Thread Rating:
  • 2 Vote(s) - 3 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Incest मेरी बड़ी बहन की कातिल जवानी
#43
“ओह… हो…..मतलब किसी के साथ भी किसी तरह का मजा नहीं लिया है…..”“हाय…नहीं दीदी….कभी किसी के साथ…..नहीं”“कभी किसी औरत या लड़की को नंगा नहीं देखा है…..”मैं दीदी की इस बात पर शर्मा गया और हकलाते हुए बोला ” जी कभी नहीं…”“हाय तभी तू इतना तरस रहा है….और छुप कर देखने की कोशिश कर रहा था….कोई बात नहीं राजू….मुझे भी माँ को मुंह दिखाना है….चिंता मत कर….पहले मैं ये तेरा चूस कर इसकी मलाई एक बार निकल देती हूँ…फिर तुझे दिखा दूंगी…..” मैं ज्यादा कुछ समझ नहीं पाया की क्या दिखा दूंगी.
मेरा ध्यान तो मेरे तन्नाये हुए लौड़े पर ही अटका पड़ा था. मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो चुंका था और अब किसी भी तरह से लण्ड का पानी निकलना चाहता था. मैंने अपने लण्ड को हाथ से पकड़ा तो दीदी ने मेरा हाथ झटक दिया और अपनी चूची पर रखती हुई बोली “ले इसको पकड़” और मेरे लण्ड को अपनी मुठ्ठी में भर कर ऊपर निचे करते हुए सुपाड़े को अपने मुंह में भर कर चूसने लगी. मैं सीसीयाते हुए दोनों हाथो में दीदी की कठोर चुचियों को मसलते हुए अपनी गांड बिस्तर से उछालते हुए चुसाई का मजा लेने लगा. मेरी समझ में नहीं आ रहा था की मैं क्या क्या करू.
सनसनी के मारे मेरा बुरा हाल हो गया था. दीदी मेरे सुपाड़े के चारो तरफ जीभ फ़िराते हुए मेरे लण्ड को लौलीपौप की तरह से चूस रही थी. कभी वो पुरे लण्ड पर जीभ फ़िराते हुए मेरे अंडकोष को अपनी हथेली में लेकर सहलाते हुए चूसती कभी मेरे लौड़े के सुपाड़े के अपने होंठो के बीच दबा कर इतनी जोर-जोर से चूसती की गोल सुपाड़ा पिचक का चपटा होने लगता था. चूची छोड़ कर मैं दीदी के सर को पकड़ गिरगिड़ाते हुए बोला “हाय दीदी मेरा….निकल जाएगा….ओह…सी सी….दीदी अपना मुंह….हटा लो…ओह दीदी….बहुत गुदगुदी हो रही है…प्लीज दीदी….ओह मुंह हटा लो….देखो मेरा….पानी निकल रहा है…..”

जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मेरी बड़ी बहन की कातिल जवानी - by neerathemall - 07-07-2022, 04:03 PM



Users browsing this thread: 13 Guest(s)