01-08-2022, 11:58 PM
मैं दौड़ते हुए वापस अपने घर में चला गया, और लिविंग रूम के हमारे सोफे पर ऐसे बैठ गया जैसे वहां से कभी हिला ही न हूँ।
मैंने जल्द ही स्लाइडिंग दरवाज़ा धीरे-धीरे खुलने की आवाज़ सुनी, और मैंने मैं देखा कि मेरी बीवी घर में घुस रही है। उसके बाल अस्त-व्यस्त थे, और वो भारी साँसें ले रही थीं।
नाइटी में सिलवटे थी, और उसके चेहरे और आँखों में एक उन्माद दिखाई दे रहा था।
वो इस हालत में मुझे बहुत खूबसूरत दिखाई दे रही थी। मैंने मैं उसे पकड़ कर सोफे पर लिटा दिया, “मोनू। रुको तो...” वो बोली।
“चुप रहो।” मैंने कहा और उसकी नाइटी को उतार कर उसकी पेंटी पर हाथ लगाया। उसकी पेंटी पूरी तरह से गीली थी और उसकी पानी छोडती चूत की गवाही दे रही थी, मैंने उसकी पेंटी को खींच कर उसके घुटनों पर कर दिया और उसे पलटा कर पीछे से अपना लंड उसकी पनियाती चूत में डाल दिया। उसकी चूत अभी भी लगातार पानी छोड़ रही थी।
“उफ़ रेनू। जब तुम एक रंडी की तरह बर्ताव करती हो तो मुझे बहुत अच्छा लगता है।” मैंने मैं उसकी गांड एक ज़ोर का थप्पड़ मारा।
वह जोर से कराह उठी, “आह्ह्ह्ह मोनू! नहीं! हीं मैंने मैं आःह्ह्ह कुछ्ह्ह्ह सोर्र्य्यय्य्य्य!”
“क्या तुमको उसके बड़े लंड के साथ खेलना पसंद हैं, बोलो मेरी रंडी?” मैंने मैं उसके चुतरो को पकड़ एक जोर का धक्का मारा।
“ओह! आआह्ह्ह नहीं!हीं” मेरे कहते ही रेनू ने अपना चेहरा तकियों में दबा लिया। वह शर्म से सोच रही थी की मुझे कैसे पता चला लेकिन उसकी चूत उत्तेजना से और गीली हो रही थी। मुझे वो बहुत ही कामुक लग रही।
मैंने जोर से धक्के मारना शुरू कर दिया और उसकी चूत उत्तेजना से खुलने बंद होने लगी और अचानक वो सोफे पर गिर कर जोर से चिल्लाई और झड गयी। उसके झड़ते ही मैं भी फट पड़ा और अपने माल से उसकी चूत को भर दिया फिर उसकी पीठ पर गिर गया। हम धीरे-धीरे एक दूसरे पर लुढ़क गए।
जैसे ही मैं नार्मल हुआ तो मैंने मैं उसकी तरफ देखा, “बताओ वहां क्या हुआ। सब कुछ बताओ।”
वह बैठ गई। वह घबराई हुई थी, और अभी भी भारी सांस ले रही थी। “मैं... मैं अंदर गयी और हम दोनों उसकी रसोई में गए।” बोलते हुए वह हकला रही थी, “व-वहां वो, बार बार अपने बदन को किसी न किसी बहाने से मुझसे रगड़ रहा था, फिर वो मेरे पीछे से मुझसे चिपक गया और मैंने मैं महसूस किया की उसका लंड पूरा खड़ा था और मुझे चुभ रहा था।” उसने शर्मिंदगी से अपना चेहरा ढक लिया।
“बेबी, प्लीज मैं सुनना चाहता हूँ। बताओ न।”
“फिर उसने मेरी छातियों के साथ खेलना शुरू कर दिया ... फिर ...वो मैंने उसे रोकने के लिए कहा लेकिन उसने नहीं माना।”
मुझे विश्वास नहीं हो रहा था।
“वह उह ... उम, उसने कहा कि वह मुझसे प्यार करता है, और वह मुझसे नज़र नहीं हटा पाता ...” वह रुक गई।
“जब मैंने मैं खाने को ढक दिया और कुछ मिनटों के लिए स्टू करने के लिए सेट कर दिया और बोला की अब मैं जाती हूँ तो उसने मुझे लिविंग रूम में खींच लिया और मुझे सोफे पर बिठा दिया।” वह शरमा रही थी, “व-वह मेरे स्तन के साथ खेलता रहा, और फिर उसने जल्दी से अपने शॉर्ट्स को नीचे खींच लिया, और उसका डिक बाहर निकल आया।"
मैं फिर से उत्तेजित होने लगा – वो जान बूझ कर लंड चूंची जैसे शब्द नहीं बोल रही थी लेकिन फिर भी मेरा लंड फिर से ऐठने लगा।
उसका शरमाना जारी था, वो मुझे नज़रे नहीं मिला रही थी, “उसने मुझसे पूछा कि क्या मुझे वो पसंद है।”
मेरा गला सूख गया, “क्या कहा तुमने?”
“... मैं... मैंने मैं उससे कहा कि कि... यह कितना बड़ा है।” वह रुक गई, और शरमा गई। “उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और धीरे से उसे उस पर रख दिया, मुझे नहीं पता कि लेकिन मैं बस ... मुझे नहीं पता!”
मैं कराह उठा, “बेबी...फिर क्या हुआ?”
उसने अपना होंठ काटा, “उसने मुझे अपने बड़े डिक के साथ खेलने के लिए कहा, और उसे खड़ा करने के लिए ...” वह रुकी, और एक गहरी सांस ली, “हिलाने के लिए ...तो मैंने मैं किया।”
“उफ्फ्फ। फिर?” मैंने जवाब दिया।
“ओह बेबी हम ये बात क्यों कर रहे हैं!? प्लीज!” वह बोली और उसने अपना चेहरा अपने हाथों में दबा लिया। मैंने उसकी टांगों को खोल दिया और उसकी चूत मेरी आँखों के सामने थी। मैंने धीरे से उसे वापस सोफे पर धकेला और अपने तने हुए लंड को उसकी चूत के मुहाने पर रख कर कहा, “तुम बहुत शैतान औरत हो, और मुझे तुम्हारी शरारते जानने में बहुत मजा आता है!” इसके साथ ही मैंने मैं उसमें लंड उसकी चूत में डाल दिया और हम दोनों दुसरे राउंड में लग गए।
कुछ दिन और बीत गए, और एक दिन मैं देर से घर पहुँचा लेकिन रेनू घर में नहीं थी, मैंने मैं गेरेज में देखा तो उसकी कार गेरेज में खड़ी थी।
मैंने मैं उसे मेसेज किया, “तुम कहाँ हो?”
दस सेकंड बाद मुझे जवाब मिला, “थोड़ी शरारत कर रही हूँ”, उसने स्माइली के साथ जवाब दिया।
मैंने राजेश के घर को देखने की कोशिश की लेकिन मैं ज्यादा कुछ समझ नहीं पाया।
“क्या कर रही हो?” मैंने फिर पुछा।
एक मिनट बीत गया, और फिर मुझे जवाब मिला।
यह एक छोटा सा वीडियो था, जो किसी भी पोर्न से ज्यादा उत्तेजित करने वाला था। मेरी बीवी राजेश को किस कर रही थी फिर राजेश उसकी चून्चियों को मुह में भरकर पी रहा था और रेनू उसके लंड की मालिश कर रही थी। अचानक मेरी बीवी राजेश के सामने घुटनों पर बैठ गयी और राजेश बोला, “मम्म। यस बेबी। अच्छे से चूसो इसको।”
ऐसा लग रहा था की राजेश ने इसे अपने फोन से रिकॉर्ड किया है और अब रेनू राजेश का लंड अपने मुह में भर कर चूस रही थी हालाँकि वो इतना बड़ा था की उसके मुह में आ ही नहीं रहा था।
मैंने जल्द ही स्लाइडिंग दरवाज़ा धीरे-धीरे खुलने की आवाज़ सुनी, और मैंने मैं देखा कि मेरी बीवी घर में घुस रही है। उसके बाल अस्त-व्यस्त थे, और वो भारी साँसें ले रही थीं।
नाइटी में सिलवटे थी, और उसके चेहरे और आँखों में एक उन्माद दिखाई दे रहा था।
वो इस हालत में मुझे बहुत खूबसूरत दिखाई दे रही थी। मैंने मैं उसे पकड़ कर सोफे पर लिटा दिया, “मोनू। रुको तो...” वो बोली।
“चुप रहो।” मैंने कहा और उसकी नाइटी को उतार कर उसकी पेंटी पर हाथ लगाया। उसकी पेंटी पूरी तरह से गीली थी और उसकी पानी छोडती चूत की गवाही दे रही थी, मैंने उसकी पेंटी को खींच कर उसके घुटनों पर कर दिया और उसे पलटा कर पीछे से अपना लंड उसकी पनियाती चूत में डाल दिया। उसकी चूत अभी भी लगातार पानी छोड़ रही थी।
“उफ़ रेनू। जब तुम एक रंडी की तरह बर्ताव करती हो तो मुझे बहुत अच्छा लगता है।” मैंने मैं उसकी गांड एक ज़ोर का थप्पड़ मारा।
वह जोर से कराह उठी, “आह्ह्ह्ह मोनू! नहीं! हीं मैंने मैं आःह्ह्ह कुछ्ह्ह्ह सोर्र्य्यय्य्य्य!”
“क्या तुमको उसके बड़े लंड के साथ खेलना पसंद हैं, बोलो मेरी रंडी?” मैंने मैं उसके चुतरो को पकड़ एक जोर का धक्का मारा।
“ओह! आआह्ह्ह नहीं!हीं” मेरे कहते ही रेनू ने अपना चेहरा तकियों में दबा लिया। वह शर्म से सोच रही थी की मुझे कैसे पता चला लेकिन उसकी चूत उत्तेजना से और गीली हो रही थी। मुझे वो बहुत ही कामुक लग रही।
मैंने जोर से धक्के मारना शुरू कर दिया और उसकी चूत उत्तेजना से खुलने बंद होने लगी और अचानक वो सोफे पर गिर कर जोर से चिल्लाई और झड गयी। उसके झड़ते ही मैं भी फट पड़ा और अपने माल से उसकी चूत को भर दिया फिर उसकी पीठ पर गिर गया। हम धीरे-धीरे एक दूसरे पर लुढ़क गए।
जैसे ही मैं नार्मल हुआ तो मैंने मैं उसकी तरफ देखा, “बताओ वहां क्या हुआ। सब कुछ बताओ।”
वह बैठ गई। वह घबराई हुई थी, और अभी भी भारी सांस ले रही थी। “मैं... मैं अंदर गयी और हम दोनों उसकी रसोई में गए।” बोलते हुए वह हकला रही थी, “व-वहां वो, बार बार अपने बदन को किसी न किसी बहाने से मुझसे रगड़ रहा था, फिर वो मेरे पीछे से मुझसे चिपक गया और मैंने मैं महसूस किया की उसका लंड पूरा खड़ा था और मुझे चुभ रहा था।” उसने शर्मिंदगी से अपना चेहरा ढक लिया।
“बेबी, प्लीज मैं सुनना चाहता हूँ। बताओ न।”
“फिर उसने मेरी छातियों के साथ खेलना शुरू कर दिया ... फिर ...वो मैंने उसे रोकने के लिए कहा लेकिन उसने नहीं माना।”
मुझे विश्वास नहीं हो रहा था।
“वह उह ... उम, उसने कहा कि वह मुझसे प्यार करता है, और वह मुझसे नज़र नहीं हटा पाता ...” वह रुक गई।
“जब मैंने मैं खाने को ढक दिया और कुछ मिनटों के लिए स्टू करने के लिए सेट कर दिया और बोला की अब मैं जाती हूँ तो उसने मुझे लिविंग रूम में खींच लिया और मुझे सोफे पर बिठा दिया।” वह शरमा रही थी, “व-वह मेरे स्तन के साथ खेलता रहा, और फिर उसने जल्दी से अपने शॉर्ट्स को नीचे खींच लिया, और उसका डिक बाहर निकल आया।"
मैं फिर से उत्तेजित होने लगा – वो जान बूझ कर लंड चूंची जैसे शब्द नहीं बोल रही थी लेकिन फिर भी मेरा लंड फिर से ऐठने लगा।
उसका शरमाना जारी था, वो मुझे नज़रे नहीं मिला रही थी, “उसने मुझसे पूछा कि क्या मुझे वो पसंद है।”
मेरा गला सूख गया, “क्या कहा तुमने?”
“... मैं... मैंने मैं उससे कहा कि कि... यह कितना बड़ा है।” वह रुक गई, और शरमा गई। “उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और धीरे से उसे उस पर रख दिया, मुझे नहीं पता कि लेकिन मैं बस ... मुझे नहीं पता!”
मैं कराह उठा, “बेबी...फिर क्या हुआ?”
उसने अपना होंठ काटा, “उसने मुझे अपने बड़े डिक के साथ खेलने के लिए कहा, और उसे खड़ा करने के लिए ...” वह रुकी, और एक गहरी सांस ली, “हिलाने के लिए ...तो मैंने मैं किया।”
“उफ्फ्फ। फिर?” मैंने जवाब दिया।
“ओह बेबी हम ये बात क्यों कर रहे हैं!? प्लीज!” वह बोली और उसने अपना चेहरा अपने हाथों में दबा लिया। मैंने उसकी टांगों को खोल दिया और उसकी चूत मेरी आँखों के सामने थी। मैंने धीरे से उसे वापस सोफे पर धकेला और अपने तने हुए लंड को उसकी चूत के मुहाने पर रख कर कहा, “तुम बहुत शैतान औरत हो, और मुझे तुम्हारी शरारते जानने में बहुत मजा आता है!” इसके साथ ही मैंने मैं उसमें लंड उसकी चूत में डाल दिया और हम दोनों दुसरे राउंड में लग गए।
कुछ दिन और बीत गए, और एक दिन मैं देर से घर पहुँचा लेकिन रेनू घर में नहीं थी, मैंने मैं गेरेज में देखा तो उसकी कार गेरेज में खड़ी थी।
मैंने मैं उसे मेसेज किया, “तुम कहाँ हो?”
दस सेकंड बाद मुझे जवाब मिला, “थोड़ी शरारत कर रही हूँ”, उसने स्माइली के साथ जवाब दिया।
मैंने राजेश के घर को देखने की कोशिश की लेकिन मैं ज्यादा कुछ समझ नहीं पाया।
“क्या कर रही हो?” मैंने फिर पुछा।
एक मिनट बीत गया, और फिर मुझे जवाब मिला।
यह एक छोटा सा वीडियो था, जो किसी भी पोर्न से ज्यादा उत्तेजित करने वाला था। मेरी बीवी राजेश को किस कर रही थी फिर राजेश उसकी चून्चियों को मुह में भरकर पी रहा था और रेनू उसके लंड की मालिश कर रही थी। अचानक मेरी बीवी राजेश के सामने घुटनों पर बैठ गयी और राजेश बोला, “मम्म। यस बेबी। अच्छे से चूसो इसको।”
ऐसा लग रहा था की राजेश ने इसे अपने फोन से रिकॉर्ड किया है और अब रेनू राजेश का लंड अपने मुह में भर कर चूस रही थी हालाँकि वो इतना बड़ा था की उसके मुह में आ ही नहीं रहा था।