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अंतरंग हमसफ़र
#75
मेरे अंतरंग हमसफ़र

चतुर्थ अध्याय

लंदन जाने की तयारी


भाग -27

एमी और तीनो कुंवारी लड़कियों ने पहली बार चुदाई साक्षात देखी.



आपने मेरी कहानी मेरी कहानी मेरे अंतरंग हमसफ़र, चतुर्थ अध्याय भाग 26 में अब तक पढ़ा:

मैंनेअभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था की, किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।

उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।

लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।

कुछ देर बाद पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'

कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से घर के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।

घर में मिली मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए। उसके बाद तय हुआ एमी के कौमार्य भंग करने का कार्यक्रम कल रात के लिए रखा गया और आज रात मैं लिली और मिली को समर्पित की जायेगी।

अंत में जब तय समय हो गया तो मैं उठा और मिली के कमरे में गया और फिर मिली, लिली और एमी को चुंबन किया। फिर नंगी मिली को अपनी घुटनों पर बिठा कर उसके कांपते हुए ओंठो पर चुंबन किया। फिर मैंने सपना को अपने पास बुलाया और मैंने उसकी पीली नीली पोशाक की टॉप को उसकी कमर तक फाड़ दिया। इसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें सहलाने लगा।उसकी गर्म गुलाबी योनि को बहुत सहलाया और उसका सौंदर्य निरिक्षण किया और सपना को उसके स्थान की तरफ जाते हुए मैंने उसके नितम्बो के गालों को बारी-बारी से तनावग्रस्त और ढीले होते हुए देखा।

उसके बाद हुमा चुनी गयी और मैंने उसके पकडे निकाले और चुकी वो मुझ से झगड़ कर और नाराज होकर चली गयी तो मुझे लगा उसे दण्डित किया जानना चाहिए। मैंने हुमा को हलकी से सजा दी और उसे माफ़ कर दिया।मिली ने अपने सेक्स ज्ञान का मुझे थोड़ा सा नमूना दिया तो मैंने उसे तुरंत अपना सेक्स गुरु बना लिया।

मिली में मेरा प्रक्षिक्षण शुरू करते हुए अपने होठं मेरे होठ से लगा दिये और किस किया और बोली तुम तो बहुत ही अच्छी किस करते हो दीपक। मैं तो सोच रही थी तुमको किस करने की भी ट्रेनिग देनी पडेगी लेकिन ऐसा लगता इसकी कोई जरूरत नहीं है। फिर वो बोली अब तुम पहले लिली के साथ मजे ले लो फिर तुम्हारा प्रशिक्षण जारी रहेगा। मिली ने मेरे साथ एक लम्बा और गहरा गर्म चुंबन किया और फिर बोली तुम एक हीरे हो जिसे मैं ट्रैन करके पोलिश कर के चमका दूँगी ।फिर लिली ने मेरा लुंगी में से मेरा लंड निकाल लिया और उसे चूसा।

मैंने हुमा, लिली, सपना और मिली जो की पूरी तरह से नग्न थी उन चारो को अगले आदेश तक फिल्मफेयर अवार्ड ट्रॉफी की डांसिंग लेडी की मुद्रा में खड़े रहने के लिए कहा। "घट कंचुकी" मैंने लिली के सामने आकर उसके गुलाब के फूल जैसा मुँह और चेरी जैसे ओंठो को किस किया मानो मैं किसी बेहद खूबसूरत बुत को प्यार कर रहा हूँ।


मेरे अंतरंग हमसफ़र, चतुर्थ अध्याय भाग 26 से उद्धृत :

"मैंने उसके स्तनों को दबाते हुए उसको चूमना शुरू कर दिया । फिर लिली ने अपने होठं मेरे होठ से लगा दिये और एक किस ले लिया। फिर मैंने अपने हाथ लिली की गर्दन के पीछे ले जाकर लिली का मुँह को अपनी तरफ खीचा और अपनी जीभ निकाल कर लिली के होंठो पर जीभ फिराने लगा। उसके थोडी देर इसी तरह से जीभ फिराने के बाद मैंने उसका निचला होंठ अपने होंठो के बीच पकड लिया और फिर उस पर जीभ फिराने लगा।

थोडी देर तक इसी तरह उसके होंठो को गिला करने के बाद मैने उसके होंठ चुसने शुरू कर दिये। मैं बहुत जोर-जोर से उसके होंठो को चूस रहा था। इस बीच लिली भी अपनी जीभ निकाल कर मेरे उपरी होंठ के उपर फिरा रही थी और साथ ही साथ अपना बहुत-सा थूक अपने नीचले होंठ के पास जमा कर रही थी जिस से मैं ज्यादा से ज्यादा उसके स्वादिष्ट थूक को पी सकूँ। मैं भी हर थोडी देर में नीचले होंठ को छोड कर उसका थूक अपनी जीभ की मदद से उसके होंठो पर मलने लगता और अच्छी तरह से मल कर फिर से उसके होंठ को चुसने लगता कुछ देर तक मैं ऐसा ही उसके साथ करता रहा और अपने हाथो से उसके स्तनों और निप्पलों को दबाता रहा ।

फिर मैंने अपनी जीभ को नुकीला कर के उसके दाँतों और होंठो के बीच डाल दी और उसके दाँतों पर फिराने लगा। वोह भी अपनी जीभ को नुकीली बना कर मेरे जीभ के नीचे गोल-गोल घुमाने लगी।

थोडी देर मैंने लिली को ओंठो पर अपने होठ रखे और एक गहरा चुम्बन लेता रहा।

इसके साथ हर पल और अधिक साहसी होते हुए लिलि के स्तन दाबते हुए और किस करते हुए मैं अपना एक हाथ उसकी नाभि से उसकी-उसकी जांघो तक ले गया! और फिर अपना हाथ उसकी योनि पर ले गया तो मैंने पाया उसकी चूत गीली थी उसकी चुत ने पानी छोड़ गया था ।

चुत पर हाथ लगते ही वह बोली आआआआ आआआआआह! उह्ह्ह! ह्ह्हह्ह! हईय! ह्ह्ह्हाई!"



अब आगे:-

फिर मैंने लिली के चूचुकों को मुँह में ले लिया और चूसने लगा।

वो 'आआह्ह! ह्हह्ह! हाआ! आह्हह्ह! ह्हहाह्ह! ह्हह!' कर रही थी, मैं उसे चूसता ही रहा।

इस विचार ने कि एमी, सपना, शबनम और डेज़ी की कुंवारी योनीया परमानंद में कांप रही थी, लिली और मेरे में आग लगा दी। 'आओ, प्रिये लिली!' मैंने कहा-और जल्दी से मैं उसे मिली के बिस्तर पर ले गया, उस पर लिली ने जल्दबाजी में अपनी पीठ पर खुद को लिटाया और मैं फिर से उसकी चूत को चाटने लगा। वह सिसकारियाँ भर रही थी। फिर मैं-मैं उठा और उसके दोनों पैरों को फैला दिया। उसने अपने हाथों से चूत को और फैला दिया। मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर रख दिया और उसकी चूत पर घिसने लगा।।

वो बोली-अब डाल भी, कितना तड़पाओगे ।

मैंने कहा-तड़पने में ही मजा है मेरी जान!

एक क्षण रुको, दीपक! 'जल्दी करो, एमी और लड़कियों!' मिलि तेजी से बोली और वह जल्दी से उठी और एक हाथ से कांपती और बेतहाशा उत्साहित एमी को पकड़ बिस्तर के पास ले आई।

बाकी तीनो कुंवारी लड़किया व्ही इस तरह से आस पास खड़ी हो गयी की वह योनि में लंड का प्रवेश आसानी से देख सके।

लिली की टाँगे अब मुझे जगह देने के लिए व्यापक रूप से अलग हो गयी और उसकी हलके सुनहरी बालों वाली योनी पूरी तरह से दिखाई दे रही थी, उसके योनि के सुंदर होंठ सुनहरे बाले के समूह के समूह के बीच में से स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे। 'देखो, लड़कियों इन योनि के ओंठो को देखो' मिली फुसफुसायी, अपनी उंगली से लिली की योनी की ओर इशारा करते हुए-'क्या यह सुंदर नहीं है!' एमी की आँखें चमक उठीं क्योंकि उन्होंने लिली की योनी को देखने के बाद लिली की योनि के ओंठो से टकरा रहा मेरा योनि प्रवेश के लिए अधीर लंड को देखा।

एमी हमारी हर हरकत को गौर से देख रही थी। चलो, दीपक! 'मिलि ने धीरे से कहा। जल्दी से मैंने खुद को लिली के पैरों के बीच की स्थिति में रखा और मैंने उसके स्तनों पर छोड़ दिया; और जैसे ही लिली की बाहें मेरे चारों ओर प्यार से बंद हो गईं, मैंने अपने लंड को उसके धड़कते उत्तेजित योनी के होंठों के बीच में लाया और योनि द्वार पर लगाया और धीरे से उसे अंदर धकेल दिया।' और मैंने धक्का लगा कर उसकी फैली हुई चूत में लण्ड को 3 इन्च तक घुसा दिया।

वो मजे से कराह उठी-ऊऊऊउ! माँ!.इऊऊउ! ऊईईई! ईमा! आआआअ! घह्हह्ह! ह्हस्सस्स! गया आआआ। 'देखो, एमी, देखो!' मिलि उत्साह से फुसफुसायी, एमी की आँखें विस्मय से फैल गईं क्योंकि उसने देखा कि लिली की योनी ने मेरे बड़े लंड को कितनी आसानी से निगल लिया। जल्द ही मैंने लंड को लिली योनी में तब तक अंदर पूरा घुसा दिया गया जब तक कि हमारे जाँघे के बीच के बाल-बाल आपस में मिल नहीं गए और बाकी लड़किया भी ओह्ह्ह! से आह! या हाय! या वाह! या उह्ह्ह! बोल पड़ी ।

लिली ' अह्हाअ! हह्ह! ह्हहा! कर कराह रही थी ।

मैं समझ गया कि मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में घुस चुका है।

मैंने धक्के मारना बन्द किया वह शान्त हो गई और मैंने उसको चुम्बन करना शुरू कर दिया।

थोड़ी देर बाद मैंने फिर से धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू कर दिए.

वो 'अह्हाअ! हह्हह्हहा उफ़्फ़फ़फ़्फ़ू! फ़्फ़उफ़्फ़फ़!' कर रही थी।

'ओह! प्रिय दीपक!' लिली आधी बंद आँखों से खुशी से बुदबुदाई, उसके मीठे होठों पर गर्म-गर्म चुंबनों की बौछार करने के साथ मैं उसे चोदने लगा। उसने तुरंत अपनी टांगें मेरी कमर पर फेंक दीं और अपनी युवा भुजाओं से मुझे अपने स्तनों से सटा दिया।

'उन्हें देखो, प्रिय लगकियो!' मिलि उत्सुकता से फुसफुसायी उसकी आवाज में उत्तेजना थी । एमी की निगाहें हमारे कांपते, झुर्रीदार, नग्न शरीरों पर टिकी हुई थीं, मैं उसे चोदते हुए चुंबन करता रहा और उसके स्तनों को दबाने लगा । लिली मेरे पीठ पर हाथ फेर रही थी और मेरे नितबो के अपने पैरो से दबा रही थी और मेरे ढ़ाको की ले में अपने कूल्हे उछाल कर चुदवा रही थी । सभी लड़किया हमारी चुदाई को बड़े गौर से देख रही थी और हमारी एक भी हरकत ऐसी नहीं थी जिस पर किसी का ध्यान नहीं गया।

जल्द ही आपसी परमानंद ने हम तेजी से चुदाई करने लगे और हमारे धक्के तेज होने शुरू हो गए। मैंने उसे और जोर से चोदना शुरू कर दिया। फिर मैं भी आनंदमय चरमोत्कर्ष पर पहुँच गया-एक अवर्णनीय ऐंठन हम दोनों में बह गई-'आह!.आह! आह! लिली स्खलित हुई और उसी समय मेरे लंड ने भी पिचकारी मार दी।

एक या दो पल के लिए हम सबसे करीबी और मधुरतम आलिंगन में बंद पड़े रहे; एमी और बाकी तीनो कुंवारी लड़कियों ने पहली बार चुदाई साक्षात देखी थी।

तो दोस्तों कहानी जारी रहेगी। आगे क्या हुआ? ये अगले भाग में पढ़िए।


आपका दीपक
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RE: अंतरंग हमसफ़र - by aamirhydkhan1 - 11-08-2022, 02:34 PM



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