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Adultery ठरकी दामाद (With Pics)
शायद ये बी एफ देखने का फल था जो वो इतनी कुशलता के साथ पहली बार में ही ऐसे काम आसानी से कर पा रही थी...

अजय तो ये भी भूल चुका था की रिया उसके घर सिर्फ़ खाना देने के लिए ही आई है..

उसने आवेश में आकर उसे वापिस उपर खींचा और जैसे ही उसके होंठों को चूमकर वो उसके बूब्स की तरफ जाने लगा उसका फोन बज उठा..

वो यथार्थ के धरातल पर आ गिरा..

उसने अपना मोबाइल उठाया, वो प्राची की कॉल थी.

प्राची : "हाय जानू...खा लिया खाना...''

अब तक वो संभल चुका था...उसने उतने ही प्यार भरे अंदाज में कहा : "यस डियर...खा लिया...इनफॅक्ट अभी भी खा रहा हूँ ...''

उसके हाथों में अभी तक आधी नंगी साली थी...और उसके नन्हे चूजों को देखता हुआ वो प्राची से बात करता हुआ मुस्कुरा दिया.

प्राची : "उम्म्म्ममम....आज मेरे बाबू ने मेरे बिना खाना खाया...बुरा तो नही लगा ना...''

अजय : "नो बैबी...इट्स ओके ....तुम बेकार की बातें मत सोचा करो...तुम बस अपना ध्यान रखो...''

वो जल्द से जल्द बात ख़त्म करके अपना बचा हुआ "खाना" खा लेना चाहता था..

प्राची : "अच्छा सुनो....वो मीठा भी भेजा है मैने...खुद अपने हाथो से बनाया था ख़ास तुम्हारे लिए...तुम्हे खाने के बाद मीठा पसंद है ना...''

अजय : "मीठा ....कौनसा मीठा....''

अजय की ये बात सुनकर रिया ने जल्दी से पास ही पड़ा हुआ टिफ़िन बॉक्स खोला...और आनन-फानन में उसमे से सारे डिब्बे निकाल कर खोल दिए...उसमें सबसे नीचे वाले डिब्बे में कस्टर्ड था..

अजय : "ओहो...कस्टर्ड....वाउ....आज तो मज़ा आएगा...''

प्राची : "उम्म्म....जल्दी से टेस्ट करके बताओ ना...कैसा बना है...''

वो शायद अपनी तारीफ सुनना चाहती थी.

अजय ने भी बिना देरी किए एक स्पून उठा कर उसमे कस्टर्ड भरा...लेकिन उसे खाने से पहले ही उसके खुराफाती दिमाग़ में एक शरारत आ गयी...उसने वो स्पून मे भरा सारा कस्टर्ड अपनी बाहों में खड़ी रिया की नंगी छातियों के उपर लेजाकर छोड़ दिया...एक पल के लिए तो रिया भी चोंक गयी...और उसने बड़ी मुश्किल से अपने मुँह पर हाथ रखकर अपनी चीख भी दबाई..क्योंकि फ्रिज से निकाल कर डिब्बे मे डाला गया कस्टर्ड काफ़ी ठंडा था...उसे ऐसा लगा जैसे बर्फ का चूरा उसकी छातियो पर उड़ेल दिया गया हो..
[Image: 21317044_012_3725.jpg]

वो जैली जैसा कस्टर्ड धीरे-2 नीचे खिसक कर आने लगा...आर रिया के नन्हे पर्वतों पर चढ़ गया..उनपर पहुँचते ही अजय ने अपना मुँह नीचे किया और उस कस्टर्ड के समेत रिया के नर्म और मुलायम स्तन को मुँह में भर कर पी गया.

फोन पर अगर प्राची ना होती या रिया ने अपने मुँह पर हाथ ना रखा होता तो वो जोरों से चीख पड़ती...

अजय ने मोबाइल को अपने कान पर लगा रखा था और उसकी जीभ स्पून की तरह रिया की प्लेट नुमा ब्रेस्ट में बिखरा हुआ कस्टर्ड इकट्ठा करके खा रही थी..

ऐसा करते हुए सड़प -2 की आवाज़ें भी निकल रही थी..

जो शायद प्राची ने भी सुन ली दूसरी तरफ...वो बोली : "लगता है ज़्यादा ही मज़ा ले-लेकर खा रहे हो...''

अजय ने रिया को आँख मारते हुए प्राची से कहा : "ये है ही इतना टेस्टी..मन करता है की ख़ाता ही रहूँ...ख़ाता ही रहूँ...''

प्राची : "बदमाश हो तुम....सब समझ रही हूँ मैं ...लगता है रिया आस पास नही है...तभी ऐसी बातें कर रहे हो...है ना...''

अजय : "हाँ ...वो किचन में है...आज मॉर्निंग के कुछ बर्तन ऐसे ही रह गये थे ना...काम वाली तो आई नही..तो उसने कहा की वो किचन सॉफ करके जाएगी...इसलिए थोड़ी देर लगेगी उसे अभी आने में ...''

प्राची : "अच्छा..वो किचन में है...तभी इतने मज़े लिए जा रहे है....चलो फिर..इसी बात पर एक किस्स दो मुझे...''

अजय को भला क्या प्राब्लम हो सकती थी...उसने कस्टर्ड में सने अपने होंठ उपर किए और रिया के होंठों पर रख दिए..वो तो भूखी बिल्ली की तरह टूट पड़ी उनपर...

और एक मिनट में ही उसके मुँह पर लगे कस्टर्ड और बाहर बह रहे रस को निगल गयी...और ऐसा करते हुए जो स्मूच की आवाज़े आ रही थी उन्हे प्राची सुन रही थी...और उसे लग रहा था की उसका प्यारा पति अजय उसे फोन के दूसरी तरफ से किस्स कर रहा है...इसलिए वो भी अपने मोबाइल के निचले हिस्से को जोरों से चूम कर उसका जवाब देने लगी...

अपनी साली और बीबी को एक साथ किस्स का आनंद देता हुआ अजय बुरी तरह से उत्तेजित हो चुका था...उसने तुरंत फोन बंद करते हुए कहा : "सुनो डार्लिंग...अब तुम सो जाओ...कल मॉर्निंग में मिलता हूँ ....बाइ...गुड नाइट...''

प्राची ने भी गुड नाइट बोलकर फोन रख दिया...

उसने फोन को किनारे पर रखा और रिया के साथ एक गहरी और कभी ना टूटने वाली स्मूच मे डूब गया...रिया तो उसके लंड को छोड़ने का नाम ही नही ले रही थी...और अजय उसके होंठों को...ऐसे ही गुत्थम गुत्था करते हुए अजय ने उसे सोफे पर पटक दिया...और खुद उसकी टाँगो के बीच जाकर बैठ गया...

रिया की नन्ही छातियाँ उपर नीचे हो रही थी...शायद वो समझ चुकी थी की अजय अब क्या करने वाला है...

अजय ने धीरे से अपने हाथों से उसकी पेंटी के किनारों को पकड़ा...रिया ने अपने कूल्हे उपर उचका दिए...पेंटी को पकड़ कर अजय ने धीरे-2 अपनी तरफ खींचना शुरू किया...जैसे-2 वो खींच रहा था..उसकी हल्के रोँये वाली चूत उजागर होती जा रही थी...साइड से तो उसकी पेंटी उतर गयी पर चूत वाले हिस्से में इतना गीलापन था की उसकी पेंटी वहां चिपक कर रह गयी...ऐसा लग रहा था जैसे गाड़ा शहद भर कर लाई थी वो घर से...उसी शहद से भरी कच्छी को देखकर अजय की साँसे तेज होने लगी...और उसने एक तेज झटके से उस पेंटी को खींचकर फाड़ दिया...
[Image: 40868450_097_a8e1.jpg]

अपनी नयी पेंटी के फटने की शिकायत रिया ने कुछ इस तरह से की..

''आआआआआआआआआआअहह ओह मे गोद.... जीजू......सक मिईीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई''

अजय ने तो ये सब किया ही इसी लिए था...वो उसकी दोनो टाँगो के बीच लेट गया और अपना मुँह उसकी चूत पर दे मारा..

एक के बाद दूसरी सीत्कार निकल पड़ी रिया के मुँह से....

''आआआआआआआआआआआआआआआआआआ गॉश...................... उम्म्म्मममममममममममम ....एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स..... माय जीजू................माय लव........ ....सकक्क्क्क् मी डार्लिंग.....''
[Image: 35889385_011_7160.jpg]

अजय को तो जैसे कोई खजाना मिल गया था...कुँवारी चूत की पहली धार का रस था वो...अपनी जीभ से सदप-2 करता हुआ वो उसे जोरों से पीने लगा...वो रस देखने में ही नही बल्कि चखने में भी शहद की तरह मीठा था...शायद रिया को उसी की तरह मीठा खाने का काफ़ी शौंक था, इसलिए उसका रस भी मीठा था अंदर से..

रिया ने अपनी मांसल जांघों की पकड़ उसके सिर के दोनो तरफ लगा दी और उसे अंदर ही अंदर दबोच कर ज़ोर-शोर से अपनी चूत चुसवाने लगी..

एक मिनट भी नही लगा रिया को झड़ने में ...उसकी चूत से जैसे कोई बाँध टूट पड़ा हो...वो जोरों से कसमसाती हुई ..अपने जीजू के बालों को पकड़ कर अपनी चूत में घुसती हुई....भरभराकर झड़ने लगी..

अजय ने भी उसकी चूत का अमृत जितना हो सकता था पी लिया...और अपनी जीभ से उसे पूरी तरह सॉफ करके ऐसे चमका दिया जैसे वहां बरसों से सूखा पड़ा हो.

अपने जीजू की आँखो में देखती हुई रिया मंद-2 मुस्कुरा रही थी..आज जैसी अनुभूति उसे आज से पहले कभी नही हुई थी...अपनी उंगलियों से मसलने में भी इतना मज़ा नही मिलता था...जब पूजा ने उसकी चूत चूसी थी तब भी इतना मज़ा नही मिला था उसको...आख़िर एक मर्द जो मज़े दे सकता है,उसका कोई मुकाबला कैसे कर सकता है...

अजय भी उठ खड़ा हुआ...और तभी उसके मोबाइल का मैसेज बजा..उसने तुरंत फोन उठाया, वो अंजलि भाभी का मैसेज था.

उसने तुरंत रिया को कपड़े पहनने को कहा और खुद भी अपना बॉक्सर और टी शर्ट पहन कर बैठ गया.

रिया की पेंटी तो फट चुकी थी...इसलिए उसने बिना पेंटी के अपनी निक्कर पहनी..ब्रा और शमीज़ पहन कर वो वापिस जाने के लिए तैयार हो गयी.और जाते-2 उसने वो फटी हुई पेंटी यादगार के तौर पर अपनी जेब में रख ली और जीजू को गुड नाइट किस्स देकर बाहर निकल आई...बाहर निकल कर उसने अपनी जेकेट उठाकर पहन ली और वापिस अपने घर आ गयी.

अजय ने दरवाजा बंद किया और अपने बेडरूम में आ गया...और फिर उसने अपना मोबाइल निकाल कर मैसेज पड़ा..

अब उसके और भाभी के बीच की दूरिया ख़त्म होने के कगार पर आ चुकी थी.
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RE: ठरकी दामाद (With Pics) - by badmaster122 - 09-07-2022, 02:21 PM



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