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Incest भैया का पूरा साथ
#5
मैने आज काम भी बंद कर दिया है, अरे तुम बाहर क्यों खड़ी हो अंदर आओ। भाभी नहीं है तो क्या हुआ भैया से बातें करो और मैं उदास मन से अंदर आई और सोफे पर बैठ गयी और भैया भी सामने बैठ गये फिर भैया ने कहा एक मिनट रूको मुझे एक दो फोन करने हैं मैं अभी आता हूँ।
फिर हम दोनो बैठकर ढेर सारी बातें करेंगे, मैने भैया से कहा भैया तब तक मैं नहा लेती हूँ। (क्योंकि अभी तक मेरे शरीर मे वासना की आग जल रही थी) और मैं नहाने चली गयी और नहाकर फिर से सोफे पर आकर बैठ गयी। जहाँ भैया बैठकर टीवी पर गाने देख रहे थे और मेरे आते ही उन्होने मुझसे पूछा और बताओ कैसा चल रहा है तो मैने कहा कुछ खास नहीं भैया।

भैया : एक बात बताओ स्नेहा अब तुम्हारी शादी की उम्र निकली जा रही है क्या तुम शादी नहीं करोगी।

मैं : नहीं भैया मैं अभी शादी के लिए तैयार नहीं हूँ।

भैया : सही समय मे शादी हो ही जाना चाहिए बाकी फिर तुम्हारी मर्ज़ी।

मैं : भैया एक बात बताओ क्या मेरे चेहरे पर ये मस्सा अच्छा नहीं लगता ?

भैया : हट पगली ये मस्सा तुम पर बहुत खिलता है, जैसे की बच्चे के चेहरे पर काला टीका पर आज तुम ऐसा क्यों पूछ रही हो।

मैं : मेरे दोस्त कहते हैं की ये मुझ पर अच्छा नहीं लगता और इसे कटा लो।

भैया : अच्छा तुम्हारा कोई भरोसा भी नहीं है, तुम इसे कटा भी सकती हो, वैसे भी तुम जो भी चाहती हो कर लेती हो, इतना कहकर भैया अचानक सोफे से उठे और मेरे चेहरे को अपने हाथों से थामकर मेरे होठों के नीचे मेरे मस्से को किस करने लगे मैं हड़बड़ाकर बोली भैया मत करो ना प्लीज़, ये तुम क्या कर रहे हो। तो भैया ने कहा कल के दिन तुम इस मस्से को काट दोगी, इससे पहले मैं इसे जी भर कर चूम तो लूँ।
मैं भैया के पंजे से खुद को छुड़ाते हुए बोली ठीक है भैया मैं इसे नहीं कटाउंगी, ये कहते हुए मैने खुद को उनसे छुड़वाया, भैया ने मुझे अपने हाथो से आज़ाद करते हुए कहा तुम मुझे कितना चाहती हो मेरे कहने पर तुम ये मस्सा नहीं कटवा रही हो, क्या मैं तुम्हे एक बार किस कर लूँ? मैने कहा क्या इससे पहले किस करने से पहले पूछा था। ये सुनकर शायद भैया ने इसे मेरा खुला निमंत्रण समझा और मुझ पर टूट पड़े और मेरे चहरे को अपने दोनो हाथों से पकड़कर सोफे से उठाते हुए मेरे मस्से को छोड़कर अब सीधे मेरे होठों पर हमला कर दिया और मुझे अपनी छाती से चिपका लिया और जो आग मेरे अंदर लगी थी फिर से भड़कने लगी और इसी जोश मे मैने अपने हाथों को उनकी पीठ पर फेरने लगी कुछ देर ऐसे ही किस करते रहे फिर मैने खुद को संभाला और भैया से बोली भैया ये ग़लत है, आप मेरे सगे भाई है, जवाब मे भैया ने कहा भाई वहाँ पर ही भूल जा तू कब तक ऐसे ही अपनी जवानी को लेकर घूमती रहेगी मुझसे तेरी ये हालत नहीं देखी जाती है। अब जब तक तेरी शादी नहीं हो जाती तू मुझसे अपनी इच्छाओ की पूर्ति कर लिया कर और कौन सा हम सबके सामने ऐसा कर रहे है। इस बात का पता किसी को नहीं चलेगा ये बोलते हुए फिर से मुझे किस करने लगे और मैं भी उनका साथ देने लगी फिर भैया ने मेरी चुचियों को मुट्ठी भरकर ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगे और मैं मुहं से सिसकारियाँ निकालने लगी।

फिर भैया ने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए मेरे, शरीर पर सिर्फ़ पेंटी ही थी और भैया मुझे उठा कर बेडरूम मे लेकर गये और मुझे पलंग पर पटक दिया और खुद अपने कपड़े निकालने लगे जब भैया ने अपना अंडरवियर उतारा तो मैं उनका लंड देखकर में तो डर ही गयी, रोहित का लंड भैया के लंड के मुक़ाबले छोटा था और उसका लंड देखकर मुझे डर भी नहीं लगा था।

भैया के लंड को देख कर में सिहर गयी, मैने डरते हुए भैया से कहा भैया ये तो बहुत बड़ा है मुझे नहीं करवाना है। इस पर भैया बोले तू भी पागल है, कभी अपनी भाभी को देखा है, क्या वो तुम्हे दुखी लगती है, वो इसे पाकर ही तो इतनी खुश रहती है और तुम चिंता मत करो अभी में हूँ ना। ये कहकर वो भी पलंग पर चड़ गये और मेरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से रगड़ने लगे मेरे मुहं से आ ऊहहाः की आवाज़ आने लगी और मैं भैया के लंड को अनदेखा करने लगी।

तभी भैया ने एक हाथ मेरी पेंटी के अंदर डाला और उनका हाथ मेरी चूत के आस पास के बालो पर घूमने लगे और भैया ने मेरी पेंटी उतार दी और मेरी चूत की और देखते हुए कहा क्यों स्नेहा क्या तुम अपने चूत के बाल को साफ नहीं करती हो। जवाब मे मैने कहा नहीं भैया ये सब मुझसे नहीं होता है। तो भैया ने कहा चलो आज मैं ही तेरे बाल साफ कर देता हूँ। मैने कहा भैया अगर कट गया तो? भैया ने कहा तुम चिंता मत करो तुम्हारी भाभी के भी मैं ही साफ करता हूँ। कुछ नहीं होगा और फिर भैया ने मुझे अपनी गोद मे उठाकर बाथरूम मे ले गये और वहाँ मुझे फर्श पर बिठाकर मेरी चूत के बाल मे खूब सारा साबुन लगाया और उस्तरे से मेरे सारे बाल साफ किये। बाल साफ करने के बाद मेरी चूत फूली हुई पवभाजी की तरह लग रही थी। जिससे कुछ बूंदे पानी की निकल रही थी। भैया ने मेरी चूत को हाथों से सहलाया और कहा स्नेहा तेरी चूत तो बहुत मस्त है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: भैया का पूरा साथ - by neerathemall - 26-07-2022, 04:28 PM



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