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Adultery ठरकी दामाद (With Pics)
अंजलि ने भी उसी अंदाज में पूछा जैसे अजय ने पूछा था : "क्या दिखाऊ ...बोलकर बताओ ना...ऐसे मुझे कैसे पता चलेगा की तुम क्या देखना चाहते हो...''

अजय भी उसी बेशर्मी भरे अंदाज में बोला : "आपके बूब्स भाभी....आपके चुच्चे ...ये मोटे-2 मुम्मे जो आपने अपने गाउन के अंदर छुपा रखे है...जिन्हे देखकर मेरा लंड हमेशा खड़ा हो जाता है...वो दिखाओ मुझे...''

अजय ने एक ही सांस में सारी परिभाषाएं दे डाली उन्हें ।

दोनो तरफ आग पूरी तरह भड़क चुकी थी...उन दोनों के छोटे-2 कमरे बदन की गर्मी से झुलस रहे थे...दोनों को अपने शरीर और शब्दो पर कोई कंट्रोल ही नही रहा था...

और जिस अंदाज में अजय ने ये सब बोला था, उसे सुनकर अंजलि पर तो जैसे उत्तेजना की देवी सवार हो गयी...वो बदहवासी जैसी हालत में अपने गाउन की डोरियों को खोलना चाहती थी पर जब उसकी गाँठ नही खुली तो उसने उस पतले से कपड़े को पकड़कर चीर दिया...और अपने भरे हुए स्तन अजय के सामने प्रस्तुत कर दिए
[Image: 70822034_010_9ff5.jpg]

और सेक्स से भरी आवाज़ में हिसहिसायी : "उम्म्म्ममममममम....ये लो.......देख लो....अपनी भाभी के बुब्बे....चूस लो इन्हे....दबा लो.......मसल दो......जो करना है कर लो.....''

वो इतनी तेज चिल्ला रही थी की उसके पड़ोसियो तक आवाज़ पहुँच जाए...और एक वो शराबी अनिल था जो दारू पीकर ऐसा बेसूध पड़ा था की उसे अपनी बीबी की ये आवाज़े सुनाई ही नही दे रही थी..

अजय ने ऐसे बड़े बूब्स आज तक नही देखे थे...उसकी सास के भी लगभग इतने ही बड़े थे..पर अंजलि भाभी और उसकी सास की उम्र में काफ़ी अंतर था...इसलिए इसके कड़क मुम्मे कुछ अलग ही कहर ढा रहे थे...अजय ने हाथ आगे करके उन्हे पकड़ना चाहा पर उन्हे पकड़ने का सिर्फ़ एहसास ही कर पाया...असल मे पकड़ता तो उन्हे नोच ही डालता वो..

अंजलि ने अपनी भरी हुई छातियों पर अपने पंजे लगाकर उन्हें जोरों से भींच डाला , अजय की तो सिसकारी निकल गयी उन मोटे मुम्मो को ऐसे दबता देखकर,वो पंजा उसका होना चाहिए था तब और भी ज्यादा मजा आता

अंजलि भाभी वहीँ पर ही नही रुकी....वो उठ खड़ी हुई और उन्होने लॅपटॉप को स्टडी टेबल पर रख दिया...और वो खुद उसके सामने खड़ी हो गयी..

और फिर उन्होने उस फटे हुए गाउन को पूरी तरह से फाड़ डाला...और जैसे-2 वो फटता जा रहा था,उनका दूधिया बदन उजागर होता जा रहा था.और आख़िर में वो सिर्फ़ एक पेंटी में रह गयी....पेंटी तो नही थी वो थोंग थी ..जो उनकी चौड़ी गांड को एक धागे की तरह ढक रही थी...उनकी चूत वाले हिस्से पर एक छोटा सा पेच था बस...
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अंजलि ने अपनी उंगलियो को अपने मुँह में डालकर उन्हे भिगोया और फिर उन्हे अपने निप्पल्स पर रगड़कर नीचे तक ले गयी और थोंग में डालकर अपनी चूत को रगड़ डाला...ऐसा करते हुए वो अपनी कमर को इधर उधर घुमा रही थी...जैसे अजय को कैबरे दिखा रही हो...

अजय ने भी लॅपटॉप को सामने रख दिया और बेड पर घुटनो के बल बैठकर अपने लंड को जोरों से आगे - पीछे करने लगा...और लंड को मसलते-2 वो बुदबुदाया : "भाभी....प्लीज़.....ये पेंटी भी उतारो ना.....पूरी नंगी देखना है मुझे आपको.....प्लीज़......आपको अपने छोटे देवर की कसम....''

वो अपने लंड के सुपाड़े को उनकी तरफ करता हुआ बोला..

भाभी ने भी अपने छोटे देवर की कसम की लाज रखते हुए अपनी पेंटी को सेक्सी तरीके से उतारना शुरू कर दिया....और धीरे-2 करके उसे पूरा उतार फेंका...अब वो पूरी नंगी खड़ी थी अजय के सामने...भले ही वो उन्हे लेपटॉप के ज़रिए देख रहा था..पर उनके नंगे बदन को देखकर वो उतना ही उत्तेजित हो रहा था जितना की शायद उन्हे असल में देखकर होता.....
[Image: 48453408_016_30a7.jpg]


उनका साँचे में ढला शरीर इतना शानदार था की अजय के हाथो की स्पीड और तेज हो गयी...

वो तो बस अपने लंड की पिचकारी आज अपने लॅपटॉप की स्क्रीन पर मारकर अपनी भाभी को खुश कर देना चाहता था...

लेकिन तभी अंजलि ने कहा : "क्यो अपने माल को इस तरह से वेस्ट कर रहे हो....''

अजय : "मैं समझा नही...??''

अंजलि ने अपनी चूत रगड़ते हुए कहा : "आ जाओ....यहीं ..मेरे पास....अभी....''

अजय का तो होंठ काँप गये उनके ऑफर का जवाब देते हुए : "अभी......वहां .....आपके घर....''

अंजलि : "ह्म्*म्म्मम....अभी.....जल्दी आओ....अगर ये चाहिए तो जल्द से जल्द यहाँ आ जाओ ''

अंजलि ने आखिरी बार अपना रसीला बदन उसे दिखाते हुए लॅपटॉप को वापिस फोल्ड करके बंद कर दिया.

और अजय बेचारा अपने खड़े हुए लंड को हाथ में लेकर बैठा रह गया...

क्या तरीका था अंजलि का...एन वक़्त पर अजय को तरसाकर अपने पास बुलाने पर विवश कर दिया...अजय भी ऐसी बकचोदी से ज़्यादा एक्शन में विश्वास रखता था..लेकिन अभी रात का 1 बज रहा था...और अनिल का घर वहां से करीब 15 किलोमीटर दूर था...वैसे तो इस समय वहां तक पहुँचने में ज़्यादा समय नही लगना था..पर इतनी रात को वहां जाने में थोड़ा रिस्क ज़रूर था...लेकिन जब सिर पर सेक्स का जुनून चड़ा हो तो ऐसे छोटे-मोटे रिस्क नही देखे जाते...उसने जल्दी से कपड़े पहने..गाड़ी की चाभी उठाई...घर पर ताला लगाया और चल दिया अंजलि भाभी के घर की तरफ...

अपने दोस्त की बीबी को चोदने जा रहा था...उसके ही घर पर...उसके होते हुए...ये बात अंदर तक एक्साइट कर रही थी अजय को...

आज की रात उसकी जिंदगी में सेक्स अड्वेंचर के रूप में दर्ज होने वाली थी..
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RE: ठरकी दामाद (With Pics) - by badmaster122 - 09-07-2022, 02:42 PM



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