08-07-2022, 02:31 PM
कुछ ही देर में वो नीचे से चूत को ऊपर उकसाने लगी तो मैं समझ गया कि अब इसका दर्द मिट गया है और ये चुदने के लिए तैयार है. मैंने अपनी गांड को आगे पीछे करते हुए उसकी चूत में लंड को अंदर बाहर करना शुरू कर दिया.
थोड़ी देर बाद उसको भी मज़ा आने लगा और वह नीचे से अपनी गांड उठा कर चुदने लगी और बोलने लगी- मामा और तेज … और तेज मामा … चोदो मुझे भी, जैसे आप अम्मी को चोद रहे थे, वैसे ही मुझे भी चोदो … मैं भी आपके लंड से चुदना चाहती थी.
मैं जोर जोर से सोनिया की चूत को पेलने लगा. तब तक रजिया मेरे होंठों को चूसने लगी और मैं उसकी चूचियों से खेलता हुआ सोनिया की चूत को चोदता रहा. सोनिया के साथ मेरा ये पहली बार था इसलिए 15 मिनट की चुदाई में मेरा माल निकलने को हो गया.
सोनिया की चूत बहुत टाइट थी और वो बिल्कुल कुंवारी थी. आपा की चूत भी चोदने में मज़ा आया लेकिन भांजी की चुदाई में जो मज़ा आया वो तो मैं आपको कैसे बताऊं! मैंने बहुत मज़ा लेकर उसकी चूत मारी और मुझे जैसे स्वर्ग सा मिल गया था.
आपा से मैंने पूछा- माल कहां निकालना है?
आपा ने बोला- इसकी चूत पहली बार चुदी है इसलिए पहला पानी इसकी चूत में डालो, जिससे इसे भी इसका आनंद मालूम चले. फिर ये अपनी जुबान बंद रखेगी.
फिर मैंने 4-5 झटके मारे और मेरा पानी उसकी चूत में छूट गया. उसको बहुत मज़ा आया और बोली- मामू जान … आज मैंने जन्नत देख ली. कब से मैं अपनी चूत के लिए इस लंड का इंतज़ार कर रही थी. आई लव यू मामू!
इतना बोलकर वो मेरे सीने से लिपट गयी. इस तरह मैंने अपनी भांजी और अपनी आपा को रात में तीन बार चोदा. फिर दूसरे दिन से हम लोग खुशी-खुशी रहने लगे और अगले 2 महीने तक मैं वहीं रुका और मैंने दोनों की जमकर चुदाई की।
थोड़ी देर बाद उसको भी मज़ा आने लगा और वह नीचे से अपनी गांड उठा कर चुदने लगी और बोलने लगी- मामा और तेज … और तेज मामा … चोदो मुझे भी, जैसे आप अम्मी को चोद रहे थे, वैसे ही मुझे भी चोदो … मैं भी आपके लंड से चुदना चाहती थी.
मैं जोर जोर से सोनिया की चूत को पेलने लगा. तब तक रजिया मेरे होंठों को चूसने लगी और मैं उसकी चूचियों से खेलता हुआ सोनिया की चूत को चोदता रहा. सोनिया के साथ मेरा ये पहली बार था इसलिए 15 मिनट की चुदाई में मेरा माल निकलने को हो गया.
सोनिया की चूत बहुत टाइट थी और वो बिल्कुल कुंवारी थी. आपा की चूत भी चोदने में मज़ा आया लेकिन भांजी की चुदाई में जो मज़ा आया वो तो मैं आपको कैसे बताऊं! मैंने बहुत मज़ा लेकर उसकी चूत मारी और मुझे जैसे स्वर्ग सा मिल गया था.
आपा से मैंने पूछा- माल कहां निकालना है?
आपा ने बोला- इसकी चूत पहली बार चुदी है इसलिए पहला पानी इसकी चूत में डालो, जिससे इसे भी इसका आनंद मालूम चले. फिर ये अपनी जुबान बंद रखेगी.
फिर मैंने 4-5 झटके मारे और मेरा पानी उसकी चूत में छूट गया. उसको बहुत मज़ा आया और बोली- मामू जान … आज मैंने जन्नत देख ली. कब से मैं अपनी चूत के लिए इस लंड का इंतज़ार कर रही थी. आई लव यू मामू!
इतना बोलकर वो मेरे सीने से लिपट गयी. इस तरह मैंने अपनी भांजी और अपनी आपा को रात में तीन बार चोदा. फिर दूसरे दिन से हम लोग खुशी-खुशी रहने लगे और अगले 2 महीने तक मैं वहीं रुका और मैंने दोनों की जमकर चुदाई की।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.