22-07-2022, 02:52 PM
लेकिन पूजा की चूत का स्वाद बड़ा अजीब सा था....थोड़ा खट्टापन लिए हुए...चूत का ऐसा स्वाद भी होता है, ये उसे आज ही पता चला था...आज से पहले तो उसने हमेशा मीठी चूत ही चूसी थी...अपनी बीबी प्राची की...उसकी तुलना में ये छोटी बहन की चूत बिल्कुल विपरीत सी थी...खट्टापन लिए हुए..
उसे ऐसे रुकता हुआ देखकर दूर बैठी हुई रिया बोल पड़ी : "थोड़ी खट्टी सी है ना ये...है ना जीजू....''
अजय ने मुस्कुराते हुए उसकी तरफ देखा और हाँ में सिर हिला दिया...अजय समझ चुका था की रिया ने उसकी चूत का स्वाद चख रखा है...तभी वो इतने कॉन्फिडेंस से बोल रही है ये बात...
रिया एकदम से उठकर उनके करीब आ गयी और बोली : "मैने भी दीदी को कई बार ये बात बोली है...मुझे भी इसके टेस्ट में थोड़ा बहुत खट्तापन महसूस हुआ था...और वो इसलिए की इन्हे ऐसी ही खट्टी चीज़े खाने का काफ़ी शॉंक है...जैसे गोलगप्पे...चाट पापड़ी...संतरे...नींबू...अचार...ये सब बहुत खाती है...''
पूजा ने बुरा सा मुँह बनाकर रिया को डांटा : "अब तू ऐसे मौके पर ये सब शिकायते करने यहाँ आई है....''
रिया : "नही दीदी....मैं तो एक आइडिया लेकर आई हूँ ...जिसमे जीजू को इसे सक्क करने में ज़्यादा मज़ा आएगा...''
इतना कहकर वो भागकर किचन में गयी और फ्रिज खोलकर एक छोटी सी शहद की शीशी निकाल लाई...अजय समझ गया की ये क्या करने वाली है...
वो करीब आई और उसने वो ठंडा-2 शहद पूजा की चूत के उपर उडेल दिया....एक गाड़ी सुनहरे रंग की लकीर के रूप में वो शहद धीरे-2 पूजा की गरमा गरम चूत को अपने रंग में रंगने लगा..थोड़ा शहद उसने उसकी गांड की तरफ से भी डाल दिया,जो धीरे-२ बहकर उसकी छूट तक पहुँचने लगा
अजय देख पा रहा था की रिया वो शहद उड़ेलते हुए अपनी जीभ ऐसे लपलपा रही थी जैसे वो बरसो की प्यासी हो....
शहद की पूरी शीशी उड़ेलने के बाद वो बोली : "लो जीजू....अब आपकी ये स्वीट डिश आपके लिए तैयार है...''
और ये कहकर जैसे ही वो उठकर जाने लगी, अजय ने उसकी कलाई पकड़ ली और बोला : "अब इतना काम कर दिया है तो थोड़ा और कर दो मेरे लिए....इसे अपनी दीदी की पुस्सी पर फेला भी दो...अपने अंदाज में ..''
ये बात सुनते ही रिया के होंठ थरथरा उठे...उसके पूरे शरीर के रोँये खड़े हो गये....
वो सोचने लगी की क्या इसका मतलब ये है की जीजू उसे इस सेक्स के खेल में शामिल होने के लिए बोल रहे है...
और डसरी तरफ पूजा को भी झटका लगा...वो नही चाहती थी की आज के दिन रिया उनके इस चुदाई वाले खेल में शामिल हो...वो बस यही चाहती थी की वो दूर बैठकर ये खेल सिर्फ़ देखे......जैसा की दोनो के बीच समझोता हुआ था..
लेकिन रिया के चेहरे और पूजा के दिमाग़ में चल रही बातो को जैसे अजय ने पड़ लिया था...वो बोला... : "देखो....तुम सिर्फ़ और सिर्फ़ ये एक छोटा सा काम करोगी...और कुछ नही...उसके बाद वापिस अपनी जगह पर जाकर बैठ जाओगी...अच्छे बच्चो की तरह....ओके ..''
रिया के लिए ये एक सपने जैसा ही था...वो अपनी बहन की शहद से भीगी चूत को चूसने वाली थी...उसी चूत को जिसे उसके जीजू सिर्फ़ दस मिनट बाद पहली बार चोदने वाले थे...यानी उसके जीजू चाहते थे की वो अपनी बहन की चूत खुद तैयार करे, ताकि वो बाद में उसकी चुदाई सही से कर सके
पूजा ने भी कुछ नही कहा...वैसे भी उसे एक्साइट करने के लिए सही ढंग से चूत की चुसाई करना बहुत ज़रूरी था ...और ये काम रिया से अच्छी तरह कोई और कर ही नही सकता था...
अजय पूजा की टाँगो के बीच से उठकर उपर बेड की तरफ चला गया...और रिया उसकी जगह पर आकर बैठ गयी...उसने पूजा की दोनो टाँगो को दोनो दिशाओं में फेलाया और अपनी जीभ निकाल कर उसकी नोक से ढेर सारा शहद समेटा और दोनो हाथों की उंगलियों से पूजा की चूत की फांके फेला कर नीचे से उपर की तरफ लेजाते हुए उसकी चूत का अभिषेक कर दिया...एक लंबी आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह के साथ पूजा ने अपनी बगल में बैठे अजय के लंड को बुरी तरह से पकड़ा और ज़ोर से मसल डाला...
''आआआआआआआआआआआआआआआआआहह ओह...... रिय्ाआआआआआअ......''
रिया की जीभ ने वो ठंडा -2 शहद उसकी खुली हुई चूत के अंदर धकेलना शुरू कर दिया था...
उसे ऐसे रुकता हुआ देखकर दूर बैठी हुई रिया बोल पड़ी : "थोड़ी खट्टी सी है ना ये...है ना जीजू....''
अजय ने मुस्कुराते हुए उसकी तरफ देखा और हाँ में सिर हिला दिया...अजय समझ चुका था की रिया ने उसकी चूत का स्वाद चख रखा है...तभी वो इतने कॉन्फिडेंस से बोल रही है ये बात...
रिया एकदम से उठकर उनके करीब आ गयी और बोली : "मैने भी दीदी को कई बार ये बात बोली है...मुझे भी इसके टेस्ट में थोड़ा बहुत खट्तापन महसूस हुआ था...और वो इसलिए की इन्हे ऐसी ही खट्टी चीज़े खाने का काफ़ी शॉंक है...जैसे गोलगप्पे...चाट पापड़ी...संतरे...नींबू...अचार...ये सब बहुत खाती है...''
पूजा ने बुरा सा मुँह बनाकर रिया को डांटा : "अब तू ऐसे मौके पर ये सब शिकायते करने यहाँ आई है....''
रिया : "नही दीदी....मैं तो एक आइडिया लेकर आई हूँ ...जिसमे जीजू को इसे सक्क करने में ज़्यादा मज़ा आएगा...''
इतना कहकर वो भागकर किचन में गयी और फ्रिज खोलकर एक छोटी सी शहद की शीशी निकाल लाई...अजय समझ गया की ये क्या करने वाली है...
वो करीब आई और उसने वो ठंडा-2 शहद पूजा की चूत के उपर उडेल दिया....एक गाड़ी सुनहरे रंग की लकीर के रूप में वो शहद धीरे-2 पूजा की गरमा गरम चूत को अपने रंग में रंगने लगा..थोड़ा शहद उसने उसकी गांड की तरफ से भी डाल दिया,जो धीरे-२ बहकर उसकी छूट तक पहुँचने लगा
अजय देख पा रहा था की रिया वो शहद उड़ेलते हुए अपनी जीभ ऐसे लपलपा रही थी जैसे वो बरसो की प्यासी हो....
शहद की पूरी शीशी उड़ेलने के बाद वो बोली : "लो जीजू....अब आपकी ये स्वीट डिश आपके लिए तैयार है...''
और ये कहकर जैसे ही वो उठकर जाने लगी, अजय ने उसकी कलाई पकड़ ली और बोला : "अब इतना काम कर दिया है तो थोड़ा और कर दो मेरे लिए....इसे अपनी दीदी की पुस्सी पर फेला भी दो...अपने अंदाज में ..''
ये बात सुनते ही रिया के होंठ थरथरा उठे...उसके पूरे शरीर के रोँये खड़े हो गये....
वो सोचने लगी की क्या इसका मतलब ये है की जीजू उसे इस सेक्स के खेल में शामिल होने के लिए बोल रहे है...
और डसरी तरफ पूजा को भी झटका लगा...वो नही चाहती थी की आज के दिन रिया उनके इस चुदाई वाले खेल में शामिल हो...वो बस यही चाहती थी की वो दूर बैठकर ये खेल सिर्फ़ देखे......जैसा की दोनो के बीच समझोता हुआ था..
लेकिन रिया के चेहरे और पूजा के दिमाग़ में चल रही बातो को जैसे अजय ने पड़ लिया था...वो बोला... : "देखो....तुम सिर्फ़ और सिर्फ़ ये एक छोटा सा काम करोगी...और कुछ नही...उसके बाद वापिस अपनी जगह पर जाकर बैठ जाओगी...अच्छे बच्चो की तरह....ओके ..''
रिया के लिए ये एक सपने जैसा ही था...वो अपनी बहन की शहद से भीगी चूत को चूसने वाली थी...उसी चूत को जिसे उसके जीजू सिर्फ़ दस मिनट बाद पहली बार चोदने वाले थे...यानी उसके जीजू चाहते थे की वो अपनी बहन की चूत खुद तैयार करे, ताकि वो बाद में उसकी चुदाई सही से कर सके
पूजा ने भी कुछ नही कहा...वैसे भी उसे एक्साइट करने के लिए सही ढंग से चूत की चुसाई करना बहुत ज़रूरी था ...और ये काम रिया से अच्छी तरह कोई और कर ही नही सकता था...
अजय पूजा की टाँगो के बीच से उठकर उपर बेड की तरफ चला गया...और रिया उसकी जगह पर आकर बैठ गयी...उसने पूजा की दोनो टाँगो को दोनो दिशाओं में फेलाया और अपनी जीभ निकाल कर उसकी नोक से ढेर सारा शहद समेटा और दोनो हाथों की उंगलियों से पूजा की चूत की फांके फेला कर नीचे से उपर की तरफ लेजाते हुए उसकी चूत का अभिषेक कर दिया...एक लंबी आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह के साथ पूजा ने अपनी बगल में बैठे अजय के लंड को बुरी तरह से पकड़ा और ज़ोर से मसल डाला...
''आआआआआआआआआआआआआआआआआहह ओह...... रिय्ाआआआआआअ......''
रिया की जीभ ने वो ठंडा -2 शहद उसकी खुली हुई चूत के अंदर धकेलना शुरू कर दिया था...