Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Incest Didi ke sath Bus me Hawas bhara Safar
#34
दीदी बहोत हॉट या सेक्सी ड्रेस लेटी है। Phr दीदी महिलाओं के अंडरगारमेंट्स की शॉप पर जाति है तो मैं बाहर रुक जाता हूं। तो दीदी मेरा हाथ pkd kr khinch kr ander le jati hai.

दुकान माई 2 गर्ल्स या एक लड़का होता है या दीदी को देखते ही वो पहले आ जाता है।

शॉप बॉय: क्या चाहिए मैडम।

दीदी: मात्र साइज की ब्रा या पैंटी का सेट दिखाओ लेटेस्ट डिजाइन।

शॉप बॉय : आपका साइज क्या है

दीदी : चेक क्र लो

शॉप बॉय बहोत खुश हो जाता है या फटक से मापन टेप ला कर दीदी के स्तन का आकार उपाय करता है।

वो दीदी के बूब्स नाप क्रते हुए दीदी के बूब्स तो हलका सा दबते हुए पुछता है।

शॉप बॉय: मैडम आप टाइट ब्रा पहनती हो या लूज।

दीदी : हलका टाइट।

शॉप बॉय दीदी के बूब्स को कफी कसकर दबते हुए पुछता है।

शॉप बॉय : इतना अच्छा है।

दीदी : अरे बहोत टाइट है थोड़ा ढीला करो।

शॉप बॉय: बहुत धीरे धीरे ढीला करता हुआ पुछता है अब ठीक है।

दीदी: हां अब ठीक है।

फिर वो दीदी को बहुत हॉट सेक्सी या नया नया स्टाइल k नेट वाले ब्रा पैंटी दिखने लगा।

शॉप बॉय: ये सारे लेटेस्ट पीस है आप पर बहुत अच्छा लगेगा।

दीदी मुझसे बोलती है।

दीदी : मेरी हेल्प कर सेलेक्ट करने माई।

मैं: (थोड़ा शर्मा जाता हूं) ठीक है।

माई दीदी की हेल्प करता हूं या 4 ब्रा पैंटी ले कर हम मॉल के बाहर आ जाते हैं। दीदी ने करीब 5k की शॉपिंग की होती है।

दीदी : चल बीच पर चलते हैं।

मैं: हां ये थिक रहेगा।

हम दो कैब कर के जुहू बीच पर पहचते हैं या वहा एक सन्नते वाली जग माई जा कर बेथ जते हैं।

अब हम दोनो चुप। तबी वहा एक कुट्टा या कुटिया आ जाते हैं या कुट्टा कुटिया की गंद सुनता है या फिर पिच से उसके ऊपर चढ़ जाता है।

ये देख कर अब दीदी या मैं दोनो हलका शर्मा भी जाते हैं या चुपके चुपके एक दसरे से नजर बचा कर देखते हैं।

दोस्तो मेरा लुंड वापसी से तंग होने लग रहा है। क्यूंकी माई कुट्टे की जग खुद को या कुटिया की जग दीदी को कल्पना कर रहा होता हूं। उधार दीदी का चेहरा भी हलका लाल हो जाता है।

तबी वहा कुछ लड़के आते हैं या कुट्टे या कुटिया को पत्थर मार मार कर के अलग कर देते हैं।

माई और दीदी बताते हैं लगते हैं या दीदी बात करते करते अपना जोड़ी मेरे जोड़े पर रख देती है या एक सेक्सी सी मुस्कान देती है। मैं भी अपना हाथ दीदी की जांघों पर रख देता हूं। हाथ रखते ही दीदी हलका सा कैंप जाति है कुछ बोलती नहीं।

अब दीदी अपना जोड़ी धीरे धीरे मेरे जोड़ी पर रागरती है या मैं अपने हाथ से दीदी की नंगी जांघों सेहलाता हूं। दोस्तो मेरा दिल बहुत तेज़ तेज़ धड़कने लगता है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: Didi ke sath Bus me Hawas bhara Safar - by neerathemall - 07-07-2022, 01:20 PM



Users browsing this thread: 3 Guest(s)