22-07-2022, 07:10 PM
डिनर के समय भी वह जान बुझ कर नीरज के सामने बैठ गयी और नीरज उसके उभारोंको छुप छुप कर देख रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
Adultery पत्नी, साली और पड़ोसन अदला -बदली
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