27-07-2022, 04:19 PM
और हम भी पूल से निकल कर घर के अन्दर चले गए।
उस रात में मैं रेनू को अपने बेडरूम में चोद रहा था। मैं उसको डॉगी पोज़ में चोद रहा था और देख रहा था की मेरा छह इंच का लंड जब उसकी चूत में अन्दर बाहर होता है तो उसकी गांड कैसे थिरकती है।
![[Image: 36945351_066_2671.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/7/258/36945351/36945351_066_2671.jpg)
मेरा लंड अन्दर लेते ही वह धीरे से कराह पड़ती थी, अचानक मेरा दिमाग दोपहर की बात पर चला गया और मैं अंदर ही अंदर मुस्कुराया। मैंने मैं सोचा की अगर राजेश मेरी बीवी को इस हालत में देखे तो बेहोश ही हो जायेगा।
इस विचार ने मेरे मन में एक घबराहट पैदा कर दी और मैंने जल्दबाजी में अपने दाहिनी ओर देखा। मैं हमारे बेडरूम का पर्दा देख रहा था जो की ठीक से बंद था। दरअसल घर खरीदने के बाद हमने ध्यान दिया की हमारे मास्टर बेडरूम की मेन खिड़की और राजेश के मास्टर बेडरूम की खिड़की करीब 10-12 फीट की दूरी पर एकदम आमने सामने थी। शिफ्ट होने के कुछ ही दिनों में हमने राजेश को कई बार अजीब हालत में देखा था क्योंकि वो कभी भी अपने परदे बंद नहीं करता था।
लेकिन रेनू को अपनी प्राइवेसी को लेकर थोडा चिंतित हुई तो मैंने मैं खिड़की पर काफी भारी पर्दे लगाये जिनसे आर पार कुछ न दिखे और हमने अपने पर्दों को हमेशा बंद रखना शुरू कर दिया। कभी कभी तो मुझे लगता था कि अगर रेनू चुदाई के बहुत जोर से सिस्कारियां ले तो राजेश उसे आसानी से सुन लेगा और समझ जायेगा की हम क्या कर रहे हैं।
मैंने मैं अपने मन से इस विचार को हटाया और अपनी सेक्सी बीवी को चोदना जारी रखा। लेकिन इस विचार से मेरी उत्तेजना चरम पर पहुच गयी और मैं मेरी बीवी की चूत में ही झड गया। मेरे झड़ते ही रेनू धीरे से सिसकी भरी। अक्सर मैं उसे झडवा कर ही झड़ता था लेकिन आज राजेश के बारे में सोचते हुए मैं जल्दी झड गया।
![[Image: 57012288_019_a9b1.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/1/353/57012288/57012288_019_a9b1.jpg)
चुदाई के बाद हम दोनों साथ साथ नहाये और फिर सोने के लिए लेट गए। दोपहर की बात फिर से मेरे दिमाग में कौंध गई और मैंने मैं रेनू से कहा, “आज दोपहर को राजेश तुम्हे कुछ ज्यादा ताड़ रहा था न?”
रेनू ने आह भरी, “तुम्हें तो हमेशा लगता है कि लोग मुझे ताड़ रहे हैं।”
मैं हँसा, “क्योंकि वो ताड़ते हैं। खासकर हमारे पड़ोसी वकील साहब”
रेनू शरमा गई, “हो सकता है... वैसे उसने पहले भी तो मुझे स्विम सूट में देखा है।”
मैंने मैं बोला, “उस बेचारे को ज्यादा एक्शन तो मिलता नहीं है। बीवी साथ रहती नहीं और ज्यादा बाहर वो जाता नहीं और रंडी घर लाता हो उस तरह का आदमी भी नहीं है तो मैं उसे ऐसे माल को घूरने के लिए दोष नहीं ठहरा सकता।”
रेनू ने मुझे कंधे पर हलके से थप्पड़ मारा “ठरकी आदमी।” उसने मजाक में कहा।
उस रात में मैं रेनू को अपने बेडरूम में चोद रहा था। मैं उसको डॉगी पोज़ में चोद रहा था और देख रहा था की मेरा छह इंच का लंड जब उसकी चूत में अन्दर बाहर होता है तो उसकी गांड कैसे थिरकती है।
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मेरा लंड अन्दर लेते ही वह धीरे से कराह पड़ती थी, अचानक मेरा दिमाग दोपहर की बात पर चला गया और मैं अंदर ही अंदर मुस्कुराया। मैंने मैं सोचा की अगर राजेश मेरी बीवी को इस हालत में देखे तो बेहोश ही हो जायेगा।
इस विचार ने मेरे मन में एक घबराहट पैदा कर दी और मैंने जल्दबाजी में अपने दाहिनी ओर देखा। मैं हमारे बेडरूम का पर्दा देख रहा था जो की ठीक से बंद था। दरअसल घर खरीदने के बाद हमने ध्यान दिया की हमारे मास्टर बेडरूम की मेन खिड़की और राजेश के मास्टर बेडरूम की खिड़की करीब 10-12 फीट की दूरी पर एकदम आमने सामने थी। शिफ्ट होने के कुछ ही दिनों में हमने राजेश को कई बार अजीब हालत में देखा था क्योंकि वो कभी भी अपने परदे बंद नहीं करता था।
लेकिन रेनू को अपनी प्राइवेसी को लेकर थोडा चिंतित हुई तो मैंने मैं खिड़की पर काफी भारी पर्दे लगाये जिनसे आर पार कुछ न दिखे और हमने अपने पर्दों को हमेशा बंद रखना शुरू कर दिया। कभी कभी तो मुझे लगता था कि अगर रेनू चुदाई के बहुत जोर से सिस्कारियां ले तो राजेश उसे आसानी से सुन लेगा और समझ जायेगा की हम क्या कर रहे हैं।
मैंने मैं अपने मन से इस विचार को हटाया और अपनी सेक्सी बीवी को चोदना जारी रखा। लेकिन इस विचार से मेरी उत्तेजना चरम पर पहुच गयी और मैं मेरी बीवी की चूत में ही झड गया। मेरे झड़ते ही रेनू धीरे से सिसकी भरी। अक्सर मैं उसे झडवा कर ही झड़ता था लेकिन आज राजेश के बारे में सोचते हुए मैं जल्दी झड गया।
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चुदाई के बाद हम दोनों साथ साथ नहाये और फिर सोने के लिए लेट गए। दोपहर की बात फिर से मेरे दिमाग में कौंध गई और मैंने मैं रेनू से कहा, “आज दोपहर को राजेश तुम्हे कुछ ज्यादा ताड़ रहा था न?”
रेनू ने आह भरी, “तुम्हें तो हमेशा लगता है कि लोग मुझे ताड़ रहे हैं।”
मैं हँसा, “क्योंकि वो ताड़ते हैं। खासकर हमारे पड़ोसी वकील साहब”
रेनू शरमा गई, “हो सकता है... वैसे उसने पहले भी तो मुझे स्विम सूट में देखा है।”
मैंने मैं बोला, “उस बेचारे को ज्यादा एक्शन तो मिलता नहीं है। बीवी साथ रहती नहीं और ज्यादा बाहर वो जाता नहीं और रंडी घर लाता हो उस तरह का आदमी भी नहीं है तो मैं उसे ऐसे माल को घूरने के लिए दोष नहीं ठहरा सकता।”
रेनू ने मुझे कंधे पर हलके से थप्पड़ मारा “ठरकी आदमी।” उसने मजाक में कहा।
![[Image: 91397958_013_ab3d.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/1/39/91397958/91397958_013_ab3d.jpg)