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Adultery मधुर संगम
#22
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दिलावर सिंह अपने आदमियों के साथ चौधरी के बहु को लेकर गांव में आया, चौधरी और कामिनी देवी हां जब आंख उठाकर देखा आधा नगी फटा हुआ साड़ी ब्लाउज में, अपनी फूल जैसी बहू को. बाल बिखरे हुए पूरे शरीर पर. हवा के प्रभाव में हिलती-दुलती दुबला पतला शरीर, कब चक्कर खाकर गिर जाए उसका पता नहीं. कामिनी देवी अपनी बहू को ऐसी हालत में देखकर फूट-फूट कर रोने लगी. चौधरी भी अपनी बहू को हालत देख के गुस्से में आग बबूला हो गया. चौधरी दौड के जाके दिलावर की गर्दन पकड़ लेता है और उसको उठा के दो गुस्सा मारता है. और दिलावर को अपने हाथों से उठा कर फेंक देता है. आदमियों ने अपने बंदूक निकाल कर सर पर लगा दिया.

 चौधरी को पकड़ लिया और एक पेड़ पर बांध दिया.

दिलावर –क्या चौधरी अभी तक तेरा अकड़ नहीं गया. साला मेरा बार बार मना कर ने के बाद भी तू सिक्युरिटी भेज के हमारे बस्ती उजाड़ ता रहा. तेरा बेटा को छोड़ दिया, तेरे बोहु हमारे रंडी बनके 1महीना रही. उसकी स्वाद हम सबने चखा, आज तक उसको चढ़ी पहनकी जरुरत नहीं पड़ी,आब नाजुक कली फूल बनगयी. और हसने लगा, उसकी सारे आदमी भी हसने लगे..

चौधरी – अगर तूने मेरे बोहु को छुआ तो, तुझे फाड़ दूंगा साले.मेरा हात को खोल दे उसके बाद देख क्या करता हुँ तेरा.

दिलावर –मैने तेरे से वादा किया था के मै तुझे बर्बाद करदूंगा .जिस दिन ऐसी गाओं में मैने अपनी पिताजी को खोया था,थाबी से तेरे बर्बादी के दिन सुरु होगया था .

फिर उसने सब गाओं वालों को बोला

दिलावर-देखो गाओं वालों चौधरी कि इज़्ज़त का धछिया उड़ाते हुऐ उसने ,चौधरी . कि बोहु के शरीर उप्पर बचा कुछ फटा मेला सारी को पकड़ खीछ लिया, बिचारि आधी नगें बोहु कुछ ना कर सकी, पूरा नगीं होगई.शरीफ फटा हुआ ब्लाउज़ को पकडे चुप चाप सदमे में खड़ी रही .

अभी तो तेरी बोहु को मेरे आदमीओंकी लंड कि आदत पड़ गये है . वोः आब बिना लंड चूसे, सोते नहीं हे. देखगा क्या??

 गाओं वाले ने सर निचे झुका लिया ,चौधरी बी अपनी बेटी जैसी बोहु के हालत देख के अपना आँख निचे कर के रोने लगा ..कामिनी देबी बोहु के हालत देख के खुद को रोक ना साकि,दिलावर के पैर पड़ ने लगी उनके बोहु को छोड़ देने केलिए .लेकिन उसकी बातों का ऑनसुना कर दिया सरदार ने .
दिलावर उसकी बोहु के तरफ देख के मुस्कुराता हुआ बोला -अभी छुपाने के लिए कुछ बचा नहीं मेरी रानी ,चाल ब्लाउज़ खोल के मुझे देदे.. और जा के मेरे सारे आदमीओंकी लंड चूस के आ.
कामिनी देबी रोते हुऐ चीला के बोले –नहीं बेटी मत करो ऐसा.
चौधरी का बोहु अपनी फटी ब्लाउज निकाल के दिलाबर को दे देता है, जिसे देख चौधरी और कामिनी देबी सुन पड़ जाते हैं.
कुछ गाओं वाले इसका बिरोध केलिए उठे तो दिलाबर धमकी दी, अगर किसने उसके खिलाफ गया तो उनलोक का हालत चौधरी कि जैसा होगा.. उनकी घर कि औरत का भी एही हाल होगा, और उनकी घर जला दिया जाएगा.सब चुप होगये.

दिलावर अपने साहियोगी डाकूउनको इशारे से नंगा होने को बोला. सब अपने पेंट खोल के उसके सामने खड़े होगये. फिर चौधरी कि बोहु बारी बारी करके सव कि लंड हाथ में पकड़ के हिला रहीथी और खड़ा होने पर मुंह मै लेके चूसती थी.
दिलावर-देख चौधरी देख आंख उठा के देख तूने हमारी बातों का उनसुना कर ने का नतीजा.
कामिनी देबी गुसे मै आके दिलाबर को एक थप्पड़ मार देती हे.बोलति हे

कामिनी देबी -जो कर ना है मेरे साथ कर उसको छोड़ दे हरामी ,इसने क्या उकाहाड़ा हे तेरा
.
 दिलबर के मुंह पर थूक देती हे.

दिलाबर को बहुत गुस्सा आता हे, बो कामिनी देबी कि गला एक हात से पकड़ लेता है, कमिनी देबी बी उसके हात को अपने दोनों हातों से पकड़ ति है इतनमे उनके सारे उनकी ब्लाउज़ के ऊपर से गिर जाता हे.. बड़े बड़े स्तन ब्लाउज़ के अंदर से दिलाबर के सामने आजाते हैं,दिलाबर गुसे मै दूसरे हात से कामिनी देबी कि ब्लाउज़ को पकड़ के फाड़ देता है.तो कामिनी देबी चौक जाती हे, अपनी आँखे बड़ी बड़ी कर अपनी चूचियाँ को हतों से छुपाने लगती हे.
दिलाबर -इस उम्र भी तेरे अंदर बहुत आग हे.. आज मै तुझे ठंडा करदूंगा. रुक

अपनी आदमीउनको बोलता है, तुम लोक 

चौधरी कि बोहु को चोदो, में उसकी बीवी का लेता हुँ.

चौधरी .-नहीं छोड़ दे कमीने. उनके. तू चाहिए तो मेरे जान ले ले..

और अपना हात का राशि खोलने लगा.
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मधुर संगम - by Lingaaa - 21-07-2022, 11:26 AM
RE: मधुर संगम - by Sachit96 - 21-07-2022, 11:36 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 22-07-2022, 10:39 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 22-07-2022, 04:46 PM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 23-07-2022, 09:35 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 25-07-2022, 11:31 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 25-07-2022, 10:24 PM
RE: मधुर संगम - by saya - 25-07-2022, 11:44 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 26-07-2022, 10:30 PM
RE: मधुर संगम - by bhavna - 27-07-2022, 01:21 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 27-07-2022, 06:17 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 27-07-2022, 11:26 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 27-07-2022, 11:39 PM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 28-07-2022, 07:10 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 03-08-2022, 06:59 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 03-08-2022, 10:00 PM
RE: मधुर संगम - by Ratnadeep - 04-08-2022, 06:00 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 04-08-2022, 06:13 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 07-08-2022, 09:58 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 07-08-2022, 02:37 PM
RE: मधुर संगम - by neerathemall - 08-08-2022, 06:29 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 08-08-2022, 11:29 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 09-08-2022, 12:07 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 09-08-2022, 12:11 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 09-08-2022, 12:13 AM
RE: मधुर संगम - by Bluee - 09-08-2022, 12:26 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 09-08-2022, 06:21 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 09-08-2022, 11:42 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 09-08-2022, 11:45 PM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 10-08-2022, 06:23 AM
RE: मधुर संगम - by saya - 12-08-2022, 07:04 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 12-08-2022, 06:40 PM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 21-08-2022, 11:24 AM
RE: मधुर संगम - by Shabaz123 - 26-08-2022, 07:48 AM
RE: मधुर संगम - by Shabaz123 - 26-08-2022, 10:07 PM



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