगाया, और उसने अपनी आँखें खोलीं; जैसे ही उसकी नाखे मेरी आँखों से मिली तो संतुष्टि की मुस्कान ने उसके चेहरे को चमका दिया। उसके होंठ मेरे ओंठो से मिले और हमने एक-दूसरे के प्रति कृतज्ञता को व्यक्त करने वाले लंबे भावुक चुंबन का आदान-प्रदान किया।

मेरे वीर्य और लिली का चुतरस लिली की योनि से बाहर बह रहा था तो मिली ने कहा हुमा अब तुम उठो पहले इस बहते हुए रस की चाटो और-और फिर दीपक के औजार को बाहर निकालो और फिर तुम्हे उसे चूसते और चाटते रहना है । हुमा ने मिली की बात मानी, तुरंत उठी और मेरे पास आ गयी । हुमा के पास आते ही मेरा लंड जो कड़ा हो रहा था पूरा सख्त और लम्बा होने लगा।

हुमा उसे बाहर निकालो और उसे चाटो और हर बूंद को निगल जाओ। मुझे नहीं पता कि आपको इसका स्वाद पसंद आएगा या नहीं, लेकिन आपको इसे फिर भी चाटना और निगलना ही होगा। ध्यान रखना फर्श पर कुछ भी गिरने या टपकने मत देना नहीं तो तुम्हें बहुत कठोर दण्ड दिया जाएगा और तुम जानती हो कि इससे तुम्हें कितनी पीड़ा होगी और इस बार माफ़ी नहीं मिलेगी । क्या तुम समझ रहे हो? "

हुमा ने तुरंत मेरा लिंग बाहर निकाल लिया लंड मेरे वीर्य और लिली के छूट रस में सना हुआ था।

मिली तुरंत उठी और कहा एक मिनट के लिए रुको हुमा जो अमृत रस तुमने चाटा है उसे लिली और मेरे को चखाओ।

हुमा ने बात मानी और पाने मुँह में भरा हुआ अमृत रस भर कर लिली और फिर मिली को चखाया और दोनों उसे मजे से चाट कर निगल गयी ।

मिली ने कहा। मुझे पता है कि सभी लड़कियाँ प्यार के गुप्त सुखों के बारे में जानने के लिए अत्यधिक उत्सुक हैं और अक्सर रात में आपस में इस विषय पर बात करती हैं। अब वह सब लड़किया ध्यान से सुनो जो कुंवारी है!

मिली-क्या आपने कभी इस छोटी-सी छेद का कोई नाम सुना, क्यों सपना?

सपना-हाँ, प्रिय मिली, योनी।

मिली-और किसी ने कोई और नाम सुना है? शबनम तुम बताओ।

शबनम-बुर।

और डेज़ी बोली उसे चूत भी कहते है मैंने उस दिन कुछ लड़कियों को इसके बारे में बात करते सुना था।

एमी ने धीरे से कहा कि लड़कों ने इसे पूसी भी कहा था। "

और फिर मिली बोली बिलकुल ठीक लड़कियों इसे स्त्रियों की भगेंद्रेय कामिन्द्री, भग, योनि, बुर या फिर चूत, पूसी भी कहते हैं योनि का अर्थ है वह जिससे कोई वस्तु उत्पन्न हो या उत्पत्ति स्थान लड़कियों में इसे रसाल और भोसड़ी भी कहा जाता है। योनि स्त्रियों का जननेंद्रिय है।

"और वे अपनी चीज को क्या कहते हैं?"

सपना शर्माते हुए बोली लिंग। "

मिली इसे शिश्न, लंड या लिंग भी कहते हैं।

"वे उन्हें लंड क्यों कहते हैं?"

"मुझे लगता है कि ये एक डंडे की तरह कड़ा हो जाता है और लड़के फिर इसे हमारी योनी को घुसाते हैं। योनि वह मार्ग है जो जांघो के बीच में एक दरार होती है जो ही गर्भाशय की ओर जाता है। योनी शरीर के बाहर से दिखाई देती है और पुरुष या लड़के का लिंग साधारणतय यही प्रवेश करता है।"

मिली बोली बिलकुल ठीक जैसे दीपक ने इसे लिली की योनि में घुसाया है बिलकुल वैसे ही लड़के इसे हमारी योनी को घुसाते हैं और दोनों फिर बहुत मजे करते हैं ।

"सपना, शबनम और डेज़ी क्या आप सब इसे अपनी योनी को घुसवाना चाहोगी?"

"सपना बोली हाँ, मुझे लगता है, मैं इसे घुसवाना पसंद करूंगी, क्योंकि मेरी योनी बहुत गर्म महसूस होती है।"

बाकी दोनों कुछ नहीं बोली पर शर्मा रही थी

तब सपना उठी और हुमा के ऊपर चढ़ गई और अपनी योनी को हुमा की योनि पर जोर से रगड़ा, जबकि हुमा ने उसके नितम्बो को पकड़कर उसे अपनी जाँघों के बीच दबा दिया।

और फिर सपना बोली मेरी बस यही जानने की तमन्ना है अगर मेरी योनी को एक लंड में बदल दिया जाया तो हमें कितना मज़ा आएगा और मिली, क्या तुमने दीपक के लंड के आकार को नोटिस किया? "

"हाँ, प्रिय, उसका लंड शानदार है जैसा आमतौर पर सब के पास नहीं होता है और दीपक का लंड दूसरों की तुलना में बड़ा भी है।" और सपना तुम उतरो और अब हुमा तुम जारी रख सकती हो ।

इस वार्तालाप को सुन कर सब हस पड़े और मैं उस परम परमानंद का वर्णन नहीं कर सकता जो मेरे पूरे शरीर में प्रवाहित हो गया था क्योंकि उसने मेरे लंड पर लगे अमृत रास को चाटा और फिर मैंने उसके रोमांचक मुंह के अंदर अपने विशाल लंड के बैंगनी सिर को समाते हुए देखा। मिली बोली अच्छा लगा हुमा?

बोलने में असमर्थ होने के कारण हुमा ने सिर स्वीकृति में हिलाया, क्योंकि उसका मुँह मेरे गर्म लंड से भरा हुआ था। "अब मेरे लंड के नीचे थैले पर अपने हाथों का उपयोग करो।" मैंने हुमा को आदेश दिया। "वहाँ अपने हाथों से बस धीरे से मेरी गेंदों को महसूस करो और सहलाओ और अपने होठों और जीभ को मेरी लंड के सिर पर इस्तेमाल करो और अपने मुंह से लंड के ऊपर और नीचे पंप करती रहो। यह बहुत अच्छा लग रहा है। ।" इस चुसाई से मेरा लंड शीघ्र ही पूरा कठोर हो गया ।

हाथों से मेरी गेंदों को धीरे से सहलाते हुए और उसका कोमल मुंह मेरे लंड पर ऊपर और नीचे फिसलने लगा, जबकि उसकी जीभ मेरे लंड के अति संवेदनशील सिर को सहला रही थी, जैसे ही मैंने अपने जेटिंग हथियार को उसके गले में गहराई में घुसा, उसका दम घुटना शुरू हो गया।

वो फिर भी चूसने और चाटने और हर बूंद को निगलने में व्यस्त थी।

वह हर मायने में अब मेरी आज्ञाकारी हो गयी थी। अंत में मैंने उसके सिर को अपने पैरों के बीच स्थिति से मुक्त कर दिया, वह सांस लेने के लिए हांफ रही थी और वह वहीँ लेट गयी। मैंने उसे अपने पैर के अंगूठे को उसकी नंगी योनि क्षेत्र में छुआ दिया और उसकी योनि को सहलाने लगा जिससे वह उत्तेजित और आनन्दित हो रही थी ।

तो दोस्तों कहानी जारी रहेगी। आगे क्या हुआ? ये अगले भाग में पढ़िए।

आपका दीपक
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RE: अंतरंग हमसफ़र - by aamirhydkhan1 - 11-08-2022, 02:35 PM



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