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Adultery मधुर संगम
#19
 उस धमकी भरी चिट्ठी पढ़ने के बाद चौधरी जी को बहुत गुस्सा आया उन्होंने बोला गांव वालों इन डाकू से डरने की कोई जरूरत नहीं हमारे साथ सिक्युरिटी वाले हैं . ढेर सारे गांव वाले अपने अपने घर चले गए मगर सबके मन में दहशत का माहौल बना हुआ था. 2 हफ्ते के बाद वह दोनों औरत गांव में वापस आ गई फिर, चौधरी ने उन दोनों औरतों से पूछा कि डाकुओं ने उनके साथ कुछ गलत किया नहीं ना. वह दोनों औरत शर्म के मारे अपनी मुंह पर अपना साड़ी लपेट ते हुए रोते हैं और बोलते हैं.
 चौधरी साहब अब हम किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहे, ना ही हमारे घर वालों को,ना ही हमारे पति को,ना हमारे बच्चों को,अब हमारा क्या होगा. उन कमीनी डाकुओं ने, हमारी इज्जत लूट ली. उन लोगों ने हमारे सारे कपड़े उतार कर फाड़ दिए,दो हफ्ता पूरे ऐसे ही नंगा उनके साथ रहना पड़ा. और इस दो हफ्ते में ऐसा कोई दिन नहीं था ना ही कोई ऐसा कोई रात था जिस समय उनका कोई भी आदमी आकर हमारे साथ नहीं सोता था. हर रोज बारी-बारी करके वह हम लोगों के इज्जत के साथ खेलते थे. और कभी-कभी तो दो दो एक साथ आकर हम पर टूट पड़ते थे और हमारी चुत और गांड यहां तक कि हमारे मुंह भी छोड़ा नहीं. और फिर दोनों औरत फूट-फूट कर रोने लगे. चौधरी के बोलने पर वह दोनों औरतों के घर वाले उन दोनों औरतों को अपने साथ ले जाते हैं और उनका ख्याल रखने के लिए भी बोलता है
 फिर गांव में सिक्युरिटी की छावनी बन जाती है. सिक्युरिटी वाले गांव के पहरेदारी करते रहते हैं. ऐसे ही 4 से 5 महीना बीत जाता है कोई दिक्कत नहीं होता है यह सब लोग को सुकून मिलने लगता ह. धीरे-धीरे सिक्युरिटी की घेराबंदी बंद हो जाती है .
एक बार गांव में पूजा महोत्सव हो रहा था, डाकू औ ने गांव पर फिर से हमला किया. उन लोगों ने बहुत सारे लूटपाट मचाई किसी का सोना किसी का बकरी यहां तक गांव के औरत लोग को भी 4 लोग उठाकर ले गए. और औरतों में चौधरी के बेटा और बहू थे. और डाकू ने भी धम दी की थी अगर इसके बारे में किसी ने सिक्युरिटी को यह बताया तो वह लोग उन औरतों के साथ-साथ चौधरी की बेटा और बहू को भी मार डालेंगे. गांव वाले उनके धमकियों से डर गए और चौधरी भी अपने बेटे और बहू के बचाव के लिए किससे कुछ नहीं बोला.
 लूटपाट हुए कम से कम एक हफ्ता हो गया था.लेकिन किसी का भी कुछ खोज खबर नहीं था.ना ही उन औरतों का नाही चौधरी के बेटे और बहू का. फिर एक दिन चौधरी का बेटा नंगे बदन सुबह-सुबह गांव के पेड़ से बांधा हुआ मिला. उसके शरीर के ऊपर काफी छोटे लगे हुए थे.और उसका शरीर से कहीं कहीं से खून भी निकल रहा था. और उसके शरीर पर एक चिट्ठी भी हो लोगों ने बांध दिया था. फिर चौधरी ने गांव के डॉक्टर को बुलाकर अपने बेटे का इलाज करवाया, उसकी यह हालत देखकर चौधराइन कामिनी देवी रो रो के बेहोश हो गई,और चौधरी जी के आंखों से आंसू बंद नहीं हो रहे थे. फिर उस चिट्ठी में जो लिखा गया था वह सारे गांव वालों के सामने पढ़ा गया,
 देख चौधरी तेरा करतूत, साले तेरे वजह से सिक्युरिटी वालों ने हमें बहुत तंग किया. हमारी बस्ती उजाड़ दी. आपसे हम तुम्हारे गांव को भी यही हाल करेंगे, तुम्हारे घर में आग लगा देंगे और तुम्हारे औरतों को उठा लेंगे. इसकी शुरुआत चौधरी के बहु से हो चुकी है. अगर तुम लोग जिंदा रहना चाहते हो, तो हर रोज हमारा आदमी गांव में आएगा उसको खाने पीने का अनाज और साथ में कोई भी औरत को भेजना होगा. हम किसी को चोट नहीं पहुंचाएंगे ना आए हो उस औरत को ना ही तुम लोग को. अभी तो हम चौधरी की बेटे को जिंदा छोड़ रहे हैं मगर बाद में, अगर ऐसी कोई गड़बड़ की तो उसकी बेटे के साथ उसको भी लटका देंगे पेड़ों पर .
 मुखिया दिलावर सिंह
इस चिट्ठी से चौधरी के ऊपर बिजली गिर गई हो. चौधरी एकदम शांत अपने बेटे के हालात पर रो रहा था. तेरा हर रोज गांव से गई हुई औरतों में से एक एक करके गांव लौटने लगे. चौधरी और कामिनी देवी औन सबसे अपनी बहू के बारे में पूछते रहते थे. वह लोगों के हालात ऐसे नहीं देखनी बोलोगे कुछ बता सकते. कुछ औरत तो शर्म के मारे जहर खा लिया और कुछ तो अपने आप को टांग भी लिया. 15 – 20 दिन बीत गए लेकिन चौधरी के बहू का कुछ पता नहीं था. जितने भी औरत गांव से उठाए गए थे सब लोग वापस आ गए थे. उन लोगों ने बताया गए थे कि कैसे उनकी इज्जत के साथ खराब व्यवहार किया और उनको बहुत सताया और कैसे हो उनको लूट लिया . फिर चौधरी को सिक्युरिटी का सहारा लेना पड़ा अपनी बहू को ढूंढने के लिए लेकिन फिर भी कोई नतीजा ने निकला. ऐसे ही एक महीना बीत गया तभी जाकर एक दिन
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मधुर संगम - by Lingaaa - 21-07-2022, 11:26 AM
RE: मधुर संगम - by Sachit96 - 21-07-2022, 11:36 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 22-07-2022, 10:39 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 22-07-2022, 04:46 PM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 23-07-2022, 09:35 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 25-07-2022, 11:31 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 25-07-2022, 10:24 PM
RE: मधुर संगम - by saya - 25-07-2022, 11:44 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 26-07-2022, 10:30 PM
RE: मधुर संगम - by bhavna - 27-07-2022, 01:21 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 27-07-2022, 06:17 AM
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RE: मधुर संगम - by Bandabia - 03-08-2022, 06:59 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 03-08-2022, 10:00 PM
RE: मधुर संगम - by Ratnadeep - 04-08-2022, 06:00 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 04-08-2022, 06:13 AM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 07-08-2022, 09:58 AM
RE: मधुर संगम - by Bandabia - 07-08-2022, 02:37 PM
RE: मधुर संगम - by neerathemall - 08-08-2022, 06:29 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 08-08-2022, 11:29 PM
RE: मधुर संगम - by Lingaaa - 09-08-2022, 12:07 AM
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RE: मधुर संगम - by Bluee - 09-08-2022, 12:26 AM
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RE: मधुर संगम - by saya - 12-08-2022, 07:04 AM
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RE: मधुर संगम - by Shabaz123 - 26-08-2022, 07:48 AM
RE: मधुर संगम - by Shabaz123 - 26-08-2022, 10:07 PM



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