11-07-2022, 05:52 PM
अब भाभी बिस्तर से उठ कर मेरे होंठों में चुम्बन लेकर कहने लगीं- बस भी करो ना यार … बहुत हो गया. अब मुझे जल्दी से ये जानना है कि लंड चूत में घुसने से कैसा लगता है.
मैं एक बार को तो चौंका कि भाभी को भैया ने क्या एक बार भी नहीं चोदा, जो ये कह रही हैं कि उन्हें लंड चूत में जाता है, तो कैसा लगता है.
मगर मैंने अपने इस सवाल को दबा लिया और भाभी से बोला- ठीक है भाभी, हम दोनों धीरे-धीरे कोशिश करेंगे तो सब सीख जाएंगे.
मैं आपको बताऊं कि जब मैंने भाभी को चोदा था, तब मुझे मालूम चला था कि आज से पहले भाभी कभी नहीं चुदी थीं … और इधर मैंने भी किसी को अभी तक नहीं चोदा था.
ये हम दोनों का पहली बार हो रहा था.
बाद में भाभी ने मुझे बताया था कि भाई का लंड पूरा सख्त नहीं हो पाता है इसलिए वो भाभी की चूत में कभी घुसा ही नहीं. 2-4 बार भाई ने कोशिश की मगर वो भाभी की सील नहीं तोड़ पाए.
इसके बाद भाई ने भाभी के साथ कुछ करना ही बंद कर दिया.
भाभी को मैंने ठीक से बिस्तर में लेटा दिया और खुद उनकी दोनों टांगों के बीच में आ गया.
मैंने भाभी की दोनों टांगों को थोड़ा फैलाया और अपना हथियार भाभी की चूत की फांकों में पर रख कर धीरे-धीरे से अपना लंड अन्दर धकेलना शुरू कर दिया.
भाभी ने थोड़ा कसमसाना शुरू कर दिया और कराहती हुई बोलने लगीं- आह … प्रवीण, थोड़ा धीरे धीरे अन्दर करो ना यार … मुझे दर्द हो रहा है.
मैं बोला- हां मेरी जान, मैं आराम से ही कर रहा हूँ. ये तुम्हारी चूत थोड़ा कसी हुई है न … तो ये मेरे लंड को भी थोड़ा दर्द दे रही है.
फिर मैंने जैसे भी करके अपना लंड भाभी की चूत में पूरा का पूरा घुसा दिया.
भाभी की चूत में काफी दर्द हुआ.
मैं पूरा लंड चूत में ठोक कर रुक गया और भाभी को चूमने सहलाने लगा.
भाभी कुछ शांत हो गईं और उन्होंने मुझे देखना शुरू कर दिया.
मैं समझ गया कि भाभी चुदाई की नजर से देख रही हैं.
मैंने धीरे-धीरे करते हुए अपने लंड को भाभी की चूत में चलाना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर में भाभी भी पूरी गर्मजोशी के साथ मादक आहें लेती हुईं गांड चलाने लगीं- आह … आह … प्रवीण … आह मजा आ रहा है … आह मुझे चोद दो मेरी जान.
भाभी मुझे अपनी बांहों में बड़ी कसकर जकड़े हुई थीं और मेरा पूरा साथ दे रही थीं.
दोस्तो, मैं और भाभी एक दूसरे को बड़ा ही आनन्द दे रहे थे.
हम दोनों ने एक दूसरे को जमकर पकड़ रखा था.
फिर भाभी ने मुझे मेरी रफ्तार और तेज करने को कहा.
मैंने भी रफ्तार को और तेज कर दिया और जमकर चोदना चालू कर दिया.
मैं एक बार को तो चौंका कि भाभी को भैया ने क्या एक बार भी नहीं चोदा, जो ये कह रही हैं कि उन्हें लंड चूत में जाता है, तो कैसा लगता है.
मगर मैंने अपने इस सवाल को दबा लिया और भाभी से बोला- ठीक है भाभी, हम दोनों धीरे-धीरे कोशिश करेंगे तो सब सीख जाएंगे.
मैं आपको बताऊं कि जब मैंने भाभी को चोदा था, तब मुझे मालूम चला था कि आज से पहले भाभी कभी नहीं चुदी थीं … और इधर मैंने भी किसी को अभी तक नहीं चोदा था.
ये हम दोनों का पहली बार हो रहा था.
बाद में भाभी ने मुझे बताया था कि भाई का लंड पूरा सख्त नहीं हो पाता है इसलिए वो भाभी की चूत में कभी घुसा ही नहीं. 2-4 बार भाई ने कोशिश की मगर वो भाभी की सील नहीं तोड़ पाए.
इसके बाद भाई ने भाभी के साथ कुछ करना ही बंद कर दिया.
भाभी को मैंने ठीक से बिस्तर में लेटा दिया और खुद उनकी दोनों टांगों के बीच में आ गया.
मैंने भाभी की दोनों टांगों को थोड़ा फैलाया और अपना हथियार भाभी की चूत की फांकों में पर रख कर धीरे-धीरे से अपना लंड अन्दर धकेलना शुरू कर दिया.
भाभी ने थोड़ा कसमसाना शुरू कर दिया और कराहती हुई बोलने लगीं- आह … प्रवीण, थोड़ा धीरे धीरे अन्दर करो ना यार … मुझे दर्द हो रहा है.
मैं बोला- हां मेरी जान, मैं आराम से ही कर रहा हूँ. ये तुम्हारी चूत थोड़ा कसी हुई है न … तो ये मेरे लंड को भी थोड़ा दर्द दे रही है.
फिर मैंने जैसे भी करके अपना लंड भाभी की चूत में पूरा का पूरा घुसा दिया.
भाभी की चूत में काफी दर्द हुआ.
मैं पूरा लंड चूत में ठोक कर रुक गया और भाभी को चूमने सहलाने लगा.
भाभी कुछ शांत हो गईं और उन्होंने मुझे देखना शुरू कर दिया.
मैं समझ गया कि भाभी चुदाई की नजर से देख रही हैं.
मैंने धीरे-धीरे करते हुए अपने लंड को भाभी की चूत में चलाना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर में भाभी भी पूरी गर्मजोशी के साथ मादक आहें लेती हुईं गांड चलाने लगीं- आह … आह … प्रवीण … आह मजा आ रहा है … आह मुझे चोद दो मेरी जान.
भाभी मुझे अपनी बांहों में बड़ी कसकर जकड़े हुई थीं और मेरा पूरा साथ दे रही थीं.
दोस्तो, मैं और भाभी एक दूसरे को बड़ा ही आनन्द दे रहे थे.
हम दोनों ने एक दूसरे को जमकर पकड़ रखा था.
फिर भाभी ने मुझे मेरी रफ्तार और तेज करने को कहा.
मैंने भी रफ्तार को और तेज कर दिया और जमकर चोदना चालू कर दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.