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Adultery ठरकी दामाद (With Pics)
3सका इशारा अंजलि की चुनरी की तरफ था...वो जानता था की अपने मोटे मुम्मे छुपाने के लिए ही उन्होने चुनरी से ढक रखा है अपना योवन.

पर उसे ये नही मालूम था की असली बात क्या है...और वो जल्द ही पता चल गयी उसे..

क्योंकि अजय की बात सुनकर उन्होने फिर से अपने चिर-परिचित अंदाज में अपने दांतो से होंठों को काटा...और फिर धीरे-2 अपना दुपट्टा उतार दिया...

अजय का तो जबड़ा लटक गया उसके बाद का सीन देखकर..

उन्होने जो गाउन पहना हुआ था वो सी थ्रू था...यानी आर पार देखा जा सकता था...और सबसे बड़ी बात उन्होने उस गाउन के नीचे ब्रा नही पहनी हुई थी...जिसकी वजह से लेपटॉप के इतने करीब बैठी अंजलि भाभी की मोटी छातियाँ लगभग नंगी सी होकर अजय को दिख रही थी...उन दोनो गोलाइयों का आकार...उनपर लगे जामुन जैसे मोटे निप्पल...अजय को ऐसे तडपा गये की उसका मन किया की लेपटॉप में हाथ डालकर उन्हे ज़ोर से दबा डाले...
[Image: 66334039_007_c3c8.jpg]

उसका हाथ आगे बड़ा भी...और उसने स्क्रीन के उपर से ही उनके बूब्स को छू लिया...

अजय के हाथ को स्क्रीन से टच होता देखकर अंजलि भी समझ गयी की वो क्या करना चाहता है...वो शरारत भरे स्वर मे बोली : "ये क्या....''

अजय : "अब असल में तो छू नही सकता...ऐसे ही छूकर देख रहा हूँ ...''

अजय ने बड़ी हिम्मत करके ये बोल तो दिया....पर अंदर ही अंदर वो डर भी रहा था की उसकी ये हरकत उल्टी ना पड़ जाए...क्योंकि पिछली बार उनसे ना मिल कर अजय ने अंजलि को किलसा जो दिया था..

पर उसके विपरीत वो उतनी ही सेक्सी आवाज़ में बोली : "तुम्हे ये शुरू से ही पसंद है ना...हम्म्म्म ...बोलो....''

इतना कहकर वो अपने दाँये हाथ से खुद का ही बूब उठाकर उसका वजन नापने लगी...और दिखाने भी लगी उसके पूरे आकार को..जो नीचे लटक जाने से पूरी तरह नज़र नही आ रहा था पहले..

अजय तो सकपका सा गया...अब वो भला क्या बोलता....लेकिन जिस तरह से अंजलि इतनी बेबाकी से वो सब पूछ रही थी...खुद ही अपने बूब्स को दबा रही थी...उसे भी थोड़ा बहुत होंसला मिला और वो बोला : "अब इसमे छुपाने वाली क्या बात है भाभी...और वैसे भी..ये है ही इतने अट्रेक्टिव की एक बार जो नज़र पड़ जाए तो हटती ही नही..''

अजय तो ऐसे घूर कर उसके कड़क निप्पल्स देख रहा था जैसे लॅपटॉप में ही छेद कर डालेगा अपनी जलती हुई आँखो से...सामने होती तो पता नही क्या हाल करता वो उनका.

अजय तो चाहता था की जल्द से जल्द ये मामूली सा परदा भी बीच में से हट जाए...इसलिए उसने हिम्मत करके बोल ही डाला..

"भाभी....प्लीज़ ....दिखाओ ना...ये परदा क्यों है बीच में ...''

अंजलि : "वाह जी वाह ....तुम तो ऐसे कह रहे हो जैसे मेरी हर बात मान लेते हो...मैं भला क्यों मानू तुम्हारी बात...''

अजय : "अच्छा ..आप ही बताओ...मैं कुछ भी करने के लिए तैयार हूँ ..''

अजय दोनों जानते थे की आज की वेब चेटिंग का उद्देश्य है, लेकिन फिर भी इस तरह बातें करने काफी मज़ा आ रहा था

अजय की बात सुनकर अंजलि की आँखो में शरारत तैर गयी...और वो बोली : "पहले तुम दिखाओ...''

अजय भी उसकी शरारत में रंग कर बोला : "क्या ???''

अंजलि (मुँह बनाते हुए) : "अब ये भी बताना पड़ेगा...''

अजय ने नोट किया की अंजलि के हाथ उसकी चूत तक पहुँच गये है और वो खुद ही अपनी चूत को मसल कर अपनी उत्तेजना को शांत करने की नाकाम कोशिश कर रही है.

अजय : "बताना तो पड़ेगा ही ना...वरना मुझे कैसे पता चलेगा की आप क्या देखना चाहती है...''

अंजलि ने तपाक से डाइरेक्ट्ली बोल दिया : "तुम्हारा लंड ....जो मेरे सामने रखकर तुम मुझे ललचा रहे हो इतनी देर से...''

अजय हंस दिया....और फिर अगले ही पल उसने अपनी शॉर्ट्स खिसका कर अपना खड़ा हुआ लंड बाहर निकाल कर खड़ा कर दिया..
[Image: 36436504_006_dbc4.jpg]

लेपटॉप के एकदम सामने था वो लंड ..और वैसे भी अजय का साइज़ आम मर्दो से कुछ बड़ा ही था...इसलिए अंजलि को देखने में ऐसा लगा की वो लेपटॉप के थ्रू एफ्फ़िल टावर देख रही है...

एक पल के लिए तो वो अपनी आँखे झपकाना भूल गयी....उसके हाथो की तेज़ी अपनी चूत पर बड़ गयी...और वो खुलकर अपनी चूत को उंगलियों के बीच लेकर मसलने लगी..

ऐसा करते हुए उसके मुँह से एक-दो सिसकारियां भी निकल गयी...पर अब उसे इसकी फ़िक्र नही थी...वो बेशर्मो की तरह अपनी ठरक को पूरी तरह से उजागर कर रही थी.

अजय : "ये देखो भाभी....आपका छोटा देवर...''

अंजलि ने उसी सेक्सी अंदाज में अपने दांतो से होंठों को निचोड़ा और बोली : "सदके जाऊ अपने छोटे देवर पर...इसे छोटा कहना ग़लत होगा...काफ़ी बड़ा है ये तो...''

जवाब में अजय बस मुस्कुरा कर रह गया...और अपने लंड को हाथ में लेकर उसे उपर से नीचे तक मसलने लगा..

अजय ने ये बात पहले भी नोट की थी और अब भी कर रहा था...की जब भी वो अपने खड़े हुए लंड की चमड़ी को सुपाड़े से खींचकर नीचे करता था...उसके अगले भाग को देखकर लड़कियां अक्सर सम्मोहित हो जाया करती थी...शायद ये हर औरत के साथ होता है जब भी कोई मर्द उनकी आँखो के सामने ऐसा करता है...शायद तभी इस सुपाड़े को मुँह में लेने की ललक पैदा हो जाती है उनमे..

और वो ललक इस समय अंजलि भाभी के अंदर भी पैदा हो रही थी...वो अपनी चूत को तो मसल ही रही थी..अपने सूख चुके होंठों पर गीली जीभ फिरा कर अजय के लंड को मुँह में लेने का सपना भी देख रही थी.

अजय : "अब आप भी दिखाओ....''
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RE: ठरकी दामाद (With Pics) - by badmaster122 - 09-07-2022, 02:36 PM



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