25-07-2022, 02:46 PM
इतनी देर मे वो दो बार झड़ चुकी थी, पर मैं रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था। बस उसे जोर-जोर से पेले जा रहा था और वो तीसरी बार झड़ गई।
कुछ समय बाद अब मेरा भी होने वाला था तो मैंने उससे पूछा- कहाँ लेगी मेरी जान..?
वो बोली- जान आज से पहले मुझे इतना मजा किसी ने भी नहीं दिया है.. इस चुदाई को मैं एक यादगार चुदाई बनाना चाहती हूँ.. तेरा माल तो मैं अपनी चूत में ही लूँगी!
और मैं भी उसकी चूत में ही झड़ गया। फिर हम दोनों पूरी रात बिना कपड़ों के ही एक-दूसरे से चिपक कर सोते रहे।
कुछ समय बाद अब मेरा भी होने वाला था तो मैंने उससे पूछा- कहाँ लेगी मेरी जान..?
वो बोली- जान आज से पहले मुझे इतना मजा किसी ने भी नहीं दिया है.. इस चुदाई को मैं एक यादगार चुदाई बनाना चाहती हूँ.. तेरा माल तो मैं अपनी चूत में ही लूँगी!
और मैं भी उसकी चूत में ही झड़ गया। फिर हम दोनों पूरी रात बिना कपड़ों के ही एक-दूसरे से चिपक कर सोते रहे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.