Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Non-erotic 'मेरे रंग का मजाक उड़ाती थीं...आंटिया',
#2
जब शादी के लिए रिश्ता ढूंढने की बात आती है, तो सांवले रंग की लड़कियों को खूब सारी बातें सुननी पड़ती है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में अभी भी ज्यादातर लड़कों के माता-पिता लड़की के गुणों से ज्‍यादा उसके रंग रूप को प्राथमिकता देते हैं। यही एक वजह भी है कि सांवले रंग वाली लड़कियों को अपनी शादी के लिए बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है।



टीवी-होर्डिंग्स और न्यूजपेपर के फ्रंट पेज पर गोरा करने की क्रीम वाले ऐड तो आपने देखे होंगे? सवाल ही गलत है, सभी ने देखे ही होंगे, जो लगभग एक जैसे ही होते हैं। इन विज्ञापनों में सांवलापन घटाने वाली फेयरनेस क्रीम न केवल खुद से नफरत करने को मजबूर करती है बल्कि समाज का एक पक्ष इन पर निर्भर भी हो जाता है, जिसके चलते ज्यादातर मां-बाप अपनी बेटी को फेयरनेस ट्रीटमेंट लेने के लिए कहते हैं। हालांकि, ध्यान देने वाली बात यहां यह है कि सांवले रंग का खूबसूरती से क्या लेना-देना है?
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: 'मेरे रंग का मजाक उड़ाती थीं...आंटिया', - by neerathemall - 20-07-2022, 11:20 AM



Users browsing this thread: 3 Guest(s)