26-07-2022, 10:30 PM
.एक समय की बात है, सब कुछ सही चल रहा था अचानक गांव पर डाकू उने हमला कर गांव को चारों तरफ से घेर लिया 2 दिन तक, उन लोगों ने बहुत सी लूट मचाई किसी किसी का सोना, किसी का बकरी, किसका खाने-पीने का राशन पर कब्जा कर लिया , उन डाकू का सरदार था सुबोध सिंह जिसकी उम्र लगभग 60 साल के आसपास होगा. बहुत ही खूंखार और गुस्से वाला आदमी था. और उसका बेटा दिलावर सिंह जो कि एक 35 साल का नौजवान और जोशीला तंदुरुस्त लड़का था .
उन डाकुओं के साथ चौधरी जी, उनका बेटा और पूरे गांव के मर्दों ने बहुत संघर्ष किया , लेकिन डाकुओं ने बंदूक की नोक पर पूरे गांव को अपने कब्जे में ले लिया था. सुबोध सिंह ने धमकी दी थी अगर गांव वाले उनके खिलाफ गए, यह या सिक्युरिटी को इत्तला दी . तो गांव के मर्दों को जान से मार देंगे और औरत लोग को गांव के चौराहे पर नंगा करके उनके पेड़ों पर उल्टा लटका देंगे. गांव वाले उनके बातों से डर गए. और पूरे गांव लूटने दिया. लेकिन चौधरी जी को यह मंजूर नहीं था कि कोई उनके होते हुए, गांव को लूट ले जाए तो उन्होंने कुछ तरीके से. आपनी बेटा अजय के हाथ सिक्युरिटी को खबर पहुंचा दिया. तुरंत सिक्युरिटी के द्वारा किया गया ऑप्शन में डाकू बोही जगह पर मारे गए और कुछ बच निकलने में सफल हुए. मारे गए डाकू में डाकू की सरदार सुबोध सिंह भी मारा गया. और उसका बेटा दिलावर सिंह पकड़ा गय. और दिलावर को 10 साल की सजा हुई. जेल में रहने के समय दिलावर को यह पता चला कि चौधरी ने अपने बेटे के हाथों सिक्युरिटी को खबर पहुंचाया था. जिसकी वजह से सिक्युरिटी ने गांव सही समय पर पहुंचकर हमला किया और उसकी पिता सुबोध सिंह का मृत्यु हुआ था. तो वह आग बबूला हो गया और चौधरी से बदला लेने का कसम खाया.
उन डाकुओं के साथ चौधरी जी, उनका बेटा और पूरे गांव के मर्दों ने बहुत संघर्ष किया , लेकिन डाकुओं ने बंदूक की नोक पर पूरे गांव को अपने कब्जे में ले लिया था. सुबोध सिंह ने धमकी दी थी अगर गांव वाले उनके खिलाफ गए, यह या सिक्युरिटी को इत्तला दी . तो गांव के मर्दों को जान से मार देंगे और औरत लोग को गांव के चौराहे पर नंगा करके उनके पेड़ों पर उल्टा लटका देंगे. गांव वाले उनके बातों से डर गए. और पूरे गांव लूटने दिया. लेकिन चौधरी जी को यह मंजूर नहीं था कि कोई उनके होते हुए, गांव को लूट ले जाए तो उन्होंने कुछ तरीके से. आपनी बेटा अजय के हाथ सिक्युरिटी को खबर पहुंचा दिया. तुरंत सिक्युरिटी के द्वारा किया गया ऑप्शन में डाकू बोही जगह पर मारे गए और कुछ बच निकलने में सफल हुए. मारे गए डाकू में डाकू की सरदार सुबोध सिंह भी मारा गया. और उसका बेटा दिलावर सिंह पकड़ा गय. और दिलावर को 10 साल की सजा हुई. जेल में रहने के समय दिलावर को यह पता चला कि चौधरी ने अपने बेटे के हाथों सिक्युरिटी को खबर पहुंचाया था. जिसकी वजह से सिक्युरिटी ने गांव सही समय पर पहुंचकर हमला किया और उसकी पिता सुबोध सिंह का मृत्यु हुआ था. तो वह आग बबूला हो गया और चौधरी से बदला लेने का कसम खाया.