11-07-2022, 05:18 PM
बुआ बात-बात पर समीर के मजबूत बॉडी को छोटी थी उसके मजबूत बांहों में आग लगा दी थी उसके सीने पर भी हाथ लगा देती थी।
समीर को लेकर बुआ के अंदर हवस बहुत ही ज्यादा बढ़ चुकी थी और बढ़ती ही जा रही थी।
जब वह अपनी चरम सीमा पर थी और वह समीर को सोच समझकर अपनी चूत में उंगली कर रही थी। बुआ चुदाई मांग रही थी और वह बहुत ही ज्यादा प्यासी थी जिनकी प्यास केवल समीर ही मिटा सकता था।
और समीर भाई अपने कमरे में अंत्र्वासना कहानीपढ़कर अपने लंड को मसल रहा था और वह बुआ को अपने मन में सोचके मुट्ठ मार रहा था।
तभी अचानक से बिजली कड़की और बुआ समीर के कमरे में आ गई। बुआ ने समीर को अपने लंबे लंड से मुठ मारते हुए देख लिया और कहा – “इतनी कीमती चीज को तुम ऐसे बर्बाद कर रहे हो!!!!!!!!!”
माहौल बहुत ही ज्यादा कामुकता से भरा हुआ था और समीर ने कहा – तो मैं क्या करूं बुआ जी??!!
बुआ ने बोला – क्यों ना हम दोनों एक दूसरे की प्यास को पूछा ल!!!
और फिर बुआ समीर के ऊपर चढ़ गई और उसे अचानक से पागलों की तरह चूमने लगी। समीर के कामवासना के सुख में सब कुछ भूल गया और वह बुआ को बहुत जोर जोर से चूमने लगा।
फिर समीर ने अपने आप को रोका और कहा – नहीं हुआ यह गलत है!!!
बुआ ने बोला – कुछ गलत नहीं है, वासना कोई रिश्तेदारी नहीं देखती, यह बस हो जाती है कुछ भी गलत नहीं है… समीर।
समीर को लेकर बुआ के अंदर हवस बहुत ही ज्यादा बढ़ चुकी थी और बढ़ती ही जा रही थी।
जब वह अपनी चरम सीमा पर थी और वह समीर को सोच समझकर अपनी चूत में उंगली कर रही थी। बुआ चुदाई मांग रही थी और वह बहुत ही ज्यादा प्यासी थी जिनकी प्यास केवल समीर ही मिटा सकता था।
और समीर भाई अपने कमरे में अंत्र्वासना कहानीपढ़कर अपने लंड को मसल रहा था और वह बुआ को अपने मन में सोचके मुट्ठ मार रहा था।
तभी अचानक से बिजली कड़की और बुआ समीर के कमरे में आ गई। बुआ ने समीर को अपने लंबे लंड से मुठ मारते हुए देख लिया और कहा – “इतनी कीमती चीज को तुम ऐसे बर्बाद कर रहे हो!!!!!!!!!”
माहौल बहुत ही ज्यादा कामुकता से भरा हुआ था और समीर ने कहा – तो मैं क्या करूं बुआ जी??!!
बुआ ने बोला – क्यों ना हम दोनों एक दूसरे की प्यास को पूछा ल!!!
और फिर बुआ समीर के ऊपर चढ़ गई और उसे अचानक से पागलों की तरह चूमने लगी। समीर के कामवासना के सुख में सब कुछ भूल गया और वह बुआ को बहुत जोर जोर से चूमने लगा।
फिर समीर ने अपने आप को रोका और कहा – नहीं हुआ यह गलत है!!!
बुआ ने बोला – कुछ गलत नहीं है, वासना कोई रिश्तेदारी नहीं देखती, यह बस हो जाती है कुछ भी गलत नहीं है… समीर।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.