22-07-2022, 03:15 PM
ये शहद वाली ट्रिक उसने काई दीनो से सोच के रखी हुई थी पूजा के लिए...लेकिन उसे करने का मौका ऐसे आएगा ये उसने सपने में भी नही सोचा था...
अजय भी अपने घुटनो के बल बैठकर अपने लंड को उसके मुँह के करीब ले आया...और पूजा उसे किसी गली की कुतिया की तरह चाटने लगी...अपनी जीभ से लपलपा कर उसने अजय के लंड को अपने ही शहद से तर-बतर कर दिया...ठीक उसी तरह जिस तरह से उसकी चूत को रिया ने कर दिया था इस वक़्त..
रिया तो बड़े ही चाव से उसकी चूत के हर भाग को शहद में लपेट कर चाट रही थी....चूत से निकलता खट्टापन अब शहद में मिलकर कुछ अलग ही स्वाद दे रहा था...जो रिया को काफ़ी पसंद आया...और उसे पता था की जीजू को भी ये स्वाद पसंद आएगा...
कुछ देर बाद वो अपने रस से भीगे होंठ वहां से उठा कर बोली : "आओ जीजू....अब ट्राइ करो...''
अजय ने एक लंभी छलाँग लगाई और बेड से नीचे उतर आया...रिया के हटते ही उसने मोर्चा संभाल लिया और जब उसकी जीभ पूजा की चूत से टकराई तो वहां के बदले स्वाद को महसूस करते ही वो पागल सा हो गया...और पहले से कही ज़्यादा तेज़ी से उसकी चूत को अपने मुँह से चोदने लगा...
करीब दस मिनट तक अच्छी तरह से चूसने के बाद उसे एहसास हो गया की कुंवारी चूत की चुसाई से बड़ा मजा इस दुनिया में और कोई नहीं है
और उसे ये भी अहसास हो गया की अब पूजा की चूत अंदर और बाहर से पूरी तरह गीली है...यही सही मौका है....उसका कुँवारापन हरने का..
वो उठा और अपने लंड पर थोड़ी सी थूक मलकर उसने पूजा की गर्म चूत पर टीका दिया..
ये वो मौका था जब पूजा और रिया अपनी साँसे रोके एक साथ उस पॉइंट को देख रही थी...जहाँ पर अजय के लंबे लंड और पूजा की कमसिन चूत का मिलन हो रहा था.
अजय ने धीरे-2 करके अपने लंड को उसके अंदर धकेलना शुरू किया...
पूजा : "उम्म्म्म.....जीजू.....दर्द तो नही होगा ना....''
अजय : "नही मेरी जान.....इतनी देर तक जो तेरी चूत को तैयार किया है, वो इसलिए ही ना की ये दर्द ना हो....अब सिर्फ़ मज़ा ही मज़ा मिलेगा...दर्द नही...''
लेकिन अंदर ही अंदर अजय ये बात अच्छी तरह से जानता था की उसके मूसल को अंदर लेने के लिए उसे दर्द तो सहना ही पड़ेगा...
और जैसे-2 उसका लंड पूजा के अंदर जाता जा रहा था, उसके चेहरे के एक्शप्रेशन बदलते जा रहे थे...
और धीरे-2 करते हुए अजय ने अपना आधे से ज़्यादा लंड उसकी चूत में डाल दिया....अब तक पूजा की आँखो से आंसू निकलने लग गये थे....पर वो अपने मुँह पर हाथ रखकर अपनी चीख को बाहर नही निकालने दे रही थी...
अब अजय उसकी चूत की कुँवारी झिल्ली तक पहुँच गया...वो दीवार गिरते ही पूजा की वर्जिनिटी ख़त्म हो जानी था...और उस दिवार के पार तो बस मजा ही मजा था, लेकिन उसी हिस्से में सबसे ज़्यादा दर्द भी छुपा था...
अजय ने उसके दोनो हाथो को बेड पर टीकाया और धीरे से उसके उपर झुकते हुए बोला : "बस बैबी.....थोड़ा सा और....'''
वो कुछ बोल पाती, इससे पहले ही अजय ने अपना पूरा का पूरा भार उसके उपर एक झटके मे डाल दिया ....और उसका खंबे जैसा लंड पूजा की चूत को किसी ककड़ी की तरह चीरता हुआ अंदर तक घुसता चला गया....
और उसके साथ ही गूँजी पूजा की एक जोरदार चीख , जिसे सुनकर रिया और अजय को तो ये डर लग गया की पूरा मोहल्ला ना इकट्ठा हो जाए वहां ..
''आआआआआआआआआआआआहह ऊऊऊऊऊऊओह मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्रर्र्र्ररर गईईईईईईईईईईईईईईsssssssss ..... आआआआआआआआआहहsssssssssss जीजूsssssssss.................................. ''
रिया भागकर उसके करीब आई और बेड पर चड़कर वो पूजा के चेहरे को चूमने लगी और बोली : "बस दीदी.....बस.....हो गया.....हो गया ....''
वो तो ऐसे दिलासा दे रही थी उसे जैसे वो बरसो से चुदती आई है
अजय भी अपने घुटनो के बल बैठकर अपने लंड को उसके मुँह के करीब ले आया...और पूजा उसे किसी गली की कुतिया की तरह चाटने लगी...अपनी जीभ से लपलपा कर उसने अजय के लंड को अपने ही शहद से तर-बतर कर दिया...ठीक उसी तरह जिस तरह से उसकी चूत को रिया ने कर दिया था इस वक़्त..
रिया तो बड़े ही चाव से उसकी चूत के हर भाग को शहद में लपेट कर चाट रही थी....चूत से निकलता खट्टापन अब शहद में मिलकर कुछ अलग ही स्वाद दे रहा था...जो रिया को काफ़ी पसंद आया...और उसे पता था की जीजू को भी ये स्वाद पसंद आएगा...
कुछ देर बाद वो अपने रस से भीगे होंठ वहां से उठा कर बोली : "आओ जीजू....अब ट्राइ करो...''
अजय ने एक लंभी छलाँग लगाई और बेड से नीचे उतर आया...रिया के हटते ही उसने मोर्चा संभाल लिया और जब उसकी जीभ पूजा की चूत से टकराई तो वहां के बदले स्वाद को महसूस करते ही वो पागल सा हो गया...और पहले से कही ज़्यादा तेज़ी से उसकी चूत को अपने मुँह से चोदने लगा...
करीब दस मिनट तक अच्छी तरह से चूसने के बाद उसे एहसास हो गया की कुंवारी चूत की चुसाई से बड़ा मजा इस दुनिया में और कोई नहीं है
और उसे ये भी अहसास हो गया की अब पूजा की चूत अंदर और बाहर से पूरी तरह गीली है...यही सही मौका है....उसका कुँवारापन हरने का..
वो उठा और अपने लंड पर थोड़ी सी थूक मलकर उसने पूजा की गर्म चूत पर टीका दिया..
ये वो मौका था जब पूजा और रिया अपनी साँसे रोके एक साथ उस पॉइंट को देख रही थी...जहाँ पर अजय के लंबे लंड और पूजा की कमसिन चूत का मिलन हो रहा था.
अजय ने धीरे-2 करके अपने लंड को उसके अंदर धकेलना शुरू किया...
पूजा : "उम्म्म्म.....जीजू.....दर्द तो नही होगा ना....''
अजय : "नही मेरी जान.....इतनी देर तक जो तेरी चूत को तैयार किया है, वो इसलिए ही ना की ये दर्द ना हो....अब सिर्फ़ मज़ा ही मज़ा मिलेगा...दर्द नही...''
लेकिन अंदर ही अंदर अजय ये बात अच्छी तरह से जानता था की उसके मूसल को अंदर लेने के लिए उसे दर्द तो सहना ही पड़ेगा...
और जैसे-2 उसका लंड पूजा के अंदर जाता जा रहा था, उसके चेहरे के एक्शप्रेशन बदलते जा रहे थे...
और धीरे-2 करते हुए अजय ने अपना आधे से ज़्यादा लंड उसकी चूत में डाल दिया....अब तक पूजा की आँखो से आंसू निकलने लग गये थे....पर वो अपने मुँह पर हाथ रखकर अपनी चीख को बाहर नही निकालने दे रही थी...
अब अजय उसकी चूत की कुँवारी झिल्ली तक पहुँच गया...वो दीवार गिरते ही पूजा की वर्जिनिटी ख़त्म हो जानी था...और उस दिवार के पार तो बस मजा ही मजा था, लेकिन उसी हिस्से में सबसे ज़्यादा दर्द भी छुपा था...
अजय ने उसके दोनो हाथो को बेड पर टीकाया और धीरे से उसके उपर झुकते हुए बोला : "बस बैबी.....थोड़ा सा और....'''
वो कुछ बोल पाती, इससे पहले ही अजय ने अपना पूरा का पूरा भार उसके उपर एक झटके मे डाल दिया ....और उसका खंबे जैसा लंड पूजा की चूत को किसी ककड़ी की तरह चीरता हुआ अंदर तक घुसता चला गया....
और उसके साथ ही गूँजी पूजा की एक जोरदार चीख , जिसे सुनकर रिया और अजय को तो ये डर लग गया की पूरा मोहल्ला ना इकट्ठा हो जाए वहां ..
''आआआआआआआआआआआआहह ऊऊऊऊऊऊओह मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्रर्र्र्ररर गईईईईईईईईईईईईईईsssssssss ..... आआआआआआआआआहहsssssssssss जीजूsssssssss.................................. ''
रिया भागकर उसके करीब आई और बेड पर चड़कर वो पूजा के चेहरे को चूमने लगी और बोली : "बस दीदी.....बस.....हो गया.....हो गया ....''
वो तो ऐसे दिलासा दे रही थी उसे जैसे वो बरसो से चुदती आई है