11-07-2022, 05:00 PM
बुआ की बात से मैं बहुत खुश हुआ.
दरअसल बुआ और नीलिमा कॉलेज से अच्छी सहेली थीं और उन दोनों ने मिलकर बहुत बार लेस्बियन सेक्स किया था.
उन दोनों ने कई लड़कों से साथ में भी सेक्स किया था.
इस सब वजहों से उन दोनों में बहुत गहरी दोस्ती थी.
ये मुझे बुआ ने बताया था.
इन दोनों चुदक्कड़ औरतों की कहानी मैं आपको अगले भाग में जरूर बताऊंगा.
फिलहाल आप मेरी बुआ की सहेली नीलिमा की चुदाई का मजा लें.
अब बुआ ने अपना हाथ नीलिमा की ओर बढ़ाया.
नीलिमा ने भी तुरंत उनका हाथ पकड़ा और आकर उनकी गोद में बैठ गईं.
मैं बुआ की बगल में बैठा ये सब देख रहा था.
तभी नीलिमा ने बुआ का मुँह पकड़ा और उनके होंठों पर किस कर लिया
फिर उसने अपना एक हाथ से बुआ के एक बूब को पकड़ लिया और मसलने लगी.
मैं ये देख कर हैरान तो था, पर उससे कहीं ज्यादा उत्तेजित हो गया था.
मैंने अपना हाथ बुआ के दूसरे बूब पर रख और दबाने लगा.
बुआ ने भी तुरंत मेरा लंड पकड़ा और मसलने लगीं.
कुछ देर तक बुआ के मम्मों को दबाने के बाद नीलिमा उठी और आकर मेरी गोद में बैठ गयी.
इस वक्त मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था और जब नीलिमा मेरी गोद में बैठी, तो उसकी गांड में चुभने लगा.
वो अपनी गांड को मेरे लंड पर रगड़ने लगी, मुझे किस करने लगी और मेरी छाती पर हाथ फेरने लगी.
बुआ भी मेरे गले पर किस कर रही थी और साथ ही नीलिमा के बूब्स दबा रही थीं.
कुछ देर ऐसा ही चलता रहा.
फिर नीलिमा उठी और उसने अपने पर्स से एक गोली निकाली और मुझे देकर बोली- समीर ये खा ले ताकि हमारी चुदाई जल्दी न रुके.
मैंने वो गोली खा ली.
अब नीलिमा उठी और मेरी बनियान निकाल कर मेरी छाती चूमने लगी.
मुझे उसके ऐसे करने से बहुत मज़ा आ रहा था.
तभी बुआ मेरे करीब आईं और मुझे किस करने लगीं.
कुछ देर बाद नीलिमा ने मेरे बरमूडा पैंट को नीचे खींच दिया.
मैं उन दोनों औरतों के सामने पूरा नंगा था.
मुझे देख कर बुआ ने भी अपना गाउन उतार दिया और वो भी पूरी नंगी हो गईं.
अब बुआ मेरी गोद में आकर बैठ गईं और उन्होंने नीलिमा को अपनी ओर खींच लिया.
बुआ अपनी सहेली के कपड़े निकालने लगीं.
पहले बुआ ने उसकी टी-शर्ट निकाली और मैंने उसकी जींस निकाल दी.
अब वो सिर्फ क्रीम कलर की ब्रा और वायलेट कलर की पैंटी में थी.
मैंने उसे अपनी ओर खींच लिया और बुआ उसकी पीठ पर किस करने लगीं, उसकी ब्रा निकाल दी.
कुछ ही देर में नीलिमा अब सिर्फ पैंटी में थी.
दरअसल बुआ और नीलिमा कॉलेज से अच्छी सहेली थीं और उन दोनों ने मिलकर बहुत बार लेस्बियन सेक्स किया था.
उन दोनों ने कई लड़कों से साथ में भी सेक्स किया था.
इस सब वजहों से उन दोनों में बहुत गहरी दोस्ती थी.
ये मुझे बुआ ने बताया था.
इन दोनों चुदक्कड़ औरतों की कहानी मैं आपको अगले भाग में जरूर बताऊंगा.
फिलहाल आप मेरी बुआ की सहेली नीलिमा की चुदाई का मजा लें.
अब बुआ ने अपना हाथ नीलिमा की ओर बढ़ाया.
नीलिमा ने भी तुरंत उनका हाथ पकड़ा और आकर उनकी गोद में बैठ गईं.
मैं बुआ की बगल में बैठा ये सब देख रहा था.
तभी नीलिमा ने बुआ का मुँह पकड़ा और उनके होंठों पर किस कर लिया
फिर उसने अपना एक हाथ से बुआ के एक बूब को पकड़ लिया और मसलने लगी.
मैं ये देख कर हैरान तो था, पर उससे कहीं ज्यादा उत्तेजित हो गया था.
मैंने अपना हाथ बुआ के दूसरे बूब पर रख और दबाने लगा.
बुआ ने भी तुरंत मेरा लंड पकड़ा और मसलने लगीं.
कुछ देर तक बुआ के मम्मों को दबाने के बाद नीलिमा उठी और आकर मेरी गोद में बैठ गयी.
इस वक्त मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था और जब नीलिमा मेरी गोद में बैठी, तो उसकी गांड में चुभने लगा.
वो अपनी गांड को मेरे लंड पर रगड़ने लगी, मुझे किस करने लगी और मेरी छाती पर हाथ फेरने लगी.
बुआ भी मेरे गले पर किस कर रही थी और साथ ही नीलिमा के बूब्स दबा रही थीं.
कुछ देर ऐसा ही चलता रहा.
फिर नीलिमा उठी और उसने अपने पर्स से एक गोली निकाली और मुझे देकर बोली- समीर ये खा ले ताकि हमारी चुदाई जल्दी न रुके.
मैंने वो गोली खा ली.
अब नीलिमा उठी और मेरी बनियान निकाल कर मेरी छाती चूमने लगी.
मुझे उसके ऐसे करने से बहुत मज़ा आ रहा था.
तभी बुआ मेरे करीब आईं और मुझे किस करने लगीं.
कुछ देर बाद नीलिमा ने मेरे बरमूडा पैंट को नीचे खींच दिया.
मैं उन दोनों औरतों के सामने पूरा नंगा था.
मुझे देख कर बुआ ने भी अपना गाउन उतार दिया और वो भी पूरी नंगी हो गईं.
अब बुआ मेरी गोद में आकर बैठ गईं और उन्होंने नीलिमा को अपनी ओर खींच लिया.
बुआ अपनी सहेली के कपड़े निकालने लगीं.
पहले बुआ ने उसकी टी-शर्ट निकाली और मैंने उसकी जींस निकाल दी.
अब वो सिर्फ क्रीम कलर की ब्रा और वायलेट कलर की पैंटी में थी.
मैंने उसे अपनी ओर खींच लिया और बुआ उसकी पीठ पर किस करने लगीं, उसकी ब्रा निकाल दी.
कुछ ही देर में नीलिमा अब सिर्फ पैंटी में थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.