11-07-2022, 04:48 PM
(11-07-2022, 04:46 PM)neerathemall Wrote:1
सगी बुआ के साथ जोरदार सेक्स का मजा
मेरी बुआ का नाम सारिका है और वो बेहद ही सेक्सी शरीर की मालकिन हैं. उनकी हाइट 5 फुट 5 इंच के करीब होगी. वो थोड़ी मोटी हैं, पर उनके बूब्स और गांड बहुत बड़ी है.
उनके पति दूसरी कंट्री में काम करते हैं. इधर उनकी एक बेटी है, जो हॉस्टल में रहती है.
जब मैं बुआ के घर गया तो उन्होंने मेरा बहुत अच्छे से स्वागत किया. मैं सुबह ही उनके घर पहुंच गया था. उस वक्त बुआ नाइटी पहने थीं और उनके निप्पल बहुत अच्छे से नज़र आ रहे थे.
मैंने और बुआ बैठ कर बहुत सारी बातें करना शुरू कर दीं. बुआ ने मेरे लिए चाय नाश्ता बनाया.
मैं बार बार उनके बूब्स देख रहा था और उन्होंने भी ये बात नोटिस कर ली थी, पर अनदेखा कर दिया था.
फिर कुछ देर बाद बुआ ने मुझसे कहा- तुम टीवी देखो, मैं नहा कर आती हूँ.
मेरे दिमाग में तो वैसे ही हमेशा चुदाई भरी होती थी. उसके चलते मैं अभी भी गर्म हो गया था. बुआ के बाथरूम में जाते ही मैं उनके पीछे चला गया. जैसे ही बुआ नहाने घुसीं, मैं दरवाजे के पास जाकर खड़ा हो गया और अन्दर देखने के लिए छेद ढूंढने लगा. तभी मुझे कुंडी के पास एक छोटा सा छेद दिख गया. मैंने अन्दर झांक कर देखा, तो देखा कि बुआ ने हैंगर पर टॉवल और पैंटी लटकाई हुई थी. वो अपनी नाइटी उतार रही थीं.
उन्होंने जैसे ही नाइटी उतारने के लिए हाथ ऊपर किए, मैंने देखा उनकी बगल में बहुत बाल थे. वो नाइटी ऊपर से निकलती गयी और मुझे धीरे धीरे उनके शरीर के एक एक अंग दिखते गए. पहले उनके गोरे चिकने पैर, फिर चिकनी दूध जैसी गोरी जांघें, चूत पर लाल पैंटी, जिसमें से बाल बाहर निकले हुए दिख रहे थे.
जब उन्होंने पूरी नाइटी उतारी, तो मैंने देखा कि उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी. उनके बड़े बड़े मम्मों को देख कर मैंने अपना लंड हाथ में लेकर मसलने लगा. उनके मम्मों का साइज़ 36 इंच था. उनका एकदम गोरा शरीर, चूत की झांटें और बगल में काले बाल देख कर मैं अपना लंड निकालकर हिलाने लगा.
फिर बुआ ने शॉवर चालू किया और नहाने लगीं. वो साबुन अपने मम्मों पर और चूत पर लगा कर जोर जोर से रगड़ रही थीं. वो नहाते वक्त किसी कामदेवी की तरह लग रही थीं.
मैं लगभग दस मिनट तक उन्हें देख कर लंड हिलाता रहा. मैंने अपना माल बाथरूम के बाहर पड़े पायदान पर गिर जाने दिया और हॉल में आकर बैठ गया. मैंने आने से पहले पायदान पलट दिया था, जिससे बुआ को शक न हो.
जब बुआ बाहर आईं, तो मैंने देखा कि बुआ सिर्फ टॉवल बांधे हुए ही बाहर आई थीं. उनके चूचे उस तौलिया में से मुझे अच्छी से दिख रहे थे.
वो बाथरूम से निकल कर जल्दी से अपने रूम में चली गईं और दूसरी लाल रंग की साटिन की नाइटी डाल कर बाहर आ गई.
बुआ अपने गीले बाल पौंछते हुए बाहर आईं और मुझसे बात करने लगीं.
मेरी आंखों में बुआ के मदमस्त जिस्म की तस्वीर बन चुकी थी और मैं उन्हें देख कर उनके नंगी चूचियों को ही सोच रहा था. बुआ ने भी ये बात अच्छे से नोटिस कर ली थी.
फिर बुआ अपनी बड़ी सी गांड मटकाती हुई रसोई में चली गईं.
कुछ देर बाद मैं भी किसी बहाने से किचन में गया और उन्हें देखने लगा.
वो मुझे देख कर बोलीं- क्या हुआ समीर, जब से आए हो, तुम मुझे ताड़े ही जा रहे हो!
उनकी बात सुनकर मैंने अपनी नज़रें झुका लीं.
वो बोलीं- अरे शर्मा गया … मैं तो मज़ाक कर रही थी.
फिर वो खाना बनाने लगीं और मुझसे मेरी लाइफ के बारे में बात करने लगीं. बात करते करते मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछने लगीं. जिस पर मैंने उन्हें मना कर दिया. उन्होंने भी मुझ पर ज्यादा जोर नहीं दिया.
फिर हम दोनों खाना खाने लगे.
उस समय बुआ ने फिर से मुझसे अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा … और इस बार थोड़ा जोर देकर पूछा.
तो मैंने बोला- हां एक थी, पर अब कोई नहीं है.
मेरी इस बात पर वो मुस्कुरा दीं और फिर हम खाना खाने लगे.
मेरी नज़र बार बार उनके मम्मों पर जा रही थी. उनके निप्पल इस समय भी एकदम कड़क थे और नाइटी के ऊपर से ही दिख रहे थे.
उन्होंने फिर से मुझे अपने मम्मों को देखते पकड़ लिया, पर बस एक स्माइल दे दी.
हमारा खाना खत्म हुआ और हम दोनों टीवी देखने लगे. टीवी पर मस्तीज़ादे मूवी चल रही थी.
तभी बुआ ने मुझे अपनी गोद में सर रखने कहा- आराम से लेट जा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.