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Romance हेमा नंदिनी की सुहागरात
#3
रात के नौ बज चुके थे। मैं धड़क ते दिल से मेरे पति के इंतज़ार में बैठि थी। हाँ सही सुना आपने, धड़कते दिल से ही। क्यों की आज मेरा सुहागरात है। पूरा कमरा और बेड फूलो सजा हुआ था। कमरे में पूलों के मनमोहक महक के साथ साथ अगरबत्तियों का भी महक वातावरण को मदहोश बना रहे थे। सुहाग रात के सारा वास्तु कमरे में थे जैसा की एक टेबल पर तीन चार किस्म के फल, कुछ मिठाईयां, और एक थरमास मे गर्म दूध यह सब तो हिंदुस्तानी सुहाग रात के दिन आम बातें है।

जैसे की मैं बोली थी की में मेरे पति के आगमन के लिये उत्सुक हूँ। 'क्या करेंगे? और कैसे करेंगे? उनका कितना बड़ा और मोटा होगा...' यह सब बातें मेरे मस्तिष्क में घूम रहे है। वैसे इस से पहले मैं दो दो मर्दों से चुदवा चुकी हूँ फिर भी सुआगरात की उत्सुकता अलग ही है। पाठकों को मालूम है की मैं अपने कजिन, शशांक भैय्या और एक दूर के रिश्तेदार से चुदवा चुकी हूँ। फिर भी आज की रात की टेंशन मेरे ऊपर हावी थी।

आखिर मेरा इंतजार ख़त्म हुआ और मेरे पति कमरे में आकर अंदर से संकल लगाए। मेरी दिल की धड़कन और तेज हो गयी। आँखों की कनकियों से मैं उन्हें देखि।

वेह मेरे से कोई पांच या छः इंच लम्बे जोंगे। मैं 5 फ़ीट 5 इंच की हूँ। हट्टा कट्टा तो नहीं थे पर अच्छे तंदरुस्त वाले आदमी है। सफ़ेद कुरता और पजामा पहने थे और होंठो पर हलकी सी मुस्कान थी। वे आकर मेरे बगल में बैठते ही मेरी टैंशन और बढी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: हेमा नंदिनी की सुहागरात - by neerathemall - 20-07-2022, 03:54 PM



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