11-07-2022, 05:00 PM
(11-07-2022, 04:45 PM)neerathemall Wrote: neerathemall
बुआ ने अपनी सहेली की चूत दिलवायी
सुबह जब मेरी आंख खुली तो देखा बुआ अभी भी सो रही थीं.
मैंने उनके गाल पर किस किया, पर वो गहरी नींद में सो रही थीं.
वो नंगी ही बेड पर मेरी तरफ पीठ करके लेटी थीं. उनकी मोटी गोरी गांड मेरी तरफ थी.
मैंने आगे होकर उन्हें अपनी बांहों में भर लिया. मैंने अपना लंड उनकी गांड की दरार में लगा दिया और उनके बूब को पकड़ कर मसलने लगा.
साथ ही में मैं उनकी गर्दन पर की किस कर रहा था.
मेरे कुछ देर ऐसा करने से बुआ जाग गईं.
मैंने उन्हें गुड मॉर्निंग बोला और उनके गाल पर एक किस कर दी.
फिर मैं और बुआ कल की चुदाई के बारे में बात करने लगे थे.
बातों ही बातों में बुआ ने पूछा- क्या तू मेरी सहेली नीलिमा को चोदना चाहेगा?
मैं- जरूर बुआ, पर कैसे?
बुआ- उसकी चिंता तुम मत करो, मैं तुम्हें उसकी चूत दिलवाऊंगी, ये मेरा काम है.
मैंने बुआ से बताने के लिए जिद की, पर वो बस इतना ही बोलीं कि समय आने पर तुम समझ जाओगे.
खैर … मैंने भी ज्यादा जोर नहीं दिया. मुझे तो बस चूत मिलने से मतलब था.
अब हम दोनों उठे और फ्रेश हुए.
जब बुआ कपड़े पहन रही थीं तो मैंने कहा- बुआ अब जब तक हम घर में अकेले हैं, हम कपड़े नहीं पहनेंगे.
बुआ को भी ये आईडिया अच्छा लगा और वो मान गईं. फिर वो अपनी बड़ी सी गांड मटकाती हुई रसोई में चली गईं.
कुछ देर बाद हम दोनों कुछ नाश्ता आदि करके फ्री हुए तो बुआ ने नीलिमा को कॉल किया और उसे घर आने को कहा.
वो भी तुरंत आने को तैयार हो गयी.
कुछ देर बाद नीलिमा आयी.
वो घर आने वाली थी इसलिए हमने कपड़े पहन लिए थे.
मैंने सिर्फ बरमूडा और बनियान डाल ली और बुआ ने अपना गाउन पहन लिया.
कुछ देर बाद नीलिमा आयी.
वो आकर सोफे पर बैठ गयी और बुआ से बातें करने लगी.
आज वो गज़ब की माल लग रही थी.
उसने लाल रंग की चुस्त टी-शर्ट और ब्लू जींस पहनी थी, जिसमें से उसके बूब्स और जांघें बहुत भरी सी नज़र आ रही थीं.
मैं वहीं बैठा उसे वासना से देख था.
तभी बुआ ने कुछ ऐसा कहा कि जो सुनकर मैं दंग रह गया.
बुआ- नीलिमा, आज तो एकदम चुदने के लिए तैयार लग रही हो!
नीलिमा- हां यार, जब से तेरे इस ठोकू को देखा है, तब से इसके लंड के बारे में सोच रही हूँ.
मैं ये सुनकर भौचक्का रह गया- क्या … क्या मतलब है आपका … क्या ये पहले से तय था?
बुआ- हां बेटा, नीलिमा जानती थी कि मैं तेरा लंड ले रही हूँ, इसलिए उसने मुझे अपनी इच्छा बता दी थी.
नीलिमा- हां समीर, तेरी इस चुदक्कड़ बुआ सारिका ने मुझे बाद में फ़ोन पर सब बताया था.
बुआ- जितना तू इसे चोदना चाहता था, उससे ज्यादा ये तुझसे चुदवाने को मरी जा रही थी. इसलिए मैंने तुझे नीलिमा को चोदने के बारे में पूछा. तुम दोनों रेडी थे, इसलिए मैंने ये प्लान बनाया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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