11-07-2022, 04:54 PM
उन सभी के जाने के बाद कुछ देर मैंने और बुआ ने टीवी देखा. इसके बाद बुआ खाना बनाने चली गईं.
कुछ देर बाद मैं भी उनके पीछे चला गया. किचन में मैंने बुआ को पीछे से पकड़ लिया और उनकी गर्दन पर चूमने लगा. आगे हाथ करके मैं बुआ के चूचे दबाने लगा.
बुआ मुझसे छोड़ने को कहने लगीं, तो मैंने उन्हें छोड़ दिया और नीचे बैठ कर गाउन के ऊपर से ही उनकी गांड दबाने और चाटने लगा. इससे बुआ अजीब सी सिसकारियां लेने लगीं.
फिर मैंने उनका गाउन उठाया और अन्दर घुस गया. मैंने उनकी गांड के होल को चाटा तो वो उत्तजित होने लगी थीं. मैं अपनी जीभ उनकी गांड के अन्दर तक डालता जिससे वो सिसक उठतीं.
कुछ देर बाद बुआ पलट गई और मेरा मुँह उनकी चूत पर आ गया. मैं तुरंत उनकी चूत को चाटने लगा. उनकी चुत गीली हो गयी थी. कुछ देर तक मैं उनकी चूत का रस चाटता रहा.
कुछ देर बाद मैं भी उनके पीछे चला गया. किचन में मैंने बुआ को पीछे से पकड़ लिया और उनकी गर्दन पर चूमने लगा. आगे हाथ करके मैं बुआ के चूचे दबाने लगा.
बुआ मुझसे छोड़ने को कहने लगीं, तो मैंने उन्हें छोड़ दिया और नीचे बैठ कर गाउन के ऊपर से ही उनकी गांड दबाने और चाटने लगा. इससे बुआ अजीब सी सिसकारियां लेने लगीं.
फिर मैंने उनका गाउन उठाया और अन्दर घुस गया. मैंने उनकी गांड के होल को चाटा तो वो उत्तजित होने लगी थीं. मैं अपनी जीभ उनकी गांड के अन्दर तक डालता जिससे वो सिसक उठतीं.
कुछ देर बाद बुआ पलट गई और मेरा मुँह उनकी चूत पर आ गया. मैं तुरंत उनकी चूत को चाटने लगा. उनकी चुत गीली हो गयी थी. कुछ देर तक मैं उनकी चूत का रस चाटता रहा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.