22-07-2022, 03:33 PM
रिया ने उसकी चीख को कम करने के लिए अपने होंठ उसके होंठो पर रखकर उसे बुरी तरह से चूसने भी लगी.
पर इस वक़्त पूजा को कुछ समझ नही आ रहा था....अजय ने भी अपने लंड को धीरे-2 बाहर की तरफ खींचा और फिर से अंदर डाला....
ऐसा उसने करीब 8-10 बार किया....और तब तक पूजा ने भी मचलना और सिसकना बंद कर दिया था..अजय तो पुराना खिलाड़ी था इस खेल का...उसने जब अपनी बीबी की पहली बार चुदाई की थी तब भी लगभग ऐसा ही हुआ था...और अब उसी बेड पर उसने उसकी बहन की चूत को भी अपने लंड से लाल कर डाला था ...ये एक ऐसा एहसास था जिसे सिर्फ़ वही महसूस कर सकता है जिसने ऐसा कुछ किया हो..
रिया की किस्स्स का जवाब भी देना शुरू कर दिया था पूजा ने....दोनो एक दूसरे के होंठों को किसी भूखी बिल्लियों की तरह से चूस रही थी...और रिया ने जब देखा की पूजा का दर्द अब गायब हो चुका है तो वो बेमन से वापिस अपनी जगह पर जाकर बैठ गयी..
पूजा ने जाते हुए उसे थेंक्स भी कहा...और फिर अपने जीजू के साथ वो एक बार फिर से मस्ती के खेल में शामिल हो गयी.
अब तो वो अपनी टांगे दोनो दिशाओ में फेलाकर पूरे जोश से अपने जीजे के लंबे लंड को अंदर तक ले रही थी...और सिसकारियां मारकर उसे और ज़ोर से चोदने के लिए उकसा भी रही थी...
''आआआआआआआआहह जीजू........ मेरी जानssssssssss ....... और तेज़ी से करो.................. उम्म्म्ममममममममममम...... आहह जीजू.............. मजा आ रहा है ....................... उम्म्म्ममममममममम..... इसी मज़े के लिए कब से तरस रही थी..... आआआआआआआआहह ........ ऐसे ही................... हमेशा मेरे अंदर ही रहना ...................... दिन रात...................चोदो मुझे ..................मेरे प्यारे जीजू............................ सिर्फ़ मेरे जीजू.................''
दूर बैठी छुटकी रिया बुदबुदा उठी ..'तेरे ही क्यो....मेरे भी तो है...'
वो अपनी चूत को बेपर्दा करके मसल रही थी ..... और साथ ही साथ बाहर की तरफ निकले हुए क्लिट के दाने को भी रगड़कर अपनी तृष्णा शांत करने की कोशिश कर रही थी
लेकिन अजय और पूजा में से किसी का भी ध्यान उसकी तरफ नहीं था, वो दोनों तो बुरी तरह से एक दूसरे को चोदने में लगे हुए थे
अजय भी अपनी पागल सी हुई जा रही साली को इस तरह से चोदकर बावला हुए जा रहा था.....टाइट चूत को चोदने का मौका काफ़ी दिनों बाद मिला था उसे..... और वो इस मौके का भरपूर फायदा उठा रहा था....
आख़िरकार ज़ोर-2 से चिलाते हुए पूजा झड़ गयी ...
''आआआआआआआआहह ओह माय गॉड ................ जीजू ..................... आई एम कमिंग ..................''
अजय भी चिल्लाया : "मैं भी आआआआआआय्य्ाआआआआ... मेरी ज़ाआाआआनन्न....''
पूजा : "अंदर ही निकालो .......................... आज मेरे...................... अंदर ही निकााआआाआल्लो.....''
रिया तो ये सुनते ही चोंक सी गयी....क्योंकि पूजा में आने से पहले उसने या बात उससे डिसकस की थी की कोई प्रोटेक्षन भी लेगी क्या...तो पूजा बोली थी की जीजू इतने समझदार तो है ही...वो बाहर ही निकाल देंगे...या शायद वो कंडोम लगाकर करेंगे....
लेकिन यहाँ ना तो कंडोम लगाने का टाइम था और ना ही अजय ने कुछ समझदारी दिखाई....और उपर से पूजा खुद ये बात बोल रही थी की उसके रस को अंदर ही निकाले....क्या वो प्रेगञेन्ट होना चाहती है....ये बात रिया को परेशान कर रही थी.
पूजा ने भी ऐसा कुछ नही सोचा था....लेकिन इस मौके पर आकर वो एक बार अपने अंदर तक अपने जीजू के प्यार को महसूस करना चाहती थी...इसलिए उसने एक सेकेंड में ही ये सोच लिया की आज जो हो रहा है, होने दो...बाद में टेबलेट ले लेगी...
अजय ने भी एक सांड की तरह हुंकारते हुए अपने लंड का सारा पानी उसकी चूत के अंदर निकाल दिया....
''आआआआआआआआआआअहह मेरी ज़ाआाआआआअन्न् ......ये ले......................''
अजय ने अपनी प्यारी साली के लिए सहेज के रखा हुआ प्रेम रस पूरी तरह से उसकी प्यासी चूत
मे उडेल दिया , अपनी बाल्स को पूरी तरह से खाली कर दिया उसने..
पूजा की चूत ने भी अजय के लंड को किसी वेक्यूम क्लीनर की तरह चूस डाला और पूरी तरह से तृप्त होकर पस्त हो गयी
और फिर गहरी साँसे लेता हुआ उसके मुम्मों पर सिर रखकर लेट गया...उसका लंड अपने आप फिसलकर बाहर निकल आया...और पीछे से निकला दोनो के प्यार का मिला जुला लाल पानी में लिपटा रंगीन जूस...
कुछ देर तक सुसताने के बाद दोनो उठे और बाथरूम में जाकर क्लीन हो गये...रिया ने बेडशीट चेंज कर दी...और उस चादर के रंगीन हिस्से को वाश्बेसन में जाकर साबुन से धो डाला..
रिया ने जो आज देखा था उसे सोचकर उसका पूरा शरीर काँप सा रहा था....वो भी कुछ दिनों में इसी तरह से चुदेगी ...और उसका भी ऐसे ही खून निकलेगा...वो भी मज़े लेगी...वो भी चिल्लाएगी....ये सब सोचते-2 वो मुस्कुरा दी..
तब तक दोनो बाथरूम से बाहर निकल आए...और ऐसे ही नंगे जाकर बेड पर लेट गये.
रिया ने जो देखना था,देख चुकी थी...और अब उसे नींद भी आ रही थी...करीब 2 बज चुके थे...वो दूसरे कमरे में जाकर सो गयी...अजय और पूजा एक दूसरे के साथ छिपककर ऐसे ही सो गये...नंगे.
अगली सुबह एक नयी चुदाई का पेगाम लाने वाली थी...लेकिन चुदाई के साथ -2 एक ट्विस्ट भी अभी आने वाला था....ऐसा ट्विस्ट जिसका इन्होने अंदाज़ा भी नही लगाया था.
पर इस वक़्त पूजा को कुछ समझ नही आ रहा था....अजय ने भी अपने लंड को धीरे-2 बाहर की तरफ खींचा और फिर से अंदर डाला....
ऐसा उसने करीब 8-10 बार किया....और तब तक पूजा ने भी मचलना और सिसकना बंद कर दिया था..अजय तो पुराना खिलाड़ी था इस खेल का...उसने जब अपनी बीबी की पहली बार चुदाई की थी तब भी लगभग ऐसा ही हुआ था...और अब उसी बेड पर उसने उसकी बहन की चूत को भी अपने लंड से लाल कर डाला था ...ये एक ऐसा एहसास था जिसे सिर्फ़ वही महसूस कर सकता है जिसने ऐसा कुछ किया हो..
रिया की किस्स्स का जवाब भी देना शुरू कर दिया था पूजा ने....दोनो एक दूसरे के होंठों को किसी भूखी बिल्लियों की तरह से चूस रही थी...और रिया ने जब देखा की पूजा का दर्द अब गायब हो चुका है तो वो बेमन से वापिस अपनी जगह पर जाकर बैठ गयी..
पूजा ने जाते हुए उसे थेंक्स भी कहा...और फिर अपने जीजू के साथ वो एक बार फिर से मस्ती के खेल में शामिल हो गयी.
अब तो वो अपनी टांगे दोनो दिशाओ में फेलाकर पूरे जोश से अपने जीजे के लंबे लंड को अंदर तक ले रही थी...और सिसकारियां मारकर उसे और ज़ोर से चोदने के लिए उकसा भी रही थी...
''आआआआआआआआहह जीजू........ मेरी जानssssssssss ....... और तेज़ी से करो.................. उम्म्म्ममममममममममम...... आहह जीजू.............. मजा आ रहा है ....................... उम्म्म्ममममममममम..... इसी मज़े के लिए कब से तरस रही थी..... आआआआआआआआहह ........ ऐसे ही................... हमेशा मेरे अंदर ही रहना ...................... दिन रात...................चोदो मुझे ..................मेरे प्यारे जीजू............................ सिर्फ़ मेरे जीजू.................''
दूर बैठी छुटकी रिया बुदबुदा उठी ..'तेरे ही क्यो....मेरे भी तो है...'
वो अपनी चूत को बेपर्दा करके मसल रही थी ..... और साथ ही साथ बाहर की तरफ निकले हुए क्लिट के दाने को भी रगड़कर अपनी तृष्णा शांत करने की कोशिश कर रही थी
लेकिन अजय और पूजा में से किसी का भी ध्यान उसकी तरफ नहीं था, वो दोनों तो बुरी तरह से एक दूसरे को चोदने में लगे हुए थे
अजय भी अपनी पागल सी हुई जा रही साली को इस तरह से चोदकर बावला हुए जा रहा था.....टाइट चूत को चोदने का मौका काफ़ी दिनों बाद मिला था उसे..... और वो इस मौके का भरपूर फायदा उठा रहा था....
आख़िरकार ज़ोर-2 से चिलाते हुए पूजा झड़ गयी ...
''आआआआआआआआहह ओह माय गॉड ................ जीजू ..................... आई एम कमिंग ..................''
अजय भी चिल्लाया : "मैं भी आआआआआआय्य्ाआआआआ... मेरी ज़ाआाआआनन्न....''
पूजा : "अंदर ही निकालो .......................... आज मेरे...................... अंदर ही निकााआआाआल्लो.....''
रिया तो ये सुनते ही चोंक सी गयी....क्योंकि पूजा में आने से पहले उसने या बात उससे डिसकस की थी की कोई प्रोटेक्षन भी लेगी क्या...तो पूजा बोली थी की जीजू इतने समझदार तो है ही...वो बाहर ही निकाल देंगे...या शायद वो कंडोम लगाकर करेंगे....
लेकिन यहाँ ना तो कंडोम लगाने का टाइम था और ना ही अजय ने कुछ समझदारी दिखाई....और उपर से पूजा खुद ये बात बोल रही थी की उसके रस को अंदर ही निकाले....क्या वो प्रेगञेन्ट होना चाहती है....ये बात रिया को परेशान कर रही थी.
पूजा ने भी ऐसा कुछ नही सोचा था....लेकिन इस मौके पर आकर वो एक बार अपने अंदर तक अपने जीजू के प्यार को महसूस करना चाहती थी...इसलिए उसने एक सेकेंड में ही ये सोच लिया की आज जो हो रहा है, होने दो...बाद में टेबलेट ले लेगी...
अजय ने भी एक सांड की तरह हुंकारते हुए अपने लंड का सारा पानी उसकी चूत के अंदर निकाल दिया....
''आआआआआआआआआआअहह मेरी ज़ाआाआआआअन्न् ......ये ले......................''
अजय ने अपनी प्यारी साली के लिए सहेज के रखा हुआ प्रेम रस पूरी तरह से उसकी प्यासी चूत
मे उडेल दिया , अपनी बाल्स को पूरी तरह से खाली कर दिया उसने..
पूजा की चूत ने भी अजय के लंड को किसी वेक्यूम क्लीनर की तरह चूस डाला और पूरी तरह से तृप्त होकर पस्त हो गयी
और फिर गहरी साँसे लेता हुआ उसके मुम्मों पर सिर रखकर लेट गया...उसका लंड अपने आप फिसलकर बाहर निकल आया...और पीछे से निकला दोनो के प्यार का मिला जुला लाल पानी में लिपटा रंगीन जूस...
कुछ देर तक सुसताने के बाद दोनो उठे और बाथरूम में जाकर क्लीन हो गये...रिया ने बेडशीट चेंज कर दी...और उस चादर के रंगीन हिस्से को वाश्बेसन में जाकर साबुन से धो डाला..
रिया ने जो आज देखा था उसे सोचकर उसका पूरा शरीर काँप सा रहा था....वो भी कुछ दिनों में इसी तरह से चुदेगी ...और उसका भी ऐसे ही खून निकलेगा...वो भी मज़े लेगी...वो भी चिल्लाएगी....ये सब सोचते-2 वो मुस्कुरा दी..
तब तक दोनो बाथरूम से बाहर निकल आए...और ऐसे ही नंगे जाकर बेड पर लेट गये.
रिया ने जो देखना था,देख चुकी थी...और अब उसे नींद भी आ रही थी...करीब 2 बज चुके थे...वो दूसरे कमरे में जाकर सो गयी...अजय और पूजा एक दूसरे के साथ छिपककर ऐसे ही सो गये...नंगे.
अगली सुबह एक नयी चुदाई का पेगाम लाने वाली थी...लेकिन चुदाई के साथ -2 एक ट्विस्ट भी अभी आने वाला था....ऐसा ट्विस्ट जिसका इन्होने अंदाज़ा भी नही लगाया था.